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  • 5/24/2025

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Transcript
00:00I am going to get a full life.
00:03I will get some new life to find a place.
00:07I will get very far away.
00:11When my life is a long time,
00:13I will get some new life to find a new life.
00:17I am going to get some new life to find a new life.
00:24But I am going to get some new life to find a new life.
00:29ुपूरा पर शुच्री बेटा इस बार कुछ नहीं होगा तू बस अपनी तयारी कर
00:49कश्मीर में क्षूब मज़े करूँगा मैं तो पहाडों पर चड़ूँगा फिसलूँगा सेव खाऊंगा और कश्मीरी लोगों से ठेर सारी बाते करूँगा
01:00अहाँ, सब कुछ करना, अब जा, और जा कर पैकिंग कर ले
01:05वैसे मैंने सोचा है कि जब हम वहाँ जा ही रहे हैं, तो एक पश्मीना शॉल ले ही लूँ
01:11पश्मीना शॉल बहुत महंगी होती है प्रिया, तुम्हें तो पता है कि ये ट्रिप हमने कितनी मुश्किल से प्लान की है, संजू दो साल से पीछे पड़ा था, लेकिन पैसे ही नहीं हो पा रहे थे
01:22अरे मैं मजाग कर रही हूँ, मुझे पता है ये ट्रिप हमारे लिए कितनी खास है, मुझे कोई पश्मीना वश्मीना नहीं चाहिए, बस कश्मीर की वादियों में खो जाना है
01:32हाँ हाँ चलो, अब तुम भी पैकिंग कर लो, सुबह जल्दी निकलना है
01:37ओके, आप भी अपनी पैकिंग कर लेना, या फिर हमेशा की तरह मैं ही करूँ
01:42कर लूँगा, कर लूँगा
01:44एक और, जहां उनके सफर की तयारियां जोरों पर थी, वहीं दूसरी और, आतंक वादिया अपनी नापाक साजिश को अंजाम देने की तयारी में जुटे थे
02:07उसी समय वाकी-टॉकी से एक कोडेज सिगनल की आवाज गूंचती है
02:22उनकी आँखों में एक अजीब सी चमक है, जैसे कोई अधूरी ख्वाहिश पूरी होने जा रही हो
02:30वो टेंट से बाहर निकलते हैं और तेज कदमों से सर्विलेंस रूम की और बढ़ते हैं
02:36एक अंधेरे टेंट के भीतर चारो और मॉनिटर लगे थे, स्क्रीन पर ड्रोन फीड चल रही थी
02:42पहल गाम की सड़के, परियाटोकों की चहल पहल, पुलिस की गश्ट और सेना की चेक पोस्ट
02:48आतंकी एक टक स्क्रीन को घूर रहे थे, अचानक टेंट का परदा हटता है, अंदर आते हैं आका, लंबी दाढ़ी वाला एक बुजर्ग व्यक्ति
02:58भारी चोगा पहने हुए, उसके साथ दो गार्ड्स, उसे देखते ही सभी आतंकी तुरंत खड़े हो जाते हैं
03:06वो प्रोजेक्टर के पास जाते हैं, और नक्षे पर उंगली रखते हैं, जहां एक लाल बत्ती लगातार चमक रही होती है
03:20वक्त बहुत कम है, पहल गाम क defendant कमीर हमारा है, तुम्हारा निशाना रफ गोली नहीं, तरका बीज होनी चाहिए
03:30This just comes with no
03:58जर्फ हिंदू मर्दों को मारना है
04:00और उनकी अरतों और बच्चों को छोड़ देना
04:04ताकि हमारा पैगाम वहाँ के सियासी लोगों तक पहुँच सके
04:08इस बार बच्चों कुछ ऐसा करना है
04:11कि उनकी रूह काप जाए
