- 6/7/2025
राम मंदिर का काम कब होगा पूरा? देखें राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र निर्माण समिति के अध्यक्ष से बातचीत
Category
🗞
NewsTranscript
00:00नमस्कार आज तक पर आपका स्वागत है अयोध्या नगरी और वहाँ पर भी प्रभू राम के मंदिर के सामड़े इस वक्त हम मौजूद है और जिन हातों ने जिसने एक बहुत बड़ा योगदान इसमें दिया है देखे आपका परिचे आपका वैसे परिचे क्या ही कोई क�
00:30वैसे ही भगवान राम के दूत के तौर पर आपने जो अपना योगदान दिया है लेकिन एक बार अगर हम आपको अब नजारा यहां से दिखा दें क्योंकि अब हम पहुँच गए हैं बिल्कुल मंदिर के पास और ये वो हिस्सा है जहां पर अब मतलब जिस राम दरबार क
01:00तो इस पड़ाव पर निपेंजी आप हमारे दर्शकों को क्या बताएंगे और कहां तक काम पहुचा है समझाएंगे बहुत अच्छा प्रश्ट है हम लोग दोनों नीचे उतर आएं जिसके कि हम ये परकोटा वाला हिस्सा सर बनना शुरो गया जो चारो तरफ ब्रहमण के
01:30है ये हिस्सा है और ये परकोटा यहां से मतलब अगर आप 360 हमें बता सके कि अभी क्या क्या बना है क्या क्या बाकी है जब आप पिछ्वी जपर आई थे जिए तब ये सब जो निर्मानकार है जो मैं भी बताऊंगा ये क्या है यह नहीं था हम केवल अंदर पंच मंडप ज
02:00कैसे मंदिर का निर्मान होगा आज आपके माध्यम से हम आपके दर्शिकों को यह बताना चाहेंगे कि मंदिर का निर्मानकार ये कून हो चुका है मंदिर का निर्मानकार ये पूरा हो चुका है और यदि आप मंदिर को देखेंगी तो हो सकता है आपको ये लगे कि ये मं�
02:30लगे हुए हैं लेकिन बास्तिविक्ता यह है कि यह उतारे जा रहे हैं स्वन्ड कलश उपर लग जो सबसे उपर है वो जड़ा जूम इन करके दिखा दीजिए हां स्वन्ड कलश के बारे में आप बता रहे हैं और वह लग चुका इसका मतलब यह अपनी पूर्णता की ओर है
03:00चल करके अगला मंडप है इसका कलश है और आखरी मंडप यह है इसका कलश है तो इस प्रकार पूरे पांच मंडप पूर्ण हो गए जी पांचों मंडप में जो आपका मूर्की की अस्थापना करनी थी वह पूरा कार यह से हो गए मतलब यह जो स्वन्ड कलश है यह एक दो
03:30है वो तीन है उदर चार है यह पांच है और यह च्छे लेकिन मंदब पांच बन तो इसलिए क्योंकि जो गर्वग्रा है जिए उसका तो आपने सुर्ण कलश देखी लिए इसलिए च्छे की सिंख्या है दूसरी जो महत्र पूर बात है
03:50कि वह यह परकोटा की जिए चारों तरफ बन रहा है इस परकोटा में च्छे मंदिर जिसकी पूजा यहां पर जो है वो हुई थी
04:04जिए हां कि सभी मंदिर में आप यह देख सकेंगे कि यह परकोटा इस प्रकार पूरे परिसर में
04:18एक परिमीटर वॉल जो होती है चारों तरफ एक किलोमेटर से अधिक यह परकोटा है और जैसा मैंने उस समय बताया था कि परिक्रमा मार्ग भी है तो आप देखें कि यही से लोग अंदर अंदर जाएंगे आई यहां पर चलते हैं
04:39क्योंकि यह फिर आउसर नहीं मिलेगा और आपके मादम से मैं अपने श्रदालों को मिलना चाहता हूं क्या बात है तो
04:48ए यह प्रिव परला के बारे में आप शुरू से बता रहे थे कि यह जो ये अपने दर्श्कों को एक
04:56भाद दिखा देते है यहे वाला जो हिस्सा है यह दरसल फ्राट एंट्रेंस जिस ए की प्धिर का ये वाला हिस्सा वो इसलंगे
05:04यहीं पर आप हमेशा बताते थे कि चारों तरफ हमें परकोटा और मंदिर से भी ज्यादा पत्थर इसमें लग रहा है यहां दुगना मंदिर से दुगना पत्थर इसमें लग रहा है यह अगर चार लाख 50,000 कुबिक पीछ तो यह लगबक 9,000,000 कुबिक पीछ और ऐसा ही नह
05:34परिक्रमा मार्ग आपने दिखा रहे हैं और जहां पूजा हुई थी यह चारों तरफ connected हो जाएगा बिलकुल यह पूरा connect होगा आपने बड़ा अच्छा सवाल पूझ लिया कि यहां तो connected नहीं है तो इसलिए connected नहीं है कि logistic issue है तो इसको बंद हम आखीर में करेंगे तो इ
