कुमार विश्वास की कविताओं से गूंजा अल्बर्ट हॉल: 'जब राजा अंधा हो जाए, सेवा धंधा हो जाए तो...'

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राज्य में फैली कांग्रेस की गुटबाजी पर साधा कवि ने निशाना, भाजपा-आप को भी नहीं छोड़ा

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