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  • 5/24/2025
Mann Mast Malang Episode 39 - [Eng Sub] - Danish Taimoor - Sahar Hashmi
Mann Mast Malang is a captivating love story that follows the journey of two families once bonded by an engagement but torn apart by a single incident. What begins as a deep connection between Kabeer and Riya turns into rivalry, forcing them onto opposite sides. However, fate has other plans—despite the animosity, their hearts find their way back to each other. As love rekindles, they must navigate the complexities of family feuds, proving that true love can heal even the deepest wounds. Will their love be strong enough to reunite their families and overcome the past?

7th Sky Entertainment Presentation
Producers: Abdullah Kadwani & Asad Qureshi
Director: Ali Faizan Writer: Nooran Makhdoom

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Transcript
00:00ಪತಾಓ ರಹೆ ಕರನೇ.
00:02ಕಇವಾ..
00:04ಮತಾಓ..
00:06ಚರಹಕರನೇ.
00:08ತದವನತದ ಚರಹಕರನನದ.
00:10ಚರವದದದ..
00:12ಎಗ್ಳಗಾಣದಾಓ.
00:14ಗದಕರನೇ.
00:16आरि..
00:18हैं तमें शाबाज दे रहे हूँ
00:19और तम रो रहै हूँ.
00:26दिन तोड़ दिया मैंने उसका दोपा.
00:37दोपा दिये मैंने उसका.
00:46एक एक अपना खेल के लें, मैंने उसके साथ...
00:49तुमने सिर्फ इस खेल में पहर कियें...
00:56क्योंके धोका उसने देना था...
00:58दिल उसने तोड़ना था...
01:04और अगर ये ही सब वो तुम्हें कहता ना...
01:07तो दर्ज ज्यादा होता...
01:09मैंने धोकी जाओ...
01:11और अगर यही सब वो तुम्हें कहता न
01:14तो दर्ज ज्यादा होता.
01:21मैंने सिर्फ तुम्हें इस तकलीफ से बचाया.
01:25तो..
01:27तो मुझे पछतावा क्यों हो रहा है?
01:29क्यों बुरा लग रहा है मुझे उसके लिए?
01:32क्योंके तुम सची थी.
01:33यह रोना तुम्हें अपने आप के लिए आ रहा है.
01:36क्योंके तुम ने दुश्मन से प्यार किया.
01:46जिससे सिर्फ धोका मिलना था तुम उसके करीब आये.
01:58लेकिन कोई बात नहीं रिया.
01:59सारी जिन्दगी के रोने से कुछ दिनों का रोना बेता है.
02:03बस करो उस्मा.
02:13हालत देखो उसके, क्या बना लिया उसने.
02:16बेड़ा तुम उठा ने जाओ.
02:18कम ने जाओ.
02:29कुछ नहीं होता सेकंदर.
02:31मौका ही ऐसा है.
02:33थोड़ा रोना तो आएगा ना उसे.
02:39उस्मा, कहीं कभी इसे बदला देते रहते हैं,
02:44हमने अपनी बेहन के सबस्तियात थी नहीं की?
02:47ये वक्ति रोणा है सेकंदर.
02:51जब मुझे प्रश्या हो,
02:52कबीर से बदला देते लेते हमने अपनी बेन के साथ ज़्यात थी पर नहीं गिया.
02:56ये वक्ती रोना है, सेकंतर.
03:00कुछ दिनों में सब भूल भाल जाएगी.
03:01ठीक हो जाएगी.
03:04और तुम परिशान क्यों हो रहे हो?
03:06तुमें तो खुश होना चाहिए.
03:09आज हमने दुश्मिन को शिकास दिये.
03:13थूशी का मौका है.
03:16मैं कुछ मीथा बना कर लाती हूँ.
03:28धाफिस, धाफिस.
03:31धाफिस.
03:34शुक्रिया, धाफिस.
03:38धाफिस.
03:49धाफिस, बेटा.
03:50धाफिस.
03:52माभीना,
03:55तुम तो कभी कोई गलत फैसला करती ही नहीं थी.
03:59सारे खानदान की औरते आके तुमसे मश्परा लेती थी.
04:03और तुमने इतना बड़ा गलत फैसला कर लिया.
04:07अपने दुश्मन की बेटी को बेहा कर लिया थी?
04:12कभीर की जित थी.
04:14और रिया से शादी करना चाहता था, तो तबी मैं...
04:20मैं कभीर की फुफ़ो थी.
