DEVAS: ब्राह्मणों की ताकत के भरोसे कांग्रेस, बीजेपी प्रत्याशी पर महल की मुहर

  • 2 years ago
DEVAS. सवर्ण महिला के लिए आरक्षित देवास के लिए दोनों प्रमुख दलों बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) द्वारा चुनाव मैदान में उतारी गईं प्रत्याशियों की स्थिति राजनीतिक (political) क्षेत्र में लगभग एक समान ही है। दोनों के लिए राजनीति का अनुभव केवल इतना ही है, उनके पति अपने-अपने दल में सक्रिय हैं। यही वजह है कि दोनों के नाम के साथ हर जगह पति का नाम चल रहा है। कांग्रेस उम्मीदवार (Congress Candidate) विदोदिनी को अपने साथ ब्राहमण वोट नजर आ रहे हैं तो देवास की जनता द्वारा लगभग हर बार कांग्रेस का मेयर चुनने से भी वे संतुष्ट हैं तो बीजेपी प्रत्याशी (BJP Candidate) को सबसे बड़ी ताकत महल यानी विधायक गायत्री राजे का है। दोनों की ताकत क्या हैं और चुनाव मैदान में क्या हैं चुनौतियां? आपके प्रत्याशी के बारे में हम यहां बता रहे हैं वे सारी बातें जो कुछ जानना चाहते हैं आप। 

विनोदिनी व्यास-कांग्रेस 

ताकतः ब्राह्मण वोट बैंक सबसे बड़ी ताकत। 30 से 35 हजार हैं ब्राह्मण वोटर्स। पति ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष रह चुके हैं। मेयर मामले में देवास में कांग्रेस का रिकॉर्ड अच्छा है। पिछले पांच में से तीन मेयर कांग्रेस के बने हैं। अल्पसंख्यक वर्ग के 35 हजार वोट हमेशा कांग्रेस के साथ। 

चुनौतीः राजनीतिक अनुभव बिलकुल नहीं। पा​रिवारिक पृष्ठभूमि ही पहचान है। संगठन के भरोसे चुनाव मैदान में है। संगठन में खींचतान नुकसान पहुंचा सकती है।
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गीता अग्रवाल-बीजेपी 

ताकतः विधायक गायत्री राजे का समर्थन है, जिनका देवास में अच्छा होल्ड है। किसी से राजनीति द्वेष नहीं। भाजपा का मजबूत संगठन। सांसद, विधायक दोनों भाजपा के हैं। वैश्य समाज के 10 -12 हजार वोट। 

चुनौतीः विधानसभा, लोकसभा चुनावों में भाजपा लगातार जीतती है, लेकिन मेयर की सीट हारती रही है। गढ़ जैसी कोई बात यहां नहीं है। राजनीतिक अनुभव शून्य, घरेलू महिला हैं। पूरा चुनाव विधायक गायत्री राजे परिवार के भरोसे है। पति राजनीति में सक्रिय है, लेकिन चुनावी खाता अभी तक नहीं खुला।

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