विंध्यवासिनी, महामाया या योगमाया माँ दुर्गा के एक परोपकारी स्वरूप का नाम है। उनकी पहचान आदि पराशक्ति के रूप में की जाती है। उनका मंदिर उत्तर प्रदेश में गंगा नदी के किनारे मिर्ज़ापुर से 8 किमी दूर विंध्याचल में स्थित है। एक तीर्थस्थल उत्तर प्रदेश में स्थित है, जिसे बंदला माता मंदिर भी कहा जाता है।
Credits : Bhajan - Maayi Vindyachal Singer & Lyrics - Neeraj Pandey Music - Raj Mahajan Video Editor - Jatin Sharma Recorded, Mixed and Mastered at Moxx Music Studio Label: Moxx Music Pvt. Ltd.
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Lyrics :-
चमकत बा दिव्य दरबार , मन से निहार लेहीं जी माई विंध्याचल चरनियां में ठाढ़ होके जिन्गी संवार लेहीं जी..... जेकर छाया बाटे पूरा संसार कष्ट बिसार लेहीं जी... माई विंध्याचल चरनियां में ठाढ़ होके जिन्गी संवार लेहीं जी....
भाव क भूखाइल मइया भक्तन के चीन्ह लेली ! ललकी चुनरिया हांथे सेवक के पहिन लेली ! जेकर भईल बाटे सोरहो सिंगार आरती उतार लेहीं जी... माई विंध्याचल चरनियां में ठाढ़ होके जिन्गी संवार लेहीं जी
उत्तर दिशा में जहां गंगा जी बहेली.. ऊंचे रे गुम्बजवा तर माई मोर रहेली... जेकर अंगना बहे निंबिया बयार कुछ पल गुजार लेहीं जी.. माई विंध्याचल चरनियां में ठाढ़ होके जिन्गी संवार लेहीं जी
पहड़ा पर अष्टभुजा, कालीखोह, धमवा, शिवपुर गऊंवा में तारा माई क नमवा... मैया खुद देखेली प्रशासन के व्यवस्था दरसन सुलभ होला कऊनो हो अवस्था जहां गली गली गूंजे जयकार करमवा सुधार लेहीं जी....