"محبت ایک سزا" ایک دل کو چھو لینے والی ترک ڈرامہ سیریل ہے جو اردو زبان میں ڈب کی گئی ہے۔ اس قسط میں، یغیت اور نور کی محبت کی داستان میں مزید پیچیدگیاں آتی ہیں۔ یغیت کی والدہ کے راز اور نور کے خاندان کی مشکلات ان کے رشتہ کو مزید چیلنج کرتی ہیں۔ کیا یہ دونوں محبت کرنے والے اپنی محبت کو بچا پائیں گے؟ جاننے کے لیے اس قسط کو دیکھیں۔
کاسٹ:
یغیت کاراچائے
نور یلماز
یغیت کی والدہ
نور کے والدین
یغیت کے دوست
مصنف: زنجابیل آصف شاہ
ہدایتکار: فاروق رند
کاسٹ:
یغیت کاراچائے
نور یلماز
یغیت کی والدہ
نور کے والدین
یغیت کے دوست
مصنف: زنجابیل آصف شاہ
ہدایتکار: فاروق رند
Category
🎵
MusicTranscript
00:00अलीना साइबा का हादसा हो गया
00:02मुझे पता चला तो
00:03मैंने कहा कि इस वक्ता में उनके साथ होना चाहिए
00:06आंटी सिर्फ चंड सेकिन
00:08चंड सेकिन
00:10अब ही हम कश्टी सोत रही थे
00:12कि हमारे सामने
00:14कश्टी तबाह हो गए
00:16शुकर करो कि अल्ला ने बचा लिया
00:18वैसे तुम्हारी किसमत बहुत अच्छी थी नूर
00:21वैसे ये किया किसमे होगा
00:24ओहो अमीन तुम्हें भी क्या सवाल सूचा है
00:26अली साब के इड़कित बहुत दुश्मन है
00:28पानी हो या जमीन हर तरफ दुश्मन मौझूद है
00:31इंशालला उन सब को सजा मिलेगी
00:32अमीन भाई जड़ा सोचे
00:33नूर के रिया किचन सेकंड से बचे है
00:35लेकिन हर बार किस वस साथ तो नहीं दे सकती
00:38अलमास
00:40अरे में क्या हो गया मैंने उसे इस वक्ट भी बताया था
00:42जब उनकी गाड़ी पर गोलिया चली थी
00:44इसे पता होना चाहिए
00:45इसके शोहर के कितने दुश्मन है
00:46और कल को उटके तुम बड़े गुरूर से कहो
00:48कि मैं नूर को सान हूँ
00:49इधर उधर बड़ी शान से गूमो भीरो तुम
00:51को सान होना कोई असान बात नहीं
00:53मेरे शोहर की किसी के साथ भी दुश्मनी नहीं है
00:56वो इस से दूर रहते हैं
00:59उन्होंने मुझसे वादा किया तो
01:00वो अपना वादा निभा रहे हैं
01:02बिल्कुल मेरी चाल
01:03कश्टी में बॉम थोड़ी था
01:04गैस सिरिंडर फट गया था न
01:06अलमा सब बस भी कर दो ना तुम
01:08हाँ
01:08मैं चुप
01:09नूर बटा थुड़ा सा पानी पी लो
01:12क्या मैं तुम्हें पेन केलर दी दूँ
01:15अब बात ये है के
01:18अल्ला न करे
01:20अल्ला लंबे जिंदगी दे
01:21बड़े लोगों के सरों पर तो मुश्किलात रहती है
01:24मतलब ये के टिड़े भी हर वक्त नहीं चलांग लगा सकती
01:27हाँ
01:28हर मुमकिना सुरत्याल पर गोर करना ज़रूरी है
01:30अब ये क्या कह रहे है अंकर
01:32अरे मैं तो तुम्हारे लिए कह रहूँ बेटी
01:34कल को कुछ भी हो सकता है
01:36आखरे कार तुम अली कोजान की बीवी हो
01:38और हाँ
01:38चाहे किसी को इसका इल्म ना हो
01:40लेकिन तुम अली कोजान की कानूनी बीवी हो
01:42मैं ये कहना चाहता हूँ कि
01:43कल को
01:44अगर अली इस साथ कुछ हुआ तो जहन में रखना
01:47तुम उनके कानूनी बीवी हो
01:49बाबा है, किस किसम के इंसान है आप अंकल, ऐसे अचनल गुस्सा क्यों आगया, कुछ खलत नहीं काबा बने, कल को खुदाना खासा अली को जान को कुछ हो गया, तो अलीना भी अपने हाथ मलती रह जाएगी, फिर सारो पैसा मरतो तुम्हारा, कैसे, इसा कैसे सोच सकते, आ�
02:19मैं बोलते ना, तो सोचते के का भी लहीं था कोई, याल्ला, मेरी शौर की इफासद करना, याल्ला, उसकी इफासद करना, उसकी इफासद करना,
02:49शुकर है तुमागा, बहुत डर गई थी मैं, अच्छा ठीक है, कुछ नहीं हुआ, रिलेक्स रहो, अगर रिलेक्स नहीं होगी, तुम तो फिर मैं भी सुकुन से नहीं रह पाऊंगा, तुम्हें तुम्हारा नहीं होगा, और या खत्रे तुम्हारी जंदकी से दूर हो ग
03:19सच में कुछ नहीं मालूँ, मगर पता चल जाएगा, और वो भी बहुत चल्द, मैं उसको सजा जरूर तुमाँ जिसने भी ये किया
03:49ऐसे हिरानों के मत देखो, अमी, शुकर करो के तुम भी मार हो, शुकर करो के तुम मेरी बेटी हो, वरना मैं खुद तुम्हारे टुकड़े करते थी, ये क्या कह रही है, आप इतने गुसे में क्यों है, इधर मेरी आखों में देखो सरा, तुम्हारी माँ तुम्हारे सामन
