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Sher Episode 1 | Digitally Presented by Diamond Paints & Surf Excel | Danish Taimoor | Sarah Khan | 21 May 2025 | ARY Digital Drama

Some love stories aren't just written in hearts—they're carved through pain, sacrifice, and fire. Enter the world of Sher, where two souls—Sher Zaman and Fajar—dare to love beyond the lines drawn by generations of hate.

Danish Taimoor breathes life into Sher Zaman, a man raised with command in his veins—fierce, proud, and built to lead.
Sarah Khan shines as Fajar, a gentle heart swept into the storm of a family feud, trying to hold on to love and light in a world clouded by old grudges.

Their paths were never meant to cross. But love… had other plans.

Sher is a gripping Pakistani drama packed with raw emotions, intense rivalries, and deep-rooted traditions.
From kidnappings and secret alliances to broken promises and forbidden love, every episode leaves you wanting more.
Featuring a stellar cast and top-tier storytelling from the makers of iconic drama hits.

Cast:
Danish Taimoor as Sher Zaman
Sarah Khan as Fajar
Arjumand Rahim,
Sunita Marshall,
Nadia Afgan,
Yousuf Bashir Qureshi,
Faizan Shaikh,
Atiqa Odho, and more.

Written by: Zanjabeel Asim
Directed by: Aehsun Talish

Airs Wed & Thu at 8:00 PM, only on ARY Digital

Don't miss this emotional rollercoaster of love, loyalty, and legacy.

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Fun
Transcript
00:00तो वो आदमी कौन होगा?
00:02अपने दिल पर हाथ रखकर,
00:04मेरी आखों में आखें डालकर,
00:06अपने जैन से हर खौफ निकालकर,
00:08खोड़ से पूछो, कि वो कौन है?
00:10वो तुम हो बिलावल, वो तुम हो रवास,
00:12वो तुम हो हिमरान.
00:31दूड़ रहा हूँ फिर से वो ही,
00:37जो ना पढ़ा है रास्ता.
00:43कोई अथे सोखा नहीं है,
00:46तू जा अथे मौका नहीं है,
00:49तो कभे नहीं आगों देये.
01:01याला, की खाड़ी हूँ?
01:21सिखा, ठीक है, बहुत देड लगा गई,
01:25तुमने जाय का भावी कब से इंतजार करें.
01:27जाओ.
01:31इंतजार कर देगे वाला.
01:46बस सही है, तो ये बाक है, मैं कर लूँगा.
01:48जाओ.
01:49ये मैं फाजल को देखा रहा हूँ, कुई भी फाजल के लिए.
02:01फाजल.
02:08तुम तो बिना मेक अब है, इतनी क्लो कर रहे हो,
02:11विल्कुल चोडमी के चान के तरहाँ.
02:13मेरी दूआ है, जितनी प्यारी तुम हो,
02:15तुमहारी किसमत भी इतनी ही हसीन हो.
02:17विल्कुल शहजादी जैसी.
02:19तुम्हारा दुला भी तुम्हारे तेना खुबसूरत होगा, है न?
02:24वो है भी बोल्ड हैंसु.
02:50यह फुल मुन मुझे इतना प्रैसिनेट क्यों करता है?
02:54कहने को कितना बड़ा दाग है,
02:57पर यह दाग इसके रोशनी का कुछ नहीं लेकर सकता.
03:01छोड़ो शेर जमान, यह शायरी आशिकों को सूट करती है.
03:08शेर तो बस घुर रहता है,
03:11सारा, तुमने कपड़े क्यों नहीं चेंज किया अभी तक?
03:14छोड़ा, बहुत जादा भारी है,
03:16मैं सबसे लास्त में चेंज करेंगा.
03:18चलती कर लेना, तो देर ना करना.
03:20इस सारे मैमानों को दो, चाय लीजी आँगे.
03:23भाभी चाय पिएगी?
03:25ममा, अब आप भी तयार हो जायेंगा.
03:28तो आप क्यों नहीं तयार हुआ?
03:31आज तो तुम लोंके लिए भी जो जाते हैं.
03:34अब मुझे ख़िल करता हुई, नहीं करता हुई.
03:37मैं चाय पियाँगा.
03:39अब तुमने कपड़े क्यों नहीं चेंज किया अभी तक?
03:41मम्मा, अब आप भी तैयार हो जाएँ ना.
