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  • 6/7/2025
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Sher Episode 5 | Digitally Presented by Diamond Paints & Surf Excel | Danish Taimoor | Sarah Khan | 4 June 2025 | ARY Digital Drama

Some love stories aren't just written in hearts—they're carved through pain, sacrifice, and fire. Enter the world of Sher, where two souls—Sher Zaman and Fajar—dare to love beyond the lines drawn by generations of hate.

Danish Taimoor breathes life into Sher Zaman, a man raised with command in his veins—fierce, proud, and built to lead.
Sarah Khan shines as Fajar, a gentle heart swept into the storm of a family feud, trying to hold on to love and light in a world clouded by old grudges.

Their paths were never meant to cross. But love… had other plans.

Sher is a gripping Pakistani drama packed with raw emotions, intense rivalries, and deep-rooted traditions.
From kidnappings and secret alliances to broken promises and forbidden love, every episode leaves you wanting more.
Featuring a stellar cast and top-tier storytelling from the makers of iconic drama hits.

Cast:
Danish Taimoor as Sher Zaman
Sarah Khan as Fajar
Arjumand Rahim,
Sunita Marshall,
Nadia Afgan,
Yousuf Bashir Qureshi,
Faizan Shaikh,
Atiqa Odho, and more.

Written by: Zanjabeel Asim
Directed by: Aehsun Talish

Airs Wed & Thu at 8:00 PM, only on ARY Digital

Don't miss this emotional rollercoaster of love, loyalty, and legacy.

#Sher #DanishTaimoor #SarahKhan #PakistaniDrama #ARYDigital #DramaSerial #NewDrama2025 #FamilyFeud #LoveStory #RomanticDrama #ZanjabeelAsim #AehsunTalish #SherZaman #Fajar #pakistanitvdrama

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Transcript
00:00अगर वो ना आता तो तो शायद हमारे दर्मियान वो बात अधोरी ना रहती है
00:06अगर कोई बात करने से पहले ही खबराहत हो तो उसे अनकही रहना चाहिए
00:12आधा यह अगर क्या बात करें ताया जान हमारी जिम्यारी है अब ताया जान इनको हिस्सा दें या ना दें
00:35मैं इनको अकेला नहीं छोड़ूँगा अभी शेर के रहमो करम पे नहीं नहीं नहीं यह नहीं हो पाएगा देखने बाबेजी
00:47बेटा अपने बाबा को बोला के लाना जरा
01:04वो सेद नाइम शीराजी साब है उनकी बेटी है रहदा शेर को पसंद आगई है से शादी करना चाहता है
01:23लेकिन वो तो सेद है नो तो गैरों में शादी नहीं करते हैं
01:29आले कि बात करने में कोई हर्ष तो नहीं बिलकुल कोई हर्ष नहीं है पहली दफ़ा मेरे बेटे को कोई लड़की पसंद आई है और उसके बारे में वो सीरियस है
01:41मैं बात क्या मैं तो जा की गिर्गडाऊंगा अगर उन्हें नहीं नहीं करती नहीं तो शेर का दिल तूट सेट
01:50बाबा अबटा वो बड़ी अमी आप दोनों को चाय पे बुलाए है ठीक है विर कामिंग
02:01मैं सेद साब से टाइम लेता हूं अल्ला पेटर करते हैं
