00:00देखिए स्वाती जी हम आपको जूटा दिलासा नहीं देंगे आपके पती की हालत बहुत खराब है अब तक उन्हें होश नहीं आया है जब तक वो होश में नहीं आ जाते हम कुछ भी नहीं कह सकते आप भगवान पर विश्वास रखिए सब कुछ ठीक होगा
00:21भगवान पर विश्वास कैसे रखो भगवान पर विश्वास अब ही हमारी शादी को आट दिन भी नहीं हुए और मेरा सुहाग जीवन रित्यों के बीच जूल रहा है
00:32जब भगवान की और विश्वास नहीं है तो शेटान पर तो होगा मैंने मना किया था गाउ में मत जाओ मगर तुमने मेरी एक ना सुनी
00:43देख लिया नतीजा अब दूर हटो मेरे बेटे से उसके पास जाने के जरुरत नहीं है
00:49पर्मा उनकी हालत तो देखो आप उनका खयाल रखने की बजाए मुझ पर गुसा हो रहे हो आप गुसा क्यूं ना हो अब तेरी गलती है
01:00देखिए गलती किसी की भी हो आप इस तरह यहाँ पर नहीं जगर सकते मरीजों को डिस्टर्ब हो रहा है वैसे भी रात के वक्त यहाँ पर कोई नहीं रुख सकता है आप लोग अभी चले जाईए
01:09डॉक्टर के कहने पर सुमेधा जी अपनी बहुर स्वाती को लेकर घर आ गई
01:13कुछ दिन पहले जहां शादे की चहल पहल थी आज सब कुछ वीरान है
01:18सुमेधा जी अपनी पती को पहले ही खो चुकी थी
01:22आज इकलौता बेटा भी कोमा में है उसकी आखों में नींद नहीं थी
01:27वो भागते हुए भगवान के मंदिर में पहुँची और रोने लगी
01:31उझे पता है किसी को बिना मतलब परिशान नहीं किया जाना चाहिए
01:36किसी की हाई पूरे वंश का समूल नाश कर सकती है
01:40मगर इसमें मेरे बेटी की क्या गलती है
01:43रह रहकर उनकी आखों के आगे अपने बेटी की शक ला रही थी
01:47जो बेबसी से मशीनों के बीच जिंदगी और मौत से जूज रहा था
01:52रोते रोते उनकी आखें लाल हो गई
01:54उन्हें खुद का ही होश नहीं था
01:57तब ही उन्हें ऐसा लगा कोई उनके पीछे खड़ा है
02:00कौन है सामने आओ
02:03कहते हुए वो पल्टी मगर वहां कोई नहीं था
02:07दूर उन्हें एक काली परचाई जाती हुई नजर आई
02:10उठकर वो उस परचाई के पीछे पीछे चलने लगी
02:14परचाई स्टोर रूम में जाकर गायब हो गई
02:17कौन था? कौन था यहां? और अचानक गायब कैसे हो गया?
02:23वो उस परचाई को ढूंध ही रही थी कि उनकी निगाह हवेली की बालकनी पर पड़ी
02:27वहां वही काला साया नजर आया
02:30जिसने पलट कर सुमेधा की तरफ देखा और बालकनी से कूद गई
02:35ये देखकर उनके रूम्टे खड़े हो गए
02:38सर पर पसीने की बूंदे जहलग गई
02:41वो अपने कमरे में चली गई
02:43दूसरी तरफ स्वाती एक अंधेरे मैदान में तेज दौर लगा रही थी
02:48उसकी सासे फूलने लगी थी
02:51वो मुर्मुर कर पीछे देख रही थी
02:53मगर तभी एक साया नजर आता तो कभी कुछ नहीं
02:58उसका भागना मुश्किल होने लगा
02:59उसकी सासे उखड़ गई और वो जमीन पर गिर गई
03:03जैसे ही उसने उठने की कोशिश की
03:06उसके सामने वही आदम कच से भी लंबा
03:09बड़े बड़े नाखून अजीब सा दरावना चेहरा लिए
03:12एक साया खड़ा था
03:14उसे देख स्वाती के मूँ से आवाज भी नहीं निकल रही थी
03:18मगर फिर भी पूरी हिम्मत जता कर वो जोर से चिलाई
03:22कोई है प्लीज बचाओ हेल्टे बचाओ मुझे
03:28उसकी चीखें सुन सुमीधा जी उसके कमरे में पहुची
03:32तो उन्होंने देखा स्वाती नीन में चिला रही थी
03:35उसने उसे नीन से जगाया
03:37मा हमने बहुत दरावना सपना देखा
03:41कोई काली परचाई
03:42कहते हुए सुमेधा का चेहरा पीला पड़ गया
03:52क्या हुआ आप चिंते दिख रहे हो
