खजाना खाली...विकास की आस में 40 लाख की आबादी
  • 2 years ago
अव्यवस्था ऐसी कि आय-व्यय की बैलेंस शीट ही बिगड़ी, दूसरों के भरोसे विकास
-विकास के लिए एक रुपए में ग्रेटर 26 पैसा और हैरिटेज निगम 25 पैसा का ही दे पाते योगदान
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