04:19तुमने ये हरकत करने की हिम्मक भी कैसे की
04:21अब तो ले जा सकते हैं न
04:24अमी वो आ रहा है
04:27मुझे टड़ लग रहे
04:28नहीं आप बेफिकर रही है कुछ नहीं होगा
04:30गुड मॉर्निंग अलीना साहिवा हो
04:33मेरी चान
04:35टिस चाव से पहले आपकी फाइल चेकर लेदे
04:39अलीना
04:47क्या हुआ तुम कहां क्यों रही हो
04:50मुझे अली
04:51मुझे नहीं पना कुछ समझ नहीं आ रहा
05:05अंटी से ख़वारवारा बिलकुल ना पढ़ना थे
05:11और टीवी तो ये बिलकुल भी न देखे
05:12वहने डिप्रेशन और पढ़ जाएगा
05:14ठीक है बेटा ठीक है
05:30अली
05:30मैं अभी बस अपने घर जाना चाहती हूँ
05:34मुझे अपनी तबियत कुछ ठीक नहीं लग रही है बिलकुल
05:36कि हम ऐसा नहीं कर सकते
05:38कि डॉक्टर से फिर किसी दिन का पॉइंट में ले ले
05:40जो ठीक लगे तुमें
05:42वैसे वीस हालत में जाना सही नहीं है
05:44अब अपना बफ जाये देखे रो बेटा
05:48रास्ता नंबा है तुम कंपनी जो
05:49इस साना ही को अलीन ने शायद अप्रे सर पे सवार कर लिया है
05:52कुछ पता चला पुलिस क्या कह रही है
05:54पुलिस ने क्या कहना है आंटी
05:56यही कह रहे है कि जान लेंगे जो कुछ हुआ है
05:59अबस इतना बत रहें कि टाइम बांथा समय
06:01शनमा ने चाहिए
06:03जो कुछ पी हुआ बहुत अफसोस नाक है
06:05अफसोस तो बहुत छूटा सा लवस है अगर पुझे पर पचला कि इसके पीछे कौन है
06:09तो मैं उसका वो हाशकर हो
06:11तो मैं क्या हुआ हुआ
06:13मुझे मुझे चक्कर आ रहे है
06:17अच्छा अच्छा चल्वाँ वहां प्रेठो
06:21अराम से
06:27अच्छा चले ठीक है अंटी निकलता हूं देर हो रही है
06:33मुझे टैवर्स ने कहते तो मुखर छोड़ देगा आप रोगों
06:37प्लीजर में कुछ कहें ना आप
06:41मुझे टर लग रहे है कुछ तो कहें
06:45मुझे जो कहना था मैंने कह दिया
06:49अफसोसी कर सकती हूं और क्या करूं मैं
06:51लेकिन अभी अली वहाँ नहीं होना चाहिए था
06:53अली को मेरे साथ होना चाहिए था ना बोह ने अभी
06:55बेवगुफ
06:57तुम्हें अंडासरी है, तुम्हें क्या है क्या है बेवगुफ?
07:00मैं पश्टा तो रही हूँ, अभी बहुत पश्टा रही हूँ
07:02अब दी शोहर की बोड को उड़ा के तो तुम्हें खुश होना चाहिए
07:05अब क्यों पश्टा रही हूँ, बोलो
07:06जा अपने शोहर से काव बहुत पच्टा है, फिर देखो वो क्या करता है, कैसे तुम्हें गले लगाता है
07:10वो छोड़ते का मुझे, अगर अली को पता चल गया कि यह समय ने किया है, तो वो छोड़ते का
07:14बात सुनो, तुमने आखिर ऐसा सोचा भी कैसे, कैसे किया यह सब, तुम्हारे दिमाग में आखिर चल क्या रहा है, पहले यह तो बता मुझे
07:21चलो, आज़ो
07:32दरसल, एक दिन में दो वाकियात होगा, एक इसका अपना हाथसा और तुम्हारा, इसलिए यह बहुत डर गई आ लिए
07:40अलीना, डरो मत, बिल्कुल परिशान मत हो, पर हमें उससे जरूर तलाश कर लोग, यह उसकी जिन्दगी की आखरी हरकत होगी, बेफिकर हो चाहू, चल अब चलते हैं देना करो
07:55दवाईये लेना, मत बूलना होगे, और सर पे सवार मत कर उसको, मैं तुमसे शाम पे बिलता हूँ, घर आगे
08:22हाँ, बोलो क्या हूँ
08:22अम्मी मैं क्या करूँ, मैं क्या करूँ, मैं क्या करूँ, क्या करूँ मैं
08:31सफर थोड़ा नंबा है, प्लीस को म्यूसिक लगा दो
08:37जोगई, जोगई, जोगई
08:48मैं क्या करूँ, कुछ समच नहीं आ रहा है
08:59अली कुजान के खिलाफ पुलीस कोई कदम नहीं उठाए, या पूरा यकिन कर सकते हैं
09:09ठीक है, ठीक है आपके जवाब का इंतजार रहेगा, बहुत शुक्रिया
09:14बस यही रह गया था
09:17अल्ला, या अल्ला मैं किस खेल में फस गया अब यह क्या है
09:33आपके मद्रूबा नपर से इस पड़ा आपके नहीं
09:41या ला यह सब क्या है, या अल्ला अपने रसूल के सब की मेरी मदद कर
09:48या ला मेरी मदद फर्मा, प्लीज मेरी मदद फर्मा मेरे रब
09:51शेनोल
09:56यह 380 किस मुल्ग का कोड है?