06:04अब आप परकोटा जो है अपनी पूर्णता की ओर है सेप्टंबर में यह पूर्ण हो जाएगा अब जरा राम दर्बार के बारे में एक मिनट यह श्यू का मंदर है जिसकी पूझा हुई पांस तारी को श्यू के मंदर जिस पे तौन कलर्ष आप देख सकते हैं अगर मेरी
06:34जो आया भी उसी प्रकार से है यहां से नहीं बलकि इसको मुख्य रूप से मदब देश में जो एक नदी है जिसको की हम लोग वहीं से शिवलिंग प्राप्त करते हैं
06:53नर्मदास जिनमें माना जाता है कि हर पत्थर को शिवलिंग की तरह पूछते हैं तो वहां से यह आया अब आप देख रही हैं कि हम लोग परकोटा के बिल्कुल परलेल चल रहे हैं जिए श्रदालू जब चलेगा तो उसका मन मंदर की ओर होगा और शा में परकोटा में च
07:23सब्सक्राइब में यह एक विशेस्था है विशेस्थ्ता ये है कि कि कुल मिला करके जिए इसमें rays के असी पैनल लगें अच्या व्रांज के असी इसमें से एक पैनल थो हम आप अभी उदाहरण
07:46के लिए हम लोग चलने हैं आप उसे देख सकेंगे अपने दर्शकों को एक बार बता देते हैं अब बिल्कुल आगे वाले हिस्से में आ गए है जहां से शद्धालों को आप देख रहे हैं मंदिर में प्रवेश करते हुए मन में उत्साह विश्वास भगवान के लिए शद्
08:16यहां से देखें यह प्रवेश द्वार है और बिल्कुल एंट्रेंस में आपने जो स्ट्रक्चर राम अंदर का देखा है वो आपको यहां से भव्य दिखाई दे रहा है जिन पांच शिलाओं की वो बात कर रहे थे और स्वन कलश की बात कर रहे थे वो भी आपको लगभ�
08:46ग्राउंड फ्लोर है वहां पर तो आपने देखा ही है राम लला के भगवान राम के बच्पन के दर्शन है और जो उपर वाला जो एक फ्लोर बना है वहां पर राम दर्बार सच के तयार है राम दर्बार का निपेंजी बिल्कुल यहां आ जाते हैं सिस्से से हां यहां से �
09:16सब्सक्राइब लोग दोनों यहां रहेंगे तभी बाचीत हो पाईगे.
09:19सर ये राम दर्बार का दो लोग इंतिजार कर रहे है निपण जी, अभी उनके लिए और खितना इंतिजार है?
09:25राम दर्वार का इंतजार मुझे तो यह कारी छेत्र न्यास का है जे मुझे साउधानी बर्तननी चाहिए यह निर्ने उनका है लेकिन मेरा अनुमानिया है जे की करीब आठ से दस दिन है यह यहां से जाने लिए अंदर
09:46कि अज़िए अज़िए तो निपेंजी के साथ चलते हैं और जो यहां पर ब्रॉंज के पैनल्स आपने बताए जी वह आप दिखाना चाहरे हैं हमारे दर्शकों को यहां से शुरुवात होता है भारत माता सहित अकंड भारत दर्शन यह मूरल का जो
10:16कि अज़िए बारत माता का सहित अखंड भारत का दर्शन जिसे आप कह रहे हैं और यह पूरा ब्रॉंज से बना हुआ जी जी एसे कितने पैनल्स लगने वाले हैं सकते हैं यह कुल मिलाकत इस पूरे परकोटा में असी पैनल लगेंगे सब बन गये हैं और सब पैनल में एक
10:46अगर दिखा दीजा आप यह परकोटा है देखिए यहां से पूरा जो डेक्थ है वो पता चल रहा है यह चारों तरफ मंदिर के हैं और यहीं से जो भी शल्दालू है वो चल सकते हैं छाया रहेगा उनके लिए एर भी काफी है क्यूंकि दोरों तरफ से आपने खुला रख
11:16यह फारी पांसा करोल में मंदिर बना है तो 1,000 करोल में परकोटा बना है और यह इस तरफ से श्रत धालू को बहुत आराम हो जाए इसके अलवा यह आवशक्था है यह सूरक्षा की जिर्ष से परी मेटर आउटर वाल है क्योंकि यह बाहर से तो बंध है तो यह सूरक्षा
11:46तहक इसकी आउशक्ता थी और इसमें इसी कारण से पंच्रायतन का सिद्धांत मानते में च्छे मंदिर बनाए गए तो च्छे मंदिर ये मर्यादा पुर्शोतम ये आप पुछेंगी कि ये आपने ब्रॉंज का कैसे चुना हां क्यों चुना तो इसको मैं इसलिए भी बताना
12:16परूप है एक तो हमारे भगवान है जो हमारा बैक्सिगत विश्वास है दूसरा है वो मर्यादा पुर्शोतम जो उनका सामाजिक संदेश है तो उन्होंने या कहा कि आप इसमें ऐसे मूरल्स लगाएं जो मर्यादा पुर्शोतम के गुणों को जिन महात्माओं ने
