भोपाल गैस त्रासदी की कहानी, चश्मदीदों की ज़ुबानी

  • 3 years ago
मध्य प्रदेश के भोपाल में 36 साल पहले हुई घटना का असर आज भी देखने को मिलता है। भोपाल में उसी गैस प्लांट के सामने एक छोटा सा गांव है जेपी नगर जहां माना जाता है कि गैस रिसाव का सबसे बुरा प्रभाव पड़ा था। यह वही इलाक़ा है जहां गैस रिसाव से सबसे ज़्यादा लोग मारे गए थे।

जेपी नगर के ही रहने वाले शहजाद के परिवार में चार लोग मारे गए थे। ऐसे तो गैस रिसाव की वजह से मारे गए लोगों के परिवार को सरकार ने मुआवज़ा देने की बात कही थी लेकिन शहजाद आज भी उस मुआवज़े का इंतज़ार कर रहे हैं। शहजाद बताते हैं कि उनके माता-पिता और उनके भाई की पत्नी और उनके भाई की भी मौत हो गई थी।

शहजाद के मुताबिक़ जब गैस का रिसाव शुरु हुआ तो आंखों में जलन और सांस लेने जो तक़लीफ हुई थी वो उनके लिए मौत के मूंह से वापस आने से कम नहीं था।

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