00:00प्रदेश सरकार का दावा है कि जीला मुख्यालेों में 24 गंटे, तैसील मुख्यालेों में 21 गंटे और गाउं में 18 गंटे विजली दी जा रही है।
00:09सरकार के दावों में कितनी सचाई है इसको जानने के लिए आज हम बांदा के अतर्रा कस्बे आए हैं, यह तैसील मुख्याले है और इस समय हम लखन कॉलोनी में हैं।
00:39आपके धाई सली का सारे चारता लाइट ने रहती है, यह सब चीज़े रहती है। नहीं प्रापर तो नहीं मिलगा रही है। लगों कितना मिलता हो, मांगी चलिएगी 16-17 गंटे, अगर मैं देखूं तो
00:48लाइट तो बहुत जाती है, आधी-ाधी रात पे भी चाती है, कभी 3 बज चली गई, कभी 2 बज चली गई, 9 बज चली गई, कोई टाइमिंग नहीं है।
00:56दिन में भी बहुत कटाउटियां होती है, दो, दो, तीन, तीन गंटे की कटाउटी होती है, तारी किस गंटे तो बिलकुल नहीं मिल लए है, मुझे से है कि 15-16 गंटे मिलती हूँ।
01:06मेरे यहां बिजली के सिते यह है, कि यहां पर लाइट जाने की कोई टाइमिंग नहीं है, और यहां पर अभी 3 बजे शाम से जो लाइट काटे है, तो लगबाग 1-1.5 घंटा या उससे ज्यादा भी हो जाता है, और लाइट नहीं आती है, और फिर रात में शाम के सान जो �
01:36लगबाग कहैं सकते हैं, 16, 17 बहुत से बहुत, वो भी कट कर कर के, उसके लिए कंटीनू नहीं है, कट करके 16, 17 घंटे लाइट दे रहे बस, इससे जादा लाइट नहीं है