04:23अगर तुमारी अकल काम नहीं कर रही थी ना,
04:27तो मुझे से मश्परा कर लेती.
04:30कभीर तो छोटा है.
04:32वो सब भी ना समज है.
04:34लेकिन तुम ने होश के नाखून काट कर फेख दिया.
04:41मैंने सोचा,
04:43अगर उसे घर में बहु बना कर ले आओंगी,
04:45तो मामला ख़त्म हो जाएगा.
04:48दुश्मनी ख़त्म हो जाएगी.
04:50बहुत बड़ी गलत फैहमी थी तुम्हें.
04:52जो तुम्हारा गला दबा रहा था,
04:55उसी की बेटी को गले लगा लिया,
04:57तो बदनामी का तौक तो तुम्हारे गले पड़ना ही था.
05:01तुम्हें पता है?
05:02लोग तना-तना की बाते बना रहे थे.
05:05कबीर के किर्दार को मश्कूग बना दिया है सब ने.
05:09बच्चे तो जित करते हैं,
05:11लेकिन माओं को तो पता होता है ना
05:12कि बच्चों के लिए क्या सही है और क्या गलत.
05:19तुम तो कभी किसी को अपनी खातिर में नहीं लाते थी,
05:22अपने हमपला ही नहीं समझती थी,
05:25अब किसका गिरे बान पकड़ोगी?
05:27वो लड़की तो चली गई,
05:29सारे खानदान के सामने
05:32तुम्हारी गलती का खम्याजा हमें भुगतना पड़ेगा.
05:38आज की ये जिल्लत कोई नहीं भूलेगा,
05:41कोई नहीं भूलेगा, समझी?
05:49वो गईन सारी विस्में,
05:53चलता हूँ.
05:54कबीर, कबीर,
05:57यहाँ होगा अब,
05:59कैसे आईगी रिया अब?
06:06मैं लेकर आओंगी उसे,
06:11कबीर,
06:35बड़ दियें दो नवाफिल शिक्राने के,
06:38और कुछ,
06:41दामन बुर गया मेरे तुम्हारी इस आरसें,
06:48सिंदकी में कुछ नहीं चाहिए,
07:01ये,
07:03तुमने,
07:11तुमने इसे कभी नहीं उठा,
07:16ये तुम,
07:20एक बार्टूबित पहन रहे थे तो तौर्टी के साथ,
07:28खोशिश करेंगे,
07:33आज हमारा इंटकाम पूरा हो गया,
07:37बाबा की रूपो कितना सुना,
07:40सुकून मिल रहा होगा,
07:42डो, मुँ मीठा कर दो,
07:46थोड़ा सा तो खा लो,
07:48सुबा से कुछ नहीं खाया तुम, ये लो,
07:50रिया,
07:56बस,
08:11अबीना ये अस्थार खान का घर है,
08:13यहाँ मेरी बैनों पर कोई हाथ नहीं उठाएगा,
08:26रहने दो सेकंदर,
08:28आज असल थपड तो मा अबीना ने खाया,
08:31उसकी गून से ही अन्दासा हो रहा है,
08:33कि आपकी जिलत कितने दूर दूर तक पहन चीज़ी है,
08:39सारे मैमान, सारा महुला,
08:41बल्के सारे शहर में,
08:42इनके बेटों के बारे में ही बात हो रही होगी,
08:47जिन बेटों पर इनको इतना फखर है,
08:50मुबीन क्हान इतना बड़ा ठेकेदार,
08:52कभीर क्हान, माभीना की जान,
08:59जान जल के रह गईना,
09:04क्या बात है?
09:05आज मुझे कुछ कहेंगी नहीं,
09:08अगर मुझे भी प्रवार करता था,
09:10तो मुझे बची चाहते है,
09:11जल के रह गई ना.
09:15क्या बात है?
09:17आज मुझे कुछ कहेंगी नहीं?
09:23कुछ जलीगती नहीं सुनाएंगी?
09:25मेरे किर्दार पे कीचड नहीं हुचालेंगी?
09:31अरे हाँ!
09:34आज तो आप खुद गर्दन तक
09:36कीचड में टूप जगी हैं.
09:42हमारी कहानी तो पुरानी हो गई है, भाई.
09:45अब तो लोग कभीर के किस्से गाएंगे.
09:52सब यही सवाल करेंगे के
09:54क्या वज़ा थी?
09:56कि कभीर खान की बीवी
09:58शादी की पहली राते उससे छोड़के जड़ी देगे?
10:12क्या उसमें कोई कमी थी?
