Operation Sindoor: 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। आतंकियों ने टूरिस्टों को निशाना बनाकर उनकी पत्नियों के सामने उनके सुहाग उजाड़ दिए। इसका जवाब भारत ने "Operation Sindoor" के रूप में दिया — एक ऐसा हवाई हमला जिसमें पाकिस्तान में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया। इस वीडियो में देखें जनता का उबाल और वो आवाजें जो कह रही हैं — अब बस, आतंकिस्तान को सिन्दूर की कीमत चुकानी होगी।
00:00चार बज़े आई कॉल माई सन्, मैंने काई शनू उठ बेटा, इंडिया ने कर दिया कुछ, तो तब से हम क्या कहते हैं, बैठे देख रहे हैं, मुझे बहुत अच्छा लगा, मन को स्कून हुआ, लेकिन आगे और भी चाहिए
00:12मोदी जी हर काम को रिलेट करते हैं, और ये नाम सुनकर कोई भी होगा उसको भी अच्छा लगेगा कि क्योंकि उन्होंने हमारी बेहनों का सिंदूर उचाड़ा है, तो वो सिंदूर ही बदला ले रहा है
00:27मुझे मन में कभी कभी आता है, मैं इस कैमरे पर कह दूँ, इस सिंदूर की कीमत तुम्हे आतंक तो चुकानी होगा
00:33सत्यूक के अंदर देव और दानवो की लडाई होती थी, ये मनुश्य और दानवो की लडाई है, हमने दानवो के उपर हमला किया
00:39जैसे कि मैप में 21 निशान हमने देखे हैं, लाल, 9 अभी हुए हैं, बाकी हैं अभी, और वो जल्द ही पूरे होंगे
00:46अभी तो कुछ नहीं किया इनोंने, अभी तो सिर्फ क्या है कि पत्ते जाड़े हैं, जो जड़ है ना, अभी उस पेड़ की जड़ खतम करनी है
00:54जुद्ध कहां तक ताला जाए, द्वण्ध कहां तक पाला जाए, तुम भी हो राना के मुनसद भेक जहां तक भाला जाए
01:02बना निसाना नौ जगे छोड़ दिया बारूद, मिटा दिया आतंक को कर दिया नैस्तनावूद
01:13नमस्कार, वन इंडिया में आपका एक बाफिर स्वागतर, मैं हूँ शिवेंद गौर्ट, मैं इस समय हूँ ग्रेटर नोड़ा की कॉलनी, चेरी काउंटे
01:22क्यों है हम यहाँ पर, इसलिए है कि यहाँ पर अब देश क्या सोच रहा है, जब पहल गाओं में हमला हुआ टूरिस्ट पे, उन लोगों पे हमला हुआ, उन माता बेहनों के हुपर हम, के सिंदूर उजाड दिये गए, उनके सामने, धरम पूछ कर, देखा गया और कहा गय
01:52उनकी आगों के आसू, उनकी वो चीखें, उनका वो करुण करदन, इस देश के दिस आदमी ने सुना, उसके क्रोध की जौना वहां गई, लोग कहते रहे कि आज दस दिन हो गए, बारा दिन हो गए, पंद्रा दिन हो गए, क्या होगा, क्या, उनसे कब बदला लिया जाए�
02:22सिंदूर के जरिये, नो आतंग की ठिकानों को नेस तना वपूत कर दिया, उसके बाद लोग क्या सोचते हैं, मैं यहाँ पर हूँ, चेरी काउंटी में, सबसे पहले सर, आपकी तरफ सुरू करते हैं, क्या सुना में आपका, मेरा नाम प्रदीप बेदी है, बेदी साब, य
02:52सुना तो हमारे रुंक्टे खड़े होगे, बतलो हमारे को इतना बहुत ज़्यादा इतना गुसा आए दस पंद्रा दिन से था कि हमारे नियत्ते बाई बेन, वहाँ पे गोलियों से बूंदिये गया, तो हम उसी दिन से चाह रहे थे, कि मुदी जी कोई ऐसा एक्शन ने, �
03:22कि हमारे दिलों के अंदर कुछ सुकूर पहुचा है, सुकूर पहुचा है, काफी अभी और, नहीं, अभी तो ये शुरुआत है, अभी हम चाहते है कि पाकिस्तार का ऐसा इलाज किया जाए, परबनाट इलाज किया जाए, ताकि ओ, आके से ये कोई स्टेप उठाने के लि�
