- 5/8/2025
Step into a magical world where dreams come alive and anything is possible. Fairy tales are timeless stories filled with wonder, adventure, and heartwarming lessons. From enchanted forests and talking animals to brave heroes, clever heroines, and mysterious creatures, each tale carries a spark of magic that stirs the imagination and touches the heart. Whether it’s a story of courage, kindness, love, or transformation, fairy tales take us on journeys beyond the ordinary and remind us that magic lives in the most unexpected places.
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00:00Today's video is about a film.
00:03A film, your story.
00:04A story with a story with a Lachyne.
00:06A story with Raid and Raid.
00:09This story with Raid and Raid.
00:11A story with Raid and Raid?
00:15Are the story with Raid?
00:18Graves and Raid is not dead,
00:20but the story with Raid has been on.
00:22The story of Raid has been on.
00:26Is on?
00:27KIA MUHABBAT ANTHERHE POR GALIB AAN SAKAYEGY?
00:31YA SAIYON KI SELTANAT UNKI QUIZMAT NIGAL JAYEGY?
00:37JANNNE KEELYE WIEDIO COO AAKHIR TAK DECHIYE
00:39KYONKI YEE SIRF EK KAHANI NAHIN
00:42BELKI EK AYSAS PARH HAYE JISSE AAP BHOOL NAHIN PAYENGAY
00:44KALI RATKA SANNATA SELTANAT A. NOKTAN POR CHHAYA HUA THA
00:49CHAT KAHIN CHHUPA BASHA THA OR BADAL
00:51ASMAN PAR AISSE RENG RENG RENG THA
00:53just like a murni kaffilet ki lashen zemiin per ring di hoon
00:57howa me ni ni ni or
00:58purani miti ki mehk thi
01:00ye sultant kabhi jadu ar azmat ki alamad thi
01:03magar abhi just sari beste
01:05thayk kaha jata tha ki
01:07nauktan ke jayere zemiin
01:09ek dharwaza chupa hai
01:10jo kisi mamanuot taqat ko qaid karta hai
01:13purani jinnat ar buzurg pariyaan
01:15usse dure haram kehthe tse
01:16aur hukm tha
01:17kabhi us dharwaze ko mat kholna
01:20But young man's body where did he come from?
01:24He was born himself, but his father of my ex-german,
01:32He could be fond of his eyes, his eyes, his skin, his body,
01:36his body, his body, and his body were very single-germanato.
01:41But he was like,
01:44but he wasn't the truth of his body.
01:46His body was such a greatkur.
01:48These words, they were in the head of his head.
01:52This night, one of them, Rashid has challenged his head.
01:56If you are a good guy, you are a good guy.
02:01Don't you see him, he is a good guy.
02:02He has accepted his head.
02:05The other side, he was a good guy.
02:07He was a good guy.
02:07He was a good guy.
02:09He was a good guy.
02:11He was a good guy.
02:13But he was a good guy.
02:15He was a good guy.
02:18He was a good guy.