12:46अपनाया उनका यहां पर कथा हर मूरल में बताएं और नीचे कैप्शन में इस पस्ट करें कि या क्यों मर्यादा पुर्शोतम के लिए चुना गया तो एक तरीके से जो उनका सोशल मैसिजिंग थी उसका एक ही आवश्यक उदाहरन सा भगवान का जो कि
13:12मैं यह एवश्यक कहूंगा कि इसमें बहुत कुछ इस प्रस्ताओं में प्रधान मंत्री जी का योगदा था
13:21और एक मेसेजिंग भी अगर आप देखिए तो भगवान राम के जरीए भी एक मेसेजिंग थी सबरी से लेकर आई से लेकर केवट एक सामाजिक समरस्ता का संदेश था और इस संदेश को भी कई मायनों में इस मंदिर के जरीए आगे बढ़ा रहा है निपें जी मैं आपसे
13:51मंदिर में नहीं किया जाना है स्वन कलश भी लग चुका है और सारा पत्थर का जितना काम है वो सब कुछ समाप्त हो चुका है अभी तक कम से कम इतना कहा जा सकता है कि अब यह पर कोटा का काम यहां से आपको 360 दिख जाएगा देखिए इधर से अगर आप शुरू करें इ
14:21पूरे देश भर से लोग आते हैं और आज तक को देखकर उत्सायत है लेकिन यह अब हम लोग बिल्कुल बहां से एंट्री कर रहे हैं जहां से आप जानते हैं कि इस मंदिर में पहुचने वाला हर श्रत धालू लगबग इसी तरफ से एंट्री करता है और भव्य स्वरू�
14:51उसका जो एक स्वरूप दिखता है इसी तरह का स्वरूप बनाया गया था और ठीक उसी स्वरूप के आधार पर ही इसको किया गया है चलिए तो हम आप हमारे साथ मंदिर के अंदर चलिए क्योंकि यहां पर से आपको पता चलेगा और उन दिनों निपेंजी जब हम लोगो
15:21मंदिर के अगर हमारे दश्कों को आप बता दे कि पत्थरों के बीच आपने कुछ भी मतलब पत्थर पर पत्थर रेस्ट कर रहे हैं यह आपने समझाया आपको बताऊंगा चलिए और उस समय मैंने आपको यह कहा था कि यहां पर सिंग द्वार होगा जी हनुमान जी होंग
15:51तरफ गरूर जी है तो हनुमान जी और गरूर जी और हनुमान जी के और गरूर जी के मिना पूरी जो रामायन की संकल्पना है जो पूरा अधार है वो इसी लिए है और अब हम मंदिर में पहुँच चुके हैं यहां से एक बार क्यामरा पलट दीजिए और उधर दिखाई�
16:21हाई है कि वो उधर सी अःमित करते हैं और यह अब लोग मंदिर में अपर में कर रहे हैं जे शृराम के बाखवान राम के नारे लग रहे हैं और श्रधा विश्वास के साथ लोग मंदिर मी पहुच रहे हैं यह भव्य नजारा
16:40तो देख रहे हैं क्योंकि यहीं से खड़े होकर हम लोगों ने शुरुआत में की थी जी और यहीं यहीं इसी जो आपके मुखर से यह सुनना है कि मंदिर पूर्ण हो गया बिल्कुल यह मंदिर पूर्ण हो गया यह सुनना है
17:08यह आपको भी बताना है कि मंदिर पूर्ण हो गया है आप जैसे बता रहे थे पत्थरों को लेकर पत्थर पूरा यह जो जितने यह बने हुए हैं जी आपको चुनोती बता रहा हूं का चुनोती बता रहे हैं कि अब इसमें देखें लोगों ने टच किया तो रंग बदल गय
17:38वह इससे खुड़ा सब शक्सी का उप्यों करते हैं तो कुछ जगों पर टूट गयें फिर भी वह सब किया जाएगा लेकिन यह चुनोतीयां है जो आतिया है और मंदिर तो ऐसा बना कर रखना है इस पार की मतलब कम से कम हजार साल दो हजार साल तक चले यहीं अब यहां से
18:08वहां तक जाते जाते लगातार भगवान के दर्शन कर रहा है जो की वी आई पी दर्शन ने नहीं होता वो उदर से आया सीजे ऐसे जेख लिया और फिर निकल रहा है तो यहां पर तो आपने जो स्ट्रॉक्चरिंग की है मुर्ती की वो पूरे परकोटा इस्टन उससे भ�
18:38मंदिर को इसे तो थारा मंदिर है और अब मंदिर में कोई भी काम नहीं बचा है यहां से आप देखेंगे यह वो निखा एईकै
19:08उपर दिखाई है हाइट है उपर का चित्रू है उपर का ही दे रहे हैं बताइए बताइए से रहे यह बंडप है गुरु मंडप जिसमें की आपको इस प्रकार का कार्ज और आप पोचे कितना कठिन रहा होगा जब इसकी कार्वीं यहां मौके पर की गई होगी
