00:09जहां इस घर में उप्योग होने वाले चद्दर आजका निर्माड होता है
00:12वहीं स्कूलों में
00:30उसमें परिवर्तन किया और बिजली के मद में दी जाने वाली सब्सेटी में कट्रती कर दी पहले एक पाउरलूम का किराया 143 उर्पेश देना परता था जो मौझूदा समय में 880 का हो गया है यही वज़य है कि 8000 की संख्या में चलने वाले पाउरलूम सिमें तर 1500 पर आ गये
01:00परिवार चलता था लेकिन विजली का रेड़ सीधे 6 गुना कर देने से यह पाउरलूम धर धर बंद हो रहे हैं और लोग वेरोज़गार हो रहे हैं
01:07पहले जो है तो हम लोग का फी लूम 143 रुपे दिया जा रहा था आज दो साल चे 880 रुपे मंगा जा रहा है अब इसी स्थी को देखते हुए सारे लूम बंद हो गये हम लोग दे नहीं पाउएंगे इतना पैसा जो आज की साल को छैबुना है
01:24सरकार इस पर गवर करें और इसी को देखते हुए महाजर हम लोग को भी मिदे रहा है क्योंकि कपड़ा महना पढ़ रहा है कपड़ा महना पढ़ने की वह से सारे लूम बंद हो जा रहे हैं और बहुत से सारे लोग आशा है कि लाइन वगरा पीडी करा थरके अपना प्ला�
01:54जो चल रहा था उसको चल ले दिया जाए जित पुरानी विवस्ता को बाहल करते हैं यह कपड़ा पहले जो है सरकार हमारा इनी फार्म मगले बच्चों को जो प्रांस पाट साल आए हैं पुरे पर देश में दिल ले करके उसको सप्लाई देती थी अब वो जो है डायरेक्�
02:24सप्लाई देते थे हम लोग बनाते थे डाइंग वालों को डाइंग का काम मिलता था अब इससे परभावी तमाम जिसे प्रोसेसाओ संगीडा में आपके विएंडार का प्रोसेसाओ से यहां बरकदवा में यह सारे सब बंद कर पर आगे जब कपड़ा ही नहीं दाएगा त
02:54अब अब बंद कर पर आगे जब कर दोड़ाने कि हैसी एते नहीं दिया हम लोग सोलर लगा ही नहीं पाएंगे ऐसी क्या वजा है लाखों का खर्चा है
03:00हम लोग अपने परिवार अपने जिरी का नहीं सही से चला पाते हैं तो सोलर प्रान केचे लगवाएंगे
03:06हम लोगों का पावर रूम 80,000 तेड़ लाख रुपे काता इस समय हम लोग बेच रहे हैं तो हम लोगों का पावर रूम 20,000-25,000 से जादा कोई देता ही नहीं है
03:15हम लोगों स्वेट के कोई ठेला वाला लेले हैं अपना उस परिवार कोई चलाएं जिरी का चलाएं अपने बच्चों को किस परहाई नहीं है
03:45झालएं जिरű काता हुआ्ड़ चुपे किस थारकोई एनले वाला लाला वाला वाला शोगों को कкий थारको हम लोगों को का डियसार्कों को किस बेरे हैं वाला बान खरकों को एकु कर आए लोगद य।