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  • 6/6/2025
निर्जला एकादशी के दिन पुष्कर में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य कमाया और दान-पुण्य किया.

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Transcript
00:00ुचुबिस गंटे निर्जला एकादसी केते हैं
00:25सबसे बड़ी एकादसी यही है
00:30इसलिए सिर्थ राज पुषकर में इसमें पुजा करने का दान करने का बहुत भारी महत्व है
00:37परवता नाम यहां मेरू पक्ष नाम गरूरत था
00:40तद्वसत समध तिर्था नाम आद्यम पुषकर मेश्चे दे
00:42जैसे परवतों में सुमेरू परवत पहला है
00:45पक्षियों में गरूर पहला है
00:46उसी प्रकार सब तिर्थों में आदी प्रसम तिर्थ पुषकर है
00:50इसलिए सब तिर्थ का गुरू कहा जाता है
00:52आज विशे तोर पे निर्जला एकादसी के दिन
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