04:13जो भी दिखे उसे जिन्दा मत छोड़ना
04:17सब को मार डालो
04:19हर एक मौत तुम्हें जन्दत की तरफ करीब करेगी
04:24उनका मज़भ क्यों पूछना है
04:26और आरतों और बच्चों को क्यों छोड़ना है आका
04:29आप ये रहम क्यों दिखा रहे हैं उन काफिरों पर
04:32ये रहम नहीं है
04:34एक चाल है लोगों को बंटने की
04:37ताकि वहां के हिंदू और मुसल्मान एक दूसरे के खून के प्यासे हो जाए
04:42हम तुम्हें फिर कभी बताएंगे
04:44हमारा मकसद चंद लोगों को मारना नहीं
04:48बलकि हिंदुस्तान की वो हालत करना है
04:51जिससे रातो रात वहां तबाही हो मातम हो
04:56और ऐसा करने से वो लोग आपस में ही लड़ मरेंगे
05:01अब ज्यादा सवाल मत करो और मकसद को अंजाम दो
05:05जन्नत तुम्हारा इंतजार कर रही है मेरे बच्चों
05:09हमारा पर्चंद बुलंद हो
05:11इंशाल्ला इंशाल्ला इस बार पूरा हिंदुस्तान जलेगा
05:16उधर सुभे सुभे जब प्रिया और राजीव अपने बेटे संजु को लेकर
05:20ट्रेवल एजनसी की गाड़ी के पास पहुँचे
05:23उनमें एक नव विवाहित जोड़ा भी था
05:25किरन और गौरव
05:27गौरव अगर हमारा सुभे लेंड का विज़ा रिजेक्ट ना हो था
05:30तो कितना मज़ा आता
05:32अरे किरन छोड़ो ना उसे
05:33अगर सुभे जरलेंड नहीं जा पाए तो क्या हुआ
05:36पहल गाम भी तो मीनी सुभे जरलेंड है
05:38वो बात तो सही है पर
05:40जो चीज छूट गई उसे जाने दो
05:42जो है उसे एंजॉय करो
05:44हाँ ठीक कहते हो तुम
05:48पर स्विस चॉकलेट खाने का सपना अधूरा रह गया
05:51अरे मैडम कश्मीडी सेब खाओगी तो सेहत बनेगी
05:55और तुम देखना
05:56यहां के नजारे देखकर
05:58तुम स्विस्जर लेंड भूल जाओगी
06:00हाँ
06:00फिर ठीक है वैसे इस ट्रिप के खत्म होते ही
06:04मुझे मंदर ले चलना
06:05मैंने एक मनत मांगी थी
06:07जो पूरी हो गई है
06:08अचा ठीक है अब चलो भी
06:10गोलियों की आवाज गूंच रही थी
06:12एक आतंकी ग्रूप को ट्रेनिंग दे रहा था
06:15एक गोली, एक काफिर, एक बम, सब चेहरों का खाफ
06:21वो सब तूरिस्ट और सोलजर्स के कटाउट्स पर फाइरिंग कर रहे थे
06:26वो सब अपने आपको पहलगाम अटैक के लिए तयार कर रहे थे
06:30गाडिया तयार खड़ी थी
06:32आतंकी बैक अप और एके 47 लेकर लाइन में खड़े थे
06:36ये जिहाद है मेरे बच्चों
06:38तुम जमीन पर खुन बहाओगे
06:40और उपर जन्नत की बारिश होगी
06:42वहां की हूरे तुम्हारा इंतजार कर रही है
06:46मकसद याद रहे मेरे बच्चों
06:49पूरे हिंदुस्तान में मातम होगा
06:52या आका हम कुर्बानी के लिए तयार है
06:56जिहाद ही हमारा एक मकसद है
06:59वो गाडियों में सवार होते हैं
07:02और पहल गाम की और निकल परते हैं
07:04गाड़ी में उनकी बातों की मिठास घोल रही थी
07:06कि पीछे से एक कोने से ठाहा के की आवाज आई
07:10वहां एक ग्रूप बैठा था
07:12लवली, संजीव, गगन और चंचल
07:15कॉलिज की दोस्ती, बे परवा हसी
07:18और पहाडों का पहला रोमांच
07:20इनकी एनर्जी कुछ और ही थी