10:16ये तो मेरा बेटा आकर तुम्हें बताएगा
10:24कि वो क्या कर सकता है?
10:26खसीटता हुआ लेकर जाएगा तुम्हें?
10:28बास, माविन. बास.
10:34भारी धंकियां, भारी शर्पें,
10:37शब, बास.
10:39वैसे, किस हग से गसीटेगा वो रिया को?
10:43ये उसके निका में है, इसी हग से.
10:49लेकिन, जब निका ही नहीं है तो..
10:59आपको नहीं बताया उसने?
11:01हरे, करसे.
11:09रिया ने आपकी बेटे से तलाग मागी.
11:13और ये तलाग हम लेकर ही रहेंगे.
11:29अपनी बेहन को तलाग क्याफता का लकब दोगी?
11:39तुम लोग क्या इसके सगे बाई, बेहन नहीं हो?
11:42हैं.
11:44इसी लिए इसकी शादी अपनी मरजी से करेंगे.
11:59अपने बेटे से कहें कि शराफत से आए,
12:02दो बोल बोले, कागजात पर दस्तक करे और तलाग दे दे.
12:09बना अगर हमने खोला ले लिया,
12:12तो इस पार हम एलजाम लगाएंगे.
12:17हमसे बदला लेने की खाहिश में तुम लोग अपना ही नुकसान कर बैठे हो.
12:23तुम सारी जिनदिगी तलाग क्याफता का लेबल लिया घर में बैठी रहे हैं.
12:27अब इसके लिए भी यही किस्मत चुनी है तुमने.
12:51बना अगर हमने खोला लेने की खाहिश में तुम लोग अपना ही नुकसान कर बैठे हो.
12:57मा बीना से हमारी खुशी देखी नहीं गई.
13:01चल के रह गई है.
13:03खेर, हम तो अपनी खुशी मना है नु.
13:07रिया, बेटा, बेटा बेटा.
13:27बैठा, बैठा.
13:47पापा,
13:51क्या हुआ अब? आप रिया को लेने गई थी ना.
13:54क्यों नहीं आई? क्या हुआ?
13:55यह हुआ? आप ठीक तो हैं?
13:58खरययतो है ना?
14:09महजी, प्रिया को लेने गई थी.
14:12उसे लेकर नहीं आई साथ.
14:14कबीर पिछ़ा कोई जवाब नहीं दे रहा है.
14:15आप भी कुछ नहीं बोल रही हैं.
14:28कबीर इसलिए जवाब नहीं दे रहा क्योंके
14:32ये कागस बोल रहा है.
14:33ख़्लगी देश सकता है.
14:37वो बहूरे काई दो, बहुत भी बहुत बहुत बहुत बहुत है।
14:40जब यह तोड़ी साडी गई,
14:42नहीं।
14:43इसलिए जवाब नहीं दे रा यह बहुत फैलार नहीं दे रहा है,
14:45कि एक आपको ख़्लींग गाई।
14:46बोलती क्यों नहीं?
15:16दलाग!
15:29कबील!
15:31मड़ना चाहते हैं, कबील!
15:34कबील!
15:36कबील!
15:38कबील!
15:40कबील!
15:42कबील!
15:44कबील!
15:46कबील, तुम क्या?
15:49मैं धोका खा चुका हूँ, यार!
15:54मुझे ही देखके खुद को रोक लो!
15:56नहीं रोक सकता!
15:59भाई, मैं नहीं रोक सकता!
16:05माऊबद को होने से भला कौन रोक सकता है?
16:11तुश्मन से!
16:12तुश्मन से भावत कर रहे हूँ तुम!
16:14तुश्मन से!
16:16बहुत मुझ्किल होता है, ना!
16:21तुश्मन से भावत करना बहुत मुझ्किल होता है!
16:24कोई नहीं कर सकता, मैं!
16:28सिवाय मेर।
16:43मैं तुमसे और तुम मुझे
16:46महवपत नहीं कर सकते.
16:52हम करीब आएंगे तो अंजान नहीं है.
16:57तुम जाओ यहाँ से.
17:13आग तो लगी हुई है, लेकिन धूआ दिखाई नहीं दे रहा हूँ.
17:24रिया की वज़ासे आप अपने आपको जितना नुकसान पहुचा चुके हैं.
17:29मुझे तो लगा था उसकी हर बात पे,
17:32हर जुम्रे पे
17:34कम से कम एक सिडरेट तो सुलगा यहाँ है.
