Nurse salary-कोरोना वॉरियर्स ने बिना वेतन मनाई दिवाली
  • 3 years ago
राज्य सरकार कोरोना महामारी में चिकित्सकों और अन्य चिकित्साकर्मियों को उचित सुविधाएं देने की दावे कर रही हैं, लेकिन एसएमएस के 143 नर्स को बिना वेतन ही दिवाली मनानी पड़ी। इन सभी नर्स को तीन माह का वेतन नहीं मिला है। हैरानी की बात तो यह है कि नर्सिंग भर्ती 2018 के पद स्थापित 143 नर्स ग्रेड द्वितीय नर्सेज को जबसे पद स्थापन मिला तबसे एक बार भी वेतन नहीं मिला है। बोनस या प्रोत्साहन राशि तो दूर की बात अपने ही वेतन को तरसते इन नर्सेज की दिवाली फीकी रही। कोरोना वॉरियर्स के नाम पर सरकार सम्मान देने की बात करती हो, लेकिन हकीकत यही है कि राज्य के सबसे बड़े अस्पताल में कार्यरत इन नर्सेज कर्मियों की सुनवाई नहीं हो रही है।

काम करते हैं, वेतन नहीं ​
नर्सिंग भर्ती 2018 ग्रेड ​द्वीतिय संघर्ष समिति से जुड़े नर्सेज ने बताया कि हमारी नियुक्ति 5 अगस्त 2020 को नियमित पद पर हुई जबकि 28 अप्रैल 2020 को हमारे नियुक्ति आदेश राज्य सरकार द्वारा कर दिए गए थे। तब लॉकडाउन के चलते कुछ ही नर्स ने जॉइन किया था। बाकी नर्सेज को अगस्त में पदस्थापन दिया गया। तब से अब तक कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी में लगातार सेवा देने के बाद भी इन्हें वेतन नहीं दिया गया है। नर्सेज का कहना है कि तीन महीनों से लगातार लेखा शाखा विभाग में जाकर कह रहे हैं कि हमारा वेतन बना दें, मगर हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही। दीवाली से पहले इन्हें वेतने के साथ प्रोत्साहन राशि का भी इंतजार था, लेकिन दोनों में से कुछ नहीं मिला।

इनका कहना है
हमने कई बार इस बारे में सरकार तक अपनी बात पहुंचाई है, लेकिन सरकार या सचिव स्तर पर वेतन को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई जा रही। इस भर्ती के अभ्यर्थी वेतन के लिए तरस रहे हैं। वहीं इसी भर्ती में अलग—अलग जॉइनिंग दिखाकर भी सरकार ने हमारी मांगों को अनदेखा किया है।
मनोज दुब्बी, संयोजक
नर्सिंग भर्ती 2018 ग्रेड ​द्वीतिय संघर्ष समिति
Recommended