19:29जो कारीगरी की गई है उसका अप अंदाजा लगा सकते हैं और यहां से भगवान राम के एक बार फिर से हमारे साथ दर्शन करते हुए एक बार हमारे दर्शकों के दर्शन करा दीजे उसके बात से आगे की तरफ चलते हैं तो यह वो हिस्सा है जो आपने देख लिया और अ�
19:59लोगों ने आपने सीरे सबसे पहले दिखाई थी यहां पर भी अवस्वन ग्वाड लगा लें बस और यह स्वन के दरवाजे बने हैं यह योगदान भी बांबे के एक ब्यापारी महोजे में किया है पूरे पूरे स्वन का योगदान एक बेखने किया है जिसका कि कुल वजन
20:29अब केवल हम लोग ही उपर जाएंगे चलिए अब हम आपको यह एतिहासिक है आपको हम दर्शन के लिए चल रहे हैं सीधा राम दर्बार में क्योंकि यह रामलाला के दर्शन नीचे हुए हैं उसके बाद से सीधा राम दर्बार जो कि पहले से प्लांट था इसको बढ़न
20:59और इस डिजाइन का हिस्सा तो था थोड़े साल बाद जब एक गूतार होगे यहां कि 2022 के करीब यह हुआ की प्रथम तल और भूती तल भी बने जाओ और पिर इसका निर्मान कार दिया गया जी दो हजार चौबीस में जब लीचे का भूतल पूरा हो गया जी तब हम लोग
21:29तो अब हम लोग इस हिस्से में आ गए है जहां पर रामदर्बार से जाया गया है और यह काम भी पूरा हो चुका है मुख्यमंत्री योगी आदित्तिनाथ प्राण प्रदिश्ठा कर चुके हैं जी निपन जी अब आप प्रथम तल पे हैं यहां रामदर्बार है और कुल म
21:59नीचे अब तीन है और जब उपर जाएंगे तो दो मंद रखेंगे इसलिए टेपर स्ट्रक्षर है जी एक उरिजिनल हम लोग व्याच्पी की तरव से देखते थे मंदर का स्ट्रक्चर उस्ट्रक्चर को बरकरार रखा गया है या उससे इंस्पिरेशन जिस्पिरेशन ज
22:29स्वर्गी सिंगल जी ने तर किया चाहिए लेकिन उसके बाद यहां पर पूरा बब्य मंदिर की कल्पना मी और उसके साथ एक बहुत बड़ी बात जो की है वह जो यहां पर
22:50भंगराशी लगी है सत्रतिशत भंगराशी सुद्धालियों की है यह बात तो हमने आपको पहले भी बता है तो यह वो भव्य दर्शन जिसके लिए आप लोग भी इंतजार करेंगे थोड़ा सा इंतजार है यह एल्यास की तरफ से होना है लेकिन भगवान राम का दर्शन हमा
23:20दब शक्ति एक अलौकिक विश्वास अलौकिक शद्धा बाले इन मूरतिों के जरीए आप पूरे राम दर्बार को देख रहे हैं जिसमें को को सभी भाई भी दिख रहे हैं रेटा सीता भी दिख रहे हैं और हणुआनजी भी दिख रहे तो प्रांप रष्टा के बाद य
23:50लाद है तो हमने का कि रामिक्षन का क्या है तो अब आप उपर देखें कंघता है यहाँ शिज्य अस्वारभ पूर्जन की देख रहे है
24:17कि दूर मेश्वरम को एकड़म चरितार्थ यहां पर किया गया है मूर्तियों के जरीव जिसमें भगवान राम वहांपर शिवलिंग में पुजा करते हुए नजर आ रहे हैं और समुत्र से आप देख रहे हैं भगवान अव्तरित होकर आशिरवाद दे रहे हैं उसके बाद स
24:47तो वो भी आएंगे ये बात तो कहीं जा रही थी से इस पर मैं आपका एंगल चाहती हूं मुझे पता आप पॉलिटेक्स में नहीं पढ़ना चाहेंगे मैं आपको घसी टूँगी भी नहीं लेकिन ये चर्चा बहुत ही कि जल्दबाजी में कर दिया आपने इंतजार नहीं क
25:17हैं तो अब लला और रजारां आगये परिवार पूरा हो गया और इस प्रकार मंदर का कारी भी फूर होग्या तो अलग अलग चरण से प्रथम चरण भूतल जितिय चरण में प्रतब्र प्रत्रत substitute
25:38जूतियतर और एक चीज जो मैं आपको आपके जरीए बताना ही सिप्ट चाहूं यह जो प्राया लोग चाहते हैं कि मूर्ती की परिक्रमा करें तो यह जो मारू है यह यह आ करके उधर से निकलते हैं प्रदिक्षुना मारू यह शायद मतलब यह व्यवस्ता आपने यहां पर
26:08मंदिर का काम पूर्ण हो चुका है यह मैंने पेंजी बता रहे हैं वैसे तो अपने घर का अपने देश का कोई भी काम हो जब समापन की तरफ जाता है तो एक अजब सी हर्ष की अनभूती होती है आपके लिए यह अब कैसा है जवाब देखते हैं सामोहिक है बिल्कुल साम
