00:29और ठीकरी जैसी विलुप्थ होती विधाओं को सिखाया जा रहा है
00:32इस बार आठ पारंपरिक कलाओं की सिख्षा दी जा रही है
00:53जिन में नृत्य, संगीत, चित्र कला से लेकर स्थापत्य सज्जा और वैदिक विध्या तक शामिल है
01:23जो आजकल के समय में ये सब थोड़ा गोण हो रहा है तो वो सारी परंपराएं हमारे आंके बराबर से और सिखाई जाती है
01:30हर गर्मियों में एक महीने तक चलने वाले सांस्कृतिक विरासत प्रसिक्षन सिविर में लुप्त प्राय पारंपरिक कलाओं को संरक्षित करने की कोशिश की जा रही है
01:40इस कला में जो विबिन शेलियं होती है जिसमें जो मुर्की शेली है जैपुर शेली, कांगडा शेली, किसन गर्चली इस शेलियों के आदार पर हम चितर बनाने का प्रसिक्षन दे रहे हैं
01:54देश कला में 36 बारंपरे कारखाने थे वहाँ ये विधाये सिखाई जाती थी
02:23६ूंदार्व में इन विदाओं को जनता तकले जाने के लिए उन्हें आज की पीरी से जोडने के लिए इस साल आठ विदाइँ चुणी गई हैं और हर साल नई विदाऀ जोडी जाती है
02:34This time, we are learning 8 teachings of Dundar Shaili's paintings, which we are talking about Bharadiparam Parik Chitrikala,
02:43Jaipur Garane, Jaipur Garane, Jaipur Garane, Jaipur Garane, Jyotish, which we are learning from the government of Thaggoli,
02:56Bansuri Vardhan, and Sulek, which we are learning, we are learning about this.
03:05We are looking forward to this.
03:06We are looking forward to this.
03:07But many children of Hindustan have come from Gujarat, Maharashtra, Delhi, Jammu Qasmeer, and Chennai.
03:22They are in every area, so they are regularly.