03:45तो आप क्यों नहीं तैयार हुआ?
03:47आज तो तुमलों के लिए भी हैर ड्रेसर मंगवाए ना.
03:51पहले मम्मा हो जाएँ फिर.
03:54वाँ!
03:55बड़ा कंट्रोल है तेरी माँ का.
03:57जाहर है.
03:58मम्मा है मेरी.
03:59और जब सारी ओर्जे तैयार हो रहे हैं, तो मम्मा क्यों नहीं?
04:03सबान बंद कर.
04:05बद्धमीज.
04:06इसमें बद्धमीज ही कोई बात नहीं है.
04:07मैं कहती हूँ, चुप कर.
04:09निकल यहां से.
04:10समीर, तुमारे कुबडे खादम ने वही कमरे में रखे.
04:15चलो.
04:17चलो बेता, सुर्डर.
04:18चलो.
04:19तु हेता की कंकारी है?!
04:21जा प्रा गम कर.
04:25इसमें कलीों.
04:27फिर नहीं भे?
04:28तूने कारेरे उचिती है याका?
04:29तो वो पादा भे.
04:30तो पद भी भी पादी.
04:32करों.
04:33चलो सुनदर, चलो बेटा सुनदर, चलो.
04:38तू इथे की का रही हैं, जा पना कम कर.
04:58मेरा वलाईते देशी बच्चा.
05:00क्यों करते हैं आप लोग ऐसा?
05:02तालीम, अंग्रेजी, मिजाज, देशी,
05:04इतनी सी उमर में उठाके मुझे भार भिश दिया था.
05:07तो अच्छा ही किया ना, यहां छोड़ देती तो,
05:09चचा के लड़कों की तरह बन जाते तो.
05:12I call it double standard by the way.
05:14नाम शेरों वाला रख दिया, काम आपको इंसानों वाले चाहिए.
05:18काम भी शेरों वाला लेंगे, वक तो पढ़ने नो.
05:22यानी अंग्रेजी में जमीने समभालों मुझे.
05:24नहीं शेर, इंसानियत के साथ समभालो, सब कुछ.
05:31जमीने, sugar mills, farmers.
05:33बिटा तुम्हारे बाबा बूरे हो रहे हैं, पर मानते नहीं हैं.
05:39और चाचा आहत फाहत, उनका क्या बो भी तो है?
05:43इन दोनों ने उन्हें तो दुश्मनिया समभालने पर लगा दिये.
05:47लेकिन शेर, तुम इन दुश्मनियों को दोस्तियों में बदलना.
05:51बाबा है कहाँ, क्या कर रहे हैं?
05:56वो दुश्मनिया नसलों तक चलाते हैं, और उसी दुश्मनिया का सोप मना रहे हैं.
06:04आज मलिक महल में दुश्मनों की बेटी की शादी है.
06:11बगर इसे अपने बाबा बूरे दुश्मनिया का सोप नहीं चलाता है,
06:15तो तुम के लिए बहुत भी खुल रहा है.
06:21बगर ये सेहनाईयों की आवाज़ एंसी दूवाना है,
06:36इसे नहीं लगता ये तुम पर, मुझ पर, और हम पर हँस है है.
06:45आपको याद होगा सम्रावाद वाके के बाद
06:52एक समाने तग हम तो किसी शादि में चॉपने नही थे
07:00मेरा तो आज भी दिल नहीं करता शादियों पर जाने कर
07:07आप गळोंड़ों के लिए कुछ यह बढ़ना जाते हैं
07:11मेरा तो आज भी दिल नहीं करता शादियों पर जाने का
07:18हम्मा जन्नती कहती थी
07:22हर अमल का सिला मिलता है
07:26अच्छा हो या बुरा हो
07:31लेकिन ये मल्कों का महल
07:35इनको तो कोई बतवा भी नहीं लगती
07:39अबा के मरते वक की दिए हुई बतवा भी नहीं लगी
07:51अबा कितनी अजियत और तकलीफ से गुज़र हो गया है
07:56अबा कितनी अजियत और तकलीफ से गुज़र हो गया है
08:05क्या ममा वो ये बातें भूल क्यों नहीं जाते
08:10घर की बहंग थी हो गयी गलती उससे
08:14उस गलती को सोग दिल का रोग बन गया है सक्य
08:19दिल के बहुत करीप थी तुमारी भुपपो
08:21उसके लगाएवी छोट उतनी ही तकलीफ देती है।
08:29कब तक इस हालते जंबे रहेंगे।
08:33यह होदा बाजू यार मिशान।
08:38चलो।
08:40यह लीज़े।
08:42यह कर।
08:46ठीक है।
08:47लोकिंग मौसम गागा साहब।
08:48तू अपने गागे नहीं समझना है भाई।
08:55गागा साहब।
08:56हाँ जी.
