प्रयागराज, यूपी : पूरे देश में इस समय वक्फ बोर्ड का मुद्दा गर्म है। महाकुंभ में भी यह मुद्दा जोर पकड़ रहा है। धर्माचार्य वक्फ बोर्ड के विरुद्ध मुखर हैं। द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य सदानंद सरस्वती महाराज ने वक्फ बोर्ड को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड का संविधान में कोई विधान नहीं है। जब धर्म के आधार पर भारत का एक हिस्सा विभाजित होकर पाकिस्तान बन गया तो वक्फ बोर्ड की क्या जरूरत है। इतने से उनको संतोष होना चाहिए। कहीं भी दावा कर देते हैं। कुंभ मेले में कह दिया कि 56 बीघा जमीन वक्फ बोर्ड की है। क्या प्रमाण है? क्या सबूत है ? अगर सरकार वक्फ बोर्ड को खत्म कर देती है तो हम सनातन बोर्ड की मांग नहीं करेंगे।
00:00बक्वबोर्ड का ना तो संविधान में कोई विधान है ना उनके कुरान में है दोनों में ही नहीं है क्या आवश्चक्ता है उसकी पाकिस्तान जब बन गया भारत का एक इश्चा धर्म के आधार पर ही विभाजित हुआ पाकिस्तान बन गया तो विभाजन तो होना नहीं था
00:30क्या आवश्चक्ता है बक्वबोर्ड की वो तो कहीं भी कह देते हैं कुम्ब मेला में कह दिया 56 बीगा जमीन बक्वबोर्ड की है क्या परमार है क्या सभूत है
00:45तो देश की जो परिष्टिती है और देश का जो संचालन हो रहा है उसमें बिगन पैदा करना ये असंतोस है इनका प्रिष्णा का तो कोई अंत नहीं है इतनी स्विधाएं सासन अलप संककों को दे रहे हैं 78 साल में स्वतंतरता के बाद से लेकर के अभी तक उतनी स्विध
01:15फिर भी संतोस नहीं है आपको क्या बच्चक्ता है वे कोई बोर्ड की कौन से देश के हितमें समाज के हितमें ये काम कर रहे है इसलिए समाप्त करना चाहिए यह तो इसलिए तो कह रहे है कोई कहीं भी कह देते हैं कि हमारी जगह है तो इसमें ऐसा कह देने तो नहीं होगा
01:45आपको क्या बच्चक्ता है वे कोई बोर्ड की कौन से देश के हितमें समाज करना चाहिए यह तो इसलिए समाप्त करना चाहिए यह तो इसलिए समाप्त करना चाहिए यह तो इसलिए समाप्त करना चाहिए यह तो इसलिए समाप्त करना चाहिए यह तो इसलिए समाप्त करन