सरकार की नीति से नाखुश किसानों ने कह दी बड़ी बात

  • 3 years ago
सरकार द्वारा लागू किये गए कृषि बिल से नाराज़ किसान बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर कर कृषि बिल कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे है। वही किसानों ने सरकार को लेकर एक बड़ी बात कह दी। किसान सरकार से खफ़ा है। किसानों से जब बात की तो उन्होंने बताया कि यह मिल पूरी तरह से पूँजी पतियों के लिए है और किसान का कोई लाभ नही होगा।
केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच पिछले ग्यारह दिन से वार्ता का दौर जारी है। किसान और सरकार के बीच कोई भी बात बन नही पा रही है। मिनिमम सपोर्ट प्राइस ( MSP ) को लेकर किसान पूरी तरह से आक्रोश में है। वही जब किसान आंदोलन को लेकर बात की तो उन्होंने सरकार की इस नीति का किसान विरोधी बताया है। गॉव महोली और जैंट के नगला के किसानों से बात की तो उन्होंने बताया कि किसानों का शोषण सरकार कर रही है। किसान ग़ुलाब सिंह का कहना है कि सरकार हमारी ही बोई हर फ़सल को कम दाम में हमसे ख़रीदती है और उसे हमें ही दोगुने दामों पर खरीदना पड़ता है। किसान का हर तरफ से मारना है। अन्नदाता अपनी फ़सल को बच्चे की तरह पालता है साल भर मेहनत करता है उसकी मेहनत का भी उसे नही मिल पाता है। मेहनत किसान करे मलाई धन्नासेठ खाये। किसान आंदोलन में हम अपने किसान भाइयों के साथ है। विदेशी कंपनियों को अपनी फ़सल को अगर हमारी फ़सल ख़रीदनी है तो हमें यह सुनिश्चित करें कि हमें अपने लाभ का कितना प्रतिशत हिस्सा मिलेगा।
वही युवा किसान मुकेश और मनोज ने बताया कि पहले किसान को सहूलियत थी लेकिन जैसे समय बढ़ता गया उसके अनुसार महंगाई भी बढ़ती गई। महंगाई की मार किसानों पर पड़ती है डीजल, पेट्रोल से लेकर खाद, बीज इतने महँगे हो गए हैं कि किसान इन सब चीजों को खरीदने मैं उसकी पूरी पूंजी भी लग जाती है। सरकार किसान विरोधी है और किसान के हित में नहीं सोचती अगर किसान के हित में सरकार सोचती तो आज हम लोगों को रोड जाम और धरना देने की जरूरत नहीं पड़ती। किसान देश को अन खिलाता है और सरकार उसके बदले में खून चूसती है। किसान खुशहाल होगा तो देश खुशहाल होगा सरकार से यही अपील करते हैं कि जो किसान विरोधी बिल है उसे वापस ले और किसान को उसकी फसल का वाजिब दाम दे।

Recommended