लोग मुझसे पूछते हैं कि क्या थकते नहीं हो, मैं कहता हूं कि मुझे थकने का हक ही नहीं
  • last year
धार में सीएम शिवराज ने कहा कि हमारी सरकार लोगों की सेवा के लिए है। मैं खुद सेवक हूं। मुख्यमंत्री जनता का पहला सेवक है। मुझे थकने का हक नहीं है। 8.50 करोड़ जनता की जिसको चिंता करनी है वह थक कैसे सकता है?

Recommended