03:55क्या आप जानते हैं कि वो कौन है
03:58वो परचाई उसके रंग की तरह ही हमारा काला अतीत है
04:03कहते हुए सुमेधा अतीत में खो गई
04:06पचीस वर्ष पहले
04:08कोई है कोई है यहां हमें डॉक्टर के पास जाना होगा
04:13लेबर पेन शुरू हो गए है
04:15लेबर पेन? मालकिन
04:17मगर अभी तो हवेली में कोई नहीं है
04:20मालिक आ जाए फिर चलते हैं
04:22तो हमारा दिवाग खराब है
04:24जब तक वो आएंगे
04:26दर से हमारी जान निकल जाएगी
04:28कहीं ऐसा नहों कि यहीं पर डिलिवरी हो जाए
04:33बाहदोर से कहकर जल्दी से गाड़ी निकलवाईए
04:36एक और बाहर का खराब मौसम
04:38तो दूसरी तरफ सुमेधा के दर्द
04:41दोनों नौकर उसे हॉस्पिटल ले जाने में भी डर रहे थे
04:44क्या सोच रहे हो गाड़ी चालू करो
04:48कहते हुए सुमेधा ने ड्राइवर को चलने के लिए कहा
04:51बेवन से ड्राइवर सुमेधा को लेकर अस्पताल के लिए निकल गया
04:55तेज बारिश हो रही थी, बिजली चमक रही थी, सड़क पर घुप अंधेरा चड़ा हुआ था
05:01कार की रोशनी में ड्राइवर को समझ में नहीं आया और उसने एक महला को टक कर मार दी
05:07बाहदूर क्या देख रहे हो यहां, जाओ जाकर उसे मदद की कोई जरुद है क्या
05:13मेम साब, वैसे भी हमको शहर पहुँचने में देर हो जाएगा
05:17और ये भीलों का इलाका है, किसी ने हमको उनका मैला को छूते हुए देख लिया, तो हमको जिन्दा जला दीगा
05:25मगर गलती तो हमारी है ना, यदि कोई मदद के लिए उसके पास नहीं पहुँचा, तो हो सकता है, कुछ उच नीच हो जाए
05:34गाड़ी से उतरो बाहदूर, तुम जाकर उस लड़की को देखो, वरना हम जाएंगे
05:40सुमेधा ने दोनों को रोकने की कोशिश की, मगर वो लोग नहीं रुके, वो लड़की जो गारी से टकराई थी, वो भी पैगनेंट थी, वो वहीं रोड़ पर कराह रही थी
05:55सुमेधा को हॉस्पिटल पहुँचने के बाद बेटा हुआ, उसके साथ आई हुई नौकरानी और ड्राइवर दोनों खुश थे, मगर सुमेधा का मन अभी भी उसी लड़की में लगा हुआ था
06:07सुमेधा के पती हॉस्पिटल आ गए थे, वो भी बहुत खुश थे, हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर जब सुमेधा घर पहुची तो उसे वहां किसी के होने का एहसास हो रहा था
06:18देर रात कई बार उसे बच्चे के रोने की आवाजें सुनाई पड़ती
06:22उस रात के बाद बीरे साथ ये सब क्या हो रहा है, मैं पागल हो जाओंगी, मैं कल सुबाही पुजारी बाबा के पास मंदिर जाओंगी, वो ही कोई हल बताएंगे
06:34अगली सुबह पुजारी बाबा के पास जाने के लिए सुमेधा मंदिर के लिए निकली तो एक काली बिल्ली उसका रास्ता काट गई
06:41वो बिल्ली दरवाजे के कोने में बैठ कर रोने लगी
06:45सुमेधा ने बहादुर को भेज पुजारी बाबा को बुला लिया
06:59उन्होंने अपनी शक्तियों से देखा तो उनके होश उड़ गए
07:03तुमेधा बेटा तुमसे ऐसा गजब कैसे हो गया
07:06तुम्हारी गाड़ी से टकरा कर कोई गर हुवती महिला मर गई
07:09ये उसकी और उसके बच्चे की आत्मा है जो अपना बदला लेने के लिए आई है
07:13वो तुम्हारा बच्चा अपने साथ लेकर जाएगी
07:16नहीं बाबा ऐसा नहीं हो सकता वो हमने जान भूच कर नहीं किया था
07:21बल्कि गलत इसे हुआ था मैं तो रुकना चाहती थी
07:26मगर बाबा कुछ तो कीजिए कैसे भी मेरे बच्चे की रक्षा कीजिए
07:33कहते हुए सुमेधा ने अपनी पती को सारी बात बताई
07:52तो वो भी वहां से जाने को तयार हो गया
07:55अपने छोटे से बच्चे को लेकर वो लोग हवेली से निकल ही रहे थे