26:38को कहा है कोई यद ब्यक्तिकत कहें तो अच्छा नहीं लगता है यद यह कहा है सब मिलकर के बना रहे हैं तभी इसका संग्यान लोग ले पाते हैं इसलिए वही होना चाहिए शुरूर कि किया भगवान में अपने समाज के द्वार
26:56अयोध्या को आप बहुत वर्षों से देख रहे हैं अयोध्या और राम मंदिर अंदोलन से लेकर मंदिर निर्माड तक अयोध्या को आप कैसे देखते हैं क्योंकि यहाँ पर विकास भी मतलब आम लोगों के लिए क्या है सर मंदिर तो है ही उनके लिए पूजा विश्वा
27:26वरताबर हुए एक तो अयुद्याधाम का जो वासी उसकी प्रत्क्रिया यह थी, कि यह तो हमारा बगवान राम का अस्थानी था, तो वो तो इसको बिलकुर तो ग्रैंटेट स्विकार करता है, यह तो हमारी है भगवान है, और भगवान पहले वहां थे, यहां आ गे और उस
27:56भगवान में कितनी शक्ती है कि वो अपने सही धरबार में पहुंच पहुंच पहुंच पहुंच लेकिन जो बाहर से आता है उसकी प्रस्क्रीय दूसरी है
28:07उसकी प्रत्क्रियया है कि वहया कहता है कि हमने खोई हुई चीज प्राप करगी हमें जो हमारा अधिकार छीन दिया गया था जो हमें वहाँ पुजा नहीं करने दिया गया
28:26जो हेरिटेज को हटा लिया गया वो हमें मिल गया जो ताट में भगवान राम को रहना प्राइब तो जो
28:33सेंस अप्राइब आप हैं रिगेंड वाट वस लॉस्ट वो बाहर के बेक्टी में बहुत साफ है इसमें बहुत से लोग जो हैं आप विश्वास माने जब दो हजार चौविस में यही लोग यहां थे और बाहर के लोग आप भी आई होंगी तो आपने देखा होगा आखों मे
29:03वो तो एक अजीव सा चमतकार आपके हरदय के अंदर होता है मतलब बाचीत करते हुए भी मन एकड़म हर्शित हो जाता है तो तीन चीजें जो मैं जल्देल दी आपसे चाहता चाह रहे हैं मुझे ऐसी जानकारी मिली कि जहां पर रामलला को पहले रखा गया था वहां पर �
29:33वो असान भी दिखाऊंगा और हम बनाने जा रहे हैं यहां पे केवल इतना बता दूं कि वही रेप्लिका वही बस्तुमों का इस्तेमाल जैसे टीक वूड पे हम बनाएंगे और उसको ऊपर से संदक्षन के दिए और बाता बर्ण से बचाने के लिए ग्लास अनब्रेकबल
30:03वो टाट भी वहां रखेंगे और उनके लिए यह दिया होगा और कैप्शन में इतियास होगा अच्छा वहां पर बास्विक्ता यह है कि भगवान यहां दो अस्तान पर थे एक तो जहां उनका जन्वाना जाता है
30:21तो हमारा मैं पर होना था हमारा सिंव यह हूं नियालर ने दिया वह वह है जहां रामलला हैं तो उसका चार साल का इतियां और
30:45पांच साल का इत्वास है लेकिन हम बताना चाहते हैं पांच साल तो हम वहाँ पे
30:53कैप्शन के जरिए बतला सकेंगे कि क्या-क्या हम याददास के लिए लोगों के बताना चाहते हैं
31:04को और सफ्त मंदर जो बनाया गया है वहां पर एक पानी का भी वाटो बॉड़ी भी और व्रिक्ष है यह सब्त मंदर का क्या है सके ही से तक यहींसे दिखा दяти
31:18मंदिर वाला इससा सामने ही यह जी आज या बिल्कुल यह आप सब्त मंदिर का चित्र ले लें हां इधर से जाना है यह जी चलिए आए यह यह सब्सक्राइब यहां से साफ दिखेगा हमारी दश्को को साथ मंदिरे चारो तरफ और बीच में वाटर बॉड़ी और बीच में �
31:48प्रियादा पूर्षोत हम कहते हैं उसमें जो सामाजिक समरस्ता अब रूख जाये जाना सामाजिक समरस्ता उसको ध्यान में रखते हुए उन्हों ने कहा कि आप साथ मंदिर बनाए इसमें
32:12जिसमें अगस्त मुनी हो जिसमें निशाद जी हो जिसमें सबरी माता हूं तो वर्षिष्ट जी हो तो उनके लिए कहा गया कि साथ मंदिर की यह होना चाहिए
32:38अब यह देखे यह लोवर प्लिंज जो हम आपके कहते हैं यह पूरे मंदिर के चारों तरफ जारी है इसमें इस्टोन के पचासी मूरल पचासी मूरल और उसमें राम कथा है अच्छा पूरी कथा पूरी राम कथा यहां से शुरू होती है और लौट के जब आयोद्या आते ह
