मिर्जा गालिब ने 'तुम जियो हजारों साल' लिखकर बादशाह से बढ़वा ली थी अपनी सैलरी

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'तुम जियो हजारों साल, साल के दिन हों पचास हजार' किसी को बर्थडे विश करने के लिए नहीं, गालिब ने बादशाह से अपना काम निकलवाने के लिए लिखा था।