मेरे नाथों के नाथ दीनानाथ, दया करो कृपा करो जगन्नाथ।
उर पुर में बसे हो जगन्नाथ, तोहिं भूलुँ नहीं कभु जगन्नाथ।
जो भी आये तेरे द्वार जगन्नाथ, अपनाए तू पसारे दोनों हाथ।
तेरा नाम ले के नाचूँ जगन्नाथ, कभी हसूँ कभी रोऊँ जगन्नाथ।
एक बार अपना लो जगन्नाथ, थकि गयो भटकत मेरे नाथ।
*मोहिं सीने से लगा लो जगन्नाथ,* *सदा सदा से 'कृपालु' मेरे नाथ॥*
*जगन्नाथ शब्द का ये अर्थ है,* *जगत के नाथ।* *नाथ माने शासन करने वाले* *बनाने वाले और गवर्न करने वाले और लीन करने वाले* *ये सारा काम एक सुप्रीम पॉवर श्रीकृष्ण भगवान् करते हैं* *उन्हीं का एक नाम है जगन्नाथ।*