10:05देखकर बतातो हूं में सर
10:06युकरेन का कोड है
10:12युकरेन? युकरेन? युकरेन? ये कैसे हो सकता है? वहां से आखिर कौन हो सकता है?
10:26अब देखते हैं कि आप क्या करेंगे शाहिज साहब? आखिर कार अब आपका सामने रूसी माफिया से है
10:33क्या बात है इस टेक्नोलोजी की?
10:37अच्छा देखो तुम्हें यकीन है ना कि ये युकरेन का ही कोड है? आपके सामने इंटरनेट पर चखके मैंने
10:43या लारहम या लाहम मैं किस किसम के खेल में फस गया हूँ
10:47क्या कोई मसला है जाहिद सार? ने ने ठीक है वो बस एक इंटरनेशनल कॉल आए थी
10:56अच्छा ठीक है ठीक है कुछ नहीं कोई मसला नहीं आप ठीक है ना सर?
11:02हाँ हाँ मैं ठीक हूँ, बिल्कुल ठीक हूँ मैं
11:04असलाम अलेकुम सर
11:08जहिद
11:10सरा आना
11:12आओ जहिद आओ
11:32सुबा तक सोचतरा हूँ, मैं सुबा तक
11:36यानि मेरे जितने दुश्मन हैं, या तो वो जिल में है
11:38या फिर वो मर चुके है
11:40तो अब ऐसा कौन सा दुश्मन आगिया, मुझे समझ भी नहीं आरा
11:43उसका दिमाग ठिकाने पर नहीं, आखर चाता क्या है मुझसे वो
11:46यूक्रेन
11:49यूक्रेन से कौन हो सकता है, समझ नहीं हारा
11:52यूक्रेन
11:53नहीं, मैं तो बस
11:58मेरे जहिन किसी और दर्फ था
12:00मुझे पक्का यक्रेने कोई मेरे पीछे है इस वुट
12:03लेकिन
12:05ये नहीं मालूम
12:06क्योंकि पराने दुश्मन ये अरकत नहीं करेंगे मुझे पता है
12:09अगर उन्हें धंका नहीं होता तो ऐसा ना करते हो
12:11और अगर मारना होता तो खामुशी से मारते वोलो
12:13उन लोगों में इतनी हिम्मद जानते हो न थी नहीं कभी
12:15उस राग पर अपती बीवी के साथ बोर्ड पर मौजूद था
12:18अगर उन्होंने कुछ कर रही हो तो तो वहां आकर खामुशी थे कर लेते
12:20हाँ
12:20वाकिए ये बहुत बड़ी बेवाकूफी है
12:23हमें भी यह करूँ बेवाकूफी है सच पर
12:25यानि कुछ और भी ऐसा है जो मुझे नहीं मालूम
12:29मतलब कड़ियों को जोड़ना असान नहीं है या
12:31हर गिज असान नहीं है पक्का ये कोई नया दुश्मन है
12:33यूक्रेन नहीं यूक्रेन मेवाकूफी है
12:36नहीं हो सकता
12:37क्या युकरीन जाहित यो क्या बखाब कर रहwritten।
12:39बस बहुत हो गया आली यां।
12:41पुलिस इस मसले को देख रही है न।
12:42क्या मेरे अपने मसले नहीं हो सकते।
12:44इन सब को लेकर मैं भी बहुत پरिशान हू।
12:46अच्छा जाहित।
12:47क्या युकरीन क्या।
12:48कौन से मसले हैं, तुम्हारे कौन से मसले हैं, जो यूक्राइन से तालुक रखते हैं।
12:51प्रवाइब दिमाग नहीं पर शकून है
13:13तुम्हार दिमाग ठीक आने पर तो है ना?
13:14मैंने कभी कुछ कहा है तुम्हें
13:16मैं जब तुम्हें कुछ कहता ही नहीं
13:19तो तुम्हें कोई मसला होना ही नहीं चाहिए
13:21मैं तो अपनी जिन्दी के बहुत हसी खुशी गुजार रहा हूँ ना?
13:23ओ भाई हुआ क्या है तुम्हें?
13:25मेरे तो कोई मसायल ही नहीं सिर्फ तुम्हारे हैं
13:27परिशानिया भी सिर्फ तुम्हारी है
13:28चुँके मैं तो इस दुनिया का हुई नहीं नहीं नहीं दशाई किया तुम्हें?
13:33अली सेर्फ, नीचे पुलिस आई हुई है
13:35काश के अल्मास तुम वहां होती है और डरा हुआ चेहरा देख सकती तुम्हारे हुआ है
13:45आपा, ये क्या है?
13:49नया फून लिया है क्या?
13:50तुम्हें कब तुम्हीं जाई की दर्वासा नौक करने की?
13:53ना अपनी उमर का लिहास है ना तुम्हें कोई मैनर्स है
13:55देखो दुबारा नौक की बगए तभी कमरे में मताना बता रही हूँ मैं तुम्हें
14:00अच्छा अच्छा ठीक है फून क्या ले लिए आप तो शोर मचा रही है
14:02अरे वा, दो-दो फून है
14:06मुझे तो
14:09क्या हुआ? आप क्या दो-दो फून इस्तिमाल करेंगी?
14:11हाँ मेरी जान में दो फून इस्तिमाल करूंगी
14:13क्या इतरास है तुम्हें?