02:11कि अथिए बाइजी आएजी आएजीए
02:23श्याजमान मैं आपसे अकेले में बात करना चाहूंगी
02:29कि
02:32कि
02:34कि
02:36कि
02:38का जा रही है चाही ने पीरी नहीं मुझे इसके साथ जरह जरूरी काम है मैं अबी आई
02:48मुझे एक बात पताईए
02:58हमारे दामाद को
03:00उसके एक सियार क्यों नहीं दिये गए
03:02क्या मैं आपकी बीवी नहीं हूँ क्या यह हमारी बच्ची नहीं है
03:12जिदेग Dzhạ
03:13कि
03:14पॉफ पॉफ जिम्दा हूँ हूँ ओर मेरे जीत ही किषको क्या हिससा मिनेख इसकी वजाहत कि वज़ाहत के अब कोई ज़रुत हूँ
03:19तो जब शेयर को हिससा दे रहे थे तो हमारी बच्ची mentioned
03:34ब्याई होई बच्ची है उसको उसका हग दे और फारिक करें अरे अगर ब्या के कहीं बाहर जा रही होती तो हग देता ना रे चोड़े भावी
03:43किया बट्वारी की बाते ने के बैठके बाई साब से भो कहो जो मैंने बजारिश्की थी
03:50मैं चाहती हूँ कि नसीम का रिष्टा फाहद से पक्का किया जाए तैकर चुकी हो यह तुमारी खाहिश है
04:06फिलाल तो खाहिश है लेकिन अगर आपने गलत फैसले लिया है ना पर मैं बात पकी करता हूँ
04:20टीक ही तो है बाबा फाहद अपना है घर का लड़का है देखा बाला है घर की बात घर में रह जाएगी अपने इसलिए सब जानते हैं कि इतना गलत है
04:34तुम तो चुपी रहो शेर
04:39तुम्ही क्या पता है
04:42जिम्यदारियां क्या होती है
04:44दुश्मनियां कैसे निभाई जाती है
04:46बस मुझ उठाया और
04:48मलकों के घर पहुंच के
04:50कभी हस्पताल और अपनों को तो
04:52खुड़े लाइन लगाया वै
04:53अच्छा बस
04:54मुझे मेरी बहन के लिए
04:56फाहाद का रिष्टा ठीक नहीं लग रहा
04:58यहां बात खुम जब
04:58मैं उसकी सगी और बड़ी भेरी मुझे ठीक लग रहा है
05:03मैं उसका इकलादा भाई हूँ
05:05और मुझे ठीक नहीं लग रहा है
05:08बैसाब
05:10अच्छा बड़ी मेरी बर्दाष्ट की भी हाद है
05:13किसी को अच्छा लगया पुरा
05:18लेकिन मैं अपनी बहन को अंधे कुए में नहीं गरने दूँगा
05:22मैं भी देखता हूँ
05:28तेरी बहन की शादी कैसे होती ही फाहस है
05:31पापा
05:40देख रहे हैं आप कितनी बत्तमीजी से बात करके गया है
05:48घर में रहते रहते धंकी दे गया है
05:50मैं मा हूँ
05:52अगर मुझे एतराज निये इस रिश्टे से
05:55तो ये कौन होता है मना करने वाला
05:57ये कुछ शेव मेरा बेटा है
06:00और मेरा वारिस है
06:03जब तक उसकी रजबन्दी नहीं होगी
06:10ये बात आगे नहीं गट सकते
06:13इसको अब्जूर कर रहे हैं
06:19नाइंसाफी है
06:20इसका मतलब है कि मेरे किसी फैस्टी की एम्याती नहीं है इस घर में
06:25मुझे कुछ बात करनी है तुमसे
06:35आओ, बैठो
06:36बोलो
06:40ये देखो
06:42क्या है ये
06:44इंटर्मीडियेट के सर्टिफिकेट और क्या है
06:48किसका है
06:51तुमारा है और किसका है
06:53बस ये एक ही सर्टिफिकेट है मेरे पास
06:56और वो
06:57जिसे तुम मेरे लिए रिजेक्ट करके आयो न
07:00वो बहार का पड़ा लिखा
07:02इंजीनियर है
07:03और मैं
07:05एफे पास
07:06वो भी सेकंड डिविजिन में
07:08वो आदमी तुमारे लिए ठीक नहीं है
07:09ना हो, देखो
07:11मेरे लिए ना
07:13इससे अच्छा और कोई नहीं आ सकता
07:15मेरे प्यारे भाई नहीं हो
07:17जाके फौरी हाँ करा क्या
