- 4/30/2025
उलझा हुआ Case Solve करने के लिए CID Officer Daya को बनना पड़ा Auto Driver | CID | Latest Ep
#cid #cidepisode #crime #cidcrimecases #tvshow
Episode No. 934
About The Show:
----------------------------
The first thrilling investigative series on Indian Television is today one of the most popular shows on Sony Entertainment Television. Dramatic and absolutely unpredictable, C.I.D. has captivated viewers over the last eleven years and continues to keep audiences glued to their television sets with its thrilling plots and excitement. Also interwoven in its fast-paced plots are the personal challenges that the C.I.D. team faces with non-stop adventure, tremendous pressure and risk, all in the name of duty.
The series consists of hard-core police procedural stories dealing with investigation, detection and suspense. The protagonists of the serial are an elite group of police officers belonging to the Crime Investigation Department of the police force, led by ACP Pradyuman [played by the dynamic Shivaji Satam]. While the stories are plausible, there is an emphasis on dramatic plotting and technical complexities faced by the police. At every stage, the plot throws up intriguing twists and turns to keep the officers on the move as they track criminals, led by the smallest of clues
#cid #cidepisode #crime #cidcrimecases #tvshow
Episode No. 934
About The Show:
----------------------------
The first thrilling investigative series on Indian Television is today one of the most popular shows on Sony Entertainment Television. Dramatic and absolutely unpredictable, C.I.D. has captivated viewers over the last eleven years and continues to keep audiences glued to their television sets with its thrilling plots and excitement. Also interwoven in its fast-paced plots are the personal challenges that the C.I.D. team faces with non-stop adventure, tremendous pressure and risk, all in the name of duty.
The series consists of hard-core police procedural stories dealing with investigation, detection and suspense. The protagonists of the serial are an elite group of police officers belonging to the Crime Investigation Department of the police force, led by ACP Pradyuman [played by the dynamic Shivaji Satam]. While the stories are plausible, there is an emphasis on dramatic plotting and technical complexities faced by the police. At every stage, the plot throws up intriguing twists and turns to keep the officers on the move as they track criminals, led by the smallest of clues
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FunTranscript
00:00झाल झाल
00:30झाल
01:00झाल
01:03अणिताप
01:13राजु, सवननंदल लेकर आवो
01:19तुम लेकर आओ
01:21अणिताप
01:25अणिताप
01:29अणिताप
01:31अणिताप
01:49कोई चारा है मेरे पास, हमेशा का नाटक है तुमारा, तुमारा है तुमारा नाटक?
01:54नाटक?
01:55Excuse me, मैं एक बिजनसमन हूँ, और पैसा कमाने के लिए महनत करनी पड़ती है, वक्त भी देना पड़ता है
02:01अच्छा, तो सारा वक्त बिजनस में ही देना पड़ता है
02:04और अपनी बीबी के लिए एक घंटा भी नहीं है ना तुमारे पास?
02:06अगर ऐसा ही था तो क्या जरूदी मुझे अपने साथ दुबाई लेकि जा दे की?
02:10मैं, मैं घर पर ही ठीक थी
02:12कमाल है यार, तुमने ही तो जिद कर दी के तुमें दुबाई जाना है
02:16देकर जाओ तो प्रॉब्लम, ना ले जाओ तो प्रॉब्लम
02:22साथ में चलने की बात कीती सुभष
02:24तुम मुझे बताओ इस पोरे एक हफते हमने एक दूसरे के साथ कितना बग बताया
02:28प्रेक्वस्टेबल पर हम साथ में ब्रेक्वस्ट करते हैं
02:30लेकिन तुम अपने पोन पर पपनी रहते हमें था तुम भी तो पनी फोन का बग बिज़िश रह्तिं थी
02:34कि इतना स्ोना खरीदा है तुमने
02:39मैं मैं कहां जाती हूँ कितनी शॉपिंग कर ती हूँ तुमें कोईपरवा है मेरी
02:42पूरे 11 लाग का सोना खड़िदा तुमने, सब पता है मुझे.
02:45मैं सोने की पंचर में नहीं रहना जाती है, सुभाष.
02:47एक पत्नी को एक पती का प्यार रस के साथ की भी ज़रोती है.
02:50और अगर ऐसा ही चलता रहाना, तो मुझे नहीं लगता कि हमारे शादी कभी भी तेक पाएगी.
02:56इसका तो रोज आना के यही ड्रामा है.
03:00हमिशा का यही नाटा के सुभाष का.
03:02पहले फहले गल्ती करता है, और फ्र सौरी बोलता है.
03:05यह जिस रोज रोज के जवरे से…
03:35इसका पाएगी.
03:36यह जिस रहा है.
03:41अब दोनों कभ पता चला के दौली जी की मौत हुई है?
03:44सर एक आत घंटा बहले हम लोग दुबै से मुंबै लाइड हो और सीदा घरा है.
