Step into a magical world where dreams come alive and anything is possible. Fairy tales are timeless stories filled with wonder, adventure, and heartwarming lessons. From enchanted forests and talking animals to brave heroes, clever heroines, and mysterious creatures, each tale carries a spark of magic that stirs the imagination and touches the heart. Whether it’s a story of courage, kindness, love, or transformation, fairy tales take us on journeys beyond the ordinary and remind us that magic lives in the most unexpected places.
00:00घने जंगल के दरमियान एक ऐसा गोशा था जहाँ सूरज की रोशनी भी बमुश्किल पहुंचती थी.
00:06वो जगा एक जादूई जंगल कहलाती थी, जहाँ आम इनसान कदम रखने से डरते थे.
00:12इसी जंगल में एक खुबसूरत नीला परिंदा रहता था, जिसके फ़रों में नीले एकूत की चमक और आवास में सिहर था.
00:20इस परिंदे का नाम नीरूबा था और वो दर हकीकत एक शहजादी थी, एक जादूगर की बद्दूआ का शिकार.
00:27शहजादी नीरूबा की सल्तनत, वालिदेन, सब कुछ एक खोफनाक जादूगर ने चीन लिया था.
00:33जब वो 16 बरस की थी, इस पर एक लानत डाली गई और वो परिंदा बन गई.
00:39नीरूबा अब 22 बरस की हो चुकी थी.
00:42इसके इंसानी रूप में, कद, आंच फुट साथ इंज, चहरा, दिल की शकल जैसा नाजुक, गुलाबी और चमकदार, आंखाई, बड़ी, बादामी, जमरदी, सब्स रंग, बाल, लंबे, लहराते हुए, चांदी जैसे, लिबास, आस्मानी नीला और चांदी रंग का ग
01:12आस्मान की तर्फ देखती और वो दिन याद करती जब वो इनसान थी, जब इसका कला था, नौकर थे, और एक खाबों की दुनिया, एक रात जब चांद अपने जोबन पर था, नीरूबा को एक खाब आया, इस खाब में वो अपने पुराने महल में खली थी, इसके इर्द
01:42और चेहरे पर शैतानी मुसकराहत, तुमने मेरी ताकत को चैलिंज किया, अब तुम फरिंदा बन कर जीते रहोगी, नीरूबा खाब में चीखी, मगर जादूगर हंस कर गायब हो गया, जब नीरूबा की आख खिली, इसके परों पर औस की बुन दें थी, जैसे आखों से �
02:12देखा, वो रुक गया, किया ये परिंदा बोल रहा है, इसने हैरत से कहा, क्यूंकि नीरूबा ने फिजा में कुछ गाया था, और वो नगमा इनसानी जबान जैसा था, अगले चंद दिनों में अलिफाजल रोजाना आता और नीरूबा से बात करता, रफटा रफटा नीर
02:42खुलती है, अलिफाजल ने पुराने किताब खाने से एक जादूई सहीफा हासल किया, जिसमें लिखा था कि लानत सर्फ सचे दिल के अलफाज और कुर्बानी से खत्म की जा सकती है, एक रात जब नीरूबा चांदनी में गुंगुना रही थी, अलिफाजल ने इसके सामन
03:12नीरूबा की आनखें चमके और इसके परों से रोशनी फूटी, कुछ लमहों में वो इनसान बन गई, शहजादी नीरूबा अपने मुकमल रूप में, गाउन में चमक, आइकों में आनसू और लबों पर मुसकराहत, वापसी और फत्ह, नीरूबा ने अलिफाजल के साथ म
03:42पुशी से चहचहा उठे, अलिफाजल इसका मुशीर बना और रफता रफता दोनों की दोस्ती महबत में बदल गई, नीरूबा ने एलान किया, मेरी ताकत सिर्फ ताज से नहीं, बलके इस यकीन से है जो मेरे दिल में है,