नए वक़्फ़ कानून से क्यों खफा हैं मुसलमान? देखें समर्थन में क्या बोले मुफ्ती शमून कासमी
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00:00कि RSS मुसलमानों की दुश्मन नहीं है
00:03ऐसे 200 या 300 परिवार पूरे देश में होंगे
00:07कि जिनों ने उन वक्फ संपत्यों का फाइदा उठाया
00:10इनके कब्जों से मुक्त हो जाए
00:12तो उसकी आमदनी 12,000 करोड तक साला ना हो सकती है
00:18नमस्कार मैं हूँ परवे सागर
00:19और आप देख रहे हैं आज तक डिजिटल की ये खास पेशकर्ष
00:23पूरे देश में वक्फ संपत्यों जो कानून है
00:27उसको लेकर के एक कन्फूजन क्रियेट हो गया है
00:30हाला कि ये कानून संससे पास हो चुका है
00:32राष्ट पती इस पर महर लगा चुकी है
00:34और उसके बाद अब जाकर के ये मामला
00:36सुप्रीम कोर्ट में अटक गया है
00:39इस मामले पर अगली सुनवाई पांच मई को होनी है
00:41इस मामले में तक अन्फूजन क्यों है
00:44आखिर वक्फ को लेकर के जो मुस्लिम तबका है
00:46उसमें दो फिरके क्यों बन गए है
00:48इस सब सवालों के जवाब जानने के लिए
00:50आज हम बात करेंगे
00:52उत्राखंड मदरसा बोर्ड के चेर्मेन
00:54मुफ्ती शमून कास्पी साहब से
00:56शमून साहब बहुत-बहुत स्वागत है आपका
00:58तो शमून साहब
01:00कानून बन चुका है, कानून पास हो चुका है
01:02संशोधन जो होना था, बतलब कानून पहले से
01:04संशोधन जो होना था, वो हो चुका है
01:06सब वजूद में आने की तयारी थी
01:09लेकिन विरोध क्यों है
01:10ये कन्फूजन कहा है
01:12प्रवे साहब मैं यहां से लेके चलता हूँ
01:14कि 1947 के बाद देश आजाद हुआ
01:18आजादी के बाद बहुत मुख्तलिफ मरहलों से होता हुआ
01:22वकबोर्ड अपने वजूद में आया
01:24और जब से वकबोर्ड वजूद में आया है
01:27उस वक्त से बहुत लंबा कारेकाल जो है
01:30वो कौंग्रेस को मिला
01:31और कौंग्रेस के सपोर्टर के तोर से
01:35मुसल्मानों की जो जमाते हैं
01:38जो बहुत मेंश टीम की जमाते हैं
01:40फरंड की जमाते हैं वो रही
01:42और उन्होंने अपने आपको तो राजनीती से अलग किया
01:46और कौंग्रेस को पौलिटिकली सपोर्ट दी
01:48और मुसल्मानों के एक तरह से मेडेटर बन करके उन्होंने काम किया
01:53और नतीजा ये हुआ कि उनके एवज में कांग्रेस ने जो मुसलिम संस्थाएं थी
02:01यानि वकबोर जैसी चीजे उनके जेरे असर लोगों को इनाम के तौर से दी
02:06और इन लोगों ने उस पे ये काम किया कि उसका इस्तेमाल किया
02:11और उस कीमती प्रोपरटी को बहुत मामुली रेंट के अंदर लेकर के
02:17रेंटर ने रेंटर बना लिये यानि किराएदार ने किराएदार रख लिये
02:22और बहुत मामुली से साल का एक जैसे सो रुपए या पान सो रुपए या जितनी भी उस वक्त की हैसियत थी
02:29और उस पर इन लोगों ने अपने कमर्शियल आफिस बनाए अपने मौल बनाए और उस से इन लोगों के अंदर खुशाली आई
02:37ऐसे मैं समझता हूँ कि ऐसे धाई सो या तीन सो परिवार पूरे देश में होंगे
02:45कि जिनों ने उन वक्त संपत्यों का फाइदा उठाया जबके उन वक्त संपत्यों का फाइदा जिन के लिए वाकिफीन ने वक्त की थी गरीबों के लिए यतीमों के लिए
02:56मिस्कीनों के लिए बेवाओं के लिए उनके लिए इस्तिमाल होना चाहिए था
03:01तो होना ये चाहिए था उस लंबे साथ साल के कारेकाल के हंदर