03:47आपने आपको पिजोरी कोली इसमें नहीं अपने तो गहने थे पढ़ने इम्पोर्टेंट फाइल्स उसमें तो सिर्ट दॉली जी खिलाश थी हम अजय कितने समय के लिए दुबय में ठेरेवा था फिर एक फ्टे के लिए अपके सिकुटरी आपके घर में क्या कर रही ती है �
04:17हमें सच में पता कि यह सब क्या हो रहा है पिछले एक हफ्ते से तो सुभाश मेरे साथ है और कई पार तो इनकी डॉली से पोन बर बातचीत पे हो चुकी है अगर आपको चाहिए तो आप अनके आपकी फोन रिकॉर्ट चेक कर सकते हैं नहीं नहीं फोन को सराप अपासपोर
04:47कर अपार यहार दूंगा इसका मतलब है आपके खरकी चाहवी डॉली के आपनी साथे के साथ थोटरी के बिन खोसी हो और उसके साथी नहुसे दोका देए सारा माल वाल ले खोगए सप्लीस कैसे भी करके आप आप मेरे घहने ढून लीचिया तो उन चैनों में हमारे पुश
05:17कि यहां पर यह परमपरा सद्यों से चलिया रही है कि बोहार उनकी नई भहु को मिलेगा
05:21स्मायली वाली बॉल
05:39मॉन्टी
05:41मॉन्टी वो मश्रूर ज्वेल थी
05:44अनकी वही गैनो का चोर जिसके पीछे बहुत टाइम से देजवर की पोलिस लगे हुई
05:51लगिन हर बार वो चकमा दे के भाग जाता है तो सबसी बड़ी बात यह है कि आज ता किसी ने उसे देखा थट नहीं
05:57आड़े जिस्वेली बॉल मिला है तीजोरी के अंदर
06:03स्वाइली
06:04मतले भिए सब मॉंटी करना है यह सबता है सब
06:09देखाए यह एड़ी की आखो में जो लाल जामुनी रंके दब्ड़
06:23आपक्सिजन की कमी की वज़े से हैं, सांस अटगे थी इसकी, इसी लिए माउत हुई है
06:28इसका मतलब किसी ने इस अगला गोट के इसे मार दिया और फिर तिजोरी के अंदर बंद कर दिया
06:33नए रज़त, जिस वक्त डॉली को तिजोरी में बंद किया गया, ये जिन्दा थी
06:39तंग घुटने से माउत हुई है इसके
06:42जिन्दा तिजोरी में बंद किया?
06:47हाँ, और इसके तीन-तीन कारण
06:49एक तो, तिजोरी का दर्वाजा अंदर की तरफ से थुड़ा सा दबा हुआ है
06:54ऐसा लगता है किसी ने मुक्का मार करके इस दर्वाजे को खोलने की कोशिश की है
06:59और दूसरा, इस तुजोरी में अंदर की तरफ खरूच के निशान है
07:04लगता है किसी ने छटवटाट ने इसे खरोच जाए
07:06और तीसरा तयाई धर्वाजे का रंग देख रहा हूँ, ऐसा ही रंग
07:11यह देखो, इस डॉली के नाखुनों में भी है
07:14बैचारी ने कितनी कोशिश की होगी तिजोरी से बाहर निकलने की
07:19लेकिन जब कामियाब नहीं हुई तो अंदर ही घुटके मर गए
07:23आरजी, तीजोरी के अंदर का सारा माल भार निकाल दिया
07:26और टॉली को इस खाली तीजोरी के अंदर बंद कर दिया
07:30और यह सब किया है यह स्माइली बॉल रखने वाले मॉन्टी ने
07:39नेरी बच्ची के अंदर किसने मारा सर लेरी वेटी को
07:51किसने जील लिया मेरे बुलापे के साहरे को
07:55आप शांत हो जाये प्लीज
07:56हम आपका दुख समझते हैं
08:00हम लोग तैकिकात कर रहे हैं
08:02डॉली के गुनेगारों को आम लोग छोड़ेंगा नहीं
08:05आप
08:07आप
08:09यह सही समय नहीं आप से सवाल पूछने का पर
08:14इस घर में आप लोग
08:16सालों से रह रहे हैं नहीं साप
08:19हम तब चोटी से खोली में रहते थे
08:21एक साल पेले डॉली ने अपनी महनत की गमाई से घर खरीदा
08:24बड़े पियाड से सजाया
08:26लेकिन क्या फायदा
08:28डॉली ने रही
08:30डॉली ने ये घर खरीदा था
08:32माफ किजएगा पर डॉली की तनफ़ तो सिर्फ
08:3525 ऺशजार उपै थे इतनी तनफ़ में ये ये घर Clifford
08:39उर ये सारी चीजे है
08:40उसे हर महने बोनस मिलता था
08:45हर महने बोनस?!
08:46असकी महनत लगम से उसके बहुत खुश्छ थे
08:48उसे हर महीने कैश बोनुस मिलता था
08:51पांच लाक रुपे
08:53पांच लाक रुपे?
08:58हाँ साब, उसे दो दिन पहली इस महीने का बोनुस मिला था
09:02पांच लाक रुपे
09:03वो… पैसे कहा है?
09:06डॉनी के कमरे में है सर
09:07हम देख सकते हैं?