08:57यह जो फ्रेम में तस्वीर है।
08:58हाँ, यह?
08:59जी, यह ही.
09:00इसको मैं बच्पन से देखता वा आ रहा हूं।
09:02आपको इसे अच्छे फ्रेम में रखवाना चाहिए था।
09:05पच्चे, यह वो बढ़ायी है जिसे मैं भूलना नहीं जाता।
09:10यह तस्वीर नहीं किया, मेरा देले का।
09:12इसलिए जो दूसरा बंदा सी न, मैं फाड के सुट देता।
09:18तो अभी तक त्यार नहीं हुआ?
09:21जब सारी और्चेंट पर बादा जाना था,
09:23तो बूडिशन मेरी ममा को त्यार क्यों नहीं करें?
09:25वो क्या नाकराणी है इस घर की?
09:27नहीं, नाकराणी कि थे जी, वो जो मेरे शिजादे की माँ है।
09:32पता था मुझे, कि यह यहीं आया होगा, आपके कान भरने।
09:38तो इसमें कौन सी नहीं बात है?
09:40हमेशा की तरह उसी की वज़ासे आसू आएंगे ना,
09:43जिसकी वज़ासे पूरा मलक महल रोरा होता है।
09:46जो इसकी बालदा को जाके त्यार करो, क्यों भी जाके त्यार करें?
09:51तो इसमें कौन सी नहीं बात है?
09:53हमेशा की तरह उसी की वज़ासे आसू आएंगे ना,
09:56जिसकी वज़ासे पूरा मलक महल रोरा होता है।
09:59जो इसकी बालदा को जाके त्यार करो, क्यों भी जाके त्यार करें?
10:02चल, पेज नानू, मैं बुला किलाता हूँ।
10:20अरे माशाला, किदी प्यारी लग रही हूँ, जीती रो।
10:26माशाला फजर, तुम बहुत प्यारी लग रही हूँ।
10:30चाची कहाएं?
10:32अपनी शामत को मुँ देने के बाद, अब जाके हुकम मिला है उसे त्यार होने का,
10:36उम्मी चाची का बहुत ख्याल रखेगा, उन्होंने बहुत मुश्कले साही है।
10:41फजर, पिरी बाद सुनो, तुम इतनी बड़ी साइकाट्रिस बनकर आयो,
10:46हर फूपो का इलाज कर देती।
10:48वो ला इलाज हैं, उनका कोई इलाज नहीं हो सकता।
10:50महबद के मारे लोग या पत्तर के बन जाते हैं, या फिर मॉंग के, और वो पत्तर बन चुकी है।
10:55हाँ, वोई पत्तर ना, बार बार हमारे सर पर पड़ते हैं।
10:59जब तुमारी शादी होगी न, मेरे लिए दूआ जरूर करना, कि अल्ला मुश्कर रहम करे वस।
11:05बाजन, कसी नाऊमिदि की बातां नहीं करते विटा, वो भी अपने इतने बड़े दिन पर।
11:11लोजी, जबरदस्ति की, चोटी मालकिन हाज़र है.
11:16वा, कितनी प्यारी लग़ रहिं हाँ आप?
11:19पजर, कसी नाऊमीदी की बाता नहीं करते बेटा, वो भी अपने इतने बड़े दिल पार.
11:27लो जी, जबरदस्ती की छोटी माल्किन हाँजिर है.
11:32वाँ, कितनी प्यारी लग रही है आप.
11:34मुझे छोड़ो हमारी पजर कितनी प्यारी लग रही है, माशाला बहुत रूप आया.
11:39चाची, दुलन बन के तो सब पे ही रूप आता है ना.
11:45दुलन भी तो किस्मत वालिया ही बनती है न.
11:48ओहो चाची, सिंदगी में हर लड़की एक दफ़ा लाजमी दुलन बनती है.
12:05बस युझी उठ के मले घर चली आयी.