02:48।
03:18यहां तुम क्या कर रहे हो जिन्नजादे
03:20महनूर की आवाज में अजीब जादू था
03:22जरियन ने होंट भिंच लिए
03:24यह सवाल तुम पर भी लागू होता है परी
03:27जादी
03:28दोनों के दर्मियान तनाव महसूस हो रहा था
03:32हवा रुक गई थी
03:34दोनों दुश्मन नसलों से थे
03:36मगर एक दूसरे पर
03:38हमला करने के बजाए वह खामोशी
03:40से एक दूसरे को माप रहे थे
03:41फिर एक जौरदार धमाका हुआ
03:43जमीन लरज गई
03:48कहीं नीचे से कोई पुरानी
03:50जंजीर तूटने की आवाज आई
03:51महनूर और जरियन ने
03:53एक दूसरे की तरफ देखा
03:56दरे हराम
03:57खुल रहा है
03:58महनूर ने सरगोशी की
04:00दोनों तकरीबन भागते हुए
04:03उस सिम्त लपके जहां
04:05जारक की मौजूदगी
04:06जैसे हवा को जला रही थी
04:08उसका जिसम धुंधला सा था
04:10मगर आखें इतनी सख्त
04:12थी की अंधेरे में भी दहक रही थी
04:14उसकी आवाज सुरंग की दीवारों से टकरा कर गूँज रही थी
04:18कौन
04:19कौन है जिसने मुझे आजात किया
04:22जरियन ने सीना चोड़ा करके कहा
04:25मैं
04:26जरियन
04:27नौक्तान के वारिस
04:29जारक
04:31की हंसी सुरंग में गूंजी
04:33एक ऐसी हंसी जो जिन्दा दिलों को भी
04:35मुर्दा कर देती
04:36नौक्तान का वारिस
04:38हाँ हाँ हाँ मैंने नौक्तान को जलते देखा है
04:41मैंने तुम्हारी नसल को घटते देखा है
04:43और अब तुम मेरे गुलाम बनोगे
04:46महनूर ने
04:47जरियन का बाजू पकड़ा
04:48ये हमें मार डालेगा वापस चलो
04:51मगर बहुत देर हो चुकी थी
04:54जारक ने एक अजीब सा इशारा किया
04:57और अचानक सारा माहौल धुंद से भर गया
05:00जरियन ने अपनी आखों के सामने
05:02अपनी ही परचाईयां को मुड़ते बिगड़ते देखा
05:06जारक ने अपनी उंगली से एक सियाह रोशनी
05:10निकाली जो तीर की तरह जरियन पर फेंकी
05:13जरियन ने फौरण एक जादूई ढाल बनाई
05:16मगर सियाह रोशनी उस ढाल को चीरते हुए सीने तक आ गई
05:21जरियन जमीन पर गिर पड़ा
05:23जरियन!
05:25महनूर ने चीख कर अपने हाथों में एक नीली रोशनी जमा की
05:29उसने यह जादू सिर्फ कहानियों में सुना था
05:32मगर आज उसे आजमाना पड़ा
05:34नीली रोशनी ने जारक को थोड़ा सा पीछे धकेला
05:38लेकिन सिर्फ लम्हें भरके
05:40लिये!
05:41जारक दहाड़ा
05:42तुम नूरी कबीले की हो!
05:44महनूर!
05:45महनूर हैरत से ठिठक गई
05:47कैसे जानता है मेरा नाम?
05:51जारक ने अपनी उंगलियों को मरोड़ा
05:52और हवा में कुछ अजीब गरीब नक्ष खीचने लगा
05:56सुरंग की
05:57दीवारों से काला खून बहने लगा
05:59तुम सब की कस्मत
06:01मेरी आजादी के लिए कुर्बानी बनेगी
06:04जारक के
06:06अलफाज बिजली की तरह सुरंग में गूंज रहे थे
06:09जरियन बमुश्किल उठा
06:11उसकी आँखों में खून उतर आया
06:14था मगरवा डटा रहा
06:16हमें यहां से जाना होगा
06:17अभी
06:18जरियन ने महनूर की कलाई पकड़ी
06:20और दोनों अंधेरे में दौडने लगे
06:22सुरंग जिन्दा हो गई थी
06:24दीवारें सांस लेने लगी
06:26फर्ष पर हाथों जैसे अभरार निकलने लगे
06:29जो उनके कदम पकड़ने की कोशिश कर रहे थे
06:32हवा भारी हो गई थी
06:37महनूर ने पीछे मुड़ कर देखा
06:40जारक उनके पीछे नहीं आया था
06:43मगर उसकी हंसी अब भी हर
06:44तरफ गूंज रही थी
06:46भागो
06:47जितना दूर जा सकते हो
06:49जारक की गूंजदार आवाज
06:51आखिरी बार कानों में आई
06:53जब दोनों भाग कर जंगल के किनारे पर पहुँचे
06:56तो महनूर ने देखा कि
06:58जरियन के बाजू पर काला निशान बन गया था
07:01एक सियाह अलामत
07:02जो आहिस्ता आहिस्ता नब्स की
07:05तरह धड़क रही थी
07:06ये क्या है?