33:08टपकहे अच्छा यह अजूमें क्या एक एक अस्पिता spoiler यहां कुछ भी � DJ पारंश यहां तो
33:24भगवान है यह भगवान का स्थान दालू सुविदा केंद्र है वहां पर सबीचीज है वहां चिकत्त्रा का है वह वहां पर इमर्जन्सी वेवस्था है तो यह अब हम आपको ले चल रहे क्योंकि एक संदेश है रामायन में भी अगर आप देखे तो राम राज्य इसे पहले
33:54यह यहां से क्यूंकि इस से आप अंदाजा लगा पाएंगे कि एक तरफ जो बाल अवस्था है जिने हम लला भी कहते हैं राम लला से लेकर राजा राम तक के दर्शन करने के लिए अब यह मंदिर तयार है और उसी रामायन में जो एक सामाजिक समरस्ता का संदेश है जिसम
34:24अंदिर बनाए गया है तो उधर हम चल रहे हैं तो अब उस पर सवार हो जाते हैं आप आए से आप आए पहले आजाए यहां से अब हम उसके लिए आप उदर से वैट जाए तो अब हम लोग उससे रफ चल रहे हैं जहां पर
34:43तो भक्तों का ताता आप देख रहे हैं कि गर्मी से कोई खास असर नहीं पड़ता है और सब लोग भगवान राम के दर्शन करने के लिए आजाए जल्दी से चलिए तो अब हम लोग इस हिस्से में बढ़ रहे हैं सीधा सब्त मंदिर की तरफ क्योंकि वह एक ऐसी चीज़ है
35:13तीला भी दिखाएंगे कुबे टीला भी हमने देखा आते समय वह बहुत भव्य चारों तरफ में पूरे एरिया को आप कवर कर रहे है एक बार फिर से जो पूरा क्षेत्र पल है इसका सेंसुख कर एकड़ का जिए जो कार्य है वह हमने आपको दिख़ाने की कोशिस की यह �
35:43यहां से उपर उपर जाना जैसे ही काम समाथ होने लगेगा तो इन सब को करेक्ट कर दिया जाएगा और एक चारों तरफ एक फुल फ्लेजट एक मतलब पेरिमीटर जिसे कहते हैं आप उसमें स्क्वेर कावर किया जाएगा अब यह वाटर बॉड़ी के पीछे कोई सोच है
36:13अच्छा इसलिए एक मिनट ठुकिएगा यहीं रोक लिए एक और मंदिर है जो वास्तुकी दिर्श से बना है यह वाला वो है सेशा अवतार शेशा अवतार क्योंकि भगवान राम की रक्षा उन्होंने की लगा लक्ष्मण जी का स्वरूप पूरा और पीछे सेशनाग त
36:43बाहर जो मंदिर पर कोटा के है उस मंदिर का जो शिकर है उसका स्वर्ण पूर्ण किया जाना है बाकी अंदर का सब कुछ पूर्ण हो चुका है चलते है उतर आए चले जी आब बता रहे थे कि दक्षण की तरफ जलका हां तो यह पुश्कर्णी बास्तु के हिसाथ हां प�
37:13जख्षेट प्रांतों में और भी अदिक है अच्छा वहां पर यह देखें महर्शि वशिष्ट का मंदिर है चलते रहे हां महर्शि वशिष्ट का है इधर माताशबरी का है और आगे महर्शि विश्वमित्र का है ऐसे ही करके सब जो अलग-अलग ऐसे और सब की जानकारी �
37:43अपने एक प्रश्न पूछा था कि वो पुराने मंदिर को आप क्या करने जा दाई भगवान का पुराना मंदिर सामने दिख रहा है
37:55इस मंदिर में छोटा सा जो स्वरूप है वो वही मंदिर है जहां भगवान विराजी जब बारा वहां से आए तो यहां आए
38:08यहां से वापस वहां पहुंच गया है लेकिन हम इस मंदिर को रखना चाहते हैं
38:14मूर्ति तो लेकिन जो रामलाला के साथ है यहां पर अब प्रती छान या प्रती सेकेंड या प्रती मिनट जो भी आप कहें
38:23यहां एक तरीके से दिया ज्वाला जलती रहेगी और यही रेप्लिका रहेगा और यह जो टिल का बना हुआ है इसके अस्तान पे ग्लास का अनब्रेकबल ग्लास से यह कवर हो जाएगा
38:46ताकि एक इतिहास भी तो जो जाने वाले लोग है आप देखें वो जो मार्ग जा रहा है निकास द्वार जो है वो यहां पर आकर वो अपना यहीं से लोग निकलेंगे और यहां से वो देखते हुए जाएंगे ताकि सबको यह याद रहे कि क्या कुछ हुआ है उसी के बग
39:16यह जो ब्यक्ति खड़ा है यह शूराइक है कारण यह था इसके लिए भी सोच थी कि आपने पी अपती बनाया है फिर यहां क्यों बनाया कारण यह था कि लोग पैदल बीना जूते के आते थे और बहुत तकलीप होती थी तो इसलिए यह उचित समझा गया कि हम नेरेस्ट
