पहाड़ साफ, गो-तस्करी बेलगाम... टटलूबाजी-ऑनलाइन ठगी आम
  • 11 months ago
लक्ष्मणगढ़ होते हुए जब कठूमर पहुंचा तब तक दोपहर के दो बजे चुके थे। तेज धूप और गर्मी के कारण कठूमर के छोटे से बाजार में सन्नाटा पसरा था। एक दुकान में दो जनों का खाली बैठा देख मैं उनकी तरफ बढ़ा।
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