चीनी कम : गन्ना गायब... कबाड़ में बदली शुगर मिल, न उद्योग-न रोजगार
  • 10 months ago
बूंदी से निकलकर तालेड़ा, सुवासा, जमीतपुरा के हिचकोले और 20 किलोमीटर तक गड्ढों वाली सडक़ से केशवरायपाटन पहुंचा तो पिछड़ेपन की तस्वीर साफ नजर आ गई। मानो विकास ने तो कोटा-बूंदी हाईवे से इस तरफ आना ही मुनासिब नहीं समझा।
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