07:18अरे क्यों हाँ करादू
07:19मैं तुमारी शादी से बहुत अच्छी जगां कर आँगा
07:23ड्रस्ट में
07:23नहीं नहीं मुझे नहीं करनी
07:26मुझे इधर ही करनी है
07:28वो अच्छा लगता है मुझे
07:33हीरो जैसी शकल है उसकी
07:38और करतूत विलन वाले
07:39मैं ताओं क्या क्या करता पिरता हो
07:41बस मुझे नहीं पता
07:43तुम प्लीज बाबा से जा के कह दो ना के
07:45तुम राजी हो
07:47वरना
07:50वरना मैं जान दे दूँगी अपनी
07:52अब हमें अल्ला ने बेटियां बनाया है
08:21तो इसमें हमारा कोई कसूर नहीं
08:23कि हमारे कहे की कोई हैसी अती नहो
08:38आपको तो हम नजर ही नहीं आते जैसे अबा
08:41सगे और सटहले का फर्ग मुझे कभी महसूस ही नहीं हुआ तो
08:46मुझे मेरी बैन की खशियां अजीज थी
08:49अगर अगर आपको लगता है कि नसीम फाद के साथ खुछ रहे की तो अब पर मैं राजी हूँ
09:01मैं नसीम से पूछ ले रहे हैं गहरे ही कि वो राजी है
09:12आप चाहिए तो नबस करते हैं
09:19मेरी राय के खिलाफ कोई जाता है ना तो उसा चाड़ जाता है बस इती सी बादती बटा
09:23अरे उसा इस बाद का ये तो मुबारक बाद का वबन है
09:28बाबा पेले मामा को बुला लें फिर मुबारक बाद देतीजियो
09:33अहाँ, तेमीना, तेमीना
09:37जी
09:41बाबबने एक छोटी सी अनॉस्मेंट करनी है
09:48हाँ और आप सब लोग के एक बात बताने है
09:56हम लोग कल शेर का रिष्टा लेने के लिए जा रहे हैं
10:00इसको लड़की पसंद आ गई है
10:03थाई
10:04क्या, लड़की पसंद कर दी
10:10बात पकी कर दी, आप लोगोंने, मुझे अभी पता चल रहा है
10:14अभी तो ये मेसेज आया सेजिद साब का
10:17तुम तो बड़ी मीसनी निकली तेमीना
10:21नहीं, अमी, मैंने मामा को भी बता है लोड़ी देट बने
10:26रहने दो, जैसे माव ऐसी बेटा
10:29खेर, मैंने तो बहुत सारी त्यारियं कर रही है, आप लगे रहें
10:34झाल झाल झाल
11:04मेरे की चाल झाल है
11:08मेरे की मेरे को इसANG मामा का
11:10करने की आरते हैं
11:26चंपना आता है वह भूचुकाया
11:30चलो हब चलते हैं
11:32आओ जी आओ बिसम ल्लाह पेली टोली तो आगई अब दूसी टोली रास्ते में असलाम लेकंगा साथ
11:44असलाम लेकंगा साथ
11:48असलाम लेकंगा साथ
11:58असलाम लेकंगा साथ
12:05साथ मुंतापा
12:08कि यहां लेकंगा साथ
12:28एक अशरम साहर बाबें।
12:39न मेरी ने।
12:45कर मैं आपसे बादा करती है।
12:48किसी की चांद लेने से चांद देने तक
12:52आपका हर हुकम मानने की।
12:56कभी आपकी नाफर्मानी नहीं करने।
12:58साइका
13:06किसे बता दो
13:09कि अब ये मेरी उलाद की गिंती में नहीं आता है।
13:14मेरे लिए ये मुर्दों से भी बत्तर है।
13:22जब तक सिंदा हूँ
13:23मुझे इससे बात दी कर।
13:28पापा जहने देना।
13:32पेटी ही ना मेरा मान नहीं रहीं।
13:37कोई कोछ नहीं को देगा।
13:39पापा जहां तक सिंदा है।
13:47प्यार सरासर तो काए मैं कादाए
14:07सारी उम्र बसाना कावी सके आदा
14:13मेरा बड़ा तजर्वाए मैं खदाए
14:19बेटा इन घरों में बड़े दबी भेजना लोग जाता है
14:23जी जी यह तो महले में बाटनी किल गए
14:25इरक शुगुफता
14:27शुगुफता इभी रखती जा
14:29इनको ना महले में बटवारना है ठीक है ना
14:31मैं जाओ ना जी
14:33पागल हो गई हो
14:35ड्राइवर जाएगा तू क्यों जाएगी