39:46यह महर्शी अगस्ति मुनी का है महर्शी अगस्ति मुनी का है चले चले चले तो यह आप देख रहे हैं महर्शी वालमिकी जी का माता सब्री का सभी के सब्त मंदिर यह है बीच वाला स्थान जरा दिखा दीजे एक बार यह जो जल का स्थान है और यहां से फिर पूरा मंद
40:16यहां पर दिख रहे हैं एक साथ छे इस तरह के कलश है यह जल का स्थान बीच में और यह मतलब लोगों के लिए एक पूरा जिसको कहते हैं कि आप उस काल में पहुच जाएंगे जिस तरह से निर्मान हुआ है और उसके बाद से अब यह कुबे टिला और इसके पीछे का क्या
40:46और यह पूरी तरीके से प्रहिबिटेड एरिया था हमारे पूज श्री चंपत राइजी जो जनरल सेकेटरी है उन्होंने प्रारम में ही सुचना की थी कि देखिए यहां पे आपको जाने की औरशक्ता नहीं है अच्छा जी यहां जंगली जानवर रहते हैं तो हम लोगों
41:16से लीट करें तो सारा होटिकल्चर का उप्योग यहां पर आप देखें यह सब ग्रीन हो गया आप अन्मान नहीं लगा सकती यहां रोश्नी नहीं आती थी पेणों इस प्रकार से जुड़ेगे यहां किसी प्रकार की रोश्नी नहीं है अभी पूरा आपने डिवेलप कर ग
41:46इस पूरे होटी कल्चर के कारे को पूरे परिसर में जीमार ने या कहा कि हम इसको पांच वर्ष के लिए प्रो बोनो करें जिनका एरपोर्ट यह हमारे जटायू जी है
42:06जटायू मारे जो हर छण यहां क्यों रखा गया जिशा क्यों यहां इसलिए कि यह हर छण भगवान को ध्यान करते हैं तो इनका फेस और आईज जो है वो मंदिर के जो शिखर है उससे मिला हुआ है अच्छा इनकी नजरे और मंदिर का शिखर
42:34इस एक श्ट्रेट लाइन में तो यहां से अब हम लोग सबसे ऊपर मतलब जो है इस पूरे एरिया में है इस मंदिर परिसर में है उसमें सबसे ऊपर वाली जगा पर टॉप्मोस्ट पॉइंट पर आ गया है और यहां से अब हम आपको दिखाएंगे कि क्या नजारा मतलब �
43:04200 वर्ष से भी पुराना है अच्छा इसका प्रमाण इसलिए है इधर आ जाते हैं ताकि इधर से मंदिर भी एक बार देख लिए पर वह यहां के पहले पहले इसका प्रमाण हिया है कि जो यहां के डेपटी कमिशनर मिस्टर एडवर्ड थे उन्होंने सारी जगों को धूड़
43:34यह 1902 में है तो यह है शिव मंदिर यहां पर एडवर्ड का पत्थर था उन्होंने लिखा कि 1902 में तो था ही यह लेकिन इसकी जो वह है 200 वर्ष की माननेता आज भी है
43:50यह इसकी माननेता है और यह सबसे उपर बतलब तो कई रूप से लोगों के लिए जो श्रद्धाल में यहां श्यूलिंग को यथावत जो मिला हमें वही हैं यह सिर्फ जीर्णो धार हुआ यह चारों तरफ से आपने नया स्टुरानी नंदी आप पीछे जो देख रही है �
44:20एक आपने वहां पर भी लगा दिया है हां कुछ हिस्सा थोड़ा सा डामिज्ड है लेकिन जैसा है वैसा बरकर यह थावत और यह शिवलिंग भी इतने सेंचुरी से अब आप यहां आने का एक कारण यह भी था कि अब आप यहां से पूरे परिसर का निर्मान कार देख सकत
44:50यहां से आपको दिखेगा कि कैसे पूरा मंदिर का परिसर मतलब जो कल्पना एक वक्त पर की गई थी यह पर कोटा के चारो तरफ आपने वहां पर तो शिव जी की जो का मंदिर बना है वह आपने बताया लगभाव 600 किलो उसका वज़र है लेकिन चारो कोने पर मुझे मंद
45:20ईसलिए कहे कि बटंग का प्रशाद वहां बनके आएगा अच्छा एक फनमान जी का मंदिर है एक गनेश जी का मंदिर है यह यहांपर और शीर जी का आपको मैंने बता दिया तो
45:43से यह सारे मंदिर आपको देख रहे हैं मंदिर और सभी के कलष्ट भी आप देखें यह पूंड है यह आपका यह सब्त मंदिर हो गया यह पर कोटा विद छे मंदिर और वह में परिसर जिसमें
46:07अब सिफ मोल्डिंग जट नहीं है परकोटा में थोड़ा सा काम है पीच बीच में आपको जॉइन करना पड़ेगा सर्वा सेप्टेंबर तक पूर्ड होगा वह सेप्टेंबर तक तो फाइनल टाइम लाइन क्या है क्या हम यह माने कि नवंबर के महीने में जब यह सब कुछ