07:08महनूर ने हरासा होकर पूछा
07:10जरियन ने हाफते हुए कहा
07:13मुझे नहीं
07:14पता, मगर कुछ बहुत बुरा हमारे साथ चिपक चुका है
07:18दोनों खामोश हो गए
07:20फेजा में कुछ बदल चुका था
07:22पूरी सल्तनत पर एक नामालूम बोज उतर चुका था
07:26और अब वापसी मुम्किन न थी
07:28जंगल में भटकते भटकते
07:30वह एक खंड़हर की तरफ आए
07:33वहाँ एक बुढ़ा दर्वेश बैठा था
07:35जिसके इर्द गिर्द काले कौई मंडला रहे थे
07:39जंगल में गहरी धुंद फैलने लगी
07:42हर दरख्त का साया जैसे जिन्दा होकर
07:46तेज तेज सांसें लेने लगा था
07:48दर्वेश ने अपनी लाठी जमीन पर मार कर चीख कर कहा
07:52अब बहुत देर हो चुकी है भागो
07:54मगर भागने का वक्त नहीं बचा था
07:57सामने से साय निकलने लगे
08:00काले बदबूदार और भीशन मखलुखाद
08:03यह साया जिन्नात थे
08:05वह जिन्नात जो जारक के जुल्म के जमाने में मारे गए
08:09और अब बदरूहों की शकल में जिन्दा हो चुके
08:12थे वो जरियन ने अपनी मुठी सक्ती से बंद की
08:16महनूर ने दोनों हाथ उठा कर एक नीला सुरक्षात्मक दायरा बनाया
08:20तैयार हो जाओ यह जंग होगी
08:23मरने या बचने की
08:25जरियन ने गुर्रा कर कहा
08:26साया जिन्नात की चीखों ने फजा को चीर कर रख दिया
08:31एक साया जिन्न करीबी दरक्त से कूदा और जरियन पर जपटा
08:35जरियन ने एक धुआदार मुक्के से उसे पीछे फेंका
08:39मगर जिन्न जमीन पर गिर कर दोबारा उठ खड़ा हुआ
08:42पहले से ज्यादा खौफनाक
08:44महनूर ने अपनी रोशनी को तीर की शकल दी
08:48और एक साया जिन्न के सीने में मारा
08:51जिन्न चीख कर राख में बदल गया
08:54लेकिन उनकी तादाद बहुत ज्यादा थी
08:56जरियन और महनूर दोनों पीठबा पीठ खड़े होकर लड़ रहे थे जैसे
09:00एक स्वचालित तीम
09:01जरियन ध्यान रख
09:03महनूर चीख ही
09:05मगर बहुत देर हो चुकी थी
09:07एक साया जिन्न ने
09:09जरियन के बाजू को चीर दिया
09:11काला खोन रिषने लगा
09:13जरियन ने दर्द से कराहते हुए
09:16पूरी ताकत से वार किया
09:17और साया जिन्न के सर को उड़ा दिया
09:20लड़ाई के दर्मियान
09:22अचानक महनूर ने
09:24दर्वेश को कुछ पढ़ते देखा
09:26एक सियाह मंत्र
09:27यह क्या कर रहा है
09:30महनूर ने हैरानी से सोचा
09:32अचानक जमीन कापने लगी
09:34दर्वेश की सफेद आँखें सियाह हो गई
09:37तुम्हें बचाने का जहांसा दिया
09:40मगर हकीकत ये है
09:42कि तुम्हें कुर्बान करना मक्सूद था
09:44जहरक की ताकत को मुकम्मल
09:47करने के लिए
09:48एक नूरी परी और एक शाही जिन्न की
09:51कुर्बानी दर्कार है
09:52जर्यन ने चौक कर महनूर की तरफ
09:55देखा
09:56हमें धोखा दिया गया है
09:58महनूर की आवाज तूट रही थी
10:01दर्वेश ने लाठी जमीन पर मारी
10:03और एक काला दाइरा
10:05महनूर और जर्यन के गिर्द उभरने लगा
10:07अब तुम बच नहीं सकते
10:09लेकिन उसी लम्हें
10:11महनूर के जिस्म के अंदर से
10:12नीली रोशनी फूटी
10:14इतनी तेज कि दर्वेश चीख मार कर
10:17पीछे हट गया
10:18जर्यन ने महनूर की तरफ देखा
10:20महनूर के गिर्द एक ताज जैसा
10:23हलो बन गया था
10:24उसकी आँखें चमक रही थी