17:37कबीरा, आपसे एक बात दो, भुरा ना मानिएंगा.
17:45पता है, मुझे बहुत देर तक ऐसा लगता है,
17:50जब उसके बात पर बात गुँछा नहीं लेता था,
17:55बहुत ना तो मैंने दो,
17:57मुझे बहुत ना दो,
17:58वतय, मुझे बहुत देर तक ऐसा लगता रहा
18:03जैसे आप रिया से शादी सिर्फ तुष्मने निकालने की
18:08बतला लेने के लिए कर रहे थे.
18:17बतला तो लिया गया है.
18:20लेकिंदा आपने नहीं.
18:23रिया ने लिया बतला.
18:25क्या फायदा हुआ हाथ काड़का?
18:28खिस्मत की लखीन हो तो क्या
18:31आप तो रिया की नियत तक नहीं बदल पाए?
18:38क्या तो महावपत सची ना हो तो
18:40इस सब छीनों का कोई फायदा नहीं होता?
18:56आप किस चीज के सहारे पे बैठे हूँ?
19:05बात कहूं पुरा नहीं मानेगा.
19:09सलाम दे दे उसे.
19:16छोड़ दे उसे.
19:19अन्ना ये तकलीफ नहीं होता.
19:25ये पेचैनी जिन्दगी भर आपके साथ रहेगी.
19:40कभी?
19:46जाओ ये उसे.
19:48मैं बात तो सुना...
19:49जाओ ये उसे!
19:56आखरी बार सुभान से समझा रहा हूँ.
20:00अगली बार काट के रख लूगा.
20:03बढ़ जाओ.
20:26मुझे तुम्हारी तरफ कोई महवपत का कतम नहीं बढ़ाना.
20:29और नहीं मैं तुम्हारी कोई हॉसलाव जाय कर रही हूँ.
20:34महावपत नहीं करती मुझे.
20:41तुम्हें कोई लगाओ नहीं है.
20:49अगली बार के रख लूगा.
20:51मेरे बिना रह सकती हूँ.
20:55इदर देखो मेरी तरफ.
21:01मेरे बिना रह सकती हूँ.
21:08खुशी से.
21:21रिया, तुम क्यों रो रही हो?
21:25तुमने तो अपनी महावपत खो दी न?
21:34और मैं, पागल बेवकूफ जिसे लगता था
21:37कि तुम कपेर से सची महावपत करती हूँ
21:39इसलिए तुमने शादी किया, लेकिन नहीं.
21:42तुमने पागल बेवकूफ जिसे लगता था
21:51तुमने तो बदले की आग बुजाने के लिए शादी किया है
21:59और मुझे इस घट्या मकसद के लिए इस्तमाल किया है
22:06कैसी दोस्त हो तु?
22:14रिया के आन्सू साफ करने के बजाए उसे बुरा भला कह रही है?
22:17कैसी बेहन है आप
22:19जो अपनी छोटी बेहन को तलाग का तंगा दिला के घर बिठाना चाहती है?
22:30तुमारा कुछ नहीं जाता समझी?
22:33हमें रिया तुमसे जादा अजीज है
22:41हमने जो कुछ भी किया उसके भले के लिए किया
22:44हमने जो कुछ भी किया उसके भले के लिए किया
22:48नहीं
22:50आपने अपनी अना की तस्कीन के लिए सबका मजाक बना दिया है
22:58और आप
23:01आपको इनकी चाल दिखाई ही नहीं दिए
23:04आपने अस्मा अपा के कहने पर रिया से इतना बड़ा गुना करा दिया
23:14कैसा गुना?
23:16कहना के चाँती हो तुम?
23:18आपने कबीर का दिर तोडा है
23:23उसे तो छ़ोड़े है वो दुश्मन है लेकिन इसका
23:36आपने बाद दिन गर्रिया करा था
23:40जिन पर बाद दिन गर्रिया करा था
23:41आपको उसका रोना चिलनाना सुनाई नहीं देता
23:44दिखाई नहीं देता.
23:50ज़्यादा बकवास करने की ज़रूरत नहीं है.
23:55ये हमारा जाती मामल है, समझी?
24:00मैं बच्चपन से इस घर में आ रही हूँ.
24:02ऐसा कौन सा जाती मामल है
24:04यह मुझे से चुपाया जा रहा है?
24:11रिया मेरी बैस फ्रेंड है.
24:13आप दोनों ने इसके साथ अच्छा नहीं किया.
24:24क्या किया है मैं ने?