09:08जी, मैं लेकर रहता हूँ
09:16सरी डॉली चाहें जितनी में महनत क्यों ना करती हो
09:19लेकिन पांच लाख रुपय कोई किसी को क्यों देगा, हर महीं ने
09:23समझ में नहीं आरा है
09:24बात तो अचीब है
09:27तनखाब 25,000 और बोनस पांच लाख रुपय है
09:32डॉली के बॉस सुभाजी से मिलना पड़ेगा
09:46बापरे
09:48एक चोर इतनी सारी चोरियां करने के बावजूद
09:51आज तक कानून के शिकंजे में हैं सर
09:55इस मॉंटी का केस रिकॉर्ड देख के लगता है
09:57कि जैसे इसने चोरी करना बच्पन से ही शुरू कर दिया था
10:00अपरे बाद
10:04इतनी सारी फाइले हैं
10:06मॉंटी की
10:08लगता उसके पुरे खांदान के इतियाज निकाला है तुम लोगोंने
10:11अशर और इतियाज भी बड़ा दिल्चस्प है
10:13सौर से भी ज्याता केसे दर्ज हैं इसके किलाफ
10:16सर स्माइली बॉल के अलावा
10:18उसके खिलाफ नाहीं कोई सबूत मिला है नाहीं कोई गवा
10:22इतने सारे केसे दर्ज होने के बावजूद भी
10:24किसी फाइल मिसका फोटो तक नहीं है सर वही तो बड़ी अजीब बात है ना
10:27कि सौ के ओपर चोरियां करने के बाद भी उसे किसे ने देखा नहीं उसका चेरा तक पता नहीं किसी को
10:33कैसे हो सकता है
10:35कई तो इन फाइलों में लिखा होगा तुम्हें मिला होगा उसके साथी लोग कौन है या फिर वो किस शेयर का है किस शेयर में काम करता है
10:42पर चौरी किये हुए गहने वो किसको और कहा बेचता है ये भी किसी को नहीं पता है।
10:52अब तक पाला नहीं पड़ाता था ना उसका हमारे साथ।
10:59अब पता चल जाएगा।
11:02सजिन, हर मुझरिम की कोई ना कोई कमजोरी होती है।
11:06बस उस कमजोरी को ठूंडो तो मुझरिम भी मिल जाता है।
11:12सर एक इंस्पेक्टर वर्धन है जो दो सालों से मॉंटी के पीछे हाथ दोकर पड़ा है।
11:17और मॉंटी के लगबग हर केस की तैकिकात उन्हों ने ही की।
11:21इंस्पेक्टर वर्धन।
11:23इंस्पेक्टर वर्धन।
11:33इसे प्रद्यूमन हिया।
11:35इस बार तो ये टेंडर मुझे ही मिलेगा।
11:37इससे सस्ता दाम और कुई कंपनी ड़ी नी सकती।
11:44आप लोग।
11:45डॉली मॉर्डर केस के सेचले में आपसे कुछ सवाल पुछने थे।
11:49जी मुझे जितना कुछ पता था आपको बताई जो कौन सर।
11:53लेकिन आपने हमें ये क्यो नहीं बताया कि आप हर महीने डॉली को पांच लाग रुपे बोनस दिया करते थे।
11:59ये महरबनी किसी है।
12:01पांच लाग रुपे? हर महीने?
12:03जी हाँ
12:05और ये पैसे डॉली के घर से मिले आपे
12:07एक कंस्रक्शन कामपनी की सेक्रेटरी होने के हिसाब से
12:10काफी आलिशान गर था उसका
12:12और बड़े आशो आराम की जंदगी जी रही थी
12:14मैसर सुभाश
12:16सच सच बताएए
12:18क्या डॉली आपको किसी बात को लेके ब्लैकमेल कर रही थी?
12:22क्या आप दोनों का अफेर चल रहा थी?
12:25क्या उसका मो बंद करने के लिए आपने उसका खोन करती है?
12:27नहीं, गलत है ये सब
12:29मेरे डॉली के साथ कोई चक्कर नी था
12:44करेंगे
12:46प्रेडी एक बात दो
12:48मिस्टर सुभाश चुट्टी मनाने के लिए बाहर जाते हैं
12:51और जब वो वापस लोटते हैं तो उनके घर की तिजोरी में हमें डॉली की लाश मिलती है
12:55और डॉली के घर से हमें 5 लाक रुपए मिलते हैं
12:58तो…क्या लगते है तुम्हे
13:03फ्रेडी का तजूरभा ये कहता है की सुभाश जी हमसे कुछ छुपा रहे हैं
13:06जो है वो दिखता नहीं है और जो दिखता है वो है नहीं
13:12नहींन, मैं कुछ निः चुपा रहा हूँ
13:14जब मैंने कुछ गलत किया ने यह तो घबराना किस बात का।
13:17आप चाहे तो मेरी कंपनी और मेरी पर्सनल बैंक डिटेल्स चेक कर सकते हैं
13:20मैं डॉली को सिर्फ सेलरी देता था हर मैंने और कुछने
13:23और कुछने
13:24चेक है मिसे सुभाष आपको फिर परशान करेंगे
13:27परशान करेंगे
13:28थैंक यू
13:41मेरी आज की सारी अपॉइटमेंट्स थैंसल कर दो
13:43मुझे आट बॉस जरूरी काम से जाना है
13:46अरे बबबनवा
13:49हमरा सबजी लेलो
13:52सबजी लेलो
13:55सबजी लेलो
13:57सबजी लेलो
14:09साब, सबजी लेलो
14:11सबजी लेलो
14:13गाजर चीए साब?
14:15नहीं
14:16मूली, मूली
14:17मैं बोलाना भाय नहीं लेलो
14:19मॉन्टी भी नहीं
14:21मॉन्टी लेलो
14:23सब्सक्स
14:25सबस्क्री लेलो
14:31सबस्क्रेट कर दो अपन अंजै
14:33आपको दो बता है हमारे वैसाने में नाम नहीं लिया करते हैं
14:37भाया जी क्या कि बुलाबा भाया जी
14:39भाया जी आपके इस टमाटर्स है हमारा क्या काम
14:44मांटी काम बिलेगा
14:45अरे दो साल से तो मांटी कम खुदा ही डूण रहे हैं
14:48कि दो साल हो गया है फिर भी आप कामियाब नहीं है अरे मॉंटी जैसे चोर को पगड़ना तामाटर बेचने वाला काम नहीं है इसलिए दो साल से बेच बदल के कोई फायदा नहीं हुआ साब मेरे खबरी ने खबर दिये सामने जो बंगला है ना एक लंडन से फैमिल्या लं�
15:18इसी भी साब कहा है थे के मॉंटी को पकड़ने में तुम हमारी मादद कर सकते हो काफी चानबीन किया तुम्हें उसके बारे में काफी फाइल सायार की है हाँ आपका हो तो सबजी और फाइल दोनों लेके ऑफिस पहुचता हूं हाँ उसके पहले यहां पर किसी को ठैरा के �
15:48मुझे यह क्यों बला है कोई खास बात बहुत खास बात है CID इंस्पेक्टर्स मेरे ओफिस तक पाँच गए CID मंगर क्यों उस दो के बाद डॉली की वज़ा से उस पर पनौती थी वो पनौती जब जिन्दा थी तब ही बिजनिस बहारी नुकसान उसकी वज़ा से अंबरन
16:18जाओ जाओ उसका गला अपने हाथों से धोड़तिया होता ना तो साथ अच्छा होता CID को मुझ पर ही शक्या है लेकिन अब आप चाहते क्या है
16:30अब किस्ता खतम करो यह लो पैसे और भूल जाओ कि हम कभी मिले दे आज के बाद मुझे कॉशिश मत करना अगर किसी को यह पता चला कि यह काम मैने तुम्हें सो पाया तो अपना मूख खोलने के लिए जिन्दा नहीं बचोगे तो समझे
16:48मुझे अपने पैसों से मतलब था जो कि मुझे मिल गए अब आप ये समझो कि मेरी जबान पर ताला लग गया है
16:56ताला तो जेल की सलाखों पर भी लगेगा लेकिन तुम दोनों को जेल के अंदर डालने के बाद
17:02C.I.D. यहां C.I.D.