12:09अम्मी, कितनी बोरी बात है. चाची यहाँ पर है, चाचु के लिए आयी थी ना.
12:13और आप लोगों नोंने दुलन ही नहीं बनाया.
12:18तो बक कुछ और था और हालात भी कुछ और थे.
12:21और फिर सम्रा के वालद का इंतकाल भी थो गया था.
12:27वो भी मेरी बचा से.
12:33अपनी कनपटी पर पिस्तॉल रख के चलाना कोई सोखा काम है?
12:39देखा ऐसाब, सोखा काम है.
12:44मैं वो सिलत कभी बोल नहीं सका भाईसाब.
12:50जब सम्रा ने इस शादी वाली रात घर से बाग कर,
12:57मैं जीते जी मार दिया था.
13:15भजर, बरात आ गई है. बहुत, बहुत मबारक हो.
13:23क्या कह रही हूँ मैं? बरात आ गई है.
13:29भजर, इतना कूल रियक्शन.
13:34क्या तुम इस शादी से पुछ नहीं हो?
13:45हमारे यह 75% शादिया तो बस हो जाती है.
13:50खुशी का बॉक्स, मरजी का बॉक्स.
13:53कभी देखा है किसे निका नाम में तुम ने?
13:56ये बासरो, ये ना इतनी बातें मत गुमा.
14:00मैं जानती हूँ, अगर तुम इस शादी से राजी नहीं हो,
14:03तुम्हें पूरा हग है स्टेंड देने के.
14:07जिंदिगी स्टेंड देने का मौका ही कहा देती है.
14:10बस गो विद तफलो का नाना लगाती है.
14:15तुम ने कपड़े क्यों नहीं चेंज किया? जाओ जाके कपड़े बतलो.
14:18बरात आयी भी है न?
14:19अरे हाँ, मेरे कपड़े न अम्मी के बातरों में हैंग पर है.
14:21मैं जाके चेंज करती हूँ न?
14:23हाँ तो जाओ न, यहां क्यों खड़ी हूँ?
14:25अच्छा बाबा, जा रही हूँ. बेबी न चेंज किया.
14:49बेबी न चेंज किया.
15:19छोटे राइस, फाइल.
15:46शुटे रैस, मालिक है. कभी भी कहीं भी जा सकते हैं.
15:51शायद केक लेने गया हूँ.
15:54बता रैस की सालगेर है न?
15:59ठीके तुम जाओ.
16:16कौन आ गया?
16:47कौन आ गया?
16:59कौन आ गया?
17:00खोलो फजर फहाद.
17:02वो इसे आ गया.
17:06क्या करूँ?
17:10खोल जीएँ.
17:17फजर.
17:19खोल जा रहो. क्या हो गया है? यहाँ से कैसे आ रहो तुम?
17:23सामने से आने की जादत देते थी. पराद के साथ आ जाता.
17:26अईस्था बोलो, कोईं सुन लेगा. हमारी जान भी जा सकती है.
17:30जान तो मैं तुम पे कभ की यहार चुका हूँ, डॉक्टर साहेबा.
17:33जान तो मैं तुम पे कभ की यहार चुका हूँ, डॉक्टर साहेबा.
17:36चलो, अपने मरीस का इलाज करो. तुम्हें लेने आ याँ. चलो.
17:38चुप करो, रुख जाओ. दिक्टा, हम यहां से कैसे जाएंगे? कोई देख लेका हमें?
17:42फजर, जैसे मैं आ जाएंगे हैं तो इसे जा सकते हैं. थोड़ी हिमद करो, चलो.
17:44डॉक्टर साहेबा, अपने मरीस का हीशा करो. दिक्टा, हम यहां से कैसे जा जाएंगे? कोई धेख लेका हमें?
17:47तुम्हें लेका हमें? फजर, चलो.
17:49फजर, चलू.
17:50शौल, शौल, शौल के बादे तो नहीं चाहेंगे, न.
17:52रुप चाओ. चुप करो, रुप चाओ.
17:53इन्हीं ख़ड़े लाइना, हिला नहीं आजाएँ.
18:05फजर, चलती करो.
18:07चुप चाओ, चुप चाओ.
18:19फजर.
