लोकसभा चुनाव से पहले आपसी तालमेल पर जोर देकर इंडिया गठबंधन खुद को मजबूत बनाने की कोशिश कर रहा है। उत्तरप्रदेश में गठबंधन का प्रमुख दल समाजवादी पार्टी है, जो यहां का मुख्य विपक्ष भी है। विधानसभा से लेकर सड़क तक इसी दल का आमतौर पर सत्तानशीन दल भाजपा से टकराव होता है। आने वाले समय में लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी अपनी खोई हुई साख वापस पाने और देश की राजनीति में भागीदारी बढ़ाने की कोशिश में है, इसी लिहाज से कई नए लोगों को अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। बरेली जिले से भाजपा की घेराबंदी के बीच भी बहेड़ी विधानसभा सीट फतेह करने वाले अताउर रहमान को प्रदेश महासचिव की कमान सौंपी गई है। ढांचागत कई बदलावों के बाद 9 नवंबर 2023 को समाजवादी पार्टी ने बरेली में गेट टू गेदर के जरिए नए पुराने समाजवादियों के बीच गिले शिकवे दूर किए और मीडियाकर्मियों से बात करके ली सियासी टोह ली।
इस मौके पर प्रदेश महासचिव व विधायक अता उर रहमान, पूर्व जिलाध्यक्ष वीरपाल सिंह यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष व प्रदेश सचिव शुभलेश यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष अगम मौर्य, मौजूदा जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप, पूर्व सीएमओ विजय यादव, महानगर अध्यक्ष शमीम सुल्तानी, पूर्व महानगर अध्यक्ष कदीर अहमद, इंजीनियर अनीस अहमद, पूर्व महापौर डॉ. इक़बाल सिंह तोमर, प्रवक्ता मयंक शुक्ला मोंटी, दीपक सक्सेना समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।