कल सपा के हल्ला बोल से अखिलेश ने दिखाई ताकत II सपाईयों की एकजुटता ने हिलाई सत्ताधारियों की नींव !

  • 3 years ago

सपा के हल्ला बोल से अखिलेश ने दिखाई ताकत !
सपाईयों की एकजुटता ने हिलाई सत्ताधारियों की नींव !
सपा के हल्ला बोल से साबित ‘टाइगर अभी जिंदा है’ !
विधानसभा चुनाव से पहले हल्ला बोल देगा नई ताकत !
सत्तापक्ष की गलतफहमी को भी कर दिया अखिलेश ने दूर !
देखिए क्या मिलेगा इस व्यापक हल्ला बोल का फायदा ?
कैसे अखिलेश यादव को मिलेगी अब सियासी बढ़त ?
क्या अब आवाम के दिल में बनेगी अखिलेश की जगह ?
क्या अब आवाम का मसीहा साबित होंगे अखिलेश यादव ?
देखिए कल के व्यापक हल्ला बोल का क्या होगा दूरगामी फायदा ?

उत्तर प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी जिन अखिलेश यादव को अब तक कमजोर आंक रही थी…जिन अखिलेश यादव को ट्वीटर का नेता करार दे रही थी…और जिन अखिलेश यादव की राजनीतिक परिपक्वता पर सवाल उठा रही थी…कल सपा के व्यापक प्रदर्शन को देखने के बाद सकते में है…अखिलेश यादव की आर्मी ने पूरे प्रदेश में जिस तरह की एकजुटता दिखाई उससे सत्ताधारियों की नींव हिली दिख रही है…और सत्ताधारियों के माथे पर भी चिंता की लकीरें है…और ये लकीरें इस बात को लेकर नहीं है कि सपा एकजुट दिखाई दी…बल्कि ये चिंता इस बात की है कि जिस सपा को कमजोर आंककर रणनीति बनाई गई थी…वो सपाईयों की एकजुटता की वजह से कमजोर साबित हो रही है और उसके फेल होने के पूरे संकेत हैं…वहीं कल जो व्यापक प्रदर्शन पूरे उत्तर प्रदेश में दिखा…उससे अखिलेश यादव की दूरदर्शिता और राजनीतिक परिपक्वता का मजबूत संकेत मिलता…अखिलेश यादव की आर्मी के हल्ला बोल ने साबित कर दिया कि जिस अखिलेश यादव को बीजेपी वाले या अन्य विरोधी दल कमजोर समझते हैं असल मायनों वो टाइगर अभी जिंदा है…और लंबी छलांग लगाने के लिए उसने दो कदम पीछे हटकर अपनी चाल चली है…जिला पंचायत का चुनाव हुआ और ब्लॉक प्रमुख का चुनाव हुआ…साजिशों के सहारे बीजेपी ने जीत तो हासिल कर ली…साथ ही एक प्रचार भी शुरू कर दिया था कि सपा में गुटबाजी है और सपा कमजोर साबित हो रही है…और सिर्फ बीजेपी ही नहीं इस मामले में बीएसपी भी बीजेपी की भाषा बोल रही थी…लेकिन कल के व्यापक प्रदर्शन ने हर किसी का मुंह बंद कर दिया और साबित कर दिया कि सपाई अगर अपनी पर आ जाएं तो प्रदेश की हर सड़क पर सपा की लाल टोपी का सैलाव दिखेगा और जनता भी उसे सलाम करेगी और सत्ता भी रोकने में सफल नहीं हो पाएगी…सपाईयों की माने तो जो लाल टोपी का समंदर हर तहसील स्तर पर कल दिखा वो 2022 में एक बड़े सैलाव के साथ सपा की ताजपोशी का काम करेगा…सियासी जानकारों की माने तो अखिलेश यादव ने कल के हल्ला बोल से अपनी राजनीतिक समझ पर सवाल उठाने वालों के गाल पर जोरदार तमाचा मारा है और जिस गलतफहमी की नींद में विरोधी दल सोए हुए थे…अखिलेश यादव के प्रदर्शन रूपी तमाचे ने उनको होश में ला दिया और साबित कर दिया कि आप जिसे कमजोर मानते हैं हकीकत में वो आपको धोबी पछाड़ देने का पूरा माद्दा रखता है…सियासी जानकारों का मानना है कि अखिलेश यादव के इस कदम से जहां उनकी ट्वीटर के राजनेता वाली छवि टूटेगी वहीं अब वो संघर्ष करने वाले नेता के रूप में भी पहचान हासिल करेंगे…क्योंकि सपा के सियासी सफर में संघर्ष का एक बड़ा योगदान रहा है…देर से ही सही लेकिन अब नेताजी के रास्ते पर अखिलेश यादव दिख रहे हैं और संघर्ष के जरिए साबित कर रहे हैं कि संविधान का उल्लंघन हो या फिर आवाम के हक पर डांका डालने की बात हो…सपा किसी की मनमानी को बर्दाश्त नहीं करेगी और समाज की शांति और कानून की अहमियत को बरकरार रखने के लिए सपा सड़कों पर उतरने से गुरेज नहीं करेगी…सियासी जानकारों और पार्टी से जुड़े वरिष्ठ नेताओं की माने तो