18:20पजर
18:50फजर
18:52खाए हैं देखे हैं
18:54तोइलेट की होगी
18:56फजर
18:58फजर
19:00फजर
19:02फजर
19:04फजर
19:06कसम से शुजात
19:08इस दोर में इतने फर्मा बरदार बच्चे
19:10बहुत बड़ी बात है
19:12और वो भी
19:14इंगलिस्तान की पढ़ी लिखी
19:16साइकाइटरिस्ट
19:18लगता है कि
19:20इंगलिस्तान की आबोहवा लगी नहीं उसे
19:22और वो जब भी मिलती है
19:24मुझे बड़े अदब से सलाम करती है
19:26और सिर्फ एक मरतबा
19:28कहने पर राजी हो गए
19:30फ़ाँ, क्या बात है
19:32बस जावेद
19:34अल्ला का करम है यार
19:36मेरे रब ने मुझे बेटियें दी
19:38मैंने शुक्रदा किया
19:40और सबसे बड़ा शुक्र उसका यह है
19:42कि इनको साले बना दिया
19:44फर्मा बरदार बना दिया
19:46ले आओ समरा, क्या हुआ
19:52यहां तो नहीं है
19:54बाच़ों में नहीं है
19:56लुकान, टेरिस्ट में हो गए
19:58फजर बेटा
20:02फजर
20:04फजर
20:08जावेद बेटी है तो वैसे भी
20:10बाप की इजद की खातर
20:12जान देने वाली मखलूग है
20:16और मेरी तो
20:18यह बेटी जो है ना
20:20मेरा मान है
20:22मान
20:24यहां तो नहीं है, यहां भी नहीं है
20:26तो कहा गई
20:28कहा जाएगे सम्रा
20:30यहीं कही होगी, दुलन बनिवी है
20:32तो दुलन बनिवी कमरे से बाहर कैसे चली जाएगे
20:34समीर को बुला
20:36ताइजी, आप लोग यहां क्या कर रहे हैं, ताइबा बुला रहे है
20:38आपको नीचे
20:40हाँ, फजर कमरे में नहीं है
20:42क्या? फजर आपी?
20:44मैं देखता हूँ, रोके
20:46तुम कहा देख रहे हैं, देख लिया हमने, वहाँ पर भी नहीं है
20:48तुम जाके न उपर के सारे कमरों में देख कर आओ
20:50और बातस्रूल्स में भी देख कर आओ, और किसी से कहना मत
20:52किसी से कहना मत, सीज़ आके मुझे बताओ, जल्दी करो
20:54गब्राए नहीं भाभी, यही कही होगी, कहाँ जाएगी?
20:58लेकिन कहाँ जा सकती है?
21:08रिलाक्स, पीछे कोई नहीं आ रहा हूँ, हम सफ़
21:14वादि मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा फैस्या लाए
21:17बड़े फैस्या लाए जिंदगी बदलते हैं
21:20सब कुछ मैंने तुम्हारे आसरे पर किया है, तुम्हारे घरवाले तो मुझे कभूल कर लेंगे न?
21:25कभूल? वे तुम्हारे पर अपनी बात करेंगे
21:31तुमने इस बारे मन से बात किया है?
21:34मुझे यकीन है, अपनी और तुम्हारी महुबद पर
21:40तुम्हारी महुबद नहीं मुझे इतनी हिम्मद दिया है
21:43और न सच पूछो तो चाजी की हाल दे कि मुझे में बिलकुल हिम्मद नहीं हो रही थी इतना बड़ा कदम उठाने की मैं बहुत डर गई थी
21:50महुबद वारे दर्ते भी हैं
21:54शायद उन्होंनें भी कभी इस तरह नहीं सोचा होगा
21:58लेकिन महुबद के साथ साथ इस्सत इन्सान का बुनियादी हाग होता है
22:05तुम्हें बता है हम कतल भी हो सकते हैं
22:09मुझे कोई परवाह नहीं है
22:10मुझे कोई परवाह नहीं है
22:12क्योंकि मुझे जो हासिल करना था
22:15वो मुझे बड़ गया
22:19मुझे बता होता तुम्हारे घर्वाले तनी असानी से माँ जाएंगे
22:21तुम्हें इतना बड़ा कदम ही नहीं उठाती
22:23तुम्हें कहती घर रिष्टा लेकर आजा
22:25और तुम्हारे घर्वाले को क्या होता?
22:28और नहीं जाते हैं भी कभी ता कभी
22:36ताइजी, फजर आभी तो कहीं पे भी नहीं है
22:40उसको फोर में लाओ
22:42फोर में लाओ
22:45फजर का नंबर है न?