14:14नहीं, बस दूआ है कि अल्ला तुम्हें और भी दे
14:17लेकिन पता नहीं तुम्हारे कैसे राप्ते कि एक फून काफी नहीं होता
14:20बात सुनो, अपनी बड़ी बेहन से बात करो तो जरत अमीज के तारे में रहना तुम
14:23ये दूसरा फून आफिस के लिए है, लेकिन तुम्हें ऐसी बाते कहा समझा सकती है
14:27तुम्हारा आफिस से कुई कालुक नहीं है
14:29तो बता दू के आफिस में तुम्हारा इंतिजार हो रहा है
14:32फरहाद साहब का मेसेज आए, उन्हें ज्यादा इंतिजार मत करवाना
14:35इंतिहाई जाहिल रहा है
14:37अब भी यकीन नहीं आरा मझे
14:40वो आवास, वो धमाका, मेरे जहन से नहीं निकल रहा
14:42और प्लीज मुझसे कुछ भी न पूछे
14:44इस बारे में मैं सोचना भी नहीं चाहती
14:47तुम वागी बहुत खुश्किसमत हो नूर
14:48सच में अभी तो यहीं कह सकता हूँ मैं
14:51वैसे मैं अपना फोन कल आफिस में ही भूल गई
14:54कहीं गुमत नहीं हो गया होगा
14:56अलीना जा तुम ठीक हो मैं वागी बहुत बहुत प्यरा हुआ था तुम ठीक तो हो ना
15:11आप ठीक हो जाएंगे अलीना साहपा और तुम भी बहुत जल्दी ठीक हो जाओगी
15:21समझी नहीं आपने मुझसे ऐसा क्यों कहा
15:40मैं भी बहुत जल्दी ठीक हो जाओगी
15:45क्या मत्रब था इस बात का
15:51तुम्हारी चरे पे जख्म के निशान देखाओं कहसी नी कह रही है वैसे भी दवाओं के सर में नहीं जान भी क्या कह रही है
15:58चलो
16:00अ-अ-अ यह तो मेरा सेलफ़न है
16:08मैंने आपसे अभी तो पूछा था कि वीरा सेलफ़न गुम तो नहीं हो गया होगा
16:18यह आपके पास क्या कर रहा था पराजशा
16:20हाँ यह फून मुझे कल रात तुम्हारे जाने के बाद एजैसी में मिला था
16:25कहीं गुमना हो जा है सीलिए मैंने से अपने पास रख दिया था
16:28सॉरी मुझे यह आप नहीं रहा
16:30कल रात ही मुझे दे देना चाहिए था
16:37चलो आउटर चलते है आज हो अनीना
16:44अज़ लगता है कल रात के हाथ से निकल नहीं काई चलो देर भी करते हमें फरन चलना चाहिए
17:06आज
17:08क्या सुचकर तुम्हेर कतिकरी अब उसे शेक हो जाएगा कि तुम जानती हो कि वो बोट में थी उसे वही मर जाना चाहिए था
17:16काश वही मर जाती वहां पर कम से कम मेरा पीछा जूट जाता उससे
17:19अलीना प्लीज फूर्श प्याओ वाकित मार तुमाग घराब हो कि
17:26नासाना रही है अपनी इस मुझ बन रखना अपना
17:29ओ अलीना हाँ देखो जेरे तुम्हें तौपा तौपा अल्ला का बहुत शुकर है कि ज्यादा चोट नहीं लगी तुम्हें
17:38एक ही दिन में घर में दो हादसे हो गए एक तरफ तुम्हारा एकसिडेंट हुआ दूसरी तरफ तुम्हारे शौर की बोट प्लास्ट हो गई
17:44मुझे तो यकीन ही नहीं आ रहा मेरे कहनी तो मतलब है कि हम पर किसी की नजर लग गई है
17:48हमें कोई तावीस करवाना चाहिए बस करो नाजान इसने दमाएं यह से सूने की सुछा थे ठीक है ठीक है ओ मेरी जान यह अभी तक होश में नहीं है
17:58अलीना तुम अभी जाकर रेस्ट करो मैं बाद में आकर तुमसे मिलती हूँ
18:01हाँ
18:05और तुम भी बहुत जल्दी ठीक हो जाओगी
18:16अलीन मुझे मेरा फून मिल गया है मुझे तमारी फिकर हो रही है
18:30अलीना ने एक अजीब सी बात किया इस बार में बात करनी है तुमसे
18:40तुर आप देखो मुझे तुम पर वरोसा करना पड़ेगा हालाके मैं नहीं चाहती लेकिन तुम्हारे इलावा ऐसा कोई है भी नहीं
18:54नहीं जो मेरी मदद कर सक्या भी नूर का सेलफोन आफ करो और इसे चुपा दो
19:01अरणस्तर सब्सुपा आप में पर वरोसा कर दो
19:16अरणस्तर रविता प्रहस्भाइर कोए्जीब सी पैसे बात कर दो
19:20आफ कर दो
19:23पर लोट से घाड़ी है साथे
19:31सॉरी, I'm सॉरी
19:42माफ करना मेरा जहन कही और था
19:44माफ कीजी का मगर आप किस दुनिया में थे हम बंडे वाले थे
19:47में बाकल हो जाओंगी यार
19:50शर्मानी चाहिए तुम्हे
19:57पहले तुमने सिर्फ इसलिए अपनी जान को खत्रे में डाला
20:00ताकि तुम्हारा शोहर उस बोट में ना जाए
20:02और वो नागिन अकेली वहां मौत का शिकार हो जाए
