00:00मेरा नाम आमिर अलमहदी मनसूर अलगदाफी है इस साल मुझे हज का बुलावा आया लेकिन ये सफर उतना आसान नहीं था जितना मैंने सोचा था
00:09जब मैं सुबह एरपोर्ट पहुँचा इमिग्रेशन पे मुझे रोक लिया गया मेरे पासपोर्ट पे अलगदाफी लिखा था और सिस्टम ने सिक्योरिटी कंसर्न रेस कर दिया मेरी फ्लाइट सौधी अरब जाने के लिए तयार थी लेकिन मुझे ऑन अबोर्ड नहीं किया
00:39लेकिन मुझे अभी भी फ्लाइट में जगह नहीं मिली फिर से फ्लाइट ने उड़ान भरी और फिर से टिक्निकल मसला दोबारा वापस आ गई इस दफ़ा पाइलट ने एक फैसला किया उसने कहा मैं कसम खाता हूं यह फ्लाइट आमिर के बिना नहीं जाएगी उसे बुल