योगी और मोदी के बीच यूपी के टुकड़े करने के लिए बात फाइनल हुई !

  • 3 years ago
क्या होने वाले हैं उत्तर प्रदेश के टुकड़े ?
क्या केंद्र-राज्य में बन गई बंटवारे की सहमति ?
क्या चुनाव से पहले यूपी हो जाएगी विभाजित ?
PM-गृहमंत्री से योगी की मुलाकात में क्या बात हुई ?
राष्ट्रपति के साथ भी सीएम योगी की मुलाकात के क्या मायने ?
बीजेपी में धमाचौकड़ी मंत्रि मंडल विस्तार के लिए या प्रदेश के बंटवारे के लिए !
क्या यूपी के बंटवारे की मांग को पूरा करने जा रही है बीजेपी ?
देखिए सुबह से तैर रही यूपी के बंटवारे की खबर की पूरी स्टोरी ?

आज सुबह से उत्तर प्रदेश की तमाम खबरों के बीच एक खबर सबसे ज्यादा ट्रेंड कर रही है और वो खबर है प्रदेश के बंटवारे को लेकर…उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने पहुंचे तो फिर सूत्रों से खबर निकलकर सामने आई की राज्य के पुनर्गठन को लेकर बातचीत चल रही है और उत्तर प्रदेश का अब बंटवारा होगा…इस खबर के सामने आते हैं सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा भूचाल देखने को मिला तरह तरह के दावे किए जाने लगे कुछ लोग बंटवारे के फैसले को सही ठहराने लगे तो कुछ लोग इस खबर के बाद सरकार पर निशाना भी साधने लगे…ऐसे में जब इस खबर पर हमारी टीम की नजर पड़ी तो हमने भी सच्चाई जानने की कोशिश की और ये भी जानने की कोशिश की कि क्या वाकई उत्तर प्रदेश के बंटवारे की पुरानी मांग अब पूरी होने वाली है…और जो सच्चाई निकलकर सामने आई उसने हर किसी को चौंका दिया…तो ऐसे में उत्तर प्रदेश के सियासी हालात काफी गहमा गहमी वाले दिख रहे हैं ऊपर से उत्तर प्रदेश की सियासत में इन दिनों काफी गतिविधियां देखने को भी मिल रही हैं…विधानसभा चुनाव में 8 महीने का वक्त बचा है ऐसे में विपक्षी पार्टियों को ज्यादा सक्रिय होना चाहिए लेकिन इसके उलट सत्ताधारी पार्टी में ज्यादा हलचल है…इस सबके बीच तमाम तरह की अटकलें भी लगाई जा रही हैं…वहीं कुछ अखबारों और न्यूज वेबसाइट्स ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी नेतृत्व उत्तर प्रदेश का विभाजन कर अलग पूर्वांचल राज्य बनाने पर विचार कर रही है…अलग पूर्वांचल राज्य की खबर सामने आई तो फिर इतिहास के पन्नों को पलटकर देखना शुरू कर दिया गया…आपको बता दें कि बीजेपी हमेशा से छोटे राज्यों की पक्षधर रही है…अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के समय ही मध्य प्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड और बिहार से अलग होकर झारखंड बना था…यूपी में अलग पूर्वांचल राज्य का मुद्दा नया नहीं है…इससे पहले नवंबर 2011 में तत्कालीन मायावती सरकार ने उत्तर प्रदेश को पूर्वाचल, बुंदेलखंड, पश्चिमी प्रदेश और अवध प्रदेश में बांटने का प्रस्ताव विधानसभा से पारित कराकर केंद्र को भेजा था…लेकिन केंद्र ने राज्य के इस प्रस्ताव को वापस कर दिया था…इस प्रस्ताव के मुताबिक पूर्वांचल में 32, पश्चिम प्रदेश में 22, अवध प्रदेश में 14 और बुंदेलखण्ड में 7 जिले शामिल होने थे…आज जो खबरें चल रहीं है उसमें दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश तीन राज्यों में बंटेगा…एक होगा उत्तर प्रदेश जिसकी राजधानी लखनऊ होगी…इसमें 20 जिले होंगे…यूपी के बंटवारे के बाद दूसरा राज्य बनेगा बुंदेलखंड, जिसकी राजधानी प्रयागराज होगी…इसमें 17 जिले शामिल होंगे…तीसरा राज्य होगा पूर्वांचल, जिसमें 23 जिले होंगे और इसकी राजधानी गोरखपुर होगी…ऐसे में ये भी जानना जरूरी है कि आखिर इस बात पर इतना जोर क्यों दिया जा रहा है…दरअसल सीएम योगी आदित्यनाथ ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की…ऐसे में स

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