00:00चंबल का एक ऐसा भीजला है जहां अधिकांस लोग जातेबाद की घुमट में लिपड़े हुई है लेकिन यहां जातेबाद को खत्म करने के लिए यहां की युवाओने ऐसा कदम अठाया यहां के लोग अपने जाते धरम भी बूल गए और बंदिसों को तोड़कर यह अप
00:30हो है गायल पशुबच्चियों ढूड कर लाते हैं और अपने यहां लाकर रिलाज करने वाले युवाओं के इस गुरूप इंसानियत नाम से एक समती बनाई हुए इस समती में पिछले करीबन 10 सालों से 200 ज्यादा युवा सामिल हो गए हैं इस सभी उवाओन अपने सर्ण
01:00रुकी तो धीर जीरे से काम के परती हमने अन्युवां को जागरू कर दिया और आज हमारी टीम ढाई सोच ज्यादा लोग सामिल है जो आपस में पैसा खट्टा करके सेवा कार में खर्च करते हैं यहीं वज़ा है कि आज अनंत इंसानियत की टीम के दोरा भिंड में सारे का
01:30इंसानियत के जुड़कार उनकी प्तारीब कर रहा है और साथ ही लोगों ने जा अपने सरनेम के आगे जा तटा कर इंसानियत नाम रखना लगा