20:04लेकिन अब तुम अपने शोहर की मौत की वज़ा बनने वाली थी जानती है तुम
20:08अगर कुछ हो जाता
20:11अगर मेरी वज़ा सिर्फ इरे अली को कुछ हो जाता
20:15अब ये रोना बन करो
20:16मेरी आंखों मुद्धिक और अपनी माँ को सब कुछ बताओ
20:20तुमने ये कैसे किया
20:22कुछ चुपाने की जरूरत नहीं सब बताओ मुझे
20:24आपके बोट का एंगल सिक्यूर्टी कैमरे की रेंज से बाहर है
20:30हम सिर्फ मरीना के उमूमी मनाजर देख सकते हैं
20:32और ये फुटेज इस हमारे काम की नहीं है
20:34अब तक जो कोई भी आपको दिखा है उसमें से कोई शक्स मश्कूक लग रहा आपको
20:37वहां तो दर्जनों के हिसाब से लोग आते हैं
20:43इन वीडियोस को देखके हिसाब नहीं लगाया जा सकता
20:45कैमरे टेंग की कॉलिटी में लगया होते तो हमें कोई क्लू मिल जाता
20:48लेकिन इसमें तो समझी कुछ नहीं आ रहा
20:50एक सेकंड ज़रा रुकिए
20:52थोड़ा पीछे जाए और और रुक जाए
20:55फोकस कर सकते हैं ये जो आदमी है सामने
21:00हाँ थोड़ा सा और जूम करें इसको
21:03कैमरे पुराने हैं इसलिए जूम करने पर पिक्सल फट रहे हैं
21:12आप इस चक्स को पहचानते हैं
21:14नहीं समझतो मुझे कुछ नहीं यारा लेकिन
21:16इस तरह रुक रुक कर चलना लग रहा है कि शायद मैंसे जानता हूँ पता नहीं
21:20हम अपनी टेक्निकल टीम की मदद से इस तस्वीर को बहतर बना सकते हैं
21:25चलना जो भी हूँ अपडेट दीजेगा
21:27मैं आपके फोन का वेट करूगा
21:28इस तस्वीर को फारण टेक्निकल टीम को वीजू और काहो कि एमिजेंसी है
21:35तुमने ये घजमफर से करवाया
21:37उस मन्हूस से
21:39उस शैतान को भी शिकस देने वाले घजमफर से करवाया तुमने ये सब अली ना
21:44मैं बहुत मजबूर थी अमी
21:47बहुत मजबूर थी
21:49मेरी अकल मारी कही थी
21:51तुमने मुझे कैसे दोखे में रखा
21:52वैसे तो मुझे उसी वक्ष़को जाना चाही था
21:55जब तुमने अस मन्हूस के बारे में बुच़ए
21:56लेकि तुमने थी बेवकूफों में सोच नहीं सकती थी
21:59और अपनी जलन और हसद में इतनी अंदी और दीवानी हो सकती हो
22:02अली उस बतकरदार और अउरस से उस बोट पर मिलने के लिए जा रहा था
22:06वो भी मेरे आखों के सामने
22:08अपने इशकी दास्तान लिख रहे थे वो उस बोट पर और मुझे उसको किसी भी तरह मिटाना था
22:12अब समझ रहे हैं मेरे जजवाद
22:13उस मक्रू बोट से मुझे फॉरण
22:16फॉरण के फॉरण निजाच चाहिए थी अमी बस इसलिए किया
22:18मुझसे पूछे बगए
22:20मुझसे मश्वारा के बगए
22:21तुम अपनी जोटी अकल से
22:23कोई काम कंड़ी कोशिश ना करना अलीना
22:25तुम ने उस आत्मी को अपने पीछे लगा लिया
22:28अब तुम्हें मैं भी नहीं बचा सकती जानती हूँ
22:31मुझे समझ नहीं आ रहा कि तुम इतनी बेवकुफ कैसे हो सकती हो
22:34हाँ
22:35तुम कैसे खुद को इस जहन्म की आग में जोग सकती हो अलीना
22:39मुझे कुछ नहीं होगा अमी
22:40अली के वैसे ही बहुत सारे दुश्मन है
22:42उसको नुकसान पहुचाने के लिए और भी बहुत सारे लोग इस दुनिया में मौजूद हैं
22:45ये बात अच्छे से जानती है आप
22:47वो मुझे पर क्यों शक करेगा
22:48मुझे पर कैसे कोई लगा सकता है
22:50और वो कैसे मानेगा कि उसकी बीवी ने ही उसकी बोट में बम रखा
22:53कहा है वो आदमी अलीना हाँ
22:55कहा है वो आदमी अलीना कहा है वो
22:59मैंने उसके पैसे दे दिये
23:00बागी रकम भी दे दूगी उसको
23:02उसका वाहिद मकसद पैसा है वो बस अपने पैसे लेगा और मुझ बंद कर लेगा अपना
23:06किता अच्छा काप किया है ना तुम ने
23:09आप मुझ पर हस क्यों रही है अबी
23:12क्यों इस तरह हस रही है
23:14बेवाकूफ
23:17तुम मुझे जिन्दगी में मिलने वाली सबसे बड़ी बेवाकूफ हो
23:21तुम्हें अंदासा भी है कि तुम्हें अपने आपको किस मुश्किन में भजा लिया है
23:26ये काम बहुत मुनाफ़ा बखश होगा खजनफार
23:42बहुत
23:43अमी मैंने उस आदमी को उस काम के पैसे दी है यार
23:48मैंने उसे एक ऐसी आफर दी जो उसने अपने जिन्दगी में कभी भी नहीं देखियोगी