22:46हाँ
22:49सम्रा
22:53बन जा रहा है फोर
22:55बन जा रहा है
22:58कहाँ गई होगी?
23:00सम्रा
23:02हाँ
23:04अराम से, अराम से मिल जाएगी
23:05कहाँ चलेगी?
23:09तुम और कहीं देखो, नीचे कहीं देखो, किसी और कमरे में देखो
23:12देखता हूँ
23:14है न
23:26चलो
23:31और दर लग रहा है मझे
23:33इतना बड़ा कदम उठा लिया
23:35घर से यहां तक आ गई और
23:38अमधर लग रहा है तम
23:39चलो.
23:44और दर लग रहा है मुझे.
23:45इतना बड़ा कदम उठा लिया,
23:48घर से यहां तक आ गई और
23:51अब दर लग रहा है तुम.
23:52अब दर लग रहा है तुम.
23:56चलो.
24:08आओ.
24:16आजल.
24:18मूखे बल गिरने वाली थी आज तुम्हारे साथ.
24:23ये कमभखत महबबद अमेशा मूखे बल गिराती है.
24:30मैं नहीं गिर सकती थी.
24:32मेरे साथ तुम हो न.
24:35इतना यकीन?
24:38उन्हें यकीन दिलाया है मुझे.
24:41और अगर नहीं दिला था तो
24:42आज तुम किसी और भी दिलन बन जाते हैं.
24:51ये क्या है?
24:54तुम ना आते ना तो मैं भी नहीं होती फिर.
24:57मैं भी नहीं बशती.
25:00दड़कीया ना वाकई बागल होती हैं.
25:07चलो.
25:08चलो.
25:38आपको क्या इसके दुलाइम उठा कर लाएँ?
25:40आपके दुश्वनों की बेटी है यह.
25:43जिसे मुहबब के बाद पहुंचा मुझे बात तो चाहिए कर लाएँ.
25:45मैं बहुत नहीं कर लाएँ.
25:46मुझे चलो.
25:48आपको किसी दुलाहिम उठा कर लाएँ?
25:49जिसे मोहबत के बंधन में पांद के इस घर तक लिया आयूँ.
25:57उम्हीद करता हूँ, आज के बाद मुझे कोई लूजर नहीं कहेगा.
26:00लेकर इन्हां लेने का ताना नहीं दे.
26:04यह इसके प्राधे को मैं धूला दे.
26:06जिसे मोहबत के बंधन में बांध के इस घर तक लिया आया।
26:14इमीद करता हूँ, आज के बाद मुझे कोई लूजर नहीं कहेगा.
26:17लिकरी ना लेने का ताना नहीं देगा।
26:26दादा साहब की खुदकुशी का बदला ले लिया है मैंने.
26:29यह आपका बर्थदे सर्प्राइस है।
26:38क्या मतलब क्या कहना चाह रहे हो?
26:40मैं यह कहना चाह रहा हूँ, यह मलिक शुजात की बेटी है।
26:50इसकी आज शादी थी, और यह मेरे साथ चली है।
27:00मेरा मतलब है कि मेरे साथ भाग के आ गई।
27:06बहुत पर्टाश किया हैं हमों को ने, अब तुम मेरों पर्टाश करोगे।
27:15ये ले अबबा, मलिकों की इस्थद आपके कदमों में रख दिया है।
27:21ये ले अबबा, मलिकों की इस्थद आपके कदमों में रख दिया है।
27:28ये वही बात है, अब पता चलेगा उन्हें कि शादी की रात घर की मेटी भगाने से दिल पर क्या उसर होता है।
27:39तेकिन तेरा बाप मेरे बाप इसलिए गहरत बन नहीं होगा, कुछ तुब बोदी मीं माड़ेगा, नहां।
27:47तेरे चाचा ले मेरी बेहन को तेरे खरवालों के साथ मिल गे बगा दिया था।
27:56हमारा खणदान तो रस्वा हो गया, अब तेरे खणदान की बारी है।
28:09ये होई ना बहादरोणी बात।
28:16ये बहादरी नहीं, सबसे बड़ी बुस्दिलिया है।
28:26घर के तो पड़े, एक लड़की की पेबसी का तमाशा देख रहा है यहाँ पर, शर्मा नहीं जाएँ आपको।
28:39ये हमारी दुश्मनों की बेटी है।
28:43समझ देयो, दुश्मनों की बेटी है।
28:45बेटी दुश्मन की हो या दोस्त की।
28:51बेटी बेटी होती है।
28:55तुमारा मामला नहीं है शेर, इससे दूर रहो।
28:57ये कोई मामला नहीं था, ये गड़िया फेल था जो तुम ने किया है।
29:00ये गड़िया फेल इसके चाचा ने मेरी बेहन के साथ किया था।
29:03आपकी बेहन महवबत में गई थी।
29:06ये महवबत में आए है, इसाप बराबर।
29:08तुम्हारा दोस्त करो।
29:10तुम्हारा दोस्त करो।
29:16ये महवबत में नहीं आए है।
29:19ये महवबत के जाल में भसा के लाई गई है।
29:23फर्ग है।
29:26तुम क्या चाना?