14:37बाते सुने इसकी
14:39चल सही से रख
14:41ठीक करके
14:43जी
14:45आप मुझे मताती जी
14:55वाव वाव माशाला इतनी मिठाई
14:59कहां की तैयारी है
15:01तुम्हारी तरह ना
15:03कमरे में छुप-छुपके फैसल नहीं करती
15:05बेटी की बात पक्की हुई है
15:07खांदान और महले में मिठाई बटवारी है
15:11माशाला माशाला
15:13मुबारको
15:15अल्ला ताला उसके
15:17बहुत अच्छे नसीब करें
15:19सुनो
15:21तुम यह हर वक्त
15:23अच्छी क्यों बनी रहती हो
15:25अगर मैं तुम्हे जहर लगती हो
15:29तो मुह नौचलो ना मेरा
15:31यहां पे कौन से शाजमान
15:33बैठे हुए कि सुन लेंगे या देख लेंगे
15:35अगर मैं वहां कुछ कहने भी जाओंगी
15:37तो मेरी बात तो नहीं सुनेंगे
15:39आप मुझे जहर नहीं लगती
15:43सौतन अच्छी भी नहीं लगती ना
15:45अप अच्छी भी नहीं लगती
15:47मोटी मोटी किताबें पढ़के
15:51दमाग तो नहीं खराब हो गया तुमारा
15:53जैसा भी आप समझें
15:57खर मैं आपको यह बताने के लिए आए थी
15:59कि आज शाम को हम शेयर का रिश्टा देखने के लिए
16:01जा रहे हैं सो तैयरी कर लीजेगा
16:03करने जाएगा
16:05अब सभी बात में पहुंची हो ना तुम
16:09क्यों
16:11मैं क्यों जाओं कौन हो मैं
16:13मेरी उकात क्या है
16:15अरे लड़की तुम सब ने पसंद की
16:17रिश्टा भी तुम सब लेने जाओ
16:19यह देखना सुन रही हो तुम
16:21मुझे लेके जा रहे हैं
16:23लेके जा रहे हैं ताके लोगों को दिखा सके ना
16:25कि पहले बीवी को बड़े प्यार महबत से रखा हूँ
16:27वाह क्या बात है
16:30मैं नहीं जाती
16:30लड़की तो शेर ने खुद पसंद किया
16:33उसने मुझे बताया तो मैंने उसके बाबा को बता दिया
16:36आपके सामने तुम ऐसे जाया था ना
16:38सेयद साहब का
16:40वैसे तो चौबीस घंटे शेर खड़ा रहता है
16:43कि मेरी बीटी का वारस बनेगा
16:45जब उसकी बारी आई तो मुझी बंद कर दिया
16:48उसने है ना कुछ बोला ही नहीं
16:49कि रिष्टा वैसे बहुत पुश्किल है
16:51पता नहीं सेयद साहब मानते भी है या नहीं
16:54अगर आप इस तरह से नाराज होके बैठी रहेंगी तो
16:58शेर इतनी मुश्किल मनजिल आपकी दौाओं के बगार कैसे हासल कर पाएगा
17:03ठीक
17:05मैं और मेरी बच्चे हैं
17:09मैं रईस शाह जमान की गाड़ी में उसके साथ जाएगे
17:12तुम दूसरी गाड़ी में आओगी
17:15सरूरी नहीं कि मैं
17:18हर जगा सखी बनके अपने शोहर को बांटी पहरूँ
17:22कहें तो मैं कोई हिल्प करवा दूँ
17:38तुम तो रहने इदो
17:40काकर साहब
17:52समीर को मिलवाने लाया था आप से काकर साम
17:56समीर को मिलवाने लाया था आप से काकर साम
18:00समीर को मिलवाने लाया था आप से काकर साम
18:04समीर को मिलवाने लाया था आप से काकर साम
18:06समीर को मिलवाने लाया था आप से काकर साम
18:08समीर को मिलवाने लाया था आप से काकर साम
18:10समीर को मिलवाने लाया था आप से काकर साम
18:12समीर को मिलवाने लाया था आप से काकर साम
18:13समीर को मिलवाने लाया था आप से काकर साम
18:14समीर को मिलवाने लाया था आप से काकर साम
18:15समीर को मिलवाने लाया था आप से काकर साम
18:17समीर को मिलवाने लाया था आप से काकर साम
18:40जो लड़की अपने माबाप से वफा ना कर सकी वो तुमसे क्या वफा करेगी?
