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  • 5/30/2025
Watch and Enjoy New Hindi Dubbed Movie "Srinivasa Kalyanam" Scenes, Starring Nithin, Rashi Khanna, Nandita Swetha etc., on Aditya Movies.

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Credits:
Actors: Nithin, Rashi Khanna, Nandita Swetha, Prakash raj & Others
Produced by : Umesh Gupta
Story and Directed by: Satish Vegesna
Genre: Romantic Drama Film
Music: Mickey J Meyer
Language: Hindi
Transcript
00:00हुआ हुआ है
00:30हुआ है
01:00पद्दू कहा है पता नहीं तो थी अभी पद्दू को देखा क्या नहीं मैंने तो नहीं देखा शादी में जरूर आना ओके बाइं
01:15सुनना पद्दू दिखाई नहीं दे रही है कहां गई होगी यहीं कई होगी क्यों टेंशन ले यहां देख लेता हूं जाओ आरही हूं
01:22कर रही हूँ पदू ए पदू यह तो句 म्हारा मुझे मुझ से इस तरह दूर जाना ये मुझसे भरदाश नहीं हो रहा मुझे तुम बहुत पसंद हो सोचा था तुम जैसे यह आओगे वैसे ही तुम्हैं अपने मन की बात बता दूंगी
01:52लेकिन मेरे बताने से पहले तुमने अपने मन की बात गर वालों को बता दी
01:59मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ
02:03बहुत सपने देखें तुमसे शादी करके इसी घर में रहने के
02:10लेकिन इस घर में तो मेरी जगा श्री को तयार किया जा रहा है
02:13लग रहा है जैसे उसने मेरी जगा छीन ली है
02:16शाधी का मंड़ तयार करने पर
02:17हूल तयार करने पर
02:19इस शाधी से रिलेटिड कोई भी काम करने पर ऐसा लग रहा है
02:22कि वो मेरे लिए होना चाहिए था
02:24बच्चपन से ही नानी मट से ये बात
02:27कहती आरी थी कि वासू ही तुम्हारा पती बनने वाला है
02:30एक बार तुमसे भी कह देती कि पत्मावती तुम्हारी पत्नी बनेगी
02:34तो शायद तुम भी मुझे उस नजर से देखते हैं
02:39है ना वासू
02:41लेकिन मैंने तुम्हें हमेशा एक दोस्त ही माना है
02:48मैं श्री से प्यार ना भी करता
02:52तो भी मैं तुमसे यही कहता
02:54तुम मेरे बारे में सब जानती हो
02:58तुम मुझे समझती हो
02:59फिर भी तुम ऐसे
03:00समझती हो वासू इसलिए
03:02इसलिए बात किसी को नहीं बताई मैंने
03:05लेकिन आज जब तुमने पूछा
03:08तो खुद को रोक नहीं पाई और सब कह दिया
03:12एक बात तो सच है वासू
03:14अपनों से कभी कुछ नहीं चुपाना चाहिए
03:17सही वकपर ना बता कर बाद में बताए
03:20तो खुद को कभी दुख के सिवाय और कुछ नहीं मिलता है
03:38ठीक है तुम वो सब देख लो ना
03:43मामा जी सारा इंतिजाम कर दिया
03:45200 लोग खाना एक साथ खा सकते हैं
03:46ठीक है बस ये देख लो कि जो लोग आया है
03:49वो किसी को कोई परिशानी नहीं पूरी चाहिए
03:51जै मिनिस्टर के पिये का बार बार फोन आ रहा है
03:54मैंने मिनिस्टर से बात करके प्रोग्राम पोस्ट पूंड कर दिया है
03:56उन्हें प्रोजेक्ट रिपोर्ट्स चाहिए मेल कर दिया है
03:58कहिए पंडी जी आप यहां कर बैठिये
04:02जी ऐसी ट्रेडिशनल शादी देखकर मुझे बहुत दिन हो गया है
04:05मैंने भी डेस्टिनेशन वेडिंग करवाई थी लेकिन ये शादी देखकर 25-30 साल पुरानी शादी आदा ले
04:10आरके जी ने मुझे गा था कि लिए पांच दिन टाइम वेस्ट करना और अपनी बीटी की शादी में सारे काम खुद कर रहे हैं वो