29:29महवबत एक बहुत ही मौतबरी चीज का नाम है।
29:34अगर छूटी भी होना, तो भी इसकी इजद वाज़िब होती है।
29:41तंबा कर लाए अपने घर पर चुरिया जाकु कोई निकलता है।
29:43बहत करो।
29:48चलो लड़़ी, जहांसे आए इस बंद चोड़े करा था, तुमें मैं तुमें।
29:51तुम इसे यहाँ से में नहीं ले जा सकते हैं।
29:53देखते हैं.
29:55मैं इसे यहाँ सबके सामने से लेके जा रहा हूँ.
30:00इसे इसके घर छोड़ने हैं.
30:05किसी के पाप में भी हिमद है ना.
30:08तो मुझे रोग करते...
30:09कौन?
30:12चलो.
30:13खेल, तुम वहाँ केले नहीं जाओगे.
30:15बनदे साथ जाएंगे.
30:16बाबा जंग लडने नहीं जा रहा हूँ.
30:17उनकी बेटी वापस करने जा रहा हूँ.
30:19यही तब अभी पच्चे हो.
30:20वो तुष्पन आपका अलाका है.
30:21तुम क्या खेल है?
30:22उसे लेके जाओगे तुम मना.
30:23इस्तक्वाल करेंगे.
30:24फुल भेंगेंगे तुम पर.
30:25गोली मारेंगे.
30:26सीधे पैट.
30:27मैं भी शेर हूँगा.
30:30कबर पर तुम मैं भी गोली नहीं खाँगा.
30:34चलो.
30:34खेल.
30:35बस.
30:37मैंने कह दिया हूँगा बगी.
30:40अखेला जाओगा, कोई पीछे नहीं आजाओगा मेरे.
30:42चलो.
30:43पुछे रुप चाओगा.
30:44खेल.
30:45खेल.
30:46चलो, चलो.
31:10सुनता है नहीं बाग.
31:12कितना रोका फिर?
31:13रोकना तो पड़ेगा.
31:14बच्चा है वो.
31:16राजदान को बलाओ.
31:17राजदान.
31:18राजदान.
31:21जी रैस.
31:22है राजदान.
31:23इसके पीछे जाओ.
31:24तो बन्दे लेके जाओ.
31:25शेर को गोली नहीं लगनी चाहिए.
31:27कांटा तक नहीं चुनना चाहिए.
31:29तुम मा हो और तुम यह कह रही हो,
31:32कि तुम्हें नहीं पता कि वो कहा है.
31:36भाईसाब, भावी ठीक कह रही है.
31:39फजर नहीं सिरा सी भाप नहीं दी.
31:41अगर हमें पता होता,
31:42तो हम यह रिष्टा करवाते हैं, क्यों?
31:46अगर हमें पता होता,
31:48भाईसाब, भावी ठीक कह रही है.
31:51फजर नहीं सिरा सी भाप नहीं दी.
31:53अगर हमें पता होता,
31:54तो हम यह रिष्टा करवाते हैं, क्यों?
31:58ताइबा, ताइबा, वो नीचे...
32:00क्या, क्या हुआ रीचे विटा?
32:02वो नीचे सब लोग कह रहे हैं
32:03कि बरात वापिस जाएगी.
32:04क्या?
32:09भावी, भावी, रोके हमें, रोके.
32:27मुझे घर से थोड़ा दूप आगेगा.
32:30क्यों?
32:31वो लोग आपको मार देंगे.
32:38और तुम्हें?
32:40मुझे.
