एसएमएस अस्पताल को स्थाई अधीक्षक का इंतजार. चिकित्सा विभाग ने दो बार आवेदन मांगा. कार्यवाहक अधीक्षक के भरोसे ही चल रहा अस्पताल.
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00:00प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल, SMS अस्पताल को अपने इस्थाई मुख्या की तलाश है।
00:06दरसल बीते 5 सालों से SMS अस्पताल को कोई इस्थाई अधिक्षक नहीं मिल पाया है।
00:12पिछले 5 साल से सिर्फ कारेवाहक अधिक्षक के बरोसे ही ये अस्पताल चल रहा है।
00:42कारेवाहक अधिक्षक है, अस्पतालों के हित्में नहीं ले सकते हैं।
00:46मसलें, अस्पताल में कई तरह की समस्या हैं।
00:48सौ साल पुरानी ये बिल्डिंग हो चुकी है और इसके मेंटिनेंस को लेकर कई
00:52तमाम तरह के जो बड़ी फैस्ट लेने होते हैं तो जो कारेवाहक के पास जो पावर्स होते हैं, वो कहीं न कहीं अपना उप्योग उसके अंदर
01:01नहीं कर पाते हैं। बेरहाल इससे पहले कई बार कवाया शुरू की गई, इंट्रव्यू भी जो है आयोजित करने की बात सामने आई थी, लेकिन वो इंट्रव्यू अभी तक आयोजित नहीं हो पाए हैं।
01:15खास बात यह है कि पिछले पास साल के अंदर से तीन अधिक्षक ऐसे थे दिनों ने खुद ही जो अपना अधिक्षक का पद है वो छोड़ने की बात उन्होंने कहीं।
01:24विल्हाल जो मौझूदा समय में जो अधिक्षक है कार्यवाक अधिक्षक डॉक्टर सुशील भाटी उन्होंने भी हाल ही में वी आरस की मांग यहां पर कर दी है।
01:33ऐसे में अब जो काटो भरा जो ताज है समस अस्पताल की बात करें जो अधिक्षक पद है इसको लेकर कोई इस्थाई समधा नहीं निकल पा रहा है और साथ ही जो इस्थाई अधिक्षक है उसका इंतजार लगातार लंबा होता जा रहा है।
01:50सायोगी विचंदर के साथ जैपूर से ETV भारत के लिए आधित्यात्रे।