03:52परवार में भी जेदा, क्या सुना में आप, मेरा नाम उशा है, और आएम आप 77 एर सेज, मैंने जो देखा है, I belong to Dhar family, I am married to Punjabi, तो ऐसा है जी जो मैंने देखा है, सुना है अपने रिष्टदारों से, उनकी मार सुनी है, उनके कुछ मेरे रिष्टदारों को उनके सामने �
04:22कि कोई अंदर घुश के हमें मार देगा, मैंने वो सुना है, मैंने वो देखा है, यह जो कारवाई हुई है, इसका नाम ऑपरेशन सिंधूर रखा है, यह सिंधूर नाम आपको, जैसे मैं भी जो सुबह उठा तो लगा, यह कितना रिलेट करता है, इस घड़ना से और कितन
04:52इंडियन गौर्वर्मेंट जो उन्होंने अब आके कुछ थोड़ी सुध ही है और पॉलिटिक्स को छोड़के हमें किसी रह पर लाने की कोशिश पॉलिटिक्स की जब बात आती है मैं आपने चुकी जिससाब से आपने येज बताई तो आपने 71 का उद्ध भी देखा होगा �
05:22की तरह कुछ किया है नहीं मैं एक बात में यहां बड़ी स्पष्ट कहूंगी उस वकत इंद्रा गांधी हमारी प्राइम मिनस्टर होती थी उन्हें उन्हें बहुत बहुत पर ही नहीं उनको इंद्रा इसको दुर्गा शक्ति का रूप दिया था और देट वस नाट रॉं�
05:52पर दिल को थोड़ा बहुत सुकून है नहीं सुकून तो मिला है मैं सुभे साड़े तीन बाए से जाग रही हुँ जब मैं सुभे उठी तो मैं मेरी आदत है मैं टाइम देखती हूँ टाम देखा तो मैंना देखा �езд दीवा ओपरेशन सिंधूर तो जम आनको चार बज़ �
06:22आपका सुननाम क्या है जी मेरा नाम बविता सिंगर बविता जी आपने भी टीवी देखा होगा आपने वो नई उम्र की महला जिसकी छे दिन पहले साधी हुई होगा उसका क्रंदन सोना होगा आज कैसा आज मुझे इतना इतनी खुशी हो रही कि उन कायरों को जवाब दिया
06:52उनको पनप्ने नहीं देना चाहिए यह बहुत सारे महिलाओं के रोश का प्रति शोद लिया है मोदी जी ने और यह लगता है जाज सिंदूर नाम भी इसलिए कुछ कैसा लगता है बिल्कुल मोदी जी हर काम को रिलेट करते हैं और यह नाम सुनकर कोई भी होगा उसको भी
07:22हला कि एक फिल्म काय डिल्ग था कि सिंदूर की कीमत कि मुझे मन में कभी कभी आता है
07:28कैमरे पे कैब दू कि सिंदूर की कीमत तुम्हें आतमको चुकानी होगा है
07:43आप को
07:44देश की सरकार को देश के लोगों को ये अपने मन का क्या बया करना चाहिए।
08:14आज नहीं तो कल ये होना है। जिस तरीके से किया गया, उसे मुझे दो बाती जो बहुत साफ नजर आई।
08:44अपने सरकार को, अपने रहनुमा को, अपने मोदी को, तो वो ऑपरेशन सिंदूर का ही जवाब है, और जिसने भी इसको बनाया होगा, मुझे लगता है कि बहुत सारी चीजे सोचकर इसको लिखा होगा, खेर भारतिय सेना, जो लगातार इतने दिनों से हम देख रहे थे कि म
09:14एक चीज पर काम कर रहा था, पीछे जो बैक से काम चल रहा था, वो हमें नहीं पता, लेकिन हम समझ पर काम कर रही थी, हाला कि अभी भी मन में ये होता है कि नो ही क्यों किये गए, सबको क्यों नहीं खत्म किया गया है, हम अगले हमले का इंतजार नहीं करेंगे, सरकार को �
09:44मेरी मा, मेरी बहन के माथे पर लगता है, तो वेक रिष्टे में बन जाती है, और जब उसके सामने उसके पती को गोली मारी जाती है, तो दर्द होता है, दर्द, और उसका जवाब ऐसे ही दिया जाना चाहिए, क्या मैं सही कह रहा हूँ?
