कोरोना ने किया क्रिसमस का जश्न फीका

  • 3 years ago
रात 12 बजते ही चरनी में मसीहा ने जन्म लिया और ईसाई समाज के लोगों के लिए अपार खुशियां लेकर आया। मसीहा के स्वागत की खुशी में मेरठ के सभी प्रमुख गिरजाघरो में देर रात तक कार्यक्रम चलते रहे। कोरोना के कारण इस बार क्रिसमस के मौके पर हर बार की तरह वो भीड़ नहीं दिखाई दी जो कि रहती थी। लेकिन प्रभु के जन्म लेते ही गिरजाघरों में प्रार्थनाएं होने लगी और घंटे बजने लगे। मेरठ में शहर के सभी चर्चों में विभिन्न आयोजन किए गए। 25 दिसंबर की तैयारियां पिछले कई दिनों से गिरजाघरों में चल रही थी। वहीं जिले भर में चर्च रंग बिरंगी रोशनी में नहाए हुए हैं। घरों में क्रिसमस का पर्व जोर-शोर से मनाया जा रहा है। महानगर के प्रमुख गिरजाघरों, सेंट थामस, सेंट जोजफ, सेंट जांॅस, कंकरखेड़ा, मिशन कम्पांउड, साकेत स्थित सेंट लुक्स चर्च आदि में देर रात से प्रार्थना सभाओं का दौर जारी है। वहीं गिरजाघरों के बाहर पुलिस भी पूरी तरह से मुस्तैद है। कोरोना संक्रमण के चलते गिरजाघरों में मास्क बिना एंट्री पर प्रतिबंध है। वहीं गिरजाघर के बाहर सैनिटाइजर की भी पूरी व्यवस्था की गई है।
महानगर के सभी प्रमुख गिरजाघर दूधिया रोशनी से जगमगा रहे हैं। गुरुवार रात 11 बजे से बाल यीशु के जन्म की पूजा शुरू हुई। पवित्र मिस्सा बलिदान के बाद रात 12 बजते ही गिरजाघर के घंटों ने प्रभु यीशु के जन्म का संदेश दिया तो मसीह समाज के लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इसके बाद ष्क्या दिन खुशी का आया, रहमत का बादल छाया, दुनिया का मुंजी आया, येसु जन्मा है दुनिया से प्यारा, वो आसमां का सितारा, जैसे बधाई गीत गूंज उठे।
शहर के प्रमुख गिरजाघर सेंट जोजफ ;सेंट जॉस, सेंट मेरीज चर्च, सेंट पैट्रिक्स चर्च, सेंट पॉल्स चर्च, समेत सभी गिरजाघरों में मसीही विश्वासियों ने मास्क व सामाजिक दूरी बनाकर प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया।
सेट जोजफ चर्च के फादर चिलमन ने पवित्र मिस्सा बलिदान चढ़ाया। बाल यीशु के जन्म की पूजा विधि कराई। घंटे घड़ियाल बजाए गए। इस मौके पर उन्होंने प्रभु यीशु से दुनिया से कोरोना के खात्मे की प्रार्थना की।

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