03:05जो कांग्रेस ने बिला बगहर किसी उसके शाशन किया देश में
03:09उस पर वो इसकूल बनाते, कॉलिज बनाते, हॉस्पिटल बनाते जिससे गरीबों को फाइदा होता।
03:15अगर उन्हें वो इजूकेशन हासिल कर लेते तो वो उनका वोड बैंक नहीं रहते हैं।
03:45यानि तुम्हारा वजूद नहीं बचेगा और बाज लोग तो यहां तक कह रहे हैं कि इसलाम बिल्कुल यहां से खतम हो जाएगा अगर यह वक्ष शंसो दन्बिल अगर अगर इंप्लिमेंट हो जाता है तो मैं यह समझता हूं कि मुसल्मानों को खासतोर से समझने की जरू�
04:15किया था उन्होंने एक बहुत एहम बात कही है कि अगर वक्ष संपत्ती को वागुजार कर लिया जाए यानि वो इनके कब्जों से मुक्त हो जाए तो उसकी आमदनी बारा हजार करोड तक साला ना हो सकती है जो आज के परिपेश में आज की जो उसकी आमदनी है वो 170 करोड
04:45हैं यानि जो बोर्ड गठित हुआ है आप बोर्ड के गठन से पहले कि उनकी आमदनी देखिए और बोर्ड के गठन के बाद के आमदनी देखिए उस वक्त वो नादार हैं और उसके बाद यका यक वो मालदार हो जाते हैं
04:59मुद्थी साब मैं यहीं आप सो रूखना चाहूँगा कि आपने किलियर करनी कोशिश की उस चीज़ को तो ऐसा क्यों है कि सरकार जो वीरोध करने वाले मुस्लिम्स हैं उनको क्यों नहीं समझा पारी वो क्यों नहीं इस बात को समझ पारे जो आप बताना की कोशिश कर रह
05:29बचाने की कवाय सरकार करने की कोशिश कर रही है
05:31तो आखिर ये बात जो मुसल्मान जो निशले तपके का मुसल्मान है
05:35जो आम मुसल्मान है जिसे वक्फ से फायदा मिल सकता है
05:38मिलता नहीं है लेकिन अगर मिल सकता है
05:40तो उस तक के बात क्यों नहीं पहुंच पारी उसे क्यों नहीं समझा पारे हैं
05:44हाँ दिखे उसमें मैं समझता हूँ
05:47awareness की जो कमी है और awareness लानी चाहिए
05:49जैसे जैसे aware होंगे
05:51तो उन्हें जब ये जानकारी होगी
05:55कि इस वक्फ संपती से तुम्हारी गुर्बत दूर हो सकती थी
05:58तुम इससे एजुकेट हो सकते थे
06:00तुम्हारे बच्चे अपने पैरों पे खड़े हो सकते थे
06:02तो मैं आज एक उधारन के तौर से ये बात कहना चाहूँगा
06:05कि 2014 से जब से नरेंदर मोदी जी
06:09इस देश के परधान मंतरी बने हैं
06:11मैं समझता हूँ कि उन्होंने जो रिफॉम किये हैं
06:14वो किसी एक पर भी आपको इखतलाफ हो सकता है
06:18मगर मैं आपको ये बात कह सकता हूँ
06:20कि जिन लोगों ने कूपर्थाओं को जनम दिया था
06:24उन पर अंकुश लगा है
06:26वापस वक्ष पे आते हैं वक्ष की बात करते हैं
06:28जैसे मैं आपको ये बताऊँगा कि मैं वूत्राखन राजिये में
06:31मदर्स बॉड के एजया ध्याक्ष होने के
06:33हमने वहाँ जो आपने एविर्नेस की बात कि Games की उसी संद्र्व में मेरी ये बात है
06:37कि हमने अपने माननी मुख्य मंतरी शीय पुशकर सिंग धामी जी उन्होंने उनके दिशा निर्देश में उन्होंने कहा कि ये गरीब बच्चे जो पसमानदा समाज से तालुक रखते हैं आखिर क्या ये इंजीनियर डॉक्टर और आईएस और आईपेस नहीं बन सकते ये मे
07:07और उसके साथ साथ जैसे जैसे उत्राखन के अदर यूसी सी उस पर मैं जरा और कह करके फिर आपकी तरफ आउँगा कि यूसी सी का कोई तालुक कोई भी टकराओ इसलाम से और मुसलमानों से नहीं हैं उसे भी ये लोग भरमाने का काम किया और आज जो वक्त पर आप बात