10:00इसा ही जवाब उनको मिलना चाहिए था, पिछले कई दिनों से हम मॉग्रिल की बात सुन रहे थे, मैं अपने बच्चों को बता रही थी कि मॉग्रिल होने वाला है, इसमें हम इसी खाया जाएगा कि कैसे हमें बिहेव करना है, जब हमाई पर कुछ मुसी बताएगी, पर आ
10:30कि पाकिस्तान क्या अटेक करेगा, इंडिया ने खुद ही अटेक कर दिया उस पर, और मतलब मैं शॉक्ड हो गई, और अपनी बेटी को जब बताया तो खुशी से नाचने लगी, कि अरे ऐसे कैसे हो गया, हम तो तयारियां कर रहे थे, मॉग्रिल की, हम खुद अपने बच
11:00कुछ बुझी है, पूरी तो नहीं, हमारे बीच में एक सक्स हैं, ज बनोने सुना, कि ये बात सोनी जा रही है, पूछी जा रही है, जनता के मन में क्या है, तो बोग्च चल के आ गए, तकलीब में थे, लेकिन अपने बाहन से चल के आगहा है, क्या सुबना मैं आपका?
11:18मेरा नाम सुधीर शर्मा है
11:19शर्मा जी क्या कहना चाहते हैं
11:22बड़ी दूर से आपको पता लगा और आप आए
11:24कि मुझे कहना है कुछ देज की सरकार से देश के लोगों से
11:27जिस दिन से मुझे इस ख़बर का पता चला
11:30मेरे को बहुत ही ज़्यादा दुख हुआ
11:33मेरी बीटियों के साथ उनका सिंदूर उजाडा गया
11:36और वो पहल गाम के अंदर गए थे और सब अपना अपना इंजॉय कर रहे थे
11:41लेकिन उनको इस बात का भान ही नहीं था कि हमारे साथ क्या होने वाला है
11:45मैं इसको शब्दों में बयान नहीं कर सकता कि उनके पास क्या भीती होगी
11:50कारवाई से आप कितना संतुष्ट हैं चाहते हैं
11:54मोदी जी को मैं शचचच धन्यवाब देना चाहता हूँ अपनी गवर्मेंट को
11:58अपनी सरकार को इस बात का मैसेज देना जाता हूँ कि हमारे जो प्रिधान मंतरी हैं
12:03वो बहुत गुणी हैं और वो तुरंट इसके लिए एक्शन करते हैं
12:08बिल्कुल यह चीज़ और मैं आपको बताना चाहूँगा कि भारत सरकार यानि कि जो सेना हमला करती है
12:14और जो आतंकी हमला करते हैं उनमें क्या अंतर होता है
12:18सेना जो हमला करती है आतंकीों के ठिकाने पर वो न्याय के लिए करती है
12:23और वक्त क्यों लगा क्योंकि भारत न्याय का पुजारी है
12:29नयाय के बारे में सोचता है
12:31हमारी इंटेलिजेंस ने
12:33उन ठिकानों के
12:36कॉडिनेट्स हासिल किये
12:37ताकि उस पाकिस्तान के
12:40लोगों के बारे में भी सोचा
12:42कि हम
12:43किसी आम पाकिस्तानी को
12:45सिविलियन पे हमला चोटना पहुचे
12:48हम उस मानसिक्ता के लोग हैं
12:50हमारी सेना की सराफत देखिए जिन्होंने हमारे निर्दोस निहत्ते नागरिकों को धर्म पूचके इसलिए मारा कि ये देश-देश में दंगे हो जाएं
13:02सामपरताइक दंगे हो जाएं लेकिन दंगे तो छोड़िये पूरे देश में कहीं एक भी दंगा नहीं हुआ
13:08क्योंकि हम उसकी चाल समझ गए थे कि वो हमें धर्म के नाम पर जो है लडाना चाहते थे और कुछ नहीं हुआ और हमने फिर भी उन
13:17उनके नागरिगों पर हमला नहीं किया केवल आतंकी ठिकानों पर हमला किया कैसे देखते हैं आपसे क्या सुना मीरा नाम रभी बदरिया है यह हम हमारी जो संस्कृति है अधर्मों करते हैं हमारी संस्कृति में