23:51वो खुद कह रा था कि वो अपने वादे से नहीं मुकरेगा
23:53वो वादे नहीं तोड़ सकता
23:55और अली से भी डरता है
23:56अगर मेरा कुछ नुकसान हुआ तो वो ये बात भी जानता है कि उसका भी नुकसान होगा
24:00तुम तो उसी दिन बरबाद हो गई थी अलीना
24:01तुम ने
24:02उस आदमी से जिस दिन हाथ मिलाया था उसी दिन बरबाद हो गई थी
24:06जिसका तुम्हें अब तक एहसास भी नहीं है
24:08एक बाद जाती हो अलीना
24:10अगर अली किसी से सब ज़्यादर रफ्रत करता है
24:12तो वो शक्स घसन्फर है
24:14हमने किस मुश्किल से पीरे चोड़ाये था उस दोग के बास आत्मी से
24:17किस से पूछ कर तुमने ऐसा करने का सोच हां
24:19हां
24:20अहां लो अब भुट और देखो
24:29अम्मी
24:34अम्मी प्लीज वेरी मदद करें
24:38हमारा कोई दाम और निशान नहीं लेकिन
24:47तमाम अखबारों में हमारा सिक्र हो रहा है लीन अबीबी
24:50हैं
24:51तो फिर क्यों न हम बाकी के हसाब किताब पर भी बात कर ले
24:56आपका हसाब किताब पूरा हो जाएगा रसम पर साहब
24:59आयतुल को जान से बात करे हो तुम
25:01ओ आयतुल साहबा पाश अच्छिक बजा की बद्जुमान सरदार नी
25:10खुशनसीब हो गया मातो
25:12आप से बात जो हो गई सच क्या रहूं का सबसे
25:18कितने बचे और कहा मिलोगे खजफर
25:31कितने रात काड़ देखती रहती है तौपा तौपा अगर इसका काम ताश के पत्तों
25:42तक महदूत होगे तो अल्ला ही खैर करें बहुत सुस्थ हाथ चल रहे हाफीजा बीबी आदे गंदी में तुमसी एक लॉन साफ नहीं हुआ
25:51ये लॉन भद बड़ा है नाजा साहिबा अपना काम करें रहें न हम
25:54अपने बेटे को भी काम पर साथ लगा लिया तुमने
25:57काम चोड़ने के बाद इसके ओपर तो बूच दालने का रहता नहीं है न
26:00वैसे भी तुम्हारी बेटी से कोई उमीद नहीं
26:02अल्ला का शुकर है कि मेरी बेटी को अकल आ गई है
26:04वो अच्छी जगा पर जॉब कर रही है
26:06इस काम के लिए और लोग भी मिल जाएंगे
26:08अरे अरे
26:11मुझे आपके बेटी के अकल पर कोई अतराज नहीं
26:14इसमें तुम्हारा ही फायदा है
26:16क्या तो मेरे लिए
26:18एक कप चाय बना दोगी प्लीज
26:20सुबह सुबह काफे ठंसी लग रही है
26:22अकरी शर्बत भी पीती ना
26:26तो वो भी इसके मुझे लगकर जहर बन जाता तौबा है
26:29क्या बात है
26:31वैसे हमें मुझे ये तो बताएं आपको इनसे मसला क्या है
26:35आरे चुप रहो कहीं सुन ना ले
26:37आप पहले तो ऐसी नहीं थी
26:39आपकी दर होती जा रही है अब भी
26:41पखेर सोची समते मत बोदो चुप रहो
26:43मैं जाकर चाय बना देती हूं तुम ये काम पूरा करो
26:47नाइला क्या हाल है जूईती
27:03को कि दूईती रुको रुको रुको रुको ज़टो ज्वारा
27:05फिकर नहीं करो उ कुछ नहीं हूँ आ ला का शुकर है मेरा मतल़
27:09कोई आनी नुकसान नहीं हुआ यहां सब ठीक है
27:13भाज़र नीकर नाइला क्या तुम नहीं जानती Typ Deshalb
27:20अब ये कहां जा रहे हैं अरे नहीं नहीं तुम से नहीं कह रही अच्छा तुम्हें पता चला कि
27:28अब तुम बीच में मुदाखलत नहीं करोगी चपचाप खड़ी रहा महाँ पर उसा अदमी से बात करने की जरूरत नहीं ऐसे नहीं अपर तुमें साथ ले जाने पर मुझे बच्छा ना पड़े
27:44अरे वोही ना रोज कोई न कोई तमाश को उजाना कोई नया सानिया हाँ क्या बताओ मैं हर रोज कोई नहीं कहानी सामने आ जाती है अच्छा तुम बताओ ना तुम कब पापिस आ रही हो
27:59हाँ चलो ये तो पर बहुत अच्छी बात है
28:14अली सेर आपके जाने के बाद हमारे पास बहुत सी कमपनीज की कॉल आई मीटिंग के लिए
28:20आपके कहने के मुताबिक मैंने तमाम मीटिंग्स शाम में रखवा थी
28:24हाँ अच्छे के तुमने
28:25अली क्या कहा पुलिस ने कुछ पता चला क्या
28:29तो होश आगया तुम्हें अब तो ठीक होगा ना
28:31वो यूकरेन वाले मसले हल होगा तुमारे सारे
28:33खैर कुछ वीडियोज मिली है पुलिस को जिसे वो बहतर बनाने की कोशिश कर ले
28:38हो सकता है कि उससे कुछ पता चल जाए
28:41अब ये क्या है