07:37है उसका एक भी प्रावधान ऐसा नहीं है कि जिससे मुसलमानों की किसी प्रोपर्टी को कोई नुकसान होगा या आने वाले दिनों में उनके किसी जीवन पद्दती के अंदर कोई भी हानिक कारिक्ता आ सकती है एक योजना ऐसी नहीं है सरकार की कि जिसमें किसी में भैद�
08:07होगी तो ऐसा ही काम करेगी इसलिए नरेंदर मोदी जी और उनकी सरकार निश्वक्ष तोर से जिस तरह से मुसलमानों को ऊपर लाने का प्रयायश कर रही है और VOT BANK की धाणा से नहीं देखती है तो मैं मुसलमानों से सिर्फ इतना कहना चाहना कि आरेज से मुसलमानों की �
08:3722 सदसे हैं, उसमें से 2 सदसे
08:39गैर मुस्लिम रखने का जो प्रावधान है
08:41उस पर सवाल पूछा गया है कि क्या जो देश की
08:44हिंदू ट्रस्ट हैं या जो और
08:45हिंदू इदारे हैं वहाँ पर उसके
08:47अंदर क्या मुस्लिम जो मेंबर्स हैं
08:49उनको भी रखा जाएगा, इस पर चिंता जाहर की
08:51सुप्रीम कोट ने सवाल पूछा सरकार से, सरकार
08:53उसका जवाब देगी, इसके अलावा जो और चिंता
08:55जाहर की हैं, जो चीजें उसमें
08:58क्लियर नहीं हैं, तो ये सारी बाते
08:59जो आपने कही है, तो एक बक्ष है किलियर करने
09:02वाली बात है, बात लोगों तक क्यों नहीं
09:04पहुँच पारी, लोग क्यों समझनी पारे हैं, ये
09:06कन्फिजन क्यों हुआ कि सुप्रीम कोट ने भी अब
09:07सवाल पूछा, ने रुसल में देखिए, मैंने
09:11एक बात का मैं काहिल हूँ, कि कारिय पाली का और
09:15ने पाली का, किसी भी लोगतंतर की ये दो चीज़े बहुत
09:19एहम और एक संगे मील की हैसित रखती है, और उसके
09:26साथ साथ जो तीसरा, चौथा हमारे इस्तम है, वो मीडिया
09:28का होता है, जिससे हम आप से बात कर रहे हैं, असल में
09:32लोगों में इस पे भी एक कन्फियूजन पैदा कर रहे हैं, कि सुप्रिम
09:36कोर्ट ने उन बातों को बहुत ध्यान पूर वक सुना, और उन्हों
09:39ने सवाल भी किये, जो सरकारी वकील है, उन्हों
09:44ने उन बातों को जवाब दिया, और कुछ के लिए उन्हों
09:48ने समय मांग लिया, जो दो नौन मुसलिम, यानि हिंदू
09:53मेंबर्स के उपर बात है, हम एक बात ये कहना चाह रहे हैं,
09:56कि जिसके उपर आप बहुत बड़ा वावेला ख़ड़ा करना
10:00चाह रहे हैं, आप को ये बात, आपने सु्ठीम कोट में कहिए
10:04और सुप्रीम कोट का आप इनतजार करिए, जॉप्रीम कोट अगर ये कहता
10:08है कि वो दो नौन mismosलिम मेंबर्स नहीं होने चाहिए, जबके
10:12सरकार का कहना तो यह है कि वो मेंबर सिर्फ मेंबर होंगे वो कोई पदाधिकारी नहीं होंगे यानि वो मतवरली नहीं होंगे चेर्मेन नहीं होंगे तो मैं इस संदर में यह बात कहना चाहूंगा कि अगर सुप्रीम कोट यह बात कहता है तो मेरे मैं यह समझता हूं कि लोक
10:42करना, आपका करतब ये है, अपनी बात को रखना, तो अगर पांच मई को सरकार को कोई दिशा निर्देश सुप्रीम कोट की तरफ से मिलता है, तो वो भी स्वागती होगे होगा, और अगर सुप्रीम कोट कोई इन तमाम कानूनों के को लागू करने के लिए कहता है, तो वो �
11:12दोर में भी खुश नहीं थे हम गुलामों की हमारी जिन्दगी थी आज हम भारतियों की सरकार है मैं भारत के
11:18मुसल्मानों से विशियस कर कहना चाता हूँ कि जो मैं बात कहना चारा था कि आप अब तक
11:23वोट बैंक बने रहे और उन्होंने आपको वोट बैंक कैसे इस्तिमाल किया एक बड़ी पार्टी जिसे जो कॉंग्रेस के नाम से जानी जाती है