24:25मैं आइसे ऐसे दाना चाहिए.
24:28बहुत बहुत मुझे इसे बहुत बाताए.
24:30आईसे बहुत बाताए.
24:32क्या किया है मैंने?
24:34रिया खुद इस सब में शामीर थी.
24:47आज जब जाकर हमने दुश्मनों को मात दिये
24:49तब हम मौतबर केलाई हैं.
24:51क्या कुछ नहीं किया उन्होंने?
24:54कबीर ने गोली मारगे हमारे बाप को मारडाडा है.
25:06मोबीन खान ने हर दिन हमें कारोबार में नुकसान पहुंचाये.
25:09तरा तरा की अजमाय्च्यों से गुजाए रहे.
25:12और बतिक किया मौतबर ने?
25:13मोबीन खान ने हर दिन हमें कारोबार में नुकसान पहुँचाया।
25:16तरा तरा की अजमायच्यों से गुजाय रहा है।
25:24दुश्मनी का जवाब दिया है तो अब मचल रही है।
25:30परिशान हो रही है।
25:32अब उनकी इजद पर बात आ गई।
25:33इतने सानों से हम पर क्या गुज़री है ये किसी ने नहीं देखा।
25:58चन दिनों के आँसों आई है।
25:59रिया ने बहादुरी का काम किया है।
26:10हम सबका बदला लिया है।
26:23और जोनों ने हमेशा हमारे साथ बुरा किया हो,
26:25उनके साथ बुरा करने में कैसा पछता है।
26:28पछता हैंगे तो अब आप लोग।
26:36क्योंकि ये आँसों रुखने नहीं वाले।
26:39मुझे तो हैरत है कि रिया का इतना नुकसान करके
26:42आप दोनों खुश हो रहे हैं।
26:55मुझे तो ऐसा लगता है कि रिया दोनों की सोतेली बेहन है।
26:59जिसका कोई भी नहीं है, जिसकी कोई परवान नहीं करता।
27:02बस, बहुत सुन ली तुम्हारी बकवास।
27:05चलो, निकलो यहां से।
27:12सिकंदर, सिकंदर, निकालो इसे यहां से।
27:15रिया, पनी आँखें खोलो। तुम्हारे साथ ठीक नहीं हो रहा।
27:19खड़े-खड़े मेरा मूँ क्या देख रहे हो। इस गज भरी जबान को बाहर निकालो यहां से।
27:24तुम्हारे साथ खेला जा रहे हैं। रिया, प्लीज, उठो।
27:26तो, कबीर तुमसे बहुत महुपत करते हैं, उसके पास चाहते हैं। जब बास...
27:29प्लीज, रिया, इसे तिलाइफ मत लेना। बहाई, कशब।
27:57चोड़े मेरा हाथ। अच्छे लगते थे आप मुझे।
28:07अस्मा अपा के मुकाबले में हमेशा मैंने आपको पॉजिटिफ समझा।
28:11इसलिए तो पसंद किया।
28:27एक बात बताए। अगर मैं भी इसी तना शादी के दूसरे दिन आपसे तलाक लेती तो...
28:42क्या करते आँगे? क्या कुजरती आपके?
28:46दे देते मुझे तलाक? छोड़ देते अपनी वीवी को?
28:57नहीं. आप कभी भी अपनी वीवी को नहीं छोड़ते.
29:05इसी तरहां कभीर अपनी वीवी रिया को नहीं छोड़ेगा.
29:20आप और अस्मा अपाने रिया के साथ बहुत बरा किया है.
29:24अब भुपते इसका नतीचा.
29:28यह किस किसम की लड़की है यह?
29:30खुले आम अपना ही रिष्टा मांगने की बात कर रही.
29:36शरम दे खया? चुरत तो देखो इसकी.
29:48तुम इसकी बातों का असर मत लेना.
29:51हमने जो कुछ भी किये अपने बाप के कतल का बदला लेने के लिए किये.
29:58इसलिए किये ताके उनकी रूप को सकून मिल सके.
30:01इसमें कोई दूसरी राय है ही नहीं.
30:21कहा था मैंने तुमसे हजार बार कहा था ये लड़की तुमें धोका देगी,
30:26बेवफाय करेगी तुमसे, लेकिन नहीं, तुमें तो रिया चाहिए थी.
30:37अब कहा है? दिखाओ.
30:43जैसी असमा, वैसी ही रिया.
30:51और क्यों नहों हो भाई, एकी घर की, एकी थाली में खाने वाली,
30:54एकी इंसान का खून, अलग कैसे हो सकती हैं?