10:26वह नूरी कबीले की
10:28मकदस वारिस थी
10:30जिसका वजूद ही अंधेरे को तोड सकता था
10:33तो यह है तुम्हारी
10:35असल ताकत
10:47के साथ जमीन में धंस गया
10:49और साया जिननात भी तेजी
10:51से बिखरने लगे
10:52मगर
10:54बहुत कुछ बिगड़ चुका था
10:56लड़ाई खत्म हुई
10:58मगर जर्यन के बाजू पर बना काला निशान
11:01अब बढ़ रहा था
11:02वह अब सिर्फ एक दाग न था
11:04बलकि पूरे जिस्म में फैलने लगा था
11:07अत का आस्मान
11:09सियाह कंबल की तरह फैल चुका था
11:11जर्यन और महनूर
11:13एक वीरान पहाडी सिलसिले
11:15के दामन में खड़े थे
11:16जर्यन के जिस्म पर
11:18सियाह निशान अब कंधे तक फैल चुका था
11:21उसकी आँखें
11:22कभी कभी सख्त हो जाती
11:24महनूर ने अपनी जादूई रोशनी
11:26से रास्ता बनाते हुए कहा
11:28हमें जल्दी करनी होगी
11:29लहू की किताब सोरन की कबरों में
11:32चुपी है मगर वकक्त बहुत कम है
11:35जर्यन ने सजीदगी
11:36से सर हिलाया
11:37अगर मैं अंधेरे का
11:39मुकमल गुलाम बन गया
11:41तो मुझे खत्म कर देना
11:44उसकी आवाज में
11:46अजीब सी वीरानी थी
11:47महनूर ने दर्द से उसे देखा
11:50तुम्हें बचाऊंगी
11:53जान देकर भी
11:55दोनों ने सफर शुरू किया
11:57एक ऐसा सफर जो उनकी किसमत
11:59को हमेशा के लिए बदलने वाला था
12:01सोरन की कबरें
12:03एक मुर्दावादी में थी
12:04जहां हर पत्थर पर माजी के
12:07किसी बादशाह का निशान था
12:09महनूर ने कदम बढ़ाते हुए कहा
12:11यहां हर कदम पर
12:13मौत का पहरा है होशियार रहो
12:15जमीन पर बिखरी
12:16हड़ियों से निकलती करा है
12:18उनके कानों में सरगोशियां कर रही थी
12:21अचानक सामने से
12:22एक साया नुमाया हुआ
12:24एक खौफनाक वजूद
12:26जिसका चहरा आधा जला हुआ था
12:28और आधा धाचा
12:30तुम्हें लहू की किताब चाहिए
12:32उसने कराहते हुए कहा
12:37कुर्बानी देनी होगी
12:38अपनी सबसे कईमती चीज़ की
12:40जरियन ने तलवार निकाली
12:42मगर महनूर ने उसे रोका
12:44हमें समझदारी से खेलना होगा
12:47साया ने अपनी हड़ियों
12:50जैसी उंगली से एक दर्वाजा इशारा किया
12:52एक कदीम पत्थर का दर्वाजा
12:54जिस पर खून जमी हुई तहरीरें थी
12:57जब वह दर्वाजे के अंदर दाखिल हुए
13:02तो एक बड़ा कमरा था
13:04चारों तरफ इंसानी और जिन्नाती हड़ियाओं थी
13:08कमरे के बीच में एक खून से भीगी मेज थी
13:11और उस पर चमकता हुआ एक सरक रंग का नस्खा
13:24में से साया जिन्नात निकलने लगे
13:27वह पहले से ज्यादा ताकतवर और भीशन थे
13:30जरियन ने तलवार संभाली
13:33तैयार हो जाओ ये आसान नहीं
13:36होगा
13:36महनूर की रोशनी और जरियन की तलवार साया
13:39जिन्नात पर कहर बन कर तूट रही थी
13:42मगर फिर अचानक एक साया
13:44जिन्न जो सबसे बड़ा था
13:46जरियन पर हमला आवर हुआ
13:48और उसे जमीन पर पटख दिया
13:50जरियन के अंदर की सियाही
13:53बेदार होने लगी
13:54जरियन ने अपनी आँखें बंद की
13:56उसके अंदर एक आवाज गूँज रही थी
13:58छोड़ दो, हारमान, लो
14:01बन जाओ अंधेरे का बादशाह
14:03उसके जिस्म से
14:05सियाह धुआ निकलने लगा