19:10अलग कर देगी तुम्हें हमसे और वहां ले जाके मारेगी जहां से तुम्हारी यवाज भी नहीं आनी हम तक शीने नहीं देगी ये
19:19मेरा साथ था तो इसलिए शायद बच गया
19:23वरना आपकी तरहां जहरी उगलते रहते हैं
19:29वक्वास बंद कर तो तेरे मूँ में जबान कहा से आगई?
19:35जब से आपकी जबान के साथ साथ हातों से भी कूलिया चलने लगी
19:39काका साथ, इनसे कहें कि जाए यांस
19:43क्यों? मैं क्यों जाओ यांसे?
19:48तुम्हारे बाप का घर नहीं है जो तुम हुकम चलाओगे
19:50जी, इसलिए ही छोड़के जा रहा है
19:52अताज मेरे समीर का दिल ना खराब कर
19:55ये ना हो कि मुझसे घले भी नम ले
19:57जाए है काका साथ, अब तो मैं ही भारी पढ़ गयी ना आपर
20:02अजाए थोड़ी देर दी गाला, उसके बाद उसने वैसे ही चले जाना है
20:06तो उनसे गिला करे ना जिनोंने जखम दिया है
20:11ऐ पूतर, तो उनने काका साथ से गले नहीं मिलागा है
20:27मैं का दाए, मैं का दाए, प्यार सरा सर तो का दाए, मैं का दाए
20:36सारी उमर बसाना का भी सके आदा, मेरा बड़ा तजरबा है, मैं का दाए
20:57काका साथ, समीर हमेशा के लिए थोड़ा जा रहा है
21:05जलकर टुपड़ा की बेरा
21:07मैं का दाए, मैं का दाए, मैं का दाए, से खाए, भज़ा जाया है
21:17धन्याय है
21:19लिए मैं का दाए
21:21कि यहांद कि ए तुमारी दीवी बरकते हैं
21:51हाथ सेखने है फाचे इनने छोड़ो तुम मेरी साथ चाहे इससे पहले के बेहन की आला तरभियत का सरो छोटी का बंदुबस करो वक्त आने पर सब अच्छा हो जाएको अच्छा हो जाएको
22:21कि अच्छा है अच्छा आज ना मैं और हमारी बेठी आपके सब गाड़ी में चलेंगे और तैमीना इत्ते घबरा क्यों रहे हैं बहुत सारी गाड़ी आरे हैं किसी गाड़ी में आजाएगी औरा लगता है
22:51अपर बुरा लगे हैं कैसे बाते कर रहे हैं आप ना ये वक्त है ना ये मौका है बात करो हम तो आप ही के साथ गाड़ी में जाएंगे आज चाहे किसी को अच्छा लगे या बुरा लगे
23:21हाचा पाड़ी
23:51कि
23:58जां� round जीफ आपको गॉॉ नीं जानता हैं तो अपकी तो गारी यह ने पूरी नहीं आ रहे हैं तो आर्ककी अ कि महमान नवाजी है
24:07हुटन क्या खाक करें अम महमा台 नवाजी थोड़ी हम तो निश्तधारी करने हैं एल ragd ist
24:12इमारी बड़ी बाइगम, नाइमा, बेटियां मेरी.
