00:29नर्पत सिंग के अनुसार वह 400 हिरण, 35 खरगोश, 30 मोर, 2 नील गाय, 3 बाज, 2 इगल, उल्लू और एक गोल्डन सियार और कई सापों की जान बचा चुके हैं
00:42मुझे दोस्तन पहले बाजम जिली के चोटन तहसील के बावड़ी गाज से महच एक नमटा के डानी में गायला उस्ताव में के सूचना मिली थी
00:53तो मुझे सूचना मिलने के तुरंट में मौके पर पहुंचा तो पूश्टन भी बच्चा था
01:01नर्पत सिंग बताते हैं कि यह पहला मौका नहीं है जब उन्होंने गायल बाज को बचाया है
01:29इससे पहले भी उन्होंने दो गायल बाजों को उपचार देकर मुक्त किया है
01:34वे बताते हैं कि चिंकारा, मोर, खरगोश, लोमडी, बाज, सहित, अंगिनत पसुपक्षियों की जान बचा चुके है
01:41पहले भी बाज में दो बचा चुक हूँ, मैं फीशर बाज था, सादा चाट सुपल सीरन रेस की उखा चुका हूँ
01:47तीस मोर है, पैंटिस की लंचंग हरगोश है, दो नील गाय, दो बाज, दो शिकरी को पकड़वाई, एक गोलन सियार को पकड़ा गायल था वो
01:57इसके अलावा, नर्पत सिंग ने कई रिकॉर्ड भी बनाए है, 30,121 किलोमीटर की साइकल यात्रा कर, नर्पत सिंग गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी अपना नाम दर्ज करा चुके हैं
02:27इस यात्रा के दौरान उन्होंने 95,000 पौधे लगाए, साथ ही लोगों से रूबरू होकर पर्यावरन संरक्षन का संदेश भी दिया
02:35बार्मेर से एटीवी भारत के लिए छगंत सिंग के रिपोर्ट