एक और बीजेपी नेता की इलाज के अभाव में मौत II बीजेपी विधायक ने सीएम को खत लिखकर की जांच की मांग

  • 3 years ago
बीजेपी नेता की मौत के बाद विधायक दिखे नाराज !
अपनी ही सरकार को बीजेपी विधायक ने लिखा खत !
BJP MLA ने पार्टी के नेता की मौत पर जांच की मांग की !
दिवंगत नेता के परिजनों ने लगाए कई गंभीर आरोप !
अस्पताल ने नहीं लगाई ऑक्सीजन और इजेक्शन !
विधायक ने मामले पर लिया संज्ञान और सीएम को लिखा खत !
विधायक के खत लिखने के बाद से सियासी हलचल तेज !

विपक्ष तो विपक्ष प्रदेश की सरकार के मंत्री, सांसद और विधायक अब अपनी ही सरकार पर कोरोना से फैली बदहाली को लेकर सवाल उठा रहे हैं और सरकार का उन सवालों को सुनने की बजाय अपनी धुन में सिर्फ और सिर्फ झूठे आंकड़े पेश करने में लगी है…अब मामला भदोही से सामने आया है…यहां से बीजेपी विधायक दीनानाध भास्कर ने सीएम को खत लिखकर बीजेपी के एक नेता की मौत की जांच की मांग की है…लेकिन विधायक महोदय भी बेचारे इतने सीधे हैं कि वो भूल गए उनकी ही पार्टी के नवाबगंज से विधायक केसर सिंह गंगवार को ICU बैड नहीं मिला और उनका निधन हो गया तो फिर अन्य नेता पार्टी के लिए क्या महत्व रखते होंगे ये साफ समझा जा सकता है…खैर बात करते हैं भदोही के मामले की तो यहां के जिला महामंत्री लाल बहादुर मौर्या का कोरोना से निधन हो गया…परिवार के लोगों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए विधायक दीनानाथ भास्कर शिकायत की और जांच की मांग की…परिवार का आरोप है कि अस्पताल में कई बार कहने के बाद भी बीजेपी नेता को न तो आईसीयू में ले गए और न रेमडेसिविर इंजेक्शन दिया गया…विधायक दीनानाथ भास्कर ने खत में कहा कि बीजेपी के जिला महामंत्री लाल बहादुर मौर्या को 22 अप्रैल को महाराजा बलवंत सिंह L2 चिकित्सालय भदोही में भर्ती कराया गया था… 27 अप्रैल को उनकी मृत्यु हो गई…मौत के बाद वो मृतक के परिजनों के घर गए तो उनके बच्चों ने बताया कि जब उनके पिता की तबीयत अधिक बिगड़ने लगी तो उन्होंने कई बार आईसीयू में ले जाने और इंजेक्शन की मांग की, लेकिन वहां पर मौजूद डॉक्टर ने उनकी एक भी नहीं सुनी…साथ ही वहां पर तैनात डॉक्टर आशुतोष पर आरोप लगाया है कि उन्होंने ठीक तरीके से व्यवहार भी नहीं किया और गलत तरीके से बातें की हैं…इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए बीजेपी के विधायक दीनानाथ भास्कर के सीएम को पत्र लिखे जाने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर लक्ष्मी सिंह ने मामले में जांच की बात कही है…लेकिन सवाल इस बात का है कि हर रोज सीएम योगी आदित्यनाथ कोई न कोई बयान देते हैं और हर अधिकारियों को आदेश देते हैं लेकिन फिर भी न तो आदेशों पर अमल हो रहा है और न ही मरीजों को इलाज मिल पा रहा है आखिर सरकार क्या करना चाहती है और क्या प्रशासन चाहता है ये एक बड़ा सवाल है…ब्यूरो रिपोर्ट

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