04:16सेर यह वेस्ट
04:18यह वेस्ट चेकित यह थैंक्स
04:48शादा बाहर पंड़ी जी कब से दूलेंगों बुला रहे हैं काफ़े देर होगे इसे लेका चल दो
05:10आज मेरे यार की शादी है अच्छा सुन जब तु बड़ा हो चाएगा तेरी शादी भी ऐसे ही करवाओंगी
05:35जब तु ने कहा कि श्री से तुम्हें शादी करनी है पता है घर के सारे लोग क्यों मानगे
05:54क्यों कि सब को तुम पलबार हो साथ है इसको नीचे रख दो भगो अर्यमास अविता पुरन दिर मह्यां त्वादो गार्य पत्याय देवा बेटा अब ये अक्षत और फूल वहां चड़ा दो अक्षत
06:01इसको नीचे रख दो भगो अर्यमास अविता पुरन दिर मह्यां त्वादो गार्य पत्याय देवा बेटा अब ये अक्षत और फूल वहां चड़ा दो अक्षतम फुस्पम समर पया में
06:16शादी का मंडप मंदिर जैसा होता है यह अश्टदिक पालक सबता रिशी सब होते हैं
06:24एक बात तो सच है वासू अपनों से कभी कुछ नहीं जुपाना चाहिए सही वक्पर ना बताकर बाद में बताएं तो खुद को कभी दुख के सिवाय और कुछ नहीं मिलता है
06:42यह बात हम दोनों के बीच ही रहेगी जब तुने कहा कि श्री से तुम्हें शादी करनी है पता है घर के सारे लोग क्यों मान गए क्योंकि सब को तुम पर बरुसा है
06:57अपनों से कभी कुछ नहीं चुपाना चाहिए सही वक्पर ना बताकर बाद में बताएं तो खुद को कभी दुख के सिवाय और कुछ नहीं मिलता है
07:08क्या हूँ वासू ऐसे शादी के मंदब से उठकर नहीं जाते बैठ जाओ
07:16वासू खड़े क्यों हो आपसे बात करनी है
07:20हम शादी के बात बात करेंगे ना बैठकर पुजा करो नहीं पापा अभी बात करनी है
07:29अगर अभी बात नहीं की
07:33तो आपका और श्री का गुन्हेगार बनकर जीना होगा
07:36सौरी ससुर्जे
07:49आपसे वादा किया था कि ये बात किसी को नहीं बताऊंगा
07:52लेकिन मुझसे अब रहा नहीं जाता है
07:55वहाँ बैठ कर कुछ नहीं कर पा रहा हूँ
07:59कैसा वदा किया है बिटा?
08:09दादी माँ शादी से पहले ही श्री को तलाग देने वाले
08:13कुछ डिवोस पेपर्स पर
08:15इन्होंने साइन कर वाली है
08:25उन्हें हमारे प्यार पर भरोसा नहीं है
08:36या इस शादी पर भरोसा नहीं है
08:38मैं नहीं जानता
08:40उन्होंने कहा कि अगर शादी के लिए हां कहनी है
08:44तो मुझे दस्तकत करने होंगे
08:46तो मैंने कर दिये
08:49ये क्या बात होई
08:52हर माता पिता चाहते हैं
08:54कि उनके बच्चे शादी के बाद मिलकर रहे
08:56और आप हैं कि शादी के पहले ही
08:59गल्ती उनकी नहीं है दादी
09:00मेरी है
09:02हमारे प्यार के बारे में सब को बताने वाला
09:11मैं इस अग्रीमेंट के बारे में किसी को नहीं बता पाया श्री
09:14सौरी
09:16बच्पन में बुआ की शादी में पंडिजी ने मंत्र पढ़ते होए
09:24मुझे उनका मतलब समझाया था
09:27जब तुम्हारी सिर पर जीरा और गुड लगाते हैं
09:38तब ध्रुवन्ति राजा वरुनो ध्रुवन्देवो ब्रहस्पती ही
09:42ध्रुवन्ता इंद्रा इस्चाद दहीतो
09:44राश्टरन धार यताम द्रुहक ऐसा कहते हैं
09:48मतलब अश्टदिकबालक को साक्षी मान कर
09:51वादा करना होगा कि हम दोनों साथ रहेंगे
09:54लेकिन जो कागजाद हमें अलग करेंगे
09:57उन पर दस्थकत करके मैं वहाँ बैटकर ये वादा कैसे कर सकता हूं श्री
10:02कन्यादान करते वक्त धर्मेचा, अर्थेचा, कामेचा, मुक्षेचा, नातीचरितव्य
10:15ऐसा कहते हैं