46:37प्राण प्रतिष्ठा एक बार होती है जिसका अपना सिंस्किन पर दूसरी बार प्रतिष्ठा धार्मिक होती है और उसको कराने
46:55में यथा संब्व साधू समाज के लोगों को बुलाया जाना चाहिए
47:01तीन तारीक से और पांस तारीक तक सभी सादू समाज के लोग यहां पर आए अब आपकी कुछ जिग्यासा थी कि क्या नौंबर बगेरा में एक बब्र कोई कारिप्रम होकर के संपन्नता होगी है मैं जानता नहीं हूँ न्यास बिचान करेगा एक कारिप्रम है लेकिन वो कब
47:31अधिकरत नहीं है यह जो आप देख रही है शिखर का अमलक है उसके उपर आप जो है गजदंड लग गया गजदंड के उपर एक घजा फाराती है हाँ यह मैं पूछना विचा रहे थी एक पर दिखाईए वो जो पीछे में उसके जस्ट पीछे में यह देखेंड है और उ
48:01व्रास का है अब प्रश्न एंद जबडा फराते हरमार मनलते वह दहां क्या करेगा कैसे करेगा
48:11यह तो क southwest नियास की है यह भी हो सकता है कि अधिक न्यास कर ड़्य आच्छ आउं प्लिल बपुली दो करने है वह पहुँंच जाए यह भी हो सकता है इसको विल
48:25इसको भविकार करें लेकिन अभी न्यास को फैसला करें और यह जो मंदिर का परकोटा के साथ है कोनों में वह उनमें भी लगता है यह ध्वजदंड लग गया है अब केवल ध्वजदंड लग जाने और सेप्टेंबर में समझता हूं सब्टेंबर तक अक्टूबर तक सब क�
48:55मैं अब इस इंटर्व्यू का अंत इसी बात से करना चाहती हूं निपेंजी कि आपके लिए आपके जीवन के लिए क्या अर्थ रखता है यह दैविक आशिरवाद है
49:09मैं कल्पना नहीं कर सकता था यह कार में मेरा भी युगदान लिया जाएगा जीवन में बहुत सारे पद्ल मैंने प्राप्त किये यता संभूल कुछ सफलता भी बगवान से आशिवाद से मिली लेकिन इसकी कोई तुलना है ही नहीं जी जी आवश्य है आपको जो पहला टे
49:39तो पीमो में भी सबसे मुख्य पद देना और फिर राम मंदिर के लिए आपको चुनना आपकी नजर में क्या मजह रही होगी मुझे मुझकल आप कहेंगे कि यह तो आपको प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जो आपको चुनना बिलकुल मैं आप वो नहीं बता रहा ह�
50:09टो उन्हो ने कहा कि आपको प्रधान मंत्री संग्राहले का कारे करने क्रम मैं ठीक है तो मैंने उन्हों को टान्ट के रूप में कहा कि यही देना है
50:34होगा कुछ भी ना हो अब उस समय मैं कुछ भी ना हो में था तो कम से कब मंदिर निर्मान का काज़ दिया जा है मतला मन जीवा पर आ गया गवर्णर से मैं इसको नीचे समझ रहा था इस तो यहां आने के बाद बता लगा किसके कोई तुलना ही नहीं है कहां बेवकूप तु
51:04कि आपने सुना कुछ मंदिर निर्मान के रुची दिखाई है मैंने का जी मेरी मिश्राजी से बात हुए बस इतना करके उन्होंने फोन कार्ट दो दिन बाद ट्रस्ट का प्रारूप ग्रह मंतराले से आया कि साब तुकि आप भी होंगे सदस्य तो आप उस दृष्टी से �
51:34और आखरी में बस पी-म का क्या संदेश था और आखरी बार मंदिर के बारे में आपकी कुछ बात हुई कभी हुई कुछ अपडेट उन्होंने लिया प्रधानमंत्री का किस तरह का मतलब इसमें था एक संदेश तो इसमें रुच लगातार थी जे ऐसा कोई समय नहीं था ज
52:04बनी थी गुजरात में और अन्ने बड़े बड़े निर्मान कारी हुए थे तो वहां पर उनको पता था जैसे मैं उदारन जो जब मैंने पांडेशन के लिए वो समस्या बताई कि पाइल पांडेशन वर्सेज इंजिनियर फिल जिसमें खुदाई होगी तो उन्होंने तु
52:34इतना वक्त निकाला और हमारे डश्कों को नसिफ मंदर में रामदरवार जी के दर्शन करा दिया थोड़ा सा बाकियों को इंतजार करना है लेकिन आपने दर्शन करा है मंदिन निर्मान पूरा हो चुका है सबसे बड़ा इनका संदेश है मोल्डिंग बस हटने वाले हैं �
53:04बहुत बहुत दन्यवाद देश उन्या की बाकी खबरों के लिए आप देखते रहिए आज तक