00:32इसकी सफलता पर प्रधान मंतरी नरेंद्र मोधी ने प्राकिर्तिक सिंदूर का पौधा लगाया।
00:39तो अचानक इस पौधे की डिमांड बढ़ गई।
00:42अब जैपूर में कलपतरु संस्थान मौनसून के द्वरान प्राकिर्तिक सिंदूर के एक लाग पौधे तयार करवा रहा है।
01:03कलपतरु संस्थान के विश्णू लामबा ने बताया कि विश्व गौध ग्राम यात्रा में जैपूराय गौकरन पिठाधीश्वर,
01:31जगत कुरू शंकराचारे राग वेश्वर भारती ने उन्हें प्राकिर्तिक सिंदूर के बीज दिये थे।
01:37उन्हीं बीजों से उन्होंने सिंदूर के पौधे तयार किये।
01:41प्राकिर्तिक सिंदूर का पेर करीब 20-25 फीट उंचा होता है।
01:46पेड पर फली गुच्छों के रूप में लगती है।
01:48शरद रितू में यह पेड फलीओं से लज जाता है।
01:52फली के अंदर के दाने मेथी से बड़े बीज होते हैं।
01:55जो केसरिया रंग के पराग से धके होते हैं।
01:58इनमें बिना कुछ मिलाए विशुद सिंदूर, रोरी, कुम-कुम की तरह प्रयोग किया जाता है।
02:05सिंदूर का पोधा बेसिकली हिमालेन तराएं का पोधा है।
02:12लेकिन अब थोड़ा साग हम इसमें नवाचार करते हैं, थोड़ा साउधानी बरते हैं।
02:18तो ये चीज़ें आसानी सी यहां भी हो रही है।
02:20तो ये इमाले तराएं का पोधा अब राजस्तान के रेगिस्तान के धोरों में भी आपको लेलाते वेफलत फूलत दिखाई देगा।
02:26श्री कल्पतरु संस्थान की नरसरियां हैं अपनी कल्पतरु नरसरी के माध्यम से हम लोग अलग अलग स्थानों पर लगवेग एक लाग पोधे हम 15 जुलाई के बाद तक त्यार कर चुके होंगे।
02:39And after that, we will start a project, now it is a state of origin.
02:44People need demand for where they are going to be, where they will be.
02:48Vishnu Lamba says that time of the volunteer is about 30 years
02:54the building of the city in the country has been working with the city.
02:58This year, the building of the building of the building of the city
03:01and the building of the city will be building the building of the city of the city.
03:06ताकि chemical से बने सिंदूर की जगा प्राकिर्तिक सिंदूर को बढ़ावा मिले
03:11जैपूर से ETV भारत के लिए विकास वियास की रिपोर्ट