पर्माकल्चर तकनीक से बंजर पड़ी जमीन बनी ‘ईको एजुकेशन स्पेस’

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कृति के बिना धरती पर जीवन की कल्पना असंभव है। जब-जब प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करने का प्रयास हुआ है, उसका विनाशकारी परिणाम भी मानवजाति को भुगतना पड़ा है। इसे बचाने और संरक्षित करने की दिशा में काम कर रही हैं बड़ौदा की रीना राज रस्तोगी

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