24:29यह मेरा बेटा शेव और इसकी वालदा है.
24:42वो सब तो ठीक है लेकिन शाजमान सहब,
25:12हमारे हाँ गेर सेयदों में बेटी नहीं दी जाती.
25:28बोलो फिर, क्या करने?
25:33मुला लो उने.
25:39ऐसे मत काई साइज साब.
25:40यह में दीन थोड़ी नहीं है.
25:44लेकर रिवाश तो है, ना?
25:46हमारे खानदान का रिवाश.
25:53मैं गैरंटी देत हूँ आपको.
25:55हम पूरी तर आपके मैयार पोतरने की कोश्चिश करें.
25:59यह तो कहता हूँ के,
26:00शेरल अदा गहर में लख सकता है उसे.
26:02मेरा मतलब है अकर भाई साब की दो शादियों पर इतराज है आपको या
26:11जोईन फैमिली सिस्टम पर कोई इतराज है तो कुछ किया जा सकता है इसका.
26:16नहीं, हमारा खुई लेना देना नहीं इन बातों से.
26:21वैसे भी हर इंसान की अपनी अपनी जिंदगी होती है.
26:25मेरी तोरूग काम चाती है.
26:29कागा साब मैं तोबारा नहीं मरना चाहता हूँ.
26:34वैसे ही प्रदेसी लोग हैं, जल्दी जल्दी में कर लेते हैं वहां.
26:46रक्षन्दा मेरी बड़ी पुरानी सहेली है.
26:51उसे कोई परवा नहीं है.
26:53और वैसे भी उन्होंने लड़की को बिहा के बाहर चले जाना है.
26:58क्या मतलब इतनी बड़ी सजा?
27:02ये शुबनी जरूब उपोने छोड़ी होगी.
27:04ये पैसला करने कहा कि ने दिया किसने है?
27:08तुवारी बहन के कर्टूत.
27:15मैं तो कुछ कहने सुनने के लाइक है नहीं रही हूँ.
27:19पर भी मामा, भी की पुरी सिंदेगी का सवाल है.
27:34ले जी, काकदी आगी.
27:40काकदी आगी तुम्हें पता तो होगा कि क्यों बुलवाया है?
27:45बैठो.
27:48इस घर की दीवारों के कान तो उसी दिन बन गए थे.
27:51जिस दिन तुम दोनों भावजे बया के आई थी या.
27:54अब इसका क्या कर सकते हैं, शाहताज?
27:56क्या हम तुम्हारा कभी न खत्म होने वाला गम बन कर रहे गए.
28:01काकदी आपने कुछ कहना था?
28:04साइका, आप तो यह लापरवाई छोड़ दो.
28:07तुम्हारी बेटी ने तो इज़त खाक में मिला दी.
28:09अब दूसरी की फिकर करो.
28:12उसको तो अपने घर का करो.
28:13काका साइब मैं बाग घुमा के नहीं कर रहे हैं।
28:22लेकिन इसको भी तो सोचना चाहिए ना किसकी बेटी ने जो हमें गोल गोल गुमाया वा है,
28:27तो दूसरी को गोल चकर से बचाने का एक ही आस्रा है.