10:17मतलब धर्म, अर्थ, काम में मैं तुम्हें कभी भी दोका नहीं दूँगा
10:24और इसके बाद नादचरामी कहते हैं
10:27इसका मतलब है कि मुझे ये मन्जूर है
10:29तलाग के कागजात पर दस्थकत करके दोखा देने वाला वहाँ बैठकर नादचरामी कैसे कह सकता है
10:36तुम्हारे गले में मंगल सूत्र डालते वक्त
10:42मंगल यम तन तुना नेना, मम जीवन हे तुना
10:46कंठे बदनाम सुमगे, तुम जीवम सरदाम सुभम
10:50ऐसा कहते हैं, मतलब मेरे जिन्दगी का कारण इस सूत्र से
10:54मंगल नाम का रिष्टा तुम्हारे गले में बांध रहा हूँ
10:57खबका उस रिष्टे को तोड़ने के लिए दस्थकत करने वाला
11:03वहाँ बैठकर अभी वो मंत्र पढ़ सकता है श्री
11:05पहली गांट बांधने के बाद, पूशा द्वेत नयत हस्ता
11:15ग्रुह अश्विनो द्रवप्रवाह, ताम्र देना गुमान कचा
11:20ग्रुह पत्नी यथा सोवसी, निवात ब्रुददम अवदाब्यन
11:25मतलब घर की मालकिन की तरह हुक्म चलाकर
11:29तुम हमें सुधारने के लिए हमारे घर आजाओ ये होता है
11:32लेकिन तुम्हें अपने घर वापस भेजने वाले कागजात पर दस्तकत करने वाला
11:39तुम्हें घर बुलाने के लिए वहाँ बैठकर मंत्र कैसे पढ़ सकता है श्री
11:44कैसे पढ़ सकता है
11:51ऐसे एक या दो नहीं
11:53वहाँ बैठकर जो हर एक मंत्र में बढ़ूंगा उसका मतलब है
11:57जो हर एक काम में करूंगा उसकी पवित्रता है
12:00इसलिए मंड़प में बैठकर इतने छूटे वादे में नहीं कर सकता
12:06ये मुझसे नहीं हो पाएगा
12:08मुझसे नहीं हो रहा
12:10नहीं हो रहा श्री
12:21तुम हमेशा कहती थी ना कि शादी का मतलब त्योहार होता है
12:24ऐसा त्योहार इतनी शर्टों पर इतनी गल्तियों के साथ नहीं होना चाहिए दादी
12:31नहीं मैंने गल्ती किया
12:33मुझे माफ कर दो
12:38मुझे माफ कर दो
12:40वासू
12:44गल्ती मैंने किया
12:47तुम सौरी मन का हो
12:48कवेल
12:51इस एग्रिमेंट के बारे में
12:56गल्ती मैंने कि
12:58आप सब को मुझे माफ करना होगा
13:00हर बात को बिजनस की तरह देखने वाला मैं
13:04हमेशा एंट्री में ही एक्जिट के बारे में सोचता हूँ
13:07और मेरे लिए
13:09ये रिश्टा करने से पहले
13:13यहां ये सब कुछ देखने से पहले तक
13:16शादी
13:18एक इविंट के तरह थी
13:20मतलब
13:22हमारे घर की शादी योँ किसी और की
13:24इसी सोच रखने वाले मुझे को
13:29जब रस्मों में बुलाया जा रहा था
13:32तो मुझे हंसी आ रही थी
13:33लेकिन यहां इतनी रस्मे होती है
13:37एक जर्नी होती है ये मुझे पता नहीं था
13:39सिर्फ मेहनी बहुत लोग नहीं जानते
13:41जब हमारे घर में शादीयां होती है
13:44तो इविंट मैनेजर्स को सौप के हम निशिंथ हो जाते है
13:47किसी ने हमें शादी में बुलाया है
13:49नहीं गए तो वो नाराज हो जाएंगे
13:51इसलिए वहां जाकर फामेलेटीज को कम्प्लीट करना है
13:54इसलिए जाना पड़ेगा
13:55अटेंडेंस डलवाना ही पता था मुझे
13:57दुला दुलन के साथ घरवालों के साथ फोटो ले ली
14:01तो मतलब शादी में आ गए
14:04हम जैसे लोगों को तो दिल से आशिरवात देने का मतलब भी नहीं पता
14:08आशिरवात देने के लिए अक्षद देने पर
14:15उसे डाल कर
14:19हाथूं पर लगी
14:20हलदी को साफ करने के लिए
14:22टिश्यू ढूंडे वाले मुझ जैसे लोगों को
14:25यहाँ आने के बाद समझ वे आया
14:28कि उनक्षत के पीछे
14:33चावल गीले करके
