00:00तनहाई से दोस्ती कर लें, ये लोगों के कंदों पे न, इनिसार करना छोड़ें, जाएं किसी को आप कंदा दे दे, सुपोर्ट दे दे, हम कहते हैं जी जो मुश्किल वक्त आया, तो कोई भी मेरे साथ नहीं था, शुकर करें कि कोई भी आपके साथ नहीं था, अल्ला आपक
00:30ये जो तहजद का टाइम है, इसमें रात होती है, रब की जात होती है, और हमारी उससे बात होती है, और तो कोई भी नहीं होता है, बागी सब तो सोई पड़े होते हैं, और आप जागरे होते हैं, रात जागरी होती है, और वो जात आपके बिलकुल करीब होती है