14:07महनूर ने चीख कर उसे पुकारा
14:09जरियन, वापस आओ
14:11जरियन की आँखों में लडाई हो रही थी
14:14अंधेरा उसे अपनी तरफ खींच रहा था
14:17मगर महनूर की आवाज
14:19उसकी रोशनी
14:20उसे बांध रही थी
14:22जरियन ने पूरी ताकत से
14:24खुद को जटका दिया
14:25और एक धमाके के
14:27साथ साया जिन्न को चीर डाला
14:29महनूर दोड़ी
14:30और लहू की किताब उठा ली
14:33उनकी जीत हो चुकी थी
14:34पहली आजमाईश
14:36खत्म हुई थी
14:37मगर जैसे ही उन्होंने किताब छुई
14:40कमरे में एक और जाल
14:42मुतहरिक हो गया
14:44एक खंजर
14:45जिस पर कालिक लगी हुई
14:47फद में तीरता आया
14:50और जरियान के जिस्म में
14:51पिवस्थ हो गया
14:52जरियान ने दर्द से कराहा
14:55में नौवर ने दोड़ कर
14:57खंजर निकाला
14:58मगर अब जरियान के जिस्म में
15:00सियाही मजीद तेजी से फैलने लगी
15:03हमें जल्दी करनी होगी
15:04वरना तुम में नौवर की आवाज
15:07काम परही थी
15:08जरियान ने हंसते हुए कहा
15:10मुझे कुछ नहीं होगा
15:13जब तक तुम साथ हो
15:15महनवर ने आखों में आशु छिपाते हुए
15:18किताब को खोला
15:19अगला इशारा वाजिह था
15:20आशुओं की चश्मा
15:22खामोश जील के दिल में
15:24महनवर और जरियान
15:27एक नई महम पर निकले
15:28रास्ते में हर कदम पर
15:31खत्रा था
15:32जमीनी जिन
15:34हवाई आसीब और प्रासरार
15:37धंद ने उनका पीछा किया
15:38आएक रात जब वो जंगल में आराम कर रहे थे
15:42महनूर ने आस्मान की तरफ देख कर कहा
15:44कभी सोचा था कि हमारी कस्मत हमें
15:48यहां ले आएगी
15:49जरियान ने हंस कर कहा
15:51अगर तुम साथ हो तो जहन्नम में भी जा सकता हूँ
15:54मनावर ने नजरें जुका ले
15:56शायद पहली बार उसे
15:58अपनी सांसों की लर्जश महसूस हुई
16:00जब वो खामोश जील पर पहुँचे
16:02तो मनजर संसनी खीज था
16:04पानी बिलकुल साकत था
16:06इतना की अपना अक्स भी न तोटे
16:09जील के दर्मियान एक सितून खड़ा था
16:12जिस पर नीला मौती चमक रहा
16:14था आंसूओं का चश्मा
16:16मगर जील के कनारे पर एक औरत बैठी थी
16:18एक बहुत खुबसूरत
16:20मगर परासरार औरत
16:22आस ने कहा चश्मा लेना चाहते
16:36औरत ने मुस्कुरा कर
16:37कहा जो तुम्हें सबसे ज्यादा अजीज है
16:40उसे भला देना होगा
16:42वरना चश्मा हाथ नहीं आएगा
16:44जिर्यान ने महनौर की तरफ देखा
16:47वो जानता था कि उसके लिए
16:49सबसे कीमती महनौर ही थी
16:51महनौर ने भी समझ लिया
16:54मैं तुम्हें भला दूँ
16:56जर्यान ने आहस्ता कहा
16:59महनौर की आँखों में आँसो आ गए
17:01अगर ये दुनिया बचानी है
17:03तो हाँ
17:05दुनों खामोश हो गए
17:08जर्यान ने सित्तून की तरफ कदम बढ़ाया
17:11जीसे ही उसने हाथ बढ़ाया
17:13नीला मौती रोशनी में नहा गया
17:15आएक सर्द
17:16लहर जर्यान के जिस्म से गुजरी
17:19और फिर महनौर को देखते हुए
17:22उसकी आँखों में खाली पन आ गया
17:24वा उसे भूल चुका था
17:27मनौर ने आँखें बंद करके
17:29अपने आँसो पूँछे
17:30जर्यान ने नीला मौती हाथ में लिया
17:33और बगएर किसी पहचान के
17:35महनौर की तरफ देखा
17:36तुम कौन हो?