28:30ताज ने अपनी सहेली रुशंदा से सारा के रिष्टे की बाग किये।
29:00सारा नहीं मानेगी, वो वो कभी भी बाहर नहीं जाना चाहती, उसे क्यों आप्शन समझ में नहीं आएगा।
29:07ये देखो, घर की इज़त चोरी हो गई और इनकी फर्माइशे चेक करो।
29:12साइका, इतनी बेस्टी के बाद भी अगर कोई रिष्टा आ रहा है ना तो शुकर करो।
29:17इतने नक्रे दिखाओगी ना तो फिर भूल दाब के सारा की शादी होगी।
29:20ताज ठी कह रही है, हमारा इंकार नहीं बनता।
29:24और क्या, तुम्हें तो उसके हाथ चुमने चाहिए।
29:28फजर के बारे में जानते हैं बोग।
29:32रक्षंदा जानती है, उसने अपने बेटे को नहीं बताया।
29:36फिरी बड़ी फुरानी दोस्त है, मेरी खातिर वो जहर का घूर पीने के लिए तयार है।
29:41सुचाथ आप तो जानते हैं, उन्हीं जाएगी बाहर के मुलक में, नहीं जाना जाएगी।
29:46हमारे हालात ऐसे नहीं हैं साइका, कि हम उसे कोई आफशन दे।
29:51हम भी अपना गाउंवाला घर छोड़ कि यहां बैठे।
29:55उसे समझाओ, कुद्रत ने उसे शानदार मौका दिया है, मूच पाने का समंदर पार।
30:02हमें देखो हमारे पास क्या चॉइस है, सिर्फ समंदर में टूब मरने की।
30:10काका साब जो कह रहे हैं वैसा ही होगा।
30:15वरना उसे भी हमारी तरह फजर की रिस्वाई का बोज उठाना पड़ेगा।
30:21मैं यहां पूछने के लिए ने सरफ इनफॉर्म करने के लिए बुलाया था।
30:27यहां महमानदारी का इंतिजाम करो।
30:44बड़ा ही अच्छा रिष्टा है।
30:49एक बला तो टले ना।
31:02पर अभी तो मैं पढ़ दी हो ना।
31:05और असे क्या आफ़त आ गई है कि सब कु मेरी शादी की पढ़ गई है।
31:09आफ़त आए नहीं है तारी हो गई है।
31:12ना जान निकल रही है ना जिन्दगी मिल रही है।
31:15अजीब बीच में लटक कर रह गएं।
31:19मामा यह घर नहीं थोज़क है।
31:22जहां खुलते ही एक औरत की फिटार सुनते और सहते है।
31:26बापा तो अच्छे से जानते है ना कि मुझे मुझे मुल्क से बाई शादी नहीं करनी।
31:34यह बात अब एक खाब है, भूल जो इसको।
31:38फजर की एक गलती ने पसंद ना पसंद का हक छीन लिया तुमसे।
31:43बापा ने सिर्फ जिट लगाई थी और कोई बात नहीं है मामा।
31:47बेटिया जब बाप का मान तोड़ देती है ना
31:50तो बाप भी बेटियों का भरम रखना छोड़ देते हैं।
31:55पीछे बस फिर जिट बागी रह जाती है।
31:59और तुम्हारे बाप ने इस जिट को खिला पिला के बढ़ा कर लिया।
32:04बापा, यह सब कुछ मेरा गुसूर है, मेरी गलती है ना।
32:10तो सजा मुझे मिलनी चाहिए, मुझे से नफरत है करें लेकिन इसका क्या कुसूर है।
32:14मुझे नहीं मता फुचर।
32:16इत पर जो जोड़ा बना के दिया था, वो अच्छा है।
32:19वो पहल लेना जब वो लोगा है और तुम इसको तियार कर देना है।
32:22मेरी बात सुने, आप एक तफ़ा बाबा से बात करके देखें, आपकी बात सुनते हैं ना।
32:29सुनते थी, और फिर तुम्हें महबत हो गई।
32:34और तुम्हारी उसे एक महबत ने बाकी सारी महबतों का गला घुट दिया।
32:41पहले ये घर था, तो हमारी सुनी जाती थी, अब कैद खाना है, जहाँ तुम्हारे बाबा से याद और हम सेद हैं।
32:55और फिर ये तो से याद पे हैं ना, कि वो कितना खाना, कितना पानी, कितनी हवाद हैं।
