हीरे मोती मैं ना चाहूँ मैं तो चाहूँ संगम तेरा मैं तो तेरी, सैयां तू है मेरा,
सैयां सैयां तू जो, छू ले, प्यार से आराम से मर जाऊं आजा, चँदा, बाहों में तुमें ही गुम हो जाऊँ मैं, तेरे नाम में खो जाऊं
सैयां सैयां मेरा दिल खुशी से झूमें, गायें रातें पल-पल मुझे डुबाए जाते-जाते तुझे जीत-जीत हारूं ये प्राण-प्राण वारूँ हाय ऐसे मैं निहारू तेरी आरती उतारूँ तेरे नाम से जुड़े है सारे नाते
*सैयां सैयां बनके माला प्रेम की तेरे तन पे झर-झर जाऊं बैठूं नैया प्रीत की संसार से तर जाऊं मैं तेरे प्यार से तर जाऊं*1
सैयां सैयां ये नरम-नरम नशा है, बढ़ता जाए कोई प्यार से घुंघटिया, देता उठाये अब बावरा हुआ मन जग हो गया है रोशन ये नयी-नयी सुहागन हो गयी है तेरी जोगन कोई प्रेम की पुजारन मन्दिर सजाये
सैयां सैयां हीरे मोती मैं ना चाहूँ ,मैं तो चाहूँ संगम तेरा मैं ना जानू,तू ही जाने मैं तो तेरी, तू है मेरा मैं ना जानू,तू ही जाने मैं तो तेरी, तू है मेरा....