17:39आस ने पूछा
17:40महनौर ने जबरदस्ती मुस्कुरा कर कहा
17:43बस एक साथी
17:45तुम्हें बचाने के लिए
17:47दोर अंधीरे में जारिक
17:50की हनसी गोंजी
18:00की थी
18:01जर्यान जो अब महनौर को
18:04पहचानता भी नहीं था
18:05उसके साथ आखिरी सफर पर
18:08गामजन था उनके सामने था
18:10नौक्तान का किला
18:11जारक का तख्त अंधेरे
18:14का मननबा
18:15बादलों में गरज चमक रही थी
18:18हवा में जली हुई मिट्टी की
18:20बूब बसी हुई थी
18:21दूर दूर तक धुन्ध और
18:23साइं रक्स कर रहे थे
18:25महनौर ने एक आखिरी बार
18:27जर्यन की तरफ देखा
18:28दिल में एक खामोश दुआ के साथ
18:31खुदा करे तुम याद आ जाओ
18:33नौक्तान का किला
18:35एक बदरूह की तरह सांस ले रहा था
18:37दीवारों पर सियाह खून के
18:40धब्बे थे
18:41हर दर्वाजा चीखता था
18:43हर खिड़की कराहती थी
18:44जर्यन और महनूर ने कैले के अंदर कदम रखा
18:48फैजा में सायन-सायन करती हुई हवाएं
18:50उनका इस्तिकबाल कर रही थी
18:52किले के बीचों बीच एक वसीय हॉल था
18:55जिसके बीचों बीच जारक बैठा था
18:58एक हॉल नाक दैत्याकार जिन
19:01जिसकी आँखें दहकती हुई सरक थी
19:03आखिरकार
19:05आ गए
19:06जारक का कहका हॉल में गूंजा
19:08नूरी परी और सियाही में डूबा वारिस
19:10क्या खूबसूरत खेल है
19:12जारक ने हात बढ़ाया और जरियन को अपनी तरफ बुलाया
19:16आओ
19:16मेरे बेटे
19:18मेरे वारिस
19:20मेरे बाद अंधेरे का बादशाह बनो
19:22जरियन की आँखों में उल्जन थी
19:25साया उस पर हावी हो चुका था
19:27मेहनूर ने चीख कर कहा
19:30याद करो जरियन
19:32मैं तुम्हारी साथी हूँ
19:34तुम्हारी उम्मीद
19:35जरियन ने सर पकड़ लिया
19:37दो आवाजें उसके दिमाग में गूंज रही थी
19:40एक जारक की
19:41जो अंधेरे की दावत दे रहा था
19:55सियाह धुआ उठने लगा
19:56जरियन चीखा, जमीन पर गिरा
19:59और उसकी आँखें मुकम्मल सियाह हो गई
20:01मेहनूर दोड़ी
20:03और अपना नीला मोती निकाल कर
20:05जरियन के माथे पर रखा
20:06एक तेज नीली रोशनी फूटी
20:09जैसे सदियों का अंधेरा
20:11एक पल में छटने लगा हो
20:12जरियन ने तडपते हुए आखरी बार
20:15मेहनूर की आँखों में देखा
20:17और अचानक
20:18सब याद आ गया
20:20जरियन ने मेहनूर को पहचान लिया
20:22उसकी सांसें रुक रुक कर चलने लगी
20:24तुम
20:26मेहनूर
20:27उसकी आवाज कांप रही थी
20:29मेहनूर की आँखों से आँसू जारी थे
20:32हाँ
20:34मैं ही हूँ
20:36वह आहिस्ता
20:38से बोली
20:38जारक गौसे से दहाड़ा
20:40नई
20:41ये मुम्किन नहीं
20:42जारक ने जमीन पर मुठी मारी
20:44पूरा कगिला कांप उठा
20:46दीवारों से साया जिन्नात निकलने लगे
20:49कगिले की छट से काले परिंदे उतरने लगे