32:43इसलिए मेरा साथ जाना ज़रूरी है.
32:49आपके दुश्मनी खतम कर देंगे.
32:53दोस्ती भी नहीं रखूँगा.
32:55तो मुझे क्यों बचा रहे हैं?
32:57क्योंकि बेबस औरोद को छोड़ना,
32:59मरत की शार नहीं है.
33:09अब हमें इज़ाज़त दीज़े.
33:12क्या कह रहे हैं आपसे चाचार?
33:14दुलन लेने आये थे,
33:16अब वापिस जा रहे हैं.
33:17चल बड़कुलार,
33:19अपना तो वापिस जाएगी.
33:21चाचार?
33:22जाते हैं आपको.
33:30बेलतहा क्यूं
33:33हासिर होई मुझको
33:36ये सिंदगी बेवफाँ
34:00बाईसाब
34:06समभाले ख़ुद को बाईसाब
34:14भाबी
34:16बजाहत
34:19बाईसाब
34:23बाईसाब
34:25बाईसाब
34:27बाईसाब
34:29भाईसाब, भाईसाब, ऐसे ना करें, होजल करें.
34:36प्लीज़, नहीं, नहीं, भाई, भाई, प्लीज़, उसको जूंड़ेगे ना.
34:41फजल को समझाएँगे, बच्ची है, इस तरह ना करें.
34:46भाईसाब, प्लीज़.
34:48भूज़हत, मेरा गला गोड दे यार.
34:52नहीं, मुझे मार दे यार.
34:57मैं ये इतनी मेज़ती कैसे कुछ अंच्छा करुगी?
35:03मेरे सीने पे कोली मार दे.
35:05नहीं, नहीं, भाईसाब, मेरे सीने पे कोली मार दे यार,
35:09मेरे सीने में गोली मार दे मुझे.
35:10नहीं, नहीं बाईसार.
35:12मेरे सीने में गोली मार दे याँ.
35:15ताकि भज़ा की महावबद और मेरी बेज़ती
35:20मर चाये याँ.
35:24मर चाये.
35:39मेरे सीने में गोली मार दे याँ.
35:41मेरे सीने में गोली मार दे याँ.
35:43मेरे सीने में गोली मार दे याँ.
35:45मेरे सीने में गोली मार दे याँ.
35:47मेरे सीने में गोली मार दे याँ.
35:49मेरे सीने में गोली मार दे याँ.
35:51मेरे सीने में गोली मार दे याँ.
35:53प्राज़र?
35:59प्राज़र?
36:00रुख चाओ सायका.
36:23अपने कदम यही रोख लो.
36:25शुजात, वापस आगई यहे.
36:29उसका घर से जाना बड़ा जरूम था.
36:33वापस आना कोई कमाल नहीं है.
36:39इसने वापस आकर हमर मुझ्रम बना दिया है.
36:54पाज़ार.
36:56यकीनंद, इसकी गट्या हरकत है.
37:03शेरजमान किसी की इजद के साथ नहीं खिलता है.
37:11ये तो आपके घंदान का उसूल है.
37:14जानता हूं मैं.
37:19भाई की गलती थी.
37:20सुधार ने आया हो यहाँ.
37:25आपकी बीटी जैसे गई थी, वैसे ही बापस लेकर आया हूँ.
37:31कभूल कर ले.
37:32हैसान मत चताओ.
37:35घर से भागी हुई ये लड़की है.
37:39नहीं चाहिए.
37:45आपकी अपनी बीटी नहीं चाहिए.
37:47अपकी अपनी बीटी है, अच्छा होगा कि कभूल कर ले.
37:53अर्ना रैसों की गोठी में खादमाओं की तरह रहेगी तो...
37:59आपको अच्छा नहीं लगेगा.
38:01तु मेरी इज़त मिट्टी में मैं लाने आया,
38:03तेरा खयाल है मैं उज़ित है,
38:04यहाँ से सलामत जाने दूँगा.
38:08उमीद तो यही करके आया था.
38:14लेकिन अगर अच्छाय का बद्दा,
38:17गोली खाना है,
38:20खड़ा हूँ आपकी सामने.
38:22काखा यही निशाज है.
38:24भाईजन.
38:25नहीं भाईसाब, नहीं.
38:26ऐसा मत करें भाईसाब.
38:27ऐसा मत करें.
38:34ताज़ी.
39:04काखा हूँ आपकी सामने.

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