00:55हाँ मीम आज का तिंदो रूटी के तवे से भी स्याता करो मैं
01:04ज़रा सबरे करो राजू गाउं के तालाब में हमेशा ठंडा पानी रहता है
01:11वो रह तालाब चल भी टुक के लगा ले जाए
01:25इस तेज धूब ने तालाब के पानी को सुखा दिया
01:30चंगों को मिट्टी का लेट्टू खिला दिया
01:34तुम सब गर्मी से तड़प रहे हो
01:39मैं तो कायव की ठंडा महसूस कर रहा हूँ
01:43क्योंकि आपके हुर्सकी गर्मी खमे लग रहे है
01:46और जोर से हवा चलाओ चलाओ चलाओ
01:49साइकल को नहीं लाने से जदट भूलो भूलो खुद नारे
02:08शुक्रमनाओ के उस्ताद नहीं है
02:13नहीं तो उनकी साइकल भी हमें धोनी पड़ती है
02:17मा आप से यहां क्या हुआ
02:25बच्चो चलो चलो चलो धोलगपुर में कोई चोल गुसाया है
02:30वो हवा की तरह आताया नोट के गाय बहुं जाता है
02:36दोस्तों वहीं चल कर देखते हैं तब ही पता चलेगा पूरा माम लाओ
02:41कोई पकड़ो चंदू चोर भाग रहा है राजा महल में नहीं है अगर यह चोर भाग क्या तो मेरी नौकरी चली जाएगी भीव
02:52भीव
02:54भीव के होते हुए भुलकोर में कोई भी चोर जादा दूर भाग नहीं सकता
02:59हुआं
03:03हुआ
03:04हाह
03:08हाह
03:10हाह
03:12हाह
03:13हाह
03:14हाह
03:15हाह
03:16मेरी कमार
03:20लेकिन में कड़ालेने सरु रहुँगा
03:22मैं लोटूंगा
03:24हाह
03:25हाह
03:26हाह
03:28क्या हूँ अभी, किसी भालू या हाथी से लडाए हो गई
03:33हाथी नहीं, एक जालाग चोर था
03:36परिशानी की बात तो ये है, कि कि वो चोर भाग गया
03:41उसे किसी भी हालत में पकड़ना होगा
03:45अच्छा, चलो, मैं चलता हूँ
03:49अपराओ नहीं, भीम, मैं तुम्हें चुटके में ठीक कर दूँगी
03:53ये मलहम मोज पर लगा दो, राजू
03:57अब अपने हाथों से अपने पैर के उंगुठे को पकड़ो
04:09नहीं हो पारा
04:13शायद कुछ घंटे सोने से ठीक हो जाएगा
04:17तुम सोच अभीम
04:19सोने का बिल्कुल वक्त नहीं है, मुझे चलना चाहिए
04:25मिल गया
04:29चुड़ा मजे, चुड़ा
04:37जिसका कड़ा है, उसी के हाथों में अच्छा लगता है
04:54पहले पकड़ दो लो
05:00अपना मेहम है, जब चाहे चलना
05:08जहां भीम को हमारी जरूरत होती है, हम वहीं चले आते हैं
05:10जहां भीम को हमारी जरूरत होती है, हम वहीं चले आते हैं
05:22और जो भी ढूलगपुर की शान पर पुरी नजर डाता है, हम उसकी धुलाई करते हैं
05:28दोस्तों, हमला
05:31अच्छा कड़ा है, ये तो मेरे हाथों के लिए भी बना है
05:58कहां मैं चोरी करके राजा बनने का सबना देख रहा था
06:05और यहां तो मेरे कड़ा भी चला गया
06:08जो राजा, चले जेल में राज करने
06:12शुक्रिया दोस्तों, आज तुम सब नहीं होते तो ये चोर भाग जाता
06:22दोस्त, शुक्रिया नहीं कहते, कले मिलते हैं
06:25फिर से पीट दर्द, अब मैं घर कैसे पहुचूंगा
06:33अब तुम आराम करोगे भी, बनना कभी ठीक नहीं हो पाओगे
06:37गबरा मत, मैं तुम्हें उठा लूँगा
06:41रुको
06:50अरे
06:55ओ या, तकल लिया
07:00वा, इतना सुन्दर रथ है, को होगा न
07:10पार ये कौन है, इन्हें पहले तो यह नहीं देखा
07:24प्यारी हिंदू मदी, कैसी हो मेरी बच्ची, कितने सालों बाद तुम्हें देख लिया हूँ
07:32उस्ताद मेरा तप लाओ
07:44जरूर कुछ ना कुछ कड़बड है
07:47रुक जाओ
07:52धोलगपुर्वासियों, दीन तिगाड़ा खेल में आपके पुराने राजा, इंद्र पर्मा की हार होने के कारण, आपके नए महाराज है, ताला खोटाला, और आज से धोलगपुर की हर चीज पर उनका हक होगा, महाराज ताला खोटाला की जाए
08:15भीम?
08:28क्या सोच रहे को भीम?
08:33उसकी टोपी में से जो कीड़ा निकलता है, वही सब को सबोहित करता है
08:38मुझे भी उस कीड़े की आवाज सुनने के बाद से कुछ भी याद दी है
08:41कुछ तो अजीब है महाराज
08:43और दल के साथ एक बदल भी करना होगा
08:54यह जो कर कौन है?
08:58यह तो महाराज के लिए सर्प्राइज है और तभारे लिए है यह
09:03क्यों पीन तेगारा खेल तेगारा शेह और मास्क ताला
09:26गर्बर हो गई को नाला
09:35नाला के सिक्तर नाला
09:49पधारिये महाराज
09:53शुक्रिया भीम तुम्हारी बहादुरी और शक्ति के कारना में किसी जादू से कम नहीं