लखनऊ में लोक भवन के बाहर आत्मदाह के मामले में डीएम और एसपी पहुंचे युवक के गांव
  • 3 years ago
लखनऊ में लोक भवन के सामने युवक के आत्मदाह के मामले में कन्नौज प्रशासन हरकत में आया और आनन-फानन में डीएम और एसपी प्रशासनिक अमले के साथ युवक के गांव पहुंचे । जहां उन्होंने पूरे मामले की जानकारी की । मामले में डीएम का कहना है कि युवक ग्राम समाज की जमीन पर पक्का निर्माण कराना चाहता था, जिसको लेखपाल द्वारा रोक दिया गया इसी से क्षुब्ध होकर उसने यह कदम उठाया ।
बताते चलें कि कन्नौज जिले के तहसील तिर्वा क्षेत्र के ग्राम गुंदारा निवासी उमाशंकर पुत्र रामशरण द्वारा लखनऊ के विधानसभा भवन के सामने आत्मदाह करने का प्रयास किया। इस मामले की जानकारी होते ही कन्नौज जिला प्रशासन में हड़कंप कट गया । आनन-फानन में डीएम और एसपी अपने पूरे प्रशासनिक अमले के साथ उमाशंकर के गांव पहुंचे । जहां उन्होंने विवादित जमीन का मुआयना किया और पूरे प्रकरण की जानकारी की । जानकारी के अनुसार गांव के ही शिवकुमार ने ग्राम समाज की जमीन पर एक पक्का निर्माण कर लिया था । जिसको देखते उमाशंकर भी ग्राम समाज की जमीन पर पक्का निर्माण करना चाहता था । जिस पर लेखपाल द्वारा रोकने पर उमाशंकर नाराज चल रहा था और लखनऊ जाकर उसने यह कदम उठाया । हालांकि जानकारी में यह अभी आया कि इस जमीन पर उमाशंकर के पूर्वज भी अपना कब्जा बनाए हुए थे । मामले में उमाशंकर की पत्नी ने अधिकारियों को बताया कि हमारा हमारे पड़ोस में रह रहे शिव कुमार पुत्र ब्रजराज से जमीनी विवाद का आपसी मतभेद चल रहा है। गांव के बाहर प्राथमिक विद्यालय के पास जमीन पड़ी है। उसी जमीन पर मकान बनाने को लेकर जब हम लोग अपना मकान बनाने जाते हैं तो यह लोग धमकी देते हैं। वहीं उन्होंने बताया 18 जून 2020 को हमारे खेतों में घास फूस से बने बंगले में किन्हीं अज्ञात लोगों ने आग लगा दी जिससे हमारा काफी नुकसान हुआ था फिर भी हमने किसी से नहीं कहा। मामले में डीएम राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि गांव में ग्राम समाज की 1030 नंबर ऊसर की जमीन है । जिस पर उमाशंकर पक्का निर्माण करना चाहता था । जिसे लेखपाल द्वारा रोक दिया गया इसी से नाराज होकर उमाशंकर ने घर में बिना बताए लखनऊ चले गए और वहां पर यह कदम उठाया । जबकि उमाशंकर के पास अपना खुद का पक्का मकान है और आर्थिक रूप से भी ठीक-ठाक है ।
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