00:30ुत्राखंड की उपजाओ भूमी में लेंटाना के पौधे जहर घोल रहे हैं।
01:00वनस्पतियों या घास फूस को खाने वाले हिरन प्रजाती समेत दूसरे वन्यजियों को इससे खत्रा बना हुआ है।
01:30जैसे कभी कभी किसी भी कारण से अबर जंगल डिग्रेड होता है तो यह तुरंथ उस एरिया में इन्वासन कर लेता है।
01:37अबर उसका प्रतिफल बहुत ही खराब होता है क्योंकि जंगली जानवर के लिए रास लैंड में हो जाती है।
01:45तो एक मैनेजमेंट के तहट हमारे लिए बहुत बड़ा चैलेंज है कि लैंटन को कैसे प्रोटेक्टेक्टेड एरियस पर्टिकुलर लिए वहां से इसको रिमूग किया जाए।
01:56तो इसके लिए हमारा मैनेजमेंट प्लान में उसमें प्रेस्क्रिप्शन दे रखा है कि प्रत्त एक वर्स आप उसको किस प्रकर करेंगे।
02:06मैं आपको एक सिंपल एक्जांबल के द्वारा समझाने के कोशिश कर रहा हूं कि लैंटना का जो जड है अगर उमने उखाड के रख दिये तो 15 दिन एक मेने का अंतर अंदर दुबारा जड ले ले लेगा।
02:19कि वह इतना जड़ा सब्वाइवल इंस्टिंक्ट इस प्लांट का होता है कि वह कंप्रिट करता है न अच्छे पोदे के साथ लेकिन एक ही साल में उसको नहीं किया जा सकता है एक पर्टिकुलर स्थान में क्योंकि अगर उसमें थोड़ा सा भी जड इसमें अंदर रहे गय
02:49उसमें एक्स्पोज़ूर भी होता है तो हम कोशिश करते हैं वहाँ पर पैलेटेबल ग्रास जो कि इंडियान हो हमारा उत्राखंड के परप्रेक्श में वह हमारा उत्राखंड का ही स्पीसिस हो हमने कोई एलिन स्पीसिस नहीं लाएंगे बाहर से तो उसको लगा जाता है �
03:19इस लेंटाना फैल रहा है इस इलाके में टाइगर और एलिफेंट के अलावा बाकी वन्नी जियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी के चलते वन विभाग की भी इसको लेकर चिंता बढ़ गई है लेकिन विगत वर्सों में लेंटाना के उन्मूलन के लिए भी तीनों
03:49एक तो यह है फिर नबर दूसरी बात है कि इसकी पतियां कोई जानवर खाता है तो यह जो है हिपेटो टॉक्सिक होता है यानि लीवर में वो बिकृत्ती लाता है उसके गारांट जनरली देखा गया है कि जो जानवर है उनकी इसकी नवार फढ़ जाती है और धीरे धीरे �
04:19This is the result of the land and the land of the land.