13:33मान लिजी इस प्रकार का समावेशी है
13:37कि किसी भी धर्म का व्यक्तियात के हमारे हाई है
13:40वो रहते हैं सब कुछ रहते हैं
13:41और आज एक विशाल लोकतंत्र हमारा देश बन चुका है
13:44लेकिन हमने जब वहाँ पर हमला किया
13:47उनकी तरह धर्म पूछ के नहीं मारा किसी को भी
13:49हमने जब हमला किया तो एक आतंक्यों के उपर हमला किया
13:53यह जैसे सत्यों के अंदर देव और दान्वों की लड़ाई होती थी
13:58यह मनुश्य और दान्वों की लड़ाई है
13:59हमने दान्वों के उपर हमला किया
14:01आज हमारे आप भगवान सीथे उतरके तो आएंगे नीं
14:04तो हमारे पस भगवान है हमारे पस हमारी सेना है तीन हो है यह दीव है यह जाके वहां पर दानवों से लडाई कर रहे हैं
14:11तो यह एक मान सकता है हम लोग धरम वुछ के किसी को निикомारते no
14:15लेकिन जो हमारा धर्म उच्के मारेगा उसको छोड़ेगा।
14:17कारवाई साब कितना सिंतुष्टा है।
14:18बहुत अभी तक मतलब ये दिल मांगे मोर।
14:21बिल्कुल यानि कि और बड़ी कारवाई चाहिए।
14:25क्या सुमना मैं आपकार।
14:26मेरे नमा अन्शु कुमार है।
14:28जिस तरीके से Πाकिस्टान के होग।
14:44अब बड़ DAY कि त्रीक refuse और थी कारवाई शुटार ये।
14:48ट्रैक हिस्ट्री स्पॉंसर्ट ट्रिरिजम की है यह कभी सुधरने वाले नहीं है अभी राइट टाइम है इनकी पुरी रूट कॉस पर जाकी इलाज कंदी की
14:56पुरे इनकी रूट की नेक्स्ट ट्वेटी थिर्टी फिप्टी इस भी रूट की अप पुरी जर्सी ख़दम कर दो जर्सी खदम कर दो दोहरा मुका मिले ना उड्सार क्या ना में आपका कुमार उपंदर्प्रसाथ सेंग उपंद जी सब से पूछ रहा हूं बता रहा है सं
15:26और जो साहिं, सटीक का
15:29के साथ किया गया है, कैसे देखते हैं,
15:34और मोदीजी जो कर रहे हैं,
15:35बहुत ही अच्छा कर रहुँ है,
15:36इनको और अच्छा करना चाहिए,
15:38इसी भाहन, इसी फेज में,
15:42पेओ के को अपने,
15:43में बिला लेना चाहिए हिंदुस्तान में,
15:45अब समय बहुत बनिया है हमारी सेना सक्षम है मोधी जी सक्षम है अच्छे परधान मंत्री मिले हुए है और अभी जो समय है इस समय बहुत
15:57समय के बाद मिलता है पीओ के बना लेना चाहिए और जो इनके पाकिस्तान के जो चार्ड टुक्रे होने हैं उसको अभी ही कर देना चाहिए इसी पर पाकिस्तान के लोग भी जो परसान है इन सरकारों से उन्हें भी अजादी मिलिट से भी कुल एक सेर कि जुद कहां तक टाला
16:27तो फेक दो मोजीदी जहां तक भाला जाए विजाले जाए तो नाम है बानुपरताफश चिंग नाम है मेरा क्या करते हैं आप मैं अद्वोकेट हूं बखिल सहाब जी जी जी जी जी जी जी की परवासा भी आप से बहुतर कौन जानता है भारतिय सेना के न्याए जी अंतर
16:57हैं दो राजनितिक रूप से हम सक्षम है और उसको अफिसे तो इसे की जब जब राजनि निक कुझ