14:36उन्हें सुखा कर
14:40हल्दी से रंगने का मतलब पिदा का प्यार है
14:43जिम्मेदारी है
14:45बेटी के साथ उसके रिष्टे का एहसास है
14:50परसों जब यहाँ बहुत रिष्टेदार आ रहे थे तब
14:56समझ जी से मैंने पूछा तो उन्होंने मुझे से एक बात कही थी
14:59अगर सबको अपना माने तो रिष्टेदार बहुत ज्यादा हैं
15:03और अगर ना माने तो हम सब अकेले हैं
15:06तब मुझे समझ में आया
15:07कि मैंने अपने आपको सबसे कितना अलग कर रखा है
15:11शादी की एहमियत जाने बिना मैंने अपनी बड़ी बेटी के साथ कितना अन्याए किया
15:16जब अपनी बीवी से कहा
15:19लक्षमी हमें हजार करोड का प्रोजेक्ट मिला है
15:22तो अच्छा जी कंग्रेचुलेशन्स कहकर चली जाती
15:25कभी इसकी आँखों में इतनी खुशी नहीं देखी
15:28लेकिन जब मैंने उसके लिए मॉल में सिर्फ पांच मिनट दिया
15:32और एक आदर्श पती की तरह
15:34एक साड़ी खरीदने पर वो कितनी खुश हुई
15:37ये मैंने परसों देखा
15:38अपनी बेटी को कॉस्टली गिफ्ट देने के लिए
15:43मैंने कॉस्टली कार दिलवाई थी
15:45तब उसकी आँखों में उतना रियक्शन नहीं था
15:49लेकिन जब उसके लिए
15:50उस परदे पर मैं ओम लिख रहा था
15:56पीली मिट्टी से
15:57सिर्फ मिट्टी
15:58उससे पूजा करते समय जो उसकी आँखों में चमक दिखी
16:02उसे मैं शब्दों में बया नहीं कर सकता
16:08एक बिजनसमेन बनकर मैं जो सबके घरों में रहना चाता था
16:13आज तक अपने ही घर में नहीं था
16:15लेकिन आप सब लोग सबके घरों में आओ
16:27मैं सोचता था कि अपनी बेटी को धन दौलत पैसा दे कर मैं अपनी निगाहों में एक महान पिता बन जाओंगा
16:33मुझसे अपनी बेटी की शादी में सारी रस्में करवा कर
16:37पिता की जिम्मेदारियों के अहसास दिलवाने के लिए
16:40थैंक्यू वासू
16:42तुम हमेशा मुझसे कहते थे कि मैं दूसरों के पॉइंट आफ यू से सोचता हूँ
16:47मुझे समझ में नहीं आता था
16:49पर इट्स जस्ट अपीस आफ पेपर ये जानते हुए भी
16:53यहां मौझूद इन सब को बताने की जरूरत ना होने पर भी
16:57अपनों से सच नहीं छुपाना चाहिए
17:01यह सोच कर सब के सामने तुमने सौरी कहा न
17:03यह तुम्हारी संसकार की वज़े से है
17:06महां संसकार
17:09मेरे काफी सारे दोस्त मुझसे कहते थे
17:18कि तुम्हारी बेटी से शादी करने वाला खुश किसमत है
17:23नहीं वासू
17:24मुझे लगता है कि तुम जैसा दमाद पाना मेरी खुश किसमती है
17:29आप सब को दुखी करने के लिए मैं माफी चाहता हूँ
17:34प्लीज फगिब भी
17:35माफ कर दीचे
17:38अरे हरे हमारे बीच माफी कैसी
17:41अब शादी की एहमियत पहले जैसे क्यों नहीं रही
17:44रिष्टों में से प्यार इस तरह दूर क्यों हो रहा है
17:47इस बात को जैसे आप समझ गए हैं वैसे सब समझ जा है तो अच्छा होगा
17:51जिस रिष्टे में कोई लगाव ना हो उसे आगे बढ़ाना
17:55और परंपराओं को छोड़ कर आगे बढ़ते रहना सही नहीं है समझ जी
17:59चलो
18:01एक मिनट पापा
18:03उस मंडब में जाने से पहले
18:07इतनी बड़ी बात तुमसे चुपाने के लिए तुमसे माफी माँगना चाहता हूँ
18:12अनसौरी श्री
18:14इतनी बड़ी बात मुझसे चुपाकर सर्फ सौरी कहोगे वासू
18:18क्या चाहती हो तुम
18:19सिंदकी भार के लिए तुम्हारा वक्त उधार चाहिए
18:44झाल

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