ED की कार्रवाई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सम पित्रोदा और सुमन दुबे के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। ₹700 करोड़ से अधिक की संपत्ति (दिल्ली, मुंबई, लखनऊ स्थित) जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की। कांग्रेस की प्रतिक्रिया: कांग्रेस ने इसे "राज्य-प्रायोजित अपराध" और "राजनीतिक प्रतिशोध" बताया। जयराम रमेश ने कहा: "ED कानून के बजाय सत्ता का हथियार बनी हुई है।" मामले की स्थिति: अगली सुनवाई 25 अप्रैल को, जब कोर्ट चार्जशीट पर संज्ञान लेगा। AJL (नेशनल हेराल्ड का प्रकाशक) पर यंग इंडियन कंपनी के माध्यम से गांधी परिवार का 76% स्वामित्व। रॉबर्ट वाड्रा का ED सामना: हरियाणा के शिकोहपुर भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ हुई। वाड्रा ने आरोपों को "राजनीतिक द्वेष" बताते हुए सरकार पर एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
मुख्य बिंदु:
गांधी परिवार पर ED का सीधा हमला। कांग्रेस vs सरकार की टकराव की राजनीति। वाड्रा का केस भी राजनीतिक विवादों से जुड़ा।
Indore News: सोनिया गांधी के लिए कांग्रेसियों ने संभाला मैदान, सरकार पर लगाया बड़ा आरोप :: https://hindi.oneindia.com/news/indore/mp-congress-protest-sonia-gandhi-ed-indore-madhya-pradesh-news-1272167.html?ref=DMDesc
National Herald Case: ED की चार्जशीट के खिलाफ कांग्रेस का हल्ला बोल, जीतू पटवारी का प्रतीकात्मक वार :: https://hindi.oneindia.com/news/bhopal/national-herald-case-congress-target-against-ed-chargesheet-in-bhopal-jitu-patwari-1271885.html?ref=DMDesc
'ईडी को बंद कर देना चाहिए', आखिर सपा सुप्रिमो ने ऐसा क्यों कहा, नेशनल हेराल्ड मामले पर और क्या बोले अखिलेश? :: https://hindi.oneindia.com/news/uttar-pradesh/akhilesh-yadav-on-national-herald-case-ed-should-be-closed-why-did-sp-supremo-say-know-in-hindi-1271745.html?ref=DMDesc
00:00सारिका जी आपी के इंडिया गठ बंदन की एक और आपकी साथी है आम आदमी पार्टी उनके प्रवक्ता है प्रियंका कक्कर उनका एक स्टेट्मेंट है और बड़ा इंटरस्टिंग स्टेट्मेंट है मैं चाहूंगे सारे पैनलिस ज़रा ध्यान चा सुने उसके बाद मैं �
00:30उपर जब केस वारविंद केज रिवाल जी को बिना किसी प्रमान के बिना किसी लॉड यू प्रोसेस फॉलो किये हुए एक सिटिंग मुख्यमंत्री को अरेस्ट कर लिया गया कोट ने कहा कि उनके खिलाफ ना कोई प्रमान है और ईडी ने दोएश की भावना से काम किया हम
01:00साथ मिला रहे हैं देखिए क्या आकर वो मंच पर सबके सामने बोल रहे हैं दोस्त दोस्त नारा मिनाक्षी जी आपने कहा तो जब वकफ बिल पे नॉन डेमोक्राटिक अलाइंस एंडी एक एक अलाइन ने जेपीसी में विरोध कर दिया था तो तब भी दोस्त नहीं रहा �
01:30अब देखिए जंग इंडिया एक तो उसके पास कोई इंकम नहीं आती
01:58कोई डिविटेंड ने कोई प्रॉफेट नी नंबर नंबर दो सारी एसेट सारी प्रॉफटी एजेट के नंबर ती दिर इस नॉट इवन एन आयोटा ओफ एविदेंस एक परसेंट गरी नंबर चार तीन सो पैसट वे दिन चार्टीट बेश करनी क्यों पड़ी ग्यारा सा
