00:00जो मैंने कहा था वो आदात तोड़ मरोड कर बताया गया। मैंने ये कहा था कि जहां पे जिन इनोस्टन और निश्पाप लोगों की जान टेररिस्ट ने ली थी और धर्मा और कलमा पढ़ने के पढ़ाने को बोला था।
00:18अगर इसके पीछे पाकिस्तान की मंश्या यही है कि हिंदूस्तान को कमजोर करने का। हिंदूस्तान के एकात्मता को और सरवभभों को ठेच पहुचाने का।
00:29ुदुस्तान के अंदर में आपस में लड़ानी का यह मंचा पाकिस्थान की थी और टेररिस्ट को वह पढ़ा कर लई भेजा गया अब वहाई ने यह कहा था कि टेररिस्ट को तो समय नहीं होता है धर्म और जात पुछे दिले पहली बार हुआ है कि यह ऐसा इस तरह की बाते
00:59हेज पहुची हो किसी को दर्दुवाओं या किसी के भावनाओं को तो मैं उसके लिए अपलोईस हूँ मैं उसके लिए माफी मंगूंगा पर बेरे
01:07बोलने का आधा बताकर जो अपना सप्तादारियों का केंद्र सरकार का या इंट्रिजिंस का जो उनका फेलियोर है वो छिपाने के लिए आधा तोड़ मरत बताकर गुम्रहा करने के बात होती है
01:25मैं जितने भी इनोसन लोगों की जान गई है जात धर्म पूछकर और उसी के बार को लेकर मैंने बोला था कि अतिरे की या का टेररिस्टो इस तरह से समय नहीं होता है पर इस बार पहली बार हुआ है
01:40कि जो इधर आने के बाद में धर्म को पूछकर गोली मारी गई और उनकी जान ली गई तो इसको यह मतलब नहीं तहां पर उसको जिस धंग से पेश किया गया निशीत रूप से हमें बहुत बड़ा दर्द हुआ है और हम लोग जिन लोगों के इसमें टेररिस्ट ने जान �