20:52जरियन
20:55ने महनूर का हाथ पकड़ा
20:57चलो
20:58ये जंग हमारी आखिरी होगी
21:00दोनों ने एक साथ दुश्मनों पर हमला कर दिया
21:03महनूर की रोश्नी हर साय को पिघला रही थी
21:06जरियन की तलवार हर जिन्न को चीर रही थी
21:10खिले के हॉल में खौफनाक जंग बरपा हो गई
21:13जारिक ने एक आग का गोला बना कर महनूर पर फेंका
21:17जरियन ने खुद को आगे कर के गोला रोका
21:20इसका बाजो जलिस गया
21:22नहीं महनूर चीखी
21:24जारिक ने एक आखरी हमले के लिए अपनी पूरी ताकत मुझतमा की
21:29आएक जहरेली कालिक की दिवार इन दूनों की तरफ बढ़ने लगी
21:33महनूर ने जल्दी से नीला मौती जुरियान के हाथ में दिया
21:38ये तुम्हारी ताकत है और मेरी उम्मीद
21:42जरियान ने मौती हाथ में लिया
21:46आवर पूरी कुवत से जारिक की तरफ फैंक दिया
21:49मूती जारिक के सीने में घुसा
21:51आवर एक जोरदार धमाका हुआ
21:53जारिक की चीखें किले की छट फाड़ कर आस्मान तक पहुँच गए
21:58अंधीरे की सल्तनत लर्ज उठी
22:00जारिक का वजूद रेजा रेजा होकर राक में बदल गया
22:04जीसे ही जारिक का वजूद खत्म हुआ
22:07किलह तूटने लगा
22:09दीवारें गरने लगें
22:11जमीन फटने लगी
22:12जरियान ने महनूर को उठाया
22:14चलो यहां से निकलना होगा
22:17दूनों दोडते हुए
22:19कुले से निकले
22:20पीछे कुलह एक जोरदार धमाके से
22:23जमीन में दफन हो गया
22:24आस्मान पर काले बादल छुटने लगे
22:28नीली रोशनी पूरी दुनिया पर फैलने लगी
22:32अंधीरी सल्तनत का दूर खत्म हो चुका था
22:36कच महीनों बाद
22:39इसरसब्ज मैदान में
22:41जरियान और महनूर एक बलंड पहाड़ी पर खड़े थे
22:46जरियान ने आस्मान की तरफ देखा
22:49हम जीत गए
22:50मगर कीमत बहुत भारी थी
22:52महनूर ने हंस्ते हुए कहा
22:55आसल जीत ये है कि
22:57हम साथ हैं
22:59जरियान ने उसका हाथ पकड़ा
23:01और हमेशा रहेंगे
23:02चाहे अंधैरा हो या रोशनी
23:04दूनों ने एक दूसरे की तरफ मुस्कुराते हुए
23:08देखा
23:08दौर सूरज तुलुआ हो रहा था
23:11नई दुनिया की नई रोशनी के साथ
23:13दोस्तों
23:14उम्मीद है आपको ये फिल्म नुमा कहानी
23:16बहुत पसंद आई होगी
23:17अगर कहानी ने आपका दिल जीत लिया
23:20तो वीडियो को लाइक और शेर करना बिल्कुल न भूले
23:22अपनी राय और पसंदीदा लमहें हमें कमेंट में जरूर
23:26बताएं आपके खुबसूरत अलफाज हमारी होसला अफजाई करते हैं
23:30और हाँ ऐसी ही और जबरदस्त और जानदार
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23:37और बेल आइकन दबा दें ताकि कोई भी नई वीडियो आपसे मस न हो
23:41मिलते हैं अगली मज़ेदार कहानी में
23:45तब तक के लिए अल्लाह हाफिज
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