02:28कि अवास था उसकी अवास भूट अथि और अग्रेजाओ की अवास के ज debating करते हैं और आगेरों सी ऑट बात ये वाश टरीजों होगी मिल्याय प्रॉ
02:37तेरी इस इसको बैंक करना चाहते है अज़गा पार्टी इसको बैंक करना चाहती है
02:41सोच में बहुत सारा बहुत सिमिलारिटी है
02:45और डूसी की जुरूरिये वो ही है कि एदी का अधिक्शन देट इपना नीचे को चला गे होना तो
02:50ठीक है इस पॉइंट पर हो गए इस पॉइंट जी बात हो गए इस पॉइंट जी बात हो गए है
03:20में चला जाता है बिल्कुल कूल डाउन हो जाता है कोई कारवाई नी होती लटका रहे जाता है किस
03:25तो सिर्फ और सिर्फ ओप्टेट्स के लिए के इलेक्शन से पहले पॉलिटिकल गेन के लिए और ऑपोजिशन को डेंट करने के लिए
03:32इडी का दुरपयोग करते हैं ताकि ये वोट बाइन को अपर एक स्वाल पूछ ली थी लेकिन आप भी केस की टेक्निकालिटीस पर बात कर रहे थे तो एसा राहूल जी को भी अरेस्ट कर लीजे
03:47कोट से मिलने दीजे क्लीन चीट क्या डर है क्या दिक्कत है जैसे अर्विंद केजरिवाल सिटिंग चीफ मिनिस्टर को अरेस्ट किया गया और उसके बाद कोट से उनको राहत मिलिया जो भी हुआ तो ऐसा राहूल जी के केस पर भी होना चाहिए आप लोग भी क्या ऐसी सो
04:17आप देख रहे हैं कि दोनों ही दलों के लीडर्स पर लगातार एडी जो है वो अपने समझ जारी करती है पुष्टाश के नाम पर बुलाती है पूरे दिन बठाती है काम तो कुछ है नहीं मुझे लगता है कि एडी के पास कोई काम भी बचा है लेकिन अगर वाकरी में को�
04:47दोस्ती तो अलग विशय होता है लेकिन हर चार और पान साल का टेनियोर होता है एडी का बुलाने का और समझ जारी करने का और पूश्टाश करने का यह तैन्योर नहीं होना चाहिए मुझे लगता है कि अगर आपके पास कोई साक्षे हैं सबूत है हमारे खिलाफ तो पर ल
05:17को अभी आप कानून के
05:19शिकंजे में मानते हैं
05:22क्या यहां से आप
05:23अरेस्ट भी देख रहे हैं
05:24और दूसरी बात ये
05:25भारती राजनीती में एक बड़ा
05:27अनकहा सा नियम है
05:29अभी अर्विंद केजरिवाल का केस अगर हटा दें
05:32तो अमूमन जो किसी भी पार्टी के
05:34बिल्कुल सुप्रीम लीडर्शिप है
05:35उनको कानूनी शिकंजे में फसाना
05:37और जेल के पीछे तक पहुचाना
05:39ये दो अलग बाते होती हैं
05:41तो उस लिहाज से भी मैं जानना चाहरी हूं सर
05:43आपसे आई हो बिट्वीन दा लाइन आप मेरा सवाल समझ रहे हैं
05:46गांधी परिवाल का आगे होगा क्या
05:47मैं आपके सवाल का जवाब
05:52संजु ने दिया
05:53कि पॉंद्स अर किल्ड
05:55एंड किंग्स अर अल्वेज सेव्ड
05:58अर्विंद केजरिवाल पॉंड नहीं थे
06:01वो किंग भी नहीं थे
06:03उन्होंने जो स्ट्राटेजी ली
06:05उसके तहत वो अरेस्ट हुए
06:08ये तो स्ट्राटेजिकल जवाब हुआ
06:10कानूनी धंग से जवाब ये है
06:12कि अर्विंद केजरिवाल
06:14पाँच महीने तक
06:16इन्वेस्टिगेटिंग एजिंसी से
06:18के समन्द देने के बावजूद
06:21नहीं गए उन्होंने उन
06:22समन्द की आभेलना की
06:24और कोर्ट ने भी उन्हें एंटिसिपेटरी
06:26बेल का रिलीफ नहीं दिया
06:28इसके चलते वो अरेस्ट हुए
06:30मामला जादे बड़ा था
06:32ज्यादे संगीन था और
06:34राजनीती के अतिरिक
06:36वहाँ बहुत सारे तथ्य ऐसे थे
06:39जहां एविडेंस के साथ
06:40छेड़ चार होने का
06:42अंदेशा था और हमने देखा
06:44भी वो वो बहुत सारी कोर्ट में
06:46बहस भी हुई और
