video story सालासर के धूणे में काम आती हैं झुंझुनूं की थेपडि़यां, महिलाओं को मिला रोजगार

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सालासर बालाजी मंदिर की स्थापना मोहनदास महाराज ने विक्रम संवत 1811 में श्रावण शुक्ल नवमी को की थी। ऐसी मान्यता है कि मोहनदास की भक्ति से प्रसन्न होकर हनुमानजी आसोटा में मूर्ति रूप में प्रकट हुए। तत्पश्चात मूर्ति को बैलगाडी से सालासर लेकर आए। जहां बैल आकर रुके, उसी जगह प्

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