33:05जहां तक बात रही महबत की, वो तो कहके मैनफेस्टों में ही नहीं हैं।
33:12ये सब कुछ मेरे वज़े सही हो रहा है।
33:17ना मैं घर से जाती ना, ये सब कुछ होगता।
33:21मेरे चुई के सजा इसको क्यों मिल रही है।
33:28आप एक दफ़ा तो बात कांगी देखे ना, बाबा आपकी बात मानेंगी हो सकता, उनका दिल नर्म हो जाए।
33:35दिल होता तो नर्म होता ना।
33:39वज़र, तुमने अपने बाबा को पत्थर के बुत में बदल दिया है।
33:46जिससे हम तीनों सिरफ सर टक्रा सकते हैं।
34:06मेरा बेटा उन मरदों में से ने जो बार बार नई लड़कियों के ख्वाइश करें।
34:22उसने अपनी पूरी जिन्दगी में पहनी दफ़ा किसी लड़की का नाम लिया।
34:27मेरा बेटा बहुत अच्छा लड़का है।
34:31इसमें कोई बुराई में है।
34:34इतना सीधा है।
34:38यह हमारी उलजीवे दुनिया में किस तरह चलेगा मैं सोच सोच के परेशान होता हूँ।
34:44देखें, यह मेरे बेटे की जिन्दगी भार की खुश्यों का सवाल है।
34:50मैं अपने बच्चे को बहुत कहरा ही से जानता हूँ।
34:54देखें, शादवान साब अगर जरा भी गुंजाइश होती तो मैं हाँ करने में बिलकुल देर नहीं लगा था लेकिन हमारे खांदान की मजबूरी है।
35:06लेकिन सेयद साब अब तो समाना बदल चुका है ना।
35:11आपकी बेटी के लिए एक से बढ़कर एक रिष्टे होंगे।
35:15और इन सब के होते वे इस रिवाज को बदलने में अगर कोई साहिब हैसियत इनसान पहल करे तो कितना अच्छा होगा।
35:23कि मेरा ख्याल है बहुत से ऐसी रड़किया होंगी जिनको सेयद रिष्टे नहीं मिल पाते।
35:32ऐसे माबाप आपके कंदे की यार में अपने बच्चियों के घर बसा सकेंगे।
35:38उन्हें बया सकेंगे।
35:40वो सब तो अब ठीक करेंगे लेकिन मैं बहुत मजबूर हूँ भावी मादरच चाहता हूं।
35:50से सबुआप, इस क्या कर रहे हैं आप।
36:08से सबुआप, जब इनसान कदे टूट जाए ना, तो जिनकी में सिर्फ किरदार में भाता है।
36:15जी नहीं पाता।
36:18मैंने हमेशा सोचा था।
36:21मैं अपनी उलाद को किसी आजमाईश से नहीं गदरने का।
36:24प्लीज।
36:29अब समझें आपका एक मुरीद, अपनी उलाद की खुश्यों की भीक आपके बास मागने आया है।
36:39अब आप मुझे बहुत शर्मिंदा कर रहे हैं।
36:41अगर आप उटके उपर वहां ना बैठे तो मैं भी आपके साथ यहां फश नर्शीन हो जाओंगा।
36:46प्लीज उठिए।
36:47प्लीज उठिए।
36:48बाबाब आप उठे हैंसे।
36:52मैंने ऐसे कभी नहीं चाहता हूँ।
36:57मैं बाता करता हूँ।
36:59अगर यह से मायूस भी गए ना मैं खुश रहूंगा जिन्दगी कर।
37:07मेरे बाब ने सब के सामने गुटनों पे बाटके
37:10मेरे खुश्यों की कीमत तो अधा किया।
37:19नहीं बाबा, मैं सब चले।
37:22मैं ठेक हूँ।
37:23तिल बाबा
37:29जीते रहो मिठा।
37:32तुम वाकई साले ओलाद हो।
37:34वरना तौलाद अपने मकसद हासिल करने के लिए
37:40मावाब को बेकारी तक बना देती है।
37:46मेरी बिटी, रिदा
37:49जिसका हाथ तुम मांगने आयो
37:52वो भी बिल्कुल तुमारे जैसी है।
37:54ठीक है, मैं उससे बात करता हूँ।
38:00अगर वो मान जाती है तो आप मेरी तरफ से हाँ समझे।
38:06जा जाती है, जाती है।
38:07जाती है।

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