06:48वो एक अरेस्ट का केस बनता था
06:50क्योंकि समंस की अवेलनाव
06:52राहुल गंधि
06:54और सोनिया गंधि इस
06:55केस में अरेस्ट नहीं बनती
06:57और क्योंकि इन्वेस्टिगेटिंग
07:00एजनسी ने इतने सालों की जाच में
07:02कभी ये नहीं पाया कि इन्हें
07:04अरेस्ट करना चाहिए इसलिए
07:05कानूनन अब कोर्ट उन्हें जेल नहीं भेज सकती अगर investigating agency
07:12ने उन्हें arrest नहीं किया तो कोई कोर्ट उनको जेल नहीं भेजे
07:16की ये सुप्रीम कोर्ट ने अभी हाल-फिलाल के कई judgments में
07:21including untils case ये decide किया कि ऐसे cases में जहां investigating
07:26agency arrest नहीं करेगी कोर्ट उनको जेल नहीं भूचेगी तो लाहुल गांधी या उनके अननेता
07:33safe है as far as jail is concerned उन्हें उन्हें बेल मिलनी चाहिए और ट्राइल जो चलेगा वो चलेगा ये बात आती है
07:42पहले पहला प्रश्म का उतर दूसरा मैं जब आपने कहा कि ED की credibility मैं इसी credibility के
07:51officer का नाम लेना चाहूँगा कि जब Congress के समय में नरेंद्र मोधी जब गुजरात के
07:57मंत्री थे उन्हें अरेस्ट करने का एक बहुत बड़ा शडियंद्र बना ताँ एक ततकालीन डिरेक्टर थे अरिश्ण डिरेक्टर थे मिस्टर करनेल सिंग करनेल सिंग ने उनको
08:10अरेस्ट करने से मना कर दिया ये थी एक officer की spine उन्होंने कहा कि मुझे नहीं दिखता यहां अरेस्ट होने लाएक मुकदमा है मैं अरेस्ट नहीं करूगा ये बुरर क्रेटिक कोरिडोर का बहुत बड़ा तत्य है उन्हीं करनेल सिंग ने ये जाच इतफाकन जो नेशनल हेर
08:40officer की integrity का issue आता है और एक officer ने अपनी spine दिखाई integrity दिखाई वो नहीं जुका और निश्पक्ष जाच की अब उस जाच में कितना सच है कितना जूट है
08:53predicate offense में Supreme Court तक ने relief नहीं दिया तो predicate offense पे अगर relief नहीं मिला तो substantive offense जो बाद इन्होंने ED ने register किया section 3 P.M.L.A. में
09:05वो charge sheet अगर बनी तेर में file की क्या कारण थे उसके राजरीतिक कारण क्या थे पर कानूनी रूप से वो गलत नहीं है
09:14उनके अन्य मुकदमों में क्या होता है वो भी एक तत्थ है अजीत पवार के बारे में माननी सदसे ने कहा वो भी एक तत्थ है पर आज जिस मुकदमे के हम बात कर रहे हैं
09:26उसमें illegality अगर कहीं नहीं दिखती है predicate offense में तो इस offense में भी illegality नहीं दिखेगी
09:33और रही बात क्योंकि अरेस्ट नहीं किया जा रहा है तो सड़क पर जवाब नहीं इसका दिया जा सकता है
09:39इसका जवाब आप जाईए कल आप दिली हाई कोट का दरवाजा खटखटाईए आपके पास सुपीम कोट भी है आप वहाँ जाईए अपनी बात कहिए
09:46एडी को हर बार दोशी ठहराने से हम एक इंस्टिशन को दोशी ठहराते हैं पुलिस को या सी बी आई को दोशी ठहराने से पहले हम इंस्टिशन को मेलाइन करते हैं
09:58और जब हमें सबसे पहले सबस्य आती है तो पहला नमबर हम ढमाते हैं 100 हो Mayor और दूसरे के
10:22तब भी राजनीतिक दोशार उपड़ हुए, ताज कॉरिडोर मामले में मायावती को कभी सजा नहीं हुए, ये बाग भी एक तथ्य है, तो वो कॉंग्रेस का ही शुरू किया मकदमा था, तो तथ्य इतिहास बदलता नहीं है, लोगों की यादाश ठीक है, आप आज पैनल प