28:46सर इसके अंदर एक कार्ट भी है सिक्योरिटी ने चार्च भी लिया है इसे
28:50ये करीम संजकतार ने बेजा है
28:52वाँ भाई भाई सुनो उमीद है आप बिल्कु ठीक होंगे मैं हूँ करीम संजकतार
29:07खुश्बु आरी तो मैंनमस है
29:10फूलों पर अगर इतना खुश्बुदार परफ्यूम लगाए जाए तो उसे बार बार सूने की अदत पर जाती है
29:14रहने हैं तो मेरे भाई
29:16बस फूल ही तो भेज़े हैं उसने
29:18फूल तो हम सभी भेजते हैं
29:20नहीं यार अगर हम भेजते भी हैं तो कोई occasion होता है या कोई ceremony होती है
29:23पता है मुझे लगा मेरी भीवी ने भेजा ही फूल मेरे लिए
29:26नहीं नहीं तुमने उसे ठीक से नहीं पैसा ना
29:30अगर इतना ही अच्छा लग रहा है तो नाजान के लिए ले जाओ ना
29:32और फिर महबत से उसे गले भी लगा लेना
29:34खेर रहे नहीं दो रुक उजरा इससे पकड़ो जाहिद पकड़ो पकड़ो तुम इसे यूक्रेन बिजवा दो
29:43यार अब इसका यूक्रेन से क्या तालुक वो तो बस मैंने उस्से में कह दिया था
29:50तुम तो जाते हो मैं गुस्से में कहीं भी कुछ भी कहतेता हूँ
29:54वरना मेरा यूक्रेन से क्या तालुक
29:55अल्ला जानता है मुझे कुछ भी नहीं मालूम था बगर
29:58मुझे सुनने के बज़ा तुम यूक्रेन यूक्रेन कर रहे था तो मुझे गुस्सा आगिया
30:01मेरे भाई तुम्हें आज हुआ क्या है कुछ नहीं कुछ नहीं कुछ नहीं ठीक हो क्या कहां चले
30:07मुझे बात करनी है तुम जरूर कुछ ना कुछ छुपा रहे हो मुझसा जाहित
30:15जल्दी करो वैसे ही बहुत लेड हो गए हलो हाँ दूर मैसे जबी देखे तुम्हारे क्या हुआ मुझे बताओ अलीना ठीक है तुरी दे में तुमसे बात करते हूं ठीक है
30:44सॉरी करीमसां ट्राफिक बहुत था इसलिए देर हो गई माजर चाहता हूं वैलकम कैसे हां जी ठीक हो
31:14अली साथ को मीटे में आदे घंटे बाद ठीक है आदे घंटे बाद ये मुलकात एजंसी में करना हमारे लिए बहुत बहुत बड़ा हिसाद है
31:37मैं आपको हिरा साइबा से मिल रगता हूँ ये मेरी तमाम कैंपेंस देखती है बलके मेरी जाते से भी की भी बहुत सारी चीज़े देखती है
31:45खुश हूँ ही मिलके बहुत नाम सुना है आपका नूर साइबा हमारी न्यू मॉडल है हमारा नया चेहरा ही है
31:51मिलकर खुश हूँ हूँ
31:53तो हम क्या शुरू करें फराज साथ जे बिलकुल आईए चली ओपर चलते हैं
32:07हिरा
32:11अल्मास
32:39अल्मास
32:40तुम्हें नहीं लगता अब
32:44ये औरत अजीब सी लग रहे थी
32:46जिससे तो मजीब सा कह रही हो वो औरत उनके लिए बहुत ही खास है
32:49कहने को तो सिर्फ उनकी असिस्टन्ट है लेकिन उसकी बावजूद
32:52करीम साथ का राइट हैंड है वो
32:54मुझे तो ये भी लगता है कि करीम सरकॉस से चक्कर भी हो सकता है
32:59क्या फुजूल बाते करे हो तो
33:00मेरी मासून बहन तुमने देखा नहीं वो औरत तुम्हें किस तरह देख रही थी नूर
33:04हाँ तुमने भी देखा ना कि वो मुझे किस तरह से देख रही थी
33:08अरे कजन ये भी तो हो सकता है कि उसे पता हो तुम नूर को सान हो
33:12मामूली मौडल समझा होगा
33:14और यहां गर देखा तो तुम नूर खोसान निकली
33:16सोचो सरह इस बात को
33:18सोचो सोचो
33:19है ऐसा नहीं हो सकता
33:22खेर छोड़ो
33:23अली को कॉल करने जा रहे
33:24कॉंट्राक पर दस्तकत नहीं हुए है
33:27मैं जानती हो
33:30तुम्हें बताने की जरुद नहीं है
33:31क्या कर सकते हैं
33:33आफर मैं भी फराज सर का राइट हैंड हो ना
33:35है सदके जाओ
33:37किसी ने
33:39खुद को उसका राइट हैंड कहा है
33:40है मीरी चान
33:42बात सुनो
33:43प्यारी बेहन
33:46अगर मैं चाहूना तो अपने सामने
33:48किसी को टिक नहीं ना दू
33:49समझे तो
33:50किसी चीज का कुछ नहीं पता
33:52तिमाख खराब है
33:53उफ मेरी चान फोन दो उठाओ ना
34:08फोन क्यों नहीं उठा रहे हो यार
34:09पता नहीं कहा मसरूफ हो
34:15क्या कर रहे हो
34:18फोन उठाओ अली
34:24ऐसा भी क्या काम है
34:26क्या कर रहे हो
34:35सर्प्राइज