07:59कि हवेली के बाहर लगा बड़ासा आम का पेड उसके पती के सर पर आकर गिर गया
08:04ये क्या हो गया है अपनी आखे खोलो क्या हुआ आपको
08:09और वो वही मर गया
08:11बेटा ये आत्मा बहुत शक्तिशाली है क्योंकि वो क्रोध में है
08:16मैं उसेहां रोकने की कोशिश करता हूँ
08:18तू अपने बेटे को लेकर यहां से चली जा, चली जा
08:22बाबा जी के कहने पर वो अपने बेटे को वहां से लेकर निकल गई
08:26और कभी भी लोटकर वापस गाउं नहीं गई
08:29मगर जवान बेटे की जिद के आगे वो जुग गई और बेटा अपनी नई पत्नी के साथ गाउँ पहुँच गया था
08:36जहां उसके साथ ये हाथसा हो गया वर्तमान का समय
08:40क्या करूँ कुछ समझ नहीं आ रहा है कुछ तो करना होगा मुझे मैं अभी बाबा से मिलने जाओंगी
08:48खुद से ही बात करती हुई वो घर से निकल ही रही थी कि तभी उसकी गाड़ी खुद बखुद रिवर्स होने लगी
08:55गाड़ी घर की दीवार से टकरा गई ये देख ड्राइवर ड्राइविंग सीट छोड़ कर भाग गया
09:01वो समझ गई कि वो आत्मा उसे यहां से जाने नहीं देना चाह रही है
09:05क्या चाहती हो तुम हम तुमारे गुनगार हैं हमारे बेटे को छोड़ दो हमारी जान ले लो वैसे भी तुम हमारे पती को छीन ही चुकी हो
09:18अब बेटे को कुछ हो जाएगा तो हम जी नहीं पाएंगे मार दो हमें ले लो अपना बदला
09:25यदि इतनी आसानी से मार दिया तो हमारा बदला कैसे पूरा होगा
09:32तुम्हें क्या पता अपने बच्चों के खोने का गम क्या होता है
09:38सारी रात हम सडक पर किसी की मदद का इंतसार कर रहे थे
09:43मागर कोई भी हमारी मदद के लिए नहीं पहुचा
09:47अपने बच्चों को अपनी आँखों के आगे तडपते हुए देखा है
09:52तुम भी बल बल अपने बेटे को मरते हुए देखोगी
09:57और उसके बाद तुम्हारा खांदान खत्म हो जाएगा
10:02तुम्हें जो सजा देनी है मुझे दे दो
10:05मेरे बेटे को छोड़ दो
10:07उसे मार कर तुम्हें अपना बेटा वापस तो नहीं मिलेगा
10:11सोचो यदि तुमारा बेटा सिंदा होता तो वो भी उसी की उम्र का होता
10:17जबान बेटे पर उसी बत को देखकर एक मा के दिलबर क्या पीती है
10:23मेरा ना सही उसकी नव विवाहता के बारे में तो सोचो
10:27अभी तो उसके हाथ का चूड़ा भी नहीं उत्रा है
10:31परचाई ने उसकी बात का कोई उत्तर नहीं दिया
10:34तभी स्वाती भी वहां आ गई
10:36उन लोगों की बात सुन उसे सब समझा गया था
10:40आप अपने बच्चे की चाह में बटक रही है
10:42एक बार मन की आँके खोल कर तो देखो
10:46राज में आपको अपना बेटा नजर आएगा
10:49यदि आपने मेरे सुहाग को मुझे सुकुशल लोटा दिया
10:53तो मैं वादा करती हूँ
10:55हम दोनों मिलकर आपके लिए श्राद करेंगे
10:58ताकि आपको मुक्ती मिल सके
11:00सुवती की बातों का अपनापन और मुक्ती की चाह ने
11:04उसके मन से सारा मैल खत्म कर दिया
11:07राज सकुशल घर वापस आ गया
11:10राज के वापस आने के बाद
11:12सुमेधा, सुवती और राज ने
11:14उस आत्मा के मुक्ती के लिए पूजन कर श्राद किया
11:18उस आत्मा को मुक्ती मिल गई
11:20मगर सुमेधा जी को उम्र भर इस चीज का मलाल रहा
11:24कि काश उस वक्त उन्हों ने अपने नौकरों को फोर्स करकर बोला होता
11:30कि उसे भी अपने साथ हस्पिटल लेकर चलो
11:32तो शायद वो भी बच जाते
11:35और सुमेधा के परिवार को कोई तकलीफ भी न होती
11:39ये कहानी आपको अच्छे लगी हो
11:43तो हमें सब्सक्राइब करें
11:45हमारा इंस्टाग्राम और फेस्बुक पेज जरूर फॉलो करें