17:05सुभाशी आपने पैसे देकर इसका मूँ तो बंद कर दिया लेकिन अफसोस फिर भी हमें इसका मूँ खोलना पड़ेगा
17:12अब आप खुद अपना मूँ खोलेंगे या फिर इसका ताला तोड़ना पड़ेगा हमें
17:17बाग गया
17:35अब आपने कर दोड़ेगा
17:41लेजर
17:42किस बात के पैसे दे रहादा सुभाश तो मैं
17:48सर मेरा नाम इकोल है और मैं थर्ड आई डेटेक्टिव एजन्सी का मालिक
17:54थर्ड आय डेटेक्टिव एजन्सी का मालिक
17:57यह सर तो फिर हमें देके भागे क्या
17:59सर में डर गया था क्योंकि मुझे पता है कि सिएडे वाले कितनी सक्ती से पूस्ताश करते हैं
18:05लेकिन तुमारा डॉली के साथ क्या लेना देना
18:07सर बिकल को मैंने हायर किया था
18:09मुझे शक्ता के मेरे ओफिस का कोई स्टाफ
18:11मेरे टेंडर्स की कॉन्फिदेंशल फाइब मेरे किसी दुश्मन को बेच रहा है
18:14पिछले कुछ माहिनों से मेरे आज से काफी सारे टेंडर्स निकल गए
18:17हर बार कुछी पैसो का फरक आता था
18:19आपको पहले बताना चाहिए था कि आप डेटेक्टिव हो
18:21क्या पता क्या लगाया आपने
18:24इनको डॉली पे सट था इसलिए मैं उसको पर नज़र रखे वे था
18:27लेकिन मुझे ज़र उसकी हर कदर पर कोई शक नहीं हुआ
18:30तो वो पांच लाख रुपए जो हर मैने डॉली के पास आते थे उसका क्या
18:34वही तो सर
18:34सर जब आपने ओफिस में पांच लाख रुपए की बात करी
18:38तो मेरे शाग यकीन में बदल गया
18:40कि डॉली ही मेरे दुश्मनों को मेरी फाइल्स बेच रही थी
18:43उसके बाद मैंने बिकुल को यहां बुलाया
18:45उसको पैसे दिया और कहा कि
18:47सब कुछ भूल जाए
18:48कि अगर आप विकुल तक पहुच जाते तो आपको पता लग जाता कि अब डॉली पर मेरे ही कहने पर नजर रख रहा है और खही न कहीं आपको लगता कि डॉली को मैं नहीं मा रहा है
18:58यह बात तो समझ में आ रहे है कि डॉली को हरमेने पांच लाग रुपए इस सुबाज का कोई कॉमपेटीटर दे रहा था
19:06पर मॉंटी ने डॉली को क्यो मारा यह समझ में ने आ रहा है
19:11इस डॉली का मॉंटी का कोई संबन था या फिर
19:15मॉंटी ने डॉली को मारने का कॉंट्राक्ट लिया था
19:18सर अब इस मॉंटी तक पुछे के कैसे
19:22सीने इस्पेक्टर वर्दान
19:25अब वही मॉंटी के बारे में कुछ रोष्णी डालेंगे
19:45सर इस्पेक्टर वर्दान रिपोर्टिंग
19:51वर्दान गुट
19:53यह इस्पेक्टर सचिन श्रेया
19:57पंकच
19:58सर बाकी के ओफिसर्ज देया सर अभीजीत सर और फ्रेडी दिखाई नहीं देरे
20:03बाहर गये किसी और केस के सिलसिले में
20:06अच्छी बात है तुम जानते हो इन सब को
20:08सर आप में कौन नहीं जानता
20:10जब मैं पुलीस टेनिंग में था
20:12तो C.I.D. टीम के मिसाल दी जाती थी हमें
20:14परतान
20:16इस बार मॉंटे ने सिर्फ चोरी नहीं किया
20:18खून भी किया है
20:20माफ करना सर, मुझे नहीं लगता मॉंटे किसी का खून कर सकता है
20:23क्यो?
