प्रधानमंत्री आवास के लिए दी गई सुविधा शुल्क वापस मांगने पर कराया मुकदमा दर्ज
  • 3 years ago
प्रधानमंत्री आवास की सुविधा प्रदान करने के नाम पर प्रभारी एडीओ पंचायत वर्तमान ग्राम पंचायत अधिकारी ने महिलाओं से सुविधा शुल्क लेकर आवास दिलाने का वादा किया था। और जब सुविधा शुल्क देने के बाद महिलाओं को आवास स्वीकृत नहीं हुए और जारी लिस्ट में उनका नाम नहीं आया तब महिलाओं ने कार्यालय में घुसकर अधिकारी को दिए गए पैसों की मांग की तब अधिकारी ने तहरीर देकर करीब आधा दर्जन से अधिक ग्रामीण महिलाओं पर संगीन धाराओं में मामला दर्ज इसलिए करवा दिया ताकि घूसखोर अधिकारी के खिलाफ महिलाएं अपना मुंह बंद कर ले लेकिन ऐसा नहीं हुआ उसके परिपेक्ष में महिलाओं ने भी पुलिस को तहरीर देकर घूसखोर अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज कराया। गौरतलब है कि जहां एक ओर प्रदेश सरकार प्रशासनिक अधिकारियों की छवि सुधारने के लिए लगातार निर्देश भी रही है और जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है तो वहीं दूसरी ओर भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी अवैध वसूली कर सरकार की छवि को धूमिल करने का काम कर रहे हैं। सरकार की छवि को धूमिल करने का हाल ही में ताजा मामला विकास खण्ड मड़ावरा के अंतर्गत ग्राम जलन्धर का है।
मिली जानकारी के अनुसार विकास खण्ड मड़ावरा के ग्राम जलन्धर में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी आलोक कुमार दुबे को सीनियरिटी पर एडीओ पंचायत का अंशकालिक चार्ज दिया गया था। जिसके बाद आलोक कुमार दुबे ने जालंधर कुछ महिलाओं को आवास बनवाने का प्रलोभन देकर बहला फुसलाकर उनसे 5 से 10 हजार रुपए सुविधा शुल्क के रूप में जमा करवा दिए लेकिन जब आवास की लिस्ट जारी हुई तब उन महिलाओं का नाम उस लिस्ट में नहीं आया जिन्होंने उन्हें सुविधा शुल्क दी थी जिसके बाद उक्त महिलाएं एकत्रित होकर कार्यालय पहुंची और कार्यालय में उक्त तथाकथित अधिकारी का घेराव कर अपने दिए गए पैसों की मांग की। जिस पर प्रभारी एडीओ पंचायत ने पुलिस को तहरीर देकर करीब आधा दर्जन महिलाओं पर थाना मदनपुर में आधा दर्जन महिलाओं पर 34,147 148 186 352 504,506 332 353,120बी धाराओं में मामला दर्ज करवा दिया। महिलाओं पर आरोप लगाया कि उन्होंने एक राय होकर कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ की, सरकारी कागजात फाड़े, अभद्रता की, अवैध पैसों की मांग की आदि। जिसके परिपेक्ष में महिलाओं ने भी पुलिस थाने में अधिकारी आलोक कुमार दुबे के खिलाफ लिखित रूप से शिकायती पत्र दिया लेकिन पुलिस ने महिलाओं की तहरीर पर आलोक कुमार दुबे के खिलाफ मामला पंजीकृत नहीं किया जिसके बाद जब महिलाओं ने हंगामा मचाना शुरू किया तब दबाव में आकर पुलिस ने महिलाओं की तहरीर पर आलोक कुमार दुबे के खिलाफ 323 147 504 धाराओं में मामला पंजीकृत किया।
इस मामले में इमरती और कमला रानी नामक दो महिलाओं ने बताया कि उनसे आवास के नाम पर पैसा लिया गया था और जब पैसा मांगा तो वहां पर उन्होंने पैसा वापस नहीं दिया गया बल्कि उनके साथ गाली गलौज कर वहां से भगा दिया गया।
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