11:31वो जब अपना कंडिडेट ख़़ा करती है अपने बेटे और बेटी को तो वाइनाट जैसी जगह से जहां 80% से ज़्यादा मुसलिम वोटर्स है जहां समाजवादी अपने 5 परिवार के लोगों को ख़़ा करती है वहां जहां 30% मुसल्मान हैं अगर ये मुसल्मानों के हि
12:01जब आपने लाइन खीच करके हमारे इन लोगों ने तथात कतित जो हमारी लीडर्शिप कहलाती है धार्मिक हो या पॉलिटिकली हो उन्होंने इस तरह का एक लाइन खीच दी कि बीजेपी से और आरेसे से अपनी दूरी बनाई तो आप ये बताईए कि उन्हें आपका आल
12:31मैं आज आप से ये सवाल करना चाहता हूँ आपके मध्यम से और आइंदा सरकार से उम्मीद करता हूँ ये उम्मीद करता हूँ सरकार से कि अगर इन्होंने उस पर अपने मौल बनाए अपने आफिस बनाए तो आपको उस पर कॉलिज, स्कूल, अनाथाले और हॉस्पिटल
13:01और उन्हें मेन स्टीम से काटा आज आजादी का जो लुट्फ उन्हें लेना चाहिए था इंज्वाय करना चाहिए था आजादी को उनके लिए आजादी नहीं आई है वो सुबह उठते हैं कोई पनी बीनता है कोई मजदूरी करने जाता है और एजोकेशन का हाल ये है कि ए�
13:3118 करोड मुसल्मानों को उसका कोई लाब नहीं मिला है तो इसलिए मैं सरकार से ये उम्मीद करता हूँ और सरकार को इसलिए मैं मानने परदान मंतिशी नाद मोदी जी को अमिशा जी को और अपने माइनिटी अफसर माइनिटी अफेर मनिस्टर श्री किरन रिजी जी को क्यो
14:01बच्चे हैं जो गरीब घरों से तालोक रखते हैं उन्हें अच्छी एजोकेशन मिल सके और मुसल्मानों आप से कहना चाहता हूं कि आप दो टाइम की रोटी खाते हो आप अकल से काम लीजिए आप ये देखिए जो लोग भरमा रहे हैं आज मैं कुछ नेताओं के बयाना स�
14:31अपर तुम्हें नहीं करना चाहिए अंत में सरव एक चीज बोलना चाहाँगा बहुत शॉर्ट में इए बताइए जो लोग नहीं जानते उनको एक बार फिर से उनकी जानकारी के लिए बहुत सारे ऐसेmother होग है जने नहीं मालम эп्ष है क्या है तो वक्ष क्या है बहुत श�
15:01दान वीरों ने दान किया
15:03ताके इनकी उससे रोजी रोटी भी चले
15:05और इससे ये अच्छी एजोकेशन भी हासिल कर सके
15:08और एक अच्छा नागरिक बन सके
15:11उस उस वख परपार्टी को वख कहते हैं
15:15और वख के मतलब है ठैरने के
15:17यानि जो आला है के लिए और अला है के गरीब बन्दों के लिए
15:20वख की गई हो �mmतला मैं यह कहूँग जाओर हुदा इस्वर
15:24वहम सबका मालिक एक है जिसने उसके नाम से
15:29यानि इसके बंदों के लिए वख की तो उसका सही इस्तिमाल यह है
15:35कि उन गरीबों के लिए, यतीमों के लिए, मिस्कीनों के लिए, बेवा महिलाओं के लिए उनका इस्तेमाल होना अनिवारिय है
15:44अगर आप उसका इस्तेमाल उनके लिए नहीं करते और उन प्रोपर्टियों को आप लीज पर दे करके उस पर अपने कमर्शल मॉल बना लेते हैं या आफिस बना लेते हैं ये बिलकुल इसलाम की रूह के खिलाफ है नाजाइज है
15:58तो ये थे उत्राखंट मदरसा बोड के चेर्मेन मुफ्ती शमून कास्मी सहाब जिनों ने पुरजोर तरीके से अपनी बात रखने की कोशिश की और लोगों को ये समझाने की कोशिश की है किस तरह से वक्फ संशोधन जो कानून है वो किस तरह से जो गरीब मुसल्मान है जो
16:28साफ है तो चलिए आप से फिर होगी मुलाकात किसी और महमान के साथ तब तक दीजिए मुझे इजाज़त तमशकार