34:36तुमारी दू हमेशा पूर सुकून रहे मेरी बेहन
34:47तुमने तपनी जिन्दगी में कुछ नहीं देखा
34:52काश कि तुम अपने बेटे अली की काम्याबी देख सकती मेरी बेहन
34:57अल्ला मेरी बेहन के दर्चाथ बुलंद करे
35:02मुझे यहा आना पसंद नहीं अम्मी
35:05बच्पन में भी बिल्कु पसंद नहीं था
35:07क्यों पसंद होगा ली ना
35:09दुखों का
35:10आसों का
35:12शुकर है खुदा का कि हम इस दुखों भरे कब्रस्तान से निकल गएग
35:17अम्मी प्लीज आप अपने ग्लासस पहले
35:20कहीं कोई पहचान न ले
35:21पुराने लोगों में से कोई भी नहीं है जो हमें पहचाने
35:23तुम्हारे शोहर ने यहां सब की जिन्दगी बदल दी जानती है
35:27यह लोग किराय के घर पे रहती थे
35:29उसी को इनके नहों पे कर दिया
35:30कुछ लोग अपने गाउं वापिस चलेगा
35:33या फिर उपर वाले लाकों में मुंतकिन होगा
35:35और जितने पुराने लोगों ने उसके साथ नहीं की
35:37की इन सब के अंधेरी जिन्दगी में
35:39अली ने रोशन चाला कर दी
35:40इन सब में अली की सखावें से भर मुफ़ादा टाए
35:43बस एक
35:45मेरा मतलब सिर्फ एक शंस
35:47जो अपनी हरकतों की वज़से इस पूरे राके में
35:50बदनाम है तुमने उसे ढूंडा और उसे
35:52नई जिन्दगी फरहम की
35:54इनसानियत वाला काम किया
35:56चले, चले, चले, हम बहुत होगी, हम यह आगे चलते हैं, चले आजएगे
36:26चले, चले, चले, चले, चलेẹगे
36:30बहुत होगी, क्योंचे उसे पिकल्टब मेरा साथ
36:34थाहे 14L
36:35कि व कापने आजएगे
36:38वाला बहुत वstory
36:40क्यों के तुम्लियदी थाह⁉
36:50व sosím
36:55चलो वो क्यों गई जब वकेड़े यहाने से तुम नहीं ड़नी तो अपनी माँ के साथ आने में कैसी इसके चाहँड़ हो रही चलो
37:03मैं तो ऐसा मनजर खाप में भी नहीं देख सकता था तुल सहबा आप हमारे पास चाय पी ने आई
37:29मैं यहाँ यह ट्रामा देखने नहीं आई घसमपर साहब को आप ती यह बात हैं और आपकी चाहे आपको मुपारा को
37:34मैं यहाँ पनी बेटी का मसला हल करने आई हूँ बस अपनी रखम बता मुझे
37:39अपना लग देखो अली मैं यहाँ अपनी बीवी को सर्पाइज देने के लिए आया था और तुम्हारा यह कितना अन्रोमेंटिक मूड है
37:50मेरी जान यहाँ पर लोग तुम्हें जानते इस तरह अचानक आजाओ के तुब बाती बनाएंगे सब
37:55ऐसे अचानक आणा ठीक नहीं होता मुझे बता कराना चाहिए न तुम्हें
38:01मैं हमेशा ऐसे ही करूँगा तुम याद रखना यही बात
38:04ऐसे ही हूँ मैं क्या करूँ खैर यह सब बाते छोड़ो अलीना का क्या होई यह बता
38:09अली, अलीना ने मुझसे, यह नी कल हम दोनों साथ थे, मुझे लगता है उसको पता था इस बारे में
38:21मैं नहीं मानता, उससे नहीं पता हो सकता बिलकुल भी है, अलीना को अगर यह पता होता कि कल रात हम दोनों साथ में थे, तो सुकून से ना बैठती
38:31हो सकता है सकुन से ना हो
38:34समझा नहीं मैं
38:37ऐसा भी तो हो सकता है
38:39कि जो कल रात हुआ
38:40उसके पीछे अलीना का हथ हो
38:42नहीं नहीं
38:45यह मुझे नहीं है
38:46तुम्हें अलीना का अंदाजा है ही नहीं बिल्कुल
38:49अलीना को अगर हम दोने पर शक होता
38:51तो हरकिस चुपना होती
38:52जब मैंने उससे कहा
38:55कि आप जल ठीक हो जाएंगे
38:56तो उसने भी मुझसे कहा
38:57कि तुम जल ठीक हो जाओगे
38:59मुझे लगा कि वो कुछ जानती है शायद
39:01उसके लहचे में बहुत नफरत थी
39:04वो ठीक नहीं है
39:07तुम दोनों ही तरसल ठीक नहीं हो
39:09यानि ठीकाने पर ही नहीं तुम दोनों का दिमाग
39:11तो तुम ही अजीब नहीं लगता
39:13बात सुनो
39:14हमारी दिंदेगी काफी गिरी होई है मसलों में
39:17उसमें से एक मसला तुम अलीना है जैसे तुम नहीं जानती
39:19मतलब अगर अलिमीना को हम दोनों के बारे में पता होता हुँझा
39:31कोई चाय नहीं कोई काफी नहीं क्या बात
39:34खेर अपने शौर को अपने हाथ से पिलानी चाहिए थी चेए तुमें
39:37चलो कम सेका मपने शौर को दरवाजे तक तो छोड़ दू
39:45को जयादा नहीं सोचता, क्यादा मुबारक