07:22तो भाईयो और बैनो, ध्यान दो
07:25पहली बार पहाड देखने जा रहा हूँ मैं
07:28किसी ने मेरी फिलिंग्स का मजाक उडाया न
07:29तो यही पहाड से धक्का दे दूँगा
07:32ओ भाई, तु अकेला नहीं है
07:34मैंने भी अब तक पहाड सिर्फ टीवी पर ही देखे है
07:36वो भी ये जवानी है दिवानी में
07:38तो तुम दोनों हीरो बनने चले हो पहल गाम में
07:41ध्यान रहे, वहाँ फिसलोगे तो सीधे अस्पताल जाओगे
07:44यहाँ शायद डारेक्ट उपर
07:47ओई तु चुप रहे
08:04सब लोग टूरिस्ट वैन में बैठते हैं
08:08और पहल गाम के लिए निकल पढ़ते हैं
08:10हसी मजाग, गाने और चाय समोसे के बीच सफर आगे बढ़ता रहा
08:21हर कोई पहल गाम पहुँचने को बेताब था
08:24लेकिन किसे पता था
08:26वादियों की इस खुबसूरत यात्रा में कोई मौत का साया भी उनका इंतिजार कर रहा था
08:32शांत पहल गाम के घाटी को पता नहीं था
08:39कि कहर उसके दर्वाजे पर था
08:41एक वही का लोकल आदमी उनसे मिला हुआ था
08:44वो धीरे से आतंकियों से बात करता है
08:47सब दय है भीड सबसे ज़्यादा पहल गाम में मिलेगी
08:50इस बार कोई चूक नहीं डर की आग पूरे मुल्क में फैलानी है
08:55चलो पाकी सब वो बताएगा कब और क्या करना है
09:00कौन?
09:02है एक और हमारा वफादार
09:05टोरिस्टों के गाड़ी पहल गाम पांचने वाली थी
09:10अब उन्हें उपर की चड़ाई करनी थी
09:12सलाम भाईजान
09:14मेरा नाम इर्फान है
09:15और मैं आपका गाईड हूँ
09:17अब हम लोगों को यहां से उपर जाना है
09:20उपर?
09:20अरे इतनी जल्दी उपर मत भेजो भाई
09:23अभी तो मेरी शादी को एक हफता भी नहीं हुआ
09:25ओ गौरव
09:28इनके बात पर ध्यान न दीजिए
09:30ये मजाग कर रहे है
09:31कोई बात नहीं
09:33लेकिन ऐसे बोलना नहीं चाहिए
09:35कई बार मुह से निकली बात सच भी हो जाती है
09:38भगवान न करें इर्फान जी
09:40अब कैसे बातें कर रहे हैं?
09:42अच्छा अब ध्यान दीजिए
09:43अब हम पहलगाम स्पॉट के लिए निकल रहे हैं
09:46रास्ता थोड़ा मुश्किल है
09:48लेकिन मनजिल बहुत खुबसूरत है
09:51उन लोगों को नहीं पता था
09:53कि ये गाईड इर्फान उन आतंकियों से मिला हुआ था
09:56और उनका मुखबिर था
09:58जो उनको वहां की हर छोटी से छोटी जानकारी दे रहा था
10:02वो लोग उपर की तरफ बढ़ने लगे
10:04मौका देखते ही इर्फान ने चुपके से उन आतंकियों को फोन लगाया
10:09सब तयार है
10:10बस अब आप सही वक्त पर पहुँच जाना
10:12उपर टूरिस्ट का एक बड़ा ग्रूप जा रहा है
10:15और भी बहुत सारे ग्रूप्स वहां आ रहे है
10:18वह बिरादर
10:19बहाद ख़ब
10:21अब बस और इंतजार नहीं होता
10:24हमार है
10:25इर्फान आगे आगे था
10:27बाकी सभी पीछे पीछे
10:29लेकिन इर्फान बार बार
10:31ब्लूटूथ में कुछ न कुछ बोल रहा था
10:33लुकेशन क्लियर
10:34अब आजाओ फटाफट
10:36पोई सैनिक नहीं है यहां
10:38घाटी में हथियार पहुचा दी गई है

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