31:04पर तुमें तो महबद का जुनून चड़ा वाला.
31:07उसने जो कुछ किया है, मेरे साथ किया है, प्लीज आप लोग परिशान नहों.
31:10कैसे परिशान नहों, इस घर में लेकर आयी थी,
31:12मैं अपनी बहु बनाके, इस घर की इज़द बनाके,
31:14जिसे वो अपने पैरों तले रौन कर भाद गई.
31:22सही कहती है, माही जी.
31:32कभी तुमारे बारे में भी पूरे महले में,
31:34वो आस्मा उल्टी सीधी बाते करी.
31:41वो आपकी दोस्त नहीं है, बी स्ट्रीट वाली,
31:43मिसं मुम्तास.
31:47मुझे फोन करके कहरी है,
31:48इस घर की बगुएं तो सारी भाग जाती है.
31:53तुम कभागोगी?
31:57मैंने कहा, मैं ऐसी नहीं हूँ भाई,
31:59ना मेरे सुस्राल वाले ऐसे हैं.
32:02मैंने कहा, मैं ऐसी नहीं हूँ भाई,
32:04ना मेरे सुस्राल वाले ऐसे हैं.
32:06बिल्कुल भी.
32:16मुझे फोन कर रहे हैं लोग.
32:17सौसो किसम की बातें सुना रहे हैं कि
32:19तुम क्या अंधी हो गी थी,
32:20गुंगी हो गी थी, बेहरी हो गी थी?
32:23दुश्मन की बेटी को इज़द बना कर घर में ले आई,
32:25वो इज़द, जिसे वो अपने पैरों तोले रौन कर,
32:27हमें बेज़द कर के चली गई है.
32:37क्या करना है, कभीर?
32:40इसने क्या करना है?
32:42तलाक मांग रही है,
32:43देगा तलाक?
32:44तुम्हारा,
32:45तुम्हारा,
32:53इससा कभी नहीं होगा.
33:06बीवी है वो मेरी.
33:08चल.
33:10वो ही बीवी,
33:11जो तुम्हारा ये हैशर करके गई है?
33:17जो तुम्हारी इज़द को अपने पैरों तोले रौन कर भाग गई है,
33:19चली गई है?
33:23उसे तुम सर पर बिठाओगे?
33:27कहा जा रहे हो तुम?
33:28इस मसले का अल निकालो.
33:29मेरे पास कोई अल नहीं है इस मसले का.
33:42मैं सोरी भाई.
33:45मैं क्या अल निकालो?
33:47समझ नहीं आरा कुछ.
33:53अरे तो क्या मसले का अल हम लोग निकालेंगे?
34:06ये, ये कनेक्शन कटवाओ.
34:11ये फोन कटवादो.
34:12मैं लोगों की बातों का जवाब नहीं दे सकती, बस.
34:22प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र
34:52प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस
35:22प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस
35:52हर वक्ष चुकना रहना पड़ना है.
35:55इस अब पुछ मैंने तुम्हारी कहने पे किया है, वाजव.
35:58मैंना ने खुद इतनी उल्शन में.
36:01माना कि कबीर हमारा दुश्मन है, लेकिन
36:04लिया तो मेरी चोटी मेहन,
36:06मेरी सगी मेहन.
36:09सूझती हूँ कि कहीं
36:11मैं उसके साथ जियात थी तो नहीं कर दिया.
36:15अब कर दिया तो कर दिया.
36:20अब अगर पीछे आटोगी तो पूरी तुम्ही बनोगी.
36:26तो क्या कह रहे हो?
36:28सज कह रहा हूँ.
36:32तुमने बदला लेना था.
36:34मैं तुम एक आइडिया दिया है तुमारी मदद की.
36:37तुम ने उस पर हमल गिया.
36:38पहले कबीर खान की रिया से शादी करवा दिया और फिर
36:42रिया की तलाग का मुतालबा कर दिया.
36:50तो अब सोचना कैसा?
36:54बस तुम ध्यान इस पर रखो कि कबीर खान रिया को तलाग दे दे.
36:58कि वो तो घहर आके तलाग का काँस पाड़ के गए.
37:04अगर रिया की तलाग ना होई
37:06तो सारा प्लैन चौपर हो जाएगा.
37:12और तो तुमारे बदले का क्या होगा?
37:21तुम फिर्कर न करो.
37:23मैं हूँ न तुमारे साथ.
37:27तुम फिर्कर न करो.

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