17:16भी रही हो हमारे सब्दल अब एक साथ है बिल्कुल सब्दल एक साथ है उनको जबाब मिलना चाहिए और अभी मेरा माना कि जबाब पूरा नहीं हुआ अभी जो असली आतंक बादी है जो जनरल मुनीर है यह हाफिज साइद है यह जैसे मुहम्मध का जो सरगना है और अपना
17:46राकेश्यर्मा मेरा नाम है मैं रेटायर हूँ एर इंडिया से रेटायर है मेरा तो मैरा तो जब से 702 अपरेल से जो कांड किया उन्होंने आतंक बादी उत्य
17:58तो मेरा तो तब से ही खुन खौल रहा है
18:00मैं तो चाहता हूँ, मैं तो रोज टीवी देखता था
18:02कब हिंदुस्तान उस पे आकरवन करे
18:04कब उनको मारे
18:06और अभी तो कुछ नहीं किया इनोंने
18:08अभी तो सिर्फ क्या है कि पत्ते जाड़े है
18:10जो जड़ है ना
18:12अभी उस पेड़ की जड़ खतम करनी है
18:13जब तक ये जड़ नहीं खतम होगी ना
18:16तब तक कुछ नहीं होगा
18:17ये तो फिरू हुआएंगे आज इनोंने
18:20आतंगवादी ये गिरा दिये
18:21फिरू कराएंगे जब तक इनको
18:23मारा नहीं जाएगा और जब तक
18:25कि मिलिटरी पे वार नहीं किया जाएगा
18:27जब तक कुछ नहीं होगा
18:29ये नहीं समलेंगे ना ये ही सुधरेंगे
18:32ये बड़े
18:33घाग हैं ये जो कुछ बोलते
18:35क्या हैं करते क्या हैं और इनको
18:37मानना ही नहीं चाहिए इनको तो बिलकुल
18:39मेरा नाम सोभा अग्रवाल है जिस दिन से मतलब यह गटना हमने सुनी थी उसी दिन से दिल तो इतना ज्यादा मतलब दर्द कर रहा था कि इन लोगां को किस तरह से सबक सिखाया जाए
19:09लेकिन आज जब सुवह सो करके उठे तो मुझे गर्व हुआ कि हमारे जो सैनेवल है वह कितना ससकत है कितना सक्षम है और कितना हमारी मातर भूमी से भी प्यार करता है और मातर भूमी के साथ साथ हम देश की जो माता और बेहने हैं उनसे भी वह सक्चा प्यार करने वाले हैं
19:39कि वो हम सब विष्ट्रियों को आगे बढ़ा रहे हैं हमारे बच्चों को भी बहुत उत्तम सिक्चा दे रहे हैं इसके लिए मैंने कुछ चार पंक्तियां भी आज सुवे लिखी हैं मैं सुनाने का प्रयास करूंगी
19:48बंदे मातरं बोल के कि ये ठोर सब ध्वस्त जलक देख आगे अभी होगा सुरजद अस्त अभी तो पाकिस्तानी अपने आपको क्या समझ रहे हैं अभी तो तु जलक देख अभी तो जलक देखिये अभी तो देखना उसका किस तरह से नास होगा इन स्पक्ति के द्वारा हमन
20:18लिया बहिन बदला गजब आज रात प्रिय भ्रात चला दिया सिंदूर को पूत बना निजमात बना निसाना नो जगे बना निसाना नो जगे छोड़ दिया बारूत
20:40मिटा दिया आतंक को कर दिया नैस्तना बूद
20:45मिटा दिया आतंक को कर दिया नैस्तना बूद
20:51फिर आगे और भी लिखा है मांग रहे उत्तर वही वोई जो है ना खुदी आतंक को पाल रहे हैं और खुदी हमसे सबूत भी मांग रहे हैं
21:00कि मांग रहे उत्तर वही पाल रहे आतंग दिये घाव गहरे बहुत अबना सहेंगे डंग
21:17कि मार दिये घुस कर सभी कब्र खोज दी आज सोच समझ कर काम कर अब हमारी सेना जावाज
21:37अब हमारी सेना जावाज इसके साफ दास्तर में सेना जावाज है क्योंकि उसने वो कर दिखाया है
21:44जो हम सब भारतियों को उमीद थी
21:46तो एक बार हम मैं इस काकरम को समाप करने से बिल चाहें