20:26सर पिछले दो साल से मैं मॉंटे की केस की तैकिकात कर रहा हूँ
20:29सौ से भी जादा चोरियां किये
20:31पर उसने एक भी खून नहीं किया
20:33इस बार किया
20:34उसने डॉली के बॉस की घर पर चोरी की
20:37डॉली की मदद लेकर
20:38और काम कतब होने पर डॉली कोई मार दिया
20:41सर, मॉंटी अकेले ही चोरी करता है
20:43किसी के मदद के बगेर
20:45चोरी करना उसका पेशा नहीं
20:47जुनून है जुनून
20:48वो जब भी चोरी करता है
20:49पूरी प्लानिंग के साथ करता है
20:51और तब करता है जब खर पर कोई न हो
20:53मतलब जहां वो चोरी करना चाहता है
20:55वहां का इलाखा पहले च्छान लेता है
20:58तो वहां आसपास रहने वाले लोगों से पुछताज भी करता होगा
21:01और तभी शायद किसीने उसे देखा भी होगा
21:04सर आप चैरे की बात कर रहे हैं
21:06आज तक उसका असली नाम किसी को नहीं पता
21:07ये मॉंटी नाम तो हमने उसके गुनाओं की फाइल खोलने के लिए रखा है
21:11हां जहां भी वो चोरी करता है
21:13वो स्मायली बाल जरूर रख जाता है
21:15ज़से लगता है जिसे कि तुम उसके फैन हो गए वर्दा
21:18नहीं सर
21:20चैर चूड़ो उसकी कोई तो कमजोरी होगी
21:23कोई तो कमजोरी
21:24सर एक कमजोरी है
21:26क्या है बता
21:26अनमॉल और कीमतषीर�े
21:31अच्छा
21:31अन्मोल और कीमती ही रहे?
21:59सुर्ण.
22:01सुर्ण.
22:06सुर्ण.
22:07सर, मेरे एंट्रेंस के अलावा तीन एंट्रेंस और भी थे, जो मैंने सील करवा दी है.
22:11अब एक्सविशन में आने के लिए सिर्फ एकी रास्ता है, पर वहां पे भी स्रक्त पहरा है.
22:16बंदोस तो अच्छा ही है, सुचेन.
22:19मागर इस मॉन्टी को कमजोर समिजने की गल्ती हम नहीं कर सकते हैं, भेज बदलने में माही रही आदमी.
22:25सब कुछ ठीक है, सारे कैमरास चीक है ना, कुछ बड़तो नहीं है, नहीं सर, में गेट का फुटेज दिखाना, ठीकिए सर,
22:39बारी-बारी सभी कैमरास की फुटेज चेक करते रहे ना, मॉन्टी भहुच चाते रहे, कैमरास के साद छेर्षानी भी कर सकता है, सबढ़े?
22:55सर, CCTV कंट्रोल रूम की चेकिंग हम लोग निकल ली है, ठीक है, आप और निकल, सामने वोले एंटरेंस पर नजर अख़ो, मैं यहीं निकल इसके पास में हूँ,
23:22ओके, कोई अपनी जगे से नहीं हिलेगा, जो जहां पर है वही पे खड़े रहे, यह लाइक किसी चलिए, यह कैसे हो सकता है, सर, प्रिष्टी के तो तीन तीन बैक अप थे हमारे बास,
23:52दर्वाजा बन कर दो, यहांसे कोई बाहर नहीं जाएगा, आप सब लोग इस तरफ आएगे, प्लीज, कॉपरेट किजे, इस तरफ आएगे, जल्दी,
23:58श्रिया, निकल, सबकी तलाश ही लो, यह मॉंटी, इसे कमरे बगई होना चाहिए, सर, पाउर फेलिर की वज़े से, सीसीडी रेकॉर्डिंग भी नहीं हो पायोगी, कोई बात नहीं, इस एक्जिबीशन हॉल से बाहर जाने के सारे रास्ते हमने बन कर दी है, इनी में सो को�
24:28मैं हवा हूँ, आपके आसपास हूँ, आप मुझे मैसूस तो कर सकते हैं, लेकिन देख नहीं सकते, पकड़ नहीं सकते, मचालाक हूँ, शातिर हूँ, चोर भी हूँ, लेकिन खूरी नहीं, सुभाष की तीजोरी मैंने ही साफ किया था,
24:58लेकिन उस लड़की का खून मैंने नहीं किया
25:07सर अन्में जितने भी लोग है सब की तनाची ले लिए निकलिस किसी के बास नहीं मिला
25:12सर मुझे भी हार कहीं नहीं मिला
25:17यह मांटी
25:20तीस सेकंड में हार चोरी करना पिचित्थी रखना
25:24और इस कमरे से बाहर निकल जाना यह कैसे मुम्किन हो सकता किसी इंसान के लिए
25:30अब क्या करें सब्सक्राइब
25:32मॉंटी की तरह सोचो
25:34नेकले चुराया है तो कहीना कहीं तो उसे जरूर बेचेगा
25:38शेहर में जितने भी ऐसे जोरी है तो चोरी के गहने खरीते हैं वहां पर रेड डालो
25:44एक बार यह मॉंटी हाथ लग जाए
25:47तो सर्फ तीस सेकंड नहीं
25:49सिंदगी भर के लिए उसे अंधरी में रहना पड़ेगा
25:53पड़ेगा
26:15पड़ारो सेधिया पड़ारो
26:17क्या दिखाओ
26:19अरे भाया मने चोक्खा हिरा चाहिए
26:21हुँ
26:22यह अमारे भाई साफ है
26:24आज भाई साफ और भावी जी की सालगिरा है
26:26तो भाई साफ भावी जी को बहुत बड़ी आशी भेट देना चाहते है
26:30बात समझ में आ रही है कि नहीं
26:36माड़े का बात समझ में आ गई
26:38आए
26:40आप लोग खेड़िये में लेकिया दा हूँ
26:45कि अज़ आओ
26:46कि अज़े पाई
26:48कि अज़ए प्रख लिए अज़े यह कि आप अज़ार रखा है
26:52अधार ओ कि अधारो यह रूखा तुका काना नहीं खाना में को
26:58सेटिया दिखावे पूर मच जाए यह अंदर की बात है
27:02कि अज़ा लगा रखा है अधारो ये रूखा तुका खाना नहीं खाना आमको सेटिया दिखावे पे मज जाईए ये अंदर की बात है पुलीस की नजर से बचा के रखना पड़ता है पुलीस की नजर से बचा का छोड़िये न अब देखिये
27:26यह देखिये
27:27200 साल पुराना है मारवाड के राज घराने का अब ये मत उचना ये कहां से आया
27:34कड़ी से कड़ी सुलक्षा थी फिर भी हमारी नात के नीचे से वो हार लेकर गया कैट से
27:44सर हमने तो आने जाने के सारे रास्ते भी बंद कर दिया थे यहां तक के हर गैस की अच्छे से चेकिंग भी की लेकिन कुछ नहीं मिला सर तो पिरो हार गया का सचित कहां गया वो हार क्या अपने अब चल कर बाहर गया
27:55सारी चेक इंघ की थी कोई नहीन कोई चाला की की है इस मौंटी ने कोई चाला की की है
28:08इसके सारे पाइले निखा लग घर से निखा लग मेरिया अग्र से कुछ नहीं चूटा है
28:14तो चुटा है।
28:20अब इससे कुछ भायानी है थोड़ा बैतर कुलिये तो मतलब फिलाल तो मेरे पास नहीं है लेकिन नहा हमाल आएगा ना मैं आपको जरूर बताऊंगा आप अपना फोन नंबर देखे जाएगे बात की बात में देखेंगे
28:34चलो ठेक हैं
28:36अजया हमारे पुष्टैनी हीरो का हार है उसमें एक जामुनी रंगा हीरा भी है यह हार मॉन्टी ने जुरा है था
28:49नहीं सर नहीं हो सकता मैंने तो पहले कभी नहीं देखा वर्दान
28:54यहार सुबाज जी के तीजोरी से चोरी थी और चूके डॉली की लाश में तीजोरी के अंदर से मिले थी यह केस सीरे CID के पास आया था तुमारे ड़ाट्में नहीं है
29:04मॉंटी नहीं पेचाहिए हार जलो
29:06अवाया क्या हुआ विच्छ बदल गया यह दूरी हार
29:11मॉंटी Kाँ मॉंटी का आप नहीं कौने यह कोने था एंस्पेक्टर अप्सक्टर दीया चिए
29:29मुझ माप कर दो सरा मैं डरगया था वार मॉंटी नहीं ुझे बेचाह था ता मॉंटी कर दो मारे था
29:36मैं सर, उसके वारे मुझे कुछ नहीं बता
29:39ठीक है, हम हमारा एक ओविसर तुम्हारे दुकान पर छोड़ के जा रहे है
29:43अगर दुबारा मॉंटी वापस आए ना, तो हमारे साथ वापस जाएगा
29:47क्राइम रिपोर्ट मरें, वर्दन का अंगुठा
30:03यहां तो सिगनिचर है तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो तो
30:33एक प्रण करो और उनसे पूछों कि यह वर्दन का अंगुटा और वर्दन के सिगनेचर यह चक्कर क्या है
30:47हलो जी मैं इंस्पेक्टर श्रेया बोल रहे हूं सी आईडी से मैं इंस्पेक्टर वर्दन से बात करना चाहरे हूं हो है अभी ओफिस में
31:03अच्छा एक बात पताई है वो अपने केस फाइल पर सिगनेचर करते हैं या अंगुठा लगाते है ओके तैंक यू
31:15क्या कहा कि सर एड कोटर केए ओफिसर ने कहा कि इंस्पेक्टर वर्दन पिछले तीन दिनों से ड्यूटी पर ही नहीं आया तीन दिनों से द्यूटी पर नहीं हाया
31:25Sir, ये भी कहा कि उनका फोन बंदा आ रहा है.
31:28Sir, पिछले दो दिन से तो वो हमारे साथ काम कर रहे है.
31:31कहीं, इस वए से तो उनने हैटकॉर्टर्स में रिपोर्ट नहीं की.
31:34ऐसा नहीं होता.
31:35हर हाल में हमें हैटकॉर्टर्स तो इन्फर्म करना ही पड़ता है.
31:37अच्छा, सिगनीचर के बारे में पूछा तब क्या कहा?
31:40ऑफिसर ने कहा कि छे महीने पहले इंस्पेक्टर वर्धन का अक्सिडन्ट हुआ था.
31:44और उनके दाईने हाथ में फ्राक्टर हो गया था.
31:46तब से वो केस फाइल्स पर अंगुठा ही लगाते हैं.
31:49लेखिन सेर, हम सबने तो इंस्पेक्टर वर्धन को हर जग अपना दाईना हाथ इस्तमाल करते हुए देखा है.
32:07छे बाईने पहले दाईना हाथ फ्रैक्चर हुआ है.
32:11और फिर भी दाईना हाथ इस्तमाल कर रा ही है.
32:15तो फिर है कौनी वर्धन?
32:19वही हमारा वर्धन या फिर बेहरूपिया वर्धन?
32:30हाँ सर्ट इस्पेक्टर वर्धन?
32:38सर्व अभी अभी मेरे साथ थे, लेके निकल गए.
32:42दोर दिया हूँ.
32:46पट।
32:47पट।
32:48अब क्या कर रहा हूँ?
32:50मेरा वक्त पर बाद करना है, एक सवाल पूछूँगा, उसका एक जवाब चाहिए है, और वह भी सच.
32:55वो जो आदी मेरे साथ था यहाँ पे, कौन तब हो?
32:59मौन्टी, मौन्टी था.
33:01पुर्दान मौन्टी था?
33:03मौन्टी था?
33:04पताया क्योंने तुमने मुझे?
33:06मौन्टी को आपके साथ देखके डर गया था, क्या बोलता? उसने आपके सामने मुझे चुप रहने की दम्की दी थी.
33:15जो भी बोलना, सोथ समझ के बोलना हूँ.
33:20मौन्टी.
33:23मौन्टी.
33:25मौन्टी.
33:27मौन्टी.
33:28पिछले दो दिनों से ठकता रहा हम ही है.
33:31मौन्टी.
33:32मौन्टी.
33:33मौन्टी.
33:34मौन्टी.
33:35मौन्टी.
33:36मौन्टी.
33:37मौन्टी.
33:38मौन्टी.
33:39मौन्टी.
33:40मौन्टी.
33:41मौन्टी.
33:42मौन्टी.
33:43मौन्टी.
33:44मौन्टी.
33:45मौन्टी.
33:46मौन्टी.
33:47मौन्टी.
33:48मौन्टी.
33:49मौन्टी.
33:50मौन्टी.
33:51कैसे हम ने उसे हम समको बेवकूब बना ने दिया, कैसे, कैसे किसी को भी शखने हुआ हुआ उस ने कभी उस पर शख होनी दिया ही दिए इस एक्षिक्टर वर्दान ने हमें बंगलो रोड पे बला था सर उसे मिलने के लिए हम लोग आप पहुचे तो ये मॉंटी मिला वो स�
34:21समझ में ने आता, समझ में ने आता, इस मॉंटी को पता कैसे चला, कि मैंने इंस्पेक्टर वर्दान को फोन पर का था कि तू हमारे साथ इस केस की तैकिकात में आजा, कैसे पता चला, कैसे, उस वक्तो हमारे आला और कोई भी नही था भी नहीं था, कैसे,
34:40my god
34:47my god
35:10अब केसे पकड़े इसे हैं हाँ सर चोरो का राज़ा आप अब केसे पकड़े इसे हैं हाँ सर चोरो का
35:40सर बहुत अगलमंदी और बहुत चालाकी से काम करता है यह मौन्टी असर रब इस वक्तों कहीं बैट के हांसरा होगा हम पर हाँ जूलू पर पानी में डूबना चाहिए शरम के मारे शर्म की बाद तो है काश ये खबर अकपारों में छब जाए तो ना कट जाएगी हाँ हाँ
36:10अगली बार अगर ये हमारे सामने आए तो हम तो इसे पकड़ ही नहीं पाएंगे क्यों नहीं पकड़ पाएंगे
36:16सर, बेज बदलने में माहर है ये
36:20हम, बहुच अलाग है
36:21सर, सारे देशों के बुलिसे से पकड़ने में नाकाम हो गई है सर
36:25लेकिन कुछ तो करना ही पड़ेगा
36:27पकड़ना तो पड़ेगा ही
36:30कुछ तो करना ही पड़ेगा
36:46स्की रेंग, जूँ
36:52सर ये ठाग इतना शातिर है, पकड़ेंगे कैसे इसे?
36:58वही तो, कोई सुराग भी तो नहीं हमारे पास
37:02क्या करेंगे, कैसे पकड़ेंगे इसे?
37:07सर इस ट्रैकर के हिसाब से काफी नजदीग लग रहा है मॉंटी को
37:11हाँ, एक मिनिए
37:14ये मॉंटी फांत सो मीटर के रेडियस पर है
37:24सर, मॉंटी के काफी करीब आगा है
37:28हाँ, बहुत हसी आ रही है
37:34चला, बहुत शौक है ना, तुझे अकबारों में ख़बर चापने करें
37:41सब्सक्राइब आगा है
37:43सब्सक्राइब लेडिया वालों को भी बुला लेंगे
37:47सर, मेरे डॉली का खोंड नहीं गीया है
37:51मैं आपको बार �ota सच्णा नहीं के कोचिश के राहूँ
38:15हाँ, सर, मैं उस बंगले पे गया था, लेकिन सिर्फ छोरी कंदे, दोली वाग क्या करे थी, मुझे कुछ नहीं बता, सर, मैं चोर हूँ, खुडी नहीं, मैंने सौर चुरी गिये, लेकिन आज तक किजे का खुड नहीं किया, मैं खुडी नहीं हूँ, मैं बेकासर हूँ, सर,
38:45अजर तुमने डॉली का खुड नहीं किया, तो फिर किस नहीं किया, है, क्या हूँ, बताओ, क्या हुआ था उस रात को, उस बंगले में, उस रात, मैं सुभाश की गर्ग उसकी तीजोरी में रखे गहने चोरी कर दे गया था, उझे बता था, कि सुभाश अपनी पत्नी के स
39:15सर, जैसे ही मैंने किसी के आने के हट सुनी, मैं खिर्की से भाग गया था, मगर भागने से पहले तुमारे पास इतना समय था, कि तो माइक्रोफोन वारी बॉल ते जोरी में रख के भाग सको, सर, स्माईली बॉल के अंदर,
39:45मैं पहले से माइक्रोफोन फिट करके रख था और जहां जहां मैं चोरी करता था, वहां बहुत रख था लेकिन क्यों?
39:53जब उन लोगों को पता चलता था, कि उनके कीमती गहरे और हीरे चोरी हो गए, तो उनके रोने की आवाज, उनके दुख से कोसने की आवाज, मुझे सुनकर बहुत अच्छा लगता था.
40:09बड़ा अजीब शौक है इसका, मतलब चोरी करने के बाद तुम आकर रिसीवर के सामने बैट जाते थे, लोगों का रोना सुनने के लिए, है?
40:21नहीं सर, मैंने रिसीवर के पास एक रेकॉर्डिंग मशिन रखी है, जब भी मुझे फुरसत मिलती है, मैं वो रेकॉर्डिंग सुनता हूँ, लेकिन इस बार जब मैंने रेकॉर्डिंग सुनी, मुझे पता चला कि एक लड़की का खून हो गया है, और CID ओफिसर्स को मु
40:51मिश्वास दिलाओंगा कि डॉली का खून मॉंटी नहीं कर सकता, वो तो हम पता लगाए लेंगे मॉंटी जी, कि डॉली का खून किसने किया है, समझे, तब ये बताओ, उस एक्जिबिशन में इतनी कड़ी सुरक्ष होने के बावजूद भी, तुमने ओगेने चुराए के
41:21मॉंटी बहुत शातिर चौर है, क्यामरा के साथ छेड़खाने भी कर सकता है, उस बग की वज़े से तीस सेकंद तक पावर चला गया था, आप लोगों ने सब की तलाशी ली, मुझे इंस्पेक्टर वर्दान समझ कर, मेरी तलाशी नहीं ली, इंस्पेक्टर वर्दान कहा
41:51मैं किसी को कोई चोटने ही पहुचाना चाहता था, सिर्फ आपको विष्वाज इलाना चाहता था कि मैंने डॉली का खून नहीं किया, अच्छा तुम्हारे तिजोरी में वो माइक्रोफोन रख के जाने तक, डॉली उस कम्रे में नहीं आई थी, राइट? नहीं, पिर तो स
42:21का गुंद। तुम्हार क्या कर रह dishon तो समया, कि मैंने तुम से कहा था कि हम करारीम कर दासे तो किसने देखा है, डॉली तो सटया कि थो सकता है तुम कर देंद आई नहीं देके
42:40वर्ना क्या होगा? आज तुम जो हो मेरी वजय से हो
42:50मेरे टुगड़ों पर पल्ले वाली आज मुझे ही ब्लैकमिल करने लगी
42:55प्लीज माफ कर दो मुझे
42:57अजिए रहेक मन्यट तरह थोड़ा रिवाइंट और फिर सिचला
43:05आज तुम जो हो मेरी वजय से हो
43:11मेरे टुगड़ों पर पल्ले वाली आज मुझे ही ब्लैकमिल करने लगी
43:15प्लीज माफ कर दो मुझे
43:19सुना
43:20असर जब आस-पास माइक्रोफोन या स्पीकर वगरा होता है
43:25तो फोन आते वक्त इसी तरह की आवाज आती है
43:27आज से तरह की आवाज आती है
43:29एक्साटली है ना
43:31सर उसकता है उस वक्त सुबाश ने डॉली को फोन ट्राई किया हो
43:34लेकिन सर डॉली तो अपना मोबाइल घर पर भूल गई थी
43:37अगर डॉली अपना फोन घर पर बूल गई थी
43:39तो वहां पर जो फोन बजा था
43:43वह उस अजनबी का फोन हो सकता है
43:47उस खुनी का फोन
43:50श्रया काम करो
43:52सारे मोबाइल कंपनिस को फोन करो
43:54और पता लगाओ
43:56उस रात देड़ और दो बजे के बीच
44:00सुबाश की घर पर किस नंबर से फोन आया था
44:04अगर वह पता चल गया तो यह भी पता चल जाएगा
44:07उस अजनबी का उस खुनी का फोन नंबर
44:11और वह है कौन
44:13यह भी
44:15हाँ हाँ
44:17अपनी विजनस की सफलता के लिए आपने जो भी निड़े लिया है
44:21बिलकुल सही
44:23अब आपको जो भी कांटक्ट चीए
44:26उसétट पाने में आपकी मदद करूँ गा
44:29से बचने में
44:34तुमारी कॉन मदद करेगा
44:35सीडिश
44:36अपनोग एह अपराधी जह,टूप
44:40उसे एड़े घुँ मृन
44:42तुमें किया घात ता ढॉली का मुडर करने के बाद
44:46कि एड़ी को चक्मा देने में असानी से काम्याब हो जाओ के हमारे जिस तिन डॉली का खून तुम भी मौजूद थे मिस्टर सुभाज के पंगलो पे तुम्हारी जो भी बाते हुई है उसके रिकोर्डिंग है मारे बास चाहो तो फॉरंसी तेस्ट करवा सकते हैं चले बेरो
45:16क्यों वारा तुमने डॉली मेरे लिए काम करती थी लेकिन वो तो सुभाज की सेक्रेटरी थी ना सर मैंने उसे सुभाज के अशिक्रेटरी की जॉब दिलाए थी अधरसल वो मेरी खबरी थी
45:28सब मेरे डिटेक्टिव एंसे में एजेंटरों काम बड़ी बड़ी कमपनी में जॉब दिलवाते हैं ताकि वहां के मालिकों के अंदर की ख़र मुझे देश के और फेर तुमस कबर के ज़रीए उन मालिकों को ब्लैक्मेल करके उनसे पैसे निकलवाते थे हैं लेकिन सुभा
45:58इसलिए मैंने उसे कहा था कि डॉली बहुत इसी थी है अगर डॉली तुमारे लिए काम करती थी तो उसका खून करके तुमने अपनी पैरों पे कुलाड़ी क्यों मारी इसलिए डॉली की नियत खराब होगी थी लालची होगी थी वो वो मुझे ब्लैक्मिल करने लगी थी �
46:28उसे तिजोरे में बंग कर दिया बेचारे घुट घुट कर मर गई
46:33तुम